कहानी की बात
• नाना मुझे झाड़-फूँक वाले आदमी के पास क्यों ले गए?
• मैं बूढ़े आदमी को क्या बताना चाहता था ?
• जब साँप नारियल के खोल में घुस गया तो मैंने क्या किया था? मैंने ऐसा क्यों किया होगा?
• क्या बूढ़े आदमी ने सचमुच मेरा इलाज कर दिया था ? तुम ऐसा क्यों सोचते हो ?
मुझे असल में साँप ने नहीं काटा था। फिर मैंने अपनी कहानी का नाम जब मुझको साँप ने काटा क्यों रखा है? तुम इससे इससे भी अच्छा कोई नाम सोचकर बताओ ।
उई माँ
कहानी में लड़के को बर्र काट लेती है। बर्र का डंक होता है। कुछ और कीड़ों (जंतुओं) का नाम लिखो जो डंक मारते हैं।
तुम्हारी बात
मैं बूढ़े को कुछ बताना चाहता था पर बता नहीं सका। क्या तुम्हारे साथ भी कभी ऐसा हुआ है?
क्या तुमने कभी साँप देखा है? तुमने साँप कहाँ देखा? उसे देखकर तुम्हें कैसा लगा?
अपने घर पर पूछो कि अगर किसी को साँप काट ले तो वे क्या करेंगे?
अब क्या करें?
तुम क्या करोगी अगर तुम्हें या तुम्हारे आसपास :
★ किसी को बर्र काट ले?
★ किसी को चोट लग जाए?
★ किसी की आँख में कुछ पड़ जाए?
★ किसी की नाक से खून बहने लगे?
कक्षा में इन पर बातचीत करो। हो सके तो किसी नर्स या डॉक्टर को कक्षा में आमंत्रित कर बात करो।
ज़रा सोचो तो
• नारियल के खोल जैसी और कौन सी चीज़ों में साँप छिप सकता था ?
वह खोल अहाते में कैसे पहुँचा होगा?
घर के हिस्से
N
नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं। उन शब्दों में से कुछ शब्द घर से संबंधित हैं। उन पर घेरा लगाओ।
अहाता
आला
रसोई
छज्जा
पुलिया
कमरा
बरामदा
सीढ़ी
ज़ीना
अटारी
छत
सड़क
दालान
अस्तबल
रहट
जोहड़
डाकघर
मुँडेर
क्या समझे!
नीचे लिखे वाक्यों का मतलब बताओ -
• साँप पास की झाड़ी में गायब हो गया ।
• वह चट मुझे गोद में उठाकर भागे ।
• अब बच्चा खतरे से बाहर है।
कैसे कहा
अलग-अलग निशानों से पता चलता है कि बात कैसे कही गई होगी। अब नीचे लिखे वाक्यों में सही निशान लगाओ। अब इन्हें बोलकर देखो।
★ नानी चीख उठी साँप
★ साँप धीरे-धीरे रेंग रहा था
क्या तुम बाज़ार चलोगी
?
* चुपचाप बैठो हिलना-डुलना मत
★ तुम्हें यह कहानी कैसी लगी
★ अहा कितनी मीठी है
क्या कहोगे
तुम लड़के को क्या कहोगे? कारण देकर बताओ । निडर, नादान, होशियार, शरारती, डरपोक, शर्मीला (याद रखो वह खोल में साँप लेकर भागा था । )
दो-दो बार
साँप धीरे-धीरे रेंग रहा था।
यहाँ धीरे शब्द का दो बार इस्तेमाल किया गया है। ऐसे ही और शब्द लिखो और उनसे वाक्य बनाओ। कुछ
चलते-चलते
पीछे-पीछे
क्या तुम जानते हो?
साँप अपना भोजन चबाते नहीं हैं। वे भोजन साबुत निगलते हैं।
• साँप कभी बढ़ना बंद नहीं करते।
• साँप नाक से नहीं सूँघते । सूँघने के लिए साँप जीभ का इस्तेमाल करते हैं।
• साँप के कान नहीं होते। इसलिए साँप बीन की धुन सुनकर नहीं नाच सकता । वास्तव में वह बीन बजाने वाले सपेरे से डरकर अपना फन फैला लेता है। और लोग समझते हैं वह झूम रहा है।
• साँप दूध नहीं पीते। कुछ सँपेरे साँप को ज़बरदस्ती साँप मर भी सकता है। दूध पिलाते हैं।
• भारत में लगभग 50 तरह के साँप ज़हरीले हैं पर सिर्फ़ 4 साँपों के ज़हर से आदमी को खतरा होता है।
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