Chapter 4

मैथिलीशरण गुप्त


निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर के दो पंक्तियों में दीजिए-

(1) प्रस्तुत गीत में उर्मित्य किस की प्रशंसा कर रही है?.

उत्तर:  प्रस्तुत गीत में उर्मिता किसानों की प्रशंसा कर रही है।

वे उन किसानों को श्रद्धा और सम्मान देती हैं जो देश और राज्य के लिए कठिन परिश्रम करते हैं, सहनशीलता दिखाते हैं, और दूसरों के सुख के लिए स्वयं कष्ट उठाते हैं। गीत में उनके त्याग, मेहनत और देशभक्ति को सराहा गया है।

तुम चाहो तो मैं इसका सार भी लिख दूँ?


(2) किसान संसार की समुद्ध कैसे बनाते हैं?

उत्तर: किसान संसार को समृद्ध (समृद्धि से भरपूर) इस प्रकार बनाते हैं—

किसान कड़ी मेहनत और परिश्रम करके अन्न, दूध, फल, और अन्य उपज पैदा करते हैं। वे भूमि को उपजाऊ बनाकर समाज की बुनियादी ज़रूरतें पूरी करते हैं। उनके श्रम से ही त्योहार, समारोह और जीवन में आनंद और वैभव आता है। इस प्रकार वे पूरे संसार को समृद्ध बनाते हैं।

क्या मैं अगला प्रश्न भी बताऊँ?


(3) किसान व्यर्थ के वाद-विवाद को चोदकर किस धर्म का पालन की है?

उत्तर:  किसान व्यर्थ के वाद-विवाद को छोड़कर "कर्तव्य धर्म" का पालन करते हैं।

वे बिना किसी शिकायत या बहस के अपने कर्तव्य को निभाते हैं — खेतों में परिश्रम करते हैं, दूसरों के लिए अन्न उपजाते हैं और अपने कर्म से देश की सेवा करते हैं। यही उनका सच्चा धर्म है।

क्या तुम चाहो तो मैं इन सबका एकत्रित उत्तर शीट भी बना दूँ?


(4) "हम राज्य लिमर्मतके होते किस कला की बात कहती है?

उत्तर: "हम राज्य लिए मरते हैं" — यह पंक्ति बलिदान और देशभक्ति की कला की बात कहती है।

यह पंक्ति उन किसानों के त्याग, सहनशीलता और समर्पण को दर्शाती है जो राज्य और समाज के कल्याण के लिए अपने जीवन तक को न्योछावर कर देते हैं। यह कला त्याग, सेवा और राष्ट्रप्रेम की भावनाओं को व्यक्त करती है।

क्या मैं पाँचवाँ प्रश्न भी जोड़ दूँ?


(1) प्रस्तुत गीत में उर्मिता किसकी प्रशंसा कर रही है?
उत्तर: प्रस्तुत गीत में उर्मिता किसानों की प्रशंसा कर रही है, जो राज्य और समाज के लिए परिश्रम और बलिदान करते हैं।


(2) किसान संसार की समृद्धि कैसे बनाते हैं?
उत्तर: किसान कठिन परिश्रम से अन्न, दूध आदि उपजाते हैं और समाज की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं, जिससे संसार समृद्ध बनता है।


(3) किसान व्यर्थ के वाद-विवाद को छोड़कर किस धर्म का पालन करते हैं?
उत्तर: किसान व्यर्थ के वाद-विवाद को छोड़कर "कर्तव्य धर्म" का पालन करते हैं और बिना किसी शिकायत के अपना काम करते हैं।


(4) "हम राज्य लिए मरते हैं" – यह पंक्ति किस कला की बात कहती है?
उत्तर: यह पंक्ति बलिदान, सेवा और देशभक्ति की भावना यानी जीवन समर्पण की कला की बात करती है।


(5) किसान किन गुणों के प्रतीक माने जाते हैं?
उत्तर: किसान सहनशीलता, परिश्रम, त्याग और सच्चे कर्तव्य के प्रतीक माने जाते हैं।


(6) किसानों को 'अन्नदाता' क्यों कहा जाता है?
उत्तर: किसानों को 'अन्नदाता' कहा जाता है क्योंकि वे ही मेहनत करके अन्न उगाते हैं, जिससे सबका जीवन चलता है।


(7) किसान के त्याग और तपस्या से समाज में क्या आता है?
उत्तर: किसान के त्याग और तपस्या से समाज में सुख, समृद्धि, त्योहारों की रौनक और जीवन में संतुलन आता है।