किसान , ज़मींदार और राज्य

Chapter 8

 उत्तर बीजिए ।लगभग 100 से 150 शब्दों में।

1. कृषि इतिहास लिखने के लिए आइन को स्रोत के रूप में इस्तेमाल करने में कौन सी समस्याएँ हैं? इतिहासकार इन समस्याओं से कैसे निपटते हैं?
उत्तरः 2. सोलहवीं सत्रहवीं सदी में कृषि उत्पादन को किस हद तक महज गुजारे के लिए खेती कह सकते हैं? अपने उत्तर के कारण स्पष्ट कीजिए।

उत्तरः 3. कृषि उत्पादन में महिलाओं की भूमिका का विवरण दीजिए।

उत्तरः 4. विचाराधीन काल में मौद्रिक कारोबार की अहमियत की विवेचना उदाहरण देकर कीजिए।

उत्तरः 5. उन सूबतों की जाँच कीजिए जो ये सुझाते हैं कि मुगुल राजकोषीय व्यवस्था के लिए भू-राजस्व बहुत महत्त्वपूर्ण था।

उत्तरः निम्नलिखित पर एक लघु निबध लिखिए (लगभग 250-800 शब्दों में) 6. आपके मुताबिक कृषि समाज में सामाजिक व आर्थिक संबंधों को प्रभावित करने में जाति किस हद तक एक कारक थी ?

उत्तरः 7. सोलहवीं और सत्रहवीं सदी में जंगल वासियों की जिंदगी किस तरह बदल गई ?

उत्तरः 8. मुगुल भारत में जमींदारों की भूमिका की जाँच कीजिए।

उत्तरः 9. पंचायत और गाँव का मुखिया किस तरह से ग्रामीण समाज का नियमन करते थे? विवेचना कीजिए।

उत्तरः

मानचित्र कार्य 10. विश्व के बहिरेखा वाले नक्शे पर उन इलाकों को दिखाएँ जिनका मुगल साम्राज्य के साथ आर्थिक संपर्क था। इन इलाकों के साथ यातायात मार्गों को भी दिखाएँ।

उत्तरः परियोजना कार्य (कोई एक 11. पड़ोस के एक गाँव का दौरा कीजिए। पता कीजिए कि वहाँ कितने लोग रहते हैं, कौन सी फसलें उगाई जाती हैं, कौन से जानवर पाले जाते हैं, कौन से दस्तकार समूह रहते हैं, महिलाएँ ज़मीन की मालिक हैं या नहीं, और वहाँ की पंचायत किस तरह काम करती है। जो आपने सोलहवीं-सत्रहवीं सदी के बारे में सीखा है उससे इस सूचना की तुलना करते हुए, समानताएँ नोट कीजिए। परिवर्तन और निरंतरता दोनों की व्याख्या कीजिए।

उत्तरः 12. आइन का एक छोटा सा अंश चुन लीजिए (10 से 12 पृष्ठ, दी गई वेबसाइट पर उपलब्ध) । इसे ध्यान से पढ़िए और इस बात का ब्योरा दीजिए कि इसका इस्तेमाल एक इतिहासकार किस तरह से कर सकता है?

उत्तरः






Type - Dimpi Bora