Chapter-14 

 राखी 


1. प्रश्नों के उत्तर दो:

(क) इन्द्र क्यों चिन्तित था ?

उत्तरः देवताओं और राक्षसों में लड़ाई छिड़ी हुइ थी। देवता हार रहे थे, राक्षस जीत रहे थे। देवताओं का राजा वड़ा चिन्त्तित था।


(ख) गुरु वृहस्पति के पास जाकर इन्द्र ने उन्हें क्या कहा ?

उत्तरः गुरु वृहस्पति के पास जाकर इन्द्र नं उन्हे य़े कहा- 'गुरुदेव, राक्षस हमें हराते जा रहे हैं। उनसे जीतने का कोई उपाय वताइए, नहीं तो हमारा स्वर्ग हमसे छिन जाएगा।'


(ग) इन्द्राणी ने इन्द्र की दायीं कलाई पर क्या बाँधा ?

उत्तरः इन्द्राणी ने इन्द्र की दायीं कलाई पर डोरा बांधा।


(घ) हम रक्षा बन्धन किस तरह मनाते हैं ?

उत्तरः इस रक्षावंधन सिर्फ सगे भाइ-वहन के रिश्ते में ही नहीं वल्कि कोइ भी पुरुष-महिला पालन कर सकते हैं। इस दिन हर बहें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती है और ओनकी रक्षा और लंबी उम्र के लिए मन्नत मांगता है। भाइयों भी राखी के बदले अपनी वहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा करने के लिए वादा करता है। इस तरह हम रक्षा बंधन मनाते हैं।


(ड.) हुमायुँ और कर्णावती का प्रसंग लिखो।

उत्तरः कहा जाता है कि रानी कर्णावती ने वादशाह हुमायुँ को राखी भेजी थी। हुमायुँ मुसलमान था, फिर भी उसने राखी की इज्जत की। यह कर्णावती की रक्षा के लिए सेना लेकर चल पड़ा। उसने दुश्मनों के दाँत खट्टे कर दिए और और मेबाड़ की रक्षा की। दरअसल राणा सांगा की विधवा रानी कर्णावती ने हुमायूं को राखी भेजी थी, जब गुजरात के राजा बहादुर शाह ने चित्तोर पर हमला कर दिया था। उस समय, सिटर सिंहासन पर रानी कर्णावती का बेटा था और उसके पास अपने शाही राज्य और लोगों की रक्षा करने के लिए पर्याप्त सैन्य शक्ति भी नहीं थी। जिसके बाद रानी कर्णावती ने हुमायूं को राखी भेजकर मदद के लिए आवेदन किया।मुस्लिम होने के बावजूद हुमायूं ने राखी की सम्मान की और रानी कर्णावती की मदद करने का भी लक्ष्य रखा।


2. अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग करो :

 प्रचलन होना, प्राण, न्यौछावर करना, दाँत खट्टे करना, इज्जत करना ।

 उत्तरः

शब्द

अर्थ

वाक्य

प्रचलन होना

चलनसार होना

आने वाली पीढ़ीयों में भी हर  त्योहार प्रचलन होना चाहिए।

प्राण

जीबन

कनकलता ने अपने देश को अंग्रेज शासन से बचाने के लिए अपने प्राण को बलि दिया था।

न्यौछावर करना

कुर्बान

अपने देश की रक्षा के लिए हमें अपनी जीवन को न्यौछावर करना चाहिए।

दाँत खट्टे करना

पूर्ण रूप से हराना

हमें अपने दुश्मन को दाँत खट्टे करना चाहिए।

इज्जत करना

सम्मान करना

हमें हमेशा बड़े लोगों को इज्जत करना चाहिए।


Check by - Mukesh Borah

Question Type- Bikash Bora 

Answer Type: Chinmay Kakati