NCERT Class 6 Hindi Chapter 9 Answer | जो देखकर भी नहीं देखते ( निबंध ) Chapter Answer 



जो देखकर भी नहीं देखते ( निबंध )


निबंध से

1. 'जिन लोगों के पास आँखें हैं, वे सचमुच बहुत कम देखते हैं'- हेलेन केलर को ऐसा क्यों लगता था?

उतर:


2. 'प्रकृति का जादू' किसे कहा गया है?

उतर:


3. 'कुछ खास तो नहीं' हेलेन की मित्र ने यह जवाब किस मौके पर दिया और यह सुनकर हेलेन को आश्चर्य क्यों नहीं हुआ?

उतर:


4. हेलेन केलर प्रकृति की किन चीज़ों को छूकर और सुनकर पहचान लेती थीं? पाठ के आधार पर इसका उत्तर लिखो।

उतर:


5. 'जबकि इस नियामत से जिंदगी को खुशियों के इन्द्रधनुषी रंगों से हरा-भरा किया जा सकता है।'- तुम्हारी नज़र में इसका क्या अर्थ हो सकता है?

उतर:



निबंध से आगे

1. आज तुमने अपने घर से आते हुए बारीकी से क्या-क्या देखा-सुना? मित्रों के साथ सामूहिक चर्चा करो।

उतर:


2. कान से न सुन पाने पर आस-पास की दुनिया कैसी लगती होगी? इस पर टिप्पणी लिखो और कक्षा में पढ़कर सुनाओ।

उतर:


3. तुम्हें किसी ऐसे व्यक्ति से मिलने का मौका मिले जिसे दिखाई न देता हो तो तुम उससे सुनकर, सूंघकर, चखकर, छूकर अनुभव की जानेवाली चीज़ों के संसार के विषय में क्या-क्या प्रश्न कर सकते हो? लिखो।

उतर:


4. हम अपनी पाँचों इंद्रियों में से आँखों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करते हैं। ऐसी चीज़ों के अहसासों की तालिका बनाओ जो तुम बाकी चार करते हो- चार इंद्रियों से । महसूस

सुनकर                        चखकर                      सूंघकर                        छूकर


भाषा की बात

1. पाठ में स्पर्श से संबंधित कई शब्द आए हैं। नीचे ऐसे कुछ और शब्द दिए गए हैं। बताओ कि किन चीजों का स्पर्श ऐसा होता है-

चिकना   .........................................................      चिपचिपा   .................................................                                                       

मुलायम  ..........................................................     खुरदरा     .................................................                                                       

सख्त  ............................................................     भुरभुरा   ......................................................                                                                 

2. अगर मुझे इन चीजों को छूने भर से इतनी खुशी मिलती है, तो उनकी सुंदरता देखकर तो मेरा मन मुग्ध ही हो जाएगा।

उतर:


• ऊपर रेखांकित संज्ञाएँ क्रमशः किसी भाव और किसी की विशेषता के बारे में बता रही हैं। ऐसी संज्ञाएँ भाववाचक कहलाती हैं। गुण और भाव के अलावा भाववाचक संज्ञाओं का संबंध किसी की दशा और किसी कार्य से भी होता है। भाववाचक संज्ञा की पहचान यह है कि इससे जुड़े शब्दों को हम सिर्फ महसूस कर सकते हैं, देख या छू नहीं सकते। आगे लिखी भाववाचक संज्ञाओं को पढ़ो और समझो। इनमें से कुछ शब्द संज्ञा और कुछ क्रिया से बने हैं। उन्हें भी पहचानकर लिखो-

मिठास                   भूख                        शाति                          भोलापन

बुढ़ापा                    घबराहट                  बहाव                  फुर्ती

ताज़गी                    क्रोध                       मज़दूरी               अहसास


3. मैं अब इस तरह के उत्तरों की आदी हो चुकी हूँ।

• उस बगीचे में आम, अमलतास, सेमल आदि तरह-तरह के पेड़ थे।

ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों में रेखांकित शब्द देखने में मिलते-जुलते हैं, पर उनके अर्थ भिन्न हैं। नीचे ऐसे कुछ और शब्द दिए गए हैं। वाक्य बनाकर उनका अर्थ स्पष्ट करो-

अवधि - अवधी                               ओर - और

में - मैं                                             दिन - दीन

मेल - मैल                                        सिल - शील 


वसंत

2. गली में क्या-क्या चीजें हैं?

उतर:


3. इस गली में हमें कौन-कौन-सी आवाजें सुनाई देती होंगी?

सुबह के वक्त                            दोपहर के वक्त

शाम के वक्त                             रात के वक्त


4. अलग-अलग समय में ये गली कैसे बदलती होगी?

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5. ये तारें गली को कहाँ-कहाँ से जोड़ती होंगी?

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6. साइकिलवाला कहाँ से आकर कहाँ जा रहा होगा?

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सुनना और देखना

1. एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा निर्मित श्रव्य कार्यक्रम 'हेलेन केलर'।

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2. सई परांजपे द्वारा निर्देशित फ़ीचर फ़िल्म 'स्पर्श'।

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