Chapter:8

एक कुत्ता और एक मैना 


1. गुरुदेव ने शांतिनिकेतन को छोड़ कहीं और रहने का मन क्यों बनाया?

उत्तर: गुरुदेव ने शांतिनिकेतन को छोड़ कहीं ओर रहने का मन  बनाया क्योंकि उनका स्वास्थ्य अच्छा नही था। वे स्वास्थ लाभ लेने के लिए श्रीनिकेतन चले गए। उन्हें आराम और शांति चाहिए थी, मिलने वाले लोगो की वजह से उन्हें शांति नही मिल रही थी। 


2. मूक प्राणी मनुष्य से कम संवेदनशील नहीं होते। पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:  मूक प्राणी भी बहुत संवेदनशील होते हैं। आज मनुष्य पहले से अधिक आत्मकेंद्रित हो गए है। आज मनुष्य, मनुष्य के भाव को नहीं समझ पाते हैं। ऐसे में कवि ने एक मूक पशु की भावनाओं का अनुभव कर लिया। कवि कहते है - गुरुदेव जब कुत्ते को स्पर्श करते हैं वह कुत्ता आँखें बंद करके अनुभव करता है, तब ऐसा लगता है मानों उसके अतृप्त मन को उस स्पर्श ने तृप्ति मिल गई हो।


3. गुरुदेव द्वारा मैना को लक्ष्य करके लिखी कविता के मर्म को लेखक कब संमझ पाया?

उत्तर: गुरुदेव द्वारा मैना को लक्ष्य करके लिखी गई कविता का मर्म लेखक को तब समझ आया जब रविन्द्रनाथ ने उन्हें मैना को ध्यान पूर्वक देखने को कहा। और उन्होने को ध्यान पूर्वक देखा। तब उन्हें मैना की करुण दशा ज्ञात हुई।


4. प्रस्तुत पाठ एक निबंध है। निबंध गद्य- साहित्य की उत्कृष्ट विधा है, जिसमें लेखक अपने भावों और विचारों को कलात्मक और लालित्यपूर्ण शैली में अभिव्यक्त करता है। इस निबंध में उपयुक्त विशेषताएँ कहाँ झलकती है? किन्हीं चार का उल्लेख कीजिए।

उत्तर: निबंध गद्य-साहित्य की उत्कृष्ट विधा है, जिसमें लेखक अपने भावों और विचारों को कलात्मक और लालित्यपूर्ण शैली में अभिव्यक्त करता है। .इस निबंध की विशेषताएँ इस बात से झलकती हैं- 

उस समय भी न जाने किस सहज बोध के बल पर वह कुत्ता आश्रम के द्वार तक आया और चिताभस्म के साथ गंभीर भाव से उत्तरायण तक गया।


5. आशय स्पष्ट कीजिए-

इस प्रकार कवि की मर्मभेदी दृष्टि ने इस भाषाहीन प्राणी की करुण दृष्टि के भीतर उस विशाल मानव-सत्य को देखा है, जो मनुष्य, मनुष्य के अंदर भी नहीं देख पाता।

उत्तर:  कुत्ता जब किसी मनुष्य के प्रति वफादारी दिखाता है तो बदले में उसे केवल प्रेम की आवश्यकता होती है।


Author-DIKHA BORA



Post Id: DABP002622