फ्रांसिसी क्रांति

Chapter 1

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1. फ्रांस में क्रांति की शुरुआत किन परिस्थितियों में हुई ?

उत्तर  फ्रांस में क्रांति की  शुरुआत -                                                                                                                   1) पेरिस में 14 जुलाई, 1789 को खतरे की घंटी का बजाया जाना ।

 2) शहर में राजा द्वारा प्रवेश करने की आज्ञा देना ।

 3) राजा जल्दी ही नागरिकों पर गेलि चलाने का आदेस देने वाला है जेसी अफवाहों को फैलाना ।

4) जब 5 मई 1789 को राजा द्बरा एस्टेट के प्रतिनिधियों को बुलाया गया, तो दुसरे तथा पहले एस्टेटों की प्रतिनिधि तो बैठे हुए थे परंन्तु, तिसरे एस्टेट के 600 प्रतिनिधियों के पिछेकी ओर खड़ा रखा गया । साथ ही, तीसरे एस्टेट के प्रतिनिधियों कों पहले तथा दुसरे एस्टेट के प्रतिनिधियों के बराबर मतदान का अधिकार नहिं दिया गया । इन्हीं कारणों से फांस में क्रन्तिकारी प्रतिरोध की आग भड़की ।

2. फ्रांसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फायदा मिला ? कौन-से समुह सत्रा छोड़ने के लिए मजबूर हो गया ? क्रांति के नतीजों से समाज के किन समूहोें को निराशा हुई होगी ?

उत्तर फांस कि क्रांति से सबसे अधिक लाभ पढे़-लिखे धनी माध्य र्वग को पहुंचा । राज परिवार, पादरी तथा कुलीन र्वग के सत्रा छोड़ने के लिए विवश किया गया । क्रांति के परिणामों से वहां की महिलाओं को निराश करना पड़ा ।

3.उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ्रांसीस क्रांति कौन-सी विरासत छोड़ गई ?

उत्तर लोकतान्त्रिक अधिकारो के विचार, जैसे स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे । या विचार 19 वीं सदी में फांस से निकल कर बाकी यूरोप में फैले ।

4. उन जनवादी अधिकारों की सुची बनाएँ जो आज हमें मिले हुए हैं और जिनका उद्रगम फ्रांसीसी क्रांति में है । 

उत्तर  ऐसे प्रजातांत्रिक अधिकार जिनकी उत्पत्रि फ्रांसीसी क्रांति में खोजी जा सकति है तथा जिनका उपभोग आज हम करते हैं वह है - 

1) समानता का अधिकार ।

2) भाषण तथा विचार अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता का अधिकार ।

3) मत देने तथा किसी खास कार्यालय के लिए चुने जाने का अधिकार ।

4) संपत्रि का अधिकार ।

5) सुरक्षा का अधिकार ।

6) दमन के विरोध का अधिकार ।

5. क्या आप इस तर्क से सहमत हैं कि सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश में नाना अंतर्विरोध थे ?

उत्तर  हां यह सत्य है कि सार्वभौमिक अधिकारों का संदेश विभिन्न विरोधाभासों भरा हुआ था- 

1) महिलाओं ने लिंग आधारित अधिकारों के घोषणा पत्र के विरोेध किया ।

2) ज्याँ-पॉल मरा ने इसका विरोध किया कि लोगों का प्रतिनिधित्व करने का संवैधानिक अधिकार सिर्फ उच्च वर्ग और अमिर लोगों को उपलब्ध था । गरिबों तथा दलितों को इस अधिकार से अलग रखा गया था ।

3) डेस्मॉलिन्स ने आतंक के राजा की आलोचना की जिसका उपयोग स्वतंत्रता के अधिकार कि परिपक्वता तक सीमित रखने के लिए किया गया था ।

6. नेपोलियन के उदय को कैसे समझा जा सकता है ?

उत्तर  नेपोलियन बोनापार्ट का जन्म 1769 ई. मे रोम सागर के द्वीप कोर्सिका की आजासियों में हुआ था । वह असधारनण प्रतिभा का स्वामी था । उसने पेरिस के फौजि स्कुल में शिषा प्राप्त सेना में भर्ती हुआ और असीम वीरता, साहस और सैनिक योग्यता द्वारा उन्नति कर सेनापति बन गया । 


Question Answer By- Mandira Saha







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