1. इन बयानों के आगे सही या गलत का निशान लगाएँ :

(क) गुटनिरपेक्षता की नीति अपनाने के कारण भारत, सोवियत संध ओर संयुक्त राज्य अमरीका, दोनों की सहायता हासिल कर सका।

(ख) अपने पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंध शुरुआत सेही तनावपूर्ण रहे।

(ग) शीतयुद्ध का असर भारत-पाक संबधों पर भी पड़ा।

(घ) 1971 की शाति और मैत्री की संधि संयुक्त राज्य अमरीका से भारत की निकटता का परिणाम थी।

2. निम्नलिखित का सही जोड़ा मिलाएँ : 

(क) 1950-64 के दौरान भारत भारत की विदेश नीति का लक्ष्य

(ख) पंचशील

(ग) बांडुंग सम्मेलन

(घ) दलाई लामा

(i) तिब्बत के धार्मिक नेता जो सीमा पार करके भारत चले आए।

(ii)क्षेत्रीय अखंडता और संप्रधुता की रक्षा तथा आर्थिक विकास।

(iii) शांतिपूर्ण सह-ओस्तित्व के पाँच सिद्धांत।

(iv) इसकी परिणति गुटनिरपेक्ष आंदोलन में हुई।

3. नेहरु विदेश नीति के संचालन को स्वतंत्रता का एक अनिवार्य संकेतक क्यों मानते थे ? अपने उत्तर में दो कारण बताएँ और उनके पक्ष में उदाहरण भी दें।

4. '' विदेश नीति का निधरिण घरेलू ज़रुरत और अंतरष्ट्रीय परिस्थितियों के दोहरे दबाव में होता है।"1960 के दशक में भारत दुारा अपनाई गई विदेश नीति से एक उदाहरण देते हुए अपने उत्तर की पुष्ट्रि करें।

5. अगर आपको भारत की विदेश नीति के बारे में फैंसला लेने को कहा जाए तो आप इसकी किन दो बातों को बदलना चाहेंगे। ठीक इसी तरह यह भी बताएँ कि भारत की बिदेश नीति के किन दो पहलुओं को आप बरकरार रखना चहेंगे। अपने उत्तर के समर्थन में तर्क दीजिए।

6. निन्मलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए:

(क) भारत की परमाणु नीति

(ख) बिदेश नीति के मामलों पर सर्व-सहमति

7. भारत की विदेश नीति का निमाण शाति ओर सहयोग के सिद्धांतों को आधार मानकर हुआ। लेकिन, 1962-1971 की अवधि यानी महज दस सालों में भारत को तीन युद्धों का सामना करना पड़ा। क्या आपको लगता है कि यह भारत की विदेश नीति की असफलता है अथवा, आप इसे अंतराष्ट्रीय परिस्थितियों का परिणाम मानेंगे ? अपने मंतव्य के पक्ष में तर्क दीदिए।

8. क्या भारत की विदेश नीति से यह झलकता है कि भारत क्षेत्रीय स्तर की महाशक्ति बनना चाहता है ? 1971 के बांग्लादेश युद्ध के संदर्भ में इस प्रश्न पर विचार करें।

9. किसी राष्ट्र का राजनीतिक नेतृत्व किस तरह उस राष्ट्र की विदेश नीति पर असर डालता है ? भारत की विदेश नीति के उदाहरण देते हुए इस प्रश्न पर विचार कीजिए।

10. निम्नलिखित अवतरण को पढ़ें और इसके आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

गुटनिरपेक्षता का व्यापक अर्थ है अपने को किसी भी सैन्य गुट में शामिल नहीं करना... इसका अर्थ होता है चीज़ों को यथासंभव सैन्य दृष्ट्रिकोण से न देखना और इसकी कथी ज़रुरत आन पड़े तव भी किसी सैन्य गुट के नज़रिए को अपनाने की जगह स्वतंत्र रुप से स्थिति पर विचार करना नथा सभी देशों के साथ दोस्ताना रिश्ते कायम करना....

- जवाहरलाल नेहरु

(क) नेहरु सैन्य गुटों से दूरी क्यों बनाना चाहते थे ?

(ख) क्या आप मानते हैं कि भारत-सोवियत मैत्री की संधि से गुटनिरपेक्षता के सिद्धातों का उल्लंघन हुआ ? अपने उत्तर के समर्थन में तर्क दीजिए।

(ग) आगर सैन्य-गुट न होते तो क्या गुटनिरपेक्षता की नीति बेमानी होती ?