Lesson 13

         (आओ, बचायें धरती को)


1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखो:


(i) प्रभात, मानसी के घर क्यों आता है?

उत्तर: प्रभात रंगाली बिहू में अपने गांव जाएगा, इसलिए वह मानसी से विदा लेने तथा बिहू की शुभकामनाएंँ देने आता है।


(ii) प्रभात जब मानसी के घर पहुंचता है, तब मानसी क्या कर रही थी?

उत्तर: प्रभात जब मानसिक के घर पहुंँचता है, तब मानसी बरामदे में अखबार पढ़ रही थी।


(iii) वयुमंडल की पाँचों परतें क्या-क्या है?

उत्तर: वायुमंडल की पाँचों परतें है- क्षोभ मंडल, समताप मंडल, ओजोन मंडल, आयन मंडल और बहिर्मंडल।


(iv) प्रदूषण को हम किस तरह रोक सकते हैं?

उत्तर: पहले हम अपने घर तथा आस-पड़ोस में गंदगी न फैलाएंँ, एवं गंदगी को साफ करने में अपना सहयोग दें। साथ ही जितनी ज्यादा हो सके वृक्ष लगाकर प्रकृति को हरा-भरा करके हम प्रदूषण को रोक सकते है।


(v) प्रस्तुत पाठ में कितने प्रदूषण की बातें की गयी है? वे क्या-क्या है?

उत्तर: पाठ में प्रमुख चार प्रकार के प्रदूषण के बारे में बताया गया है। वे प्रदूषण है- भूमि प्रदूषण, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण।


(vi) वैज्ञानिकों ने मानसिक तनाव का मुख्य कारण क्या बताया है?

उत्तर: वैज्ञानिको मानसिक तनाव का मुख्य कारण प्रकृति में बना असंतुलन को बताया है।


(vii) प्रदूषण के बारे में किसने अखबार में महत्वपूर्ण लेख लिखा है?

उत्तर: प्रदूषण के बारे में श्री हरचरण लाल शर्मा जी ने प्रदूषण के ऊपर एक बहुत ही महत्वपूर्ण लेख लिखा है।


(viii) प्रभात और मानसी का साथ देने में कौन तैयार है और क्यों?

उत्तर: प्रभात और मानसी का साथ देने में 'तोता' तैयार है। क्योंकि उसे भी धरती की रक्षा करनी है।


(ix) प्रभात, मानसी और तोता एक-साथ कौन सी शपथ लेते हैं?

उत्तर: प्रभात, मानसी और तोता एक साथ शपथ लेते हैं- 

न रहेगी धरती, तो न रहेंगे हम

आओ भाइयों, आओ बहनों,

वृक्ष लगाओ, धरती बचाओ 

आज समय बहुत है कम 

न रहेगी धरती तो न रहेंगे हम।


2. निम्नलिखित शब्दों का वाक्य में प्रयोग करो:

उत्तर:

संतुलन: प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए वृक्ष लगाना आवश्यक है।


प्रदूषण: आज वायु प्रदूषण चारों ओर फैल चुका है।


हरियाली: गांँव में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छाई रहती है।


आबादी: मनुष्य की आबादी बढ़ती ही जा रही है।


अंतरिक्ष: कल्पना चावला ने अंतरिक्ष की उड़ान भरी थी।


विरासत: रमेश को विरासत में संपत्ति मिली है।


पास-पड़ोस: हमें पास-पड़ोस को भी गंदगी से बचाना है।


साफ-सुथड़ा: विद्यालय का परिवेश काफी साफ सुथड़ा है।


3. व्याख्यामूलक प्रश्न:

(क) "दरअसल बिहू का असली मजा तो गांँव में मिलता है।"

(i) प्रस्तुत पंक्ति को किसने कब कहा?

उत्तर: जब प्रभात बिहू की शुभकामनाएंँ तथा मुबारकबाद देने के लिए मानसी के घर आया था, तब मानसी ने प्रस्तुत पंक्ति प्रभात को कही थी।


(ii) 'असली मजा' गांँव में ही क्यों मिलता है?

उत्तर: असली मजा गांव में इसलिए मिलता है क्योंकि गांव में चारों ओर हरे-भरे घास का मैदान, नदी, झरने पहाड़ आदि देखने को मिलते हैं।  दूसरी ओर न तो गाँव में शहर की तरह शोर-गुल है और न ही प्रदूषण। गांँव में जो स्वच्छता भरा जीवन है वह शहर में नहीं मिलता। इसलिए असली मजा गांँव में ही मिलता है।


(iii) उपयुक्त पंक्ति किस पाठ से उद्धृत है?

उत्तर: उपयुक्त पंक्ति हमारी हिंदी पाठ्यपुस्तक आओ हिंदी सीखें तीसरे भाग के अंतर्गत तेरहवीं पाठ 'आओ बचाए धरती को' से उद्धृत है।


(iv) शहर में क्यों असली मजा नहीं मिलती?

उत्तर: शहर में हमेशा गंदगी, बदबू, धुआंँ, शोर-गुल तथा गाड़ियों की आवाजों से वातावरण असंतुलित रहता है। इस कारण मनुष्य मानसिक तनाव में रहता है। इसलिए मनुष्य मानसिक तनाव को दूर करने के लिए गाँव का सफर कर आते हैं, जहांँ उन्हें असली मजा मिलता है।


(ख) "एक दिन ऐसा आयेगा कि गांँव के लोग फिर से गांँव की ओर चलने लगेंगे।"

(i) यह किसकी उक्ति है?

उत्तर: यह उक्ति मानसी की है।


(ii) 'गांँव के लोग फिर से गांँव चलने लगेंगे' का क्या मतलब है?

उत्तर: 'गांव के लोग फिर से गांव चलने लगेंगे' का मतलब है कि आज भले ही शहरों में सब कुछ मिले लेकिन गांँव जैसा सुख और शांति उसे और कहीं नहीं मिलेगा। क्योंकि वह स्वच्छता से भरा जीवन तथा आनंद उसे कहा शहरों में मिलेगा। जबकि आज शहरों में सिर्फ चारों ओर प्रदूषण ही प्रदूषण फैलती जा रही है। और वह दिन दूर नहीं जब मनुष्य स्वच्छता की खोज में गांँव की ओर चलने लगेंगे।


(iii) इस पर तोते का क्या विचार है?

उत्तर: मानसी के इस उक्ति को स्वीकारते हुए तोते ने भी अपना विचार प्रकट करते हुए कहा कि उसे भी अब शहर में दम घुटने लगा है। उसके साथी भी आजकल शहर में आना बंद कर दिया है। क्योंकि शहरों में पेड़-पौधों की जगह बड़ी-बड़ी इमारतें बंद रही है।


(ग) "वह दिन दूर नहीं जब धरती से जीवन लुप्त हो जाएगा।"

(i) यह आशंका किसने व्यक्त की है?

उत्तर: यह आशंका मानसी ने व्यक्त की है।


(ii) 'वह दिन दूर नहीं' से किस दिन के बारे में बताया गया है?

उत्तर: 'वह दिन दूर नहीं' से उस दिन के बारे में बताया गया है जब प्रदूषण के कारण इस धरती से जीवन का सर्वनाश हो जाएगा। तब न तो पेड़ पौधे रहेंगे और न ही वन्य जीव जंतु। चारों ओर सिर्फ मलबे का ढेर रहेगा और कुछ नहीं।


(iii) 'धरती से जीवन लुप्त हो जायेगा' का मतलब क्या है? लेखक इसके माध्यम से क्या बताना चाहते हैं?

उत्तर: 'धरती से जीवन लुप्त हो जायेगा' का मतलब है कि प्रदूषण की मात्रा इतनी बढ़ रही है कि आने वाले दिनों में वायु, पानी, जल आदि सब प्रदूषित हो जाएंगे। तब धरती पर कोई जीवित नहीं रह पाएगा।

    लेखक किसके माध्यम से हमें यह बताना चाहते हैं कि मनुष्य जिस तेजी से प्रकृति के उपकरणों का विनाश कर रहा है। जिस प्रकार पेड़ों, पहाड़, जंगलों आदि को काटा जा रहा है वह दिन दूर नहीं जब मनुष्य अपने ही कुकर्म के कारण खुद ही लुप्त हो जाएंगे।


(iv) लेखक ने प्रस्तुत लेख में कितने प्रकार के प्रदूषण के बारे में उल्लेख किया है?

उत्तर: प्रस्तुत पाठ में लेखक ने कुल चार प्रकार के प्रदूषण के बारे में उल्लेख किया है। वे चार प्रदूषण के नाम है- वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, भूमि प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण।


(घ) "हमारी पर्यावरण ही हमारी रक्षा कवच है।"

(i) उपयुक्त पंक्ति का अर्थ समझा कर लिखो।

उत्तर: हमारी पर्यावरण ही हमारी रक्षा कवच है का अर्थ है कि इसी पर्यावरण के बल पर हम सभी जीवित है। पर्यावरण से ही हम उपकरणों को प्राप्त करते हैं। अगर हम इस पर्यावरण को ही नुकसान पहुंँचाएंगे तो खुद को भी नुकसान पहुंँचाएंगे। इसलिए हमें प्रदूषण फैलाने के बजाय, जितना हो सके पेड़ों की रक्षा करते हुए अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर प्रकृति को स्वच्छ बनाए रखने में अपना सहयोग देना चाहिए। पर्यावरण का रक्षा करना मतलब खुद की रक्षा करना ही है। इसलिए हम सभी का कर्तव्य है कि हम पर्यावरण की रक्षा करें।


(ii) पर्यावरण की रक्षा का दायित्व किस पर है?

उत्तर: पर्यावरण की रक्षा करने का दायित्व हम मनुष्यों पर है। 


(iii) पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए हम किस प्रकार सहयोग दे सकते हैं?

उत्तर: पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए हम अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर तथा आस-पास के गंदगी को साफ सुथरा करके अपना सहयोग दे सकते हैं।


4. (क) निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखो:

उत्तर: 

दोस्त - मित्र

पानी - नीर

हवा - पवन

तोता - शुक

विद्यार्थी - छात्र

अखबार - समाचार

मुबारक - शुभकामना

स्वच्छन्द - निरंकुश

परिवेश - वातावरण

अकस्मात - अचानक

सारांश - मुख्य अंश

मुश्किल - जटिल

पीड़ा - कष्ट

कवच - ढाल

विद्यालय - पाठशाला

नदी - तरंगिनी

पहाड़ - गिरि


(ख) निम्नलिखित शब्दों के विपरीतार्थक शब्द लिखो:

उत्तर:

संतुलन - असंतुलन

रफ्तार - धीमी 

शुभ - अशुभ

स्वाधीन - पराधीन

स्वार्थ - निस्वार्थ

भविष्य - भूत

मुख्य - गौण

सहयोग - असहयोग

सफाई - गंदगी

प्रत्यक्ष - अप्रत्यक्ष


(ग) निम्नलिखित शब्दों के वचन परिवर्तन करो:

उत्तर: 

लता - लताएँ

सेना - सेनाओं

चुहिया - चुहियाँ

छात्र - छात्रगण

प्रजा - प्रजागण

मिठाई - मिठाईयांँ

टोपी - टोपियाँ

पत्ता - पत्ते

आदमी - आदमियों

पिता - पितागण


Author: Reetesh Das