Chapter 1

लघुत्तरात्मक प्रश्न


 लघुत्तरात्मक प्रश्नों 

प्रश्नों .11. संतुलित भोजन व कुपोषण से क्या तात्पर्य है?

उत्तर:

  • संतुलित भोजन वह भोजन है जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व—प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज आदि उचित मात्रा में उपस्थित हों, जिससे शरीर स्वस्थ रह सके।

  • कुपोषण वह स्थिति है जब शरीर को आवश्यक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलते, जिससे विकास रुक जाता है और कई रोग उत्पन्न हो जाते हैं।


12. प्रोटीन की कमी से होने वाले रोगों का मानव शरीर में क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर:

  • प्रोटीन की कमी से शरीर में क्वाशिओरकोर और मरस्मस जैसे रोग हो सकते हैं।

  • इससे मांसपेशियाँ कमजोर होती हैं, शरीर में सूजन आ सकती है, बाल झड़ते हैं और शारीरिक विकास रुक जाता है।


13. पीने योग्य जल के क्या गुण होने चाहिए?

उत्तर:

  • पीने योग्य जल निर्जीवाणु, रंगहीन, गंधहीन, और स्वच्छ होना चाहिए।

  • उसमें किसी प्रकार के हानिकारक रसायन या भारी धातु नहीं होने चाहिए और उसका पीएच संतुलित होना चाहिए (लगभग 6.5 से 8.5 के बीच)।


14. दूषित जल के दुष्प्रभाव लिखिए।

उत्तर:

  • दूषित जल से टाइफाइड, हैजा, पीलिया, पेचिश और हेपेटाइटिस जैसे संक्रामक रोग फैल सकते हैं।

  • यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है और कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है।


15. अफीम के दूध में कौन से एल्कालीयड पाए जाते हैं?

उत्तर:

  • अफीम के दूध में मुख्य रूप से मॉर्फीन, कोडीन, पैपेवरिन और थेबैन जैसे एल्कालीयड पाए जाते हैं।


16. तम्बाकू से होने वाली हानियाँ लिखिए।

उत्तर:

  • तम्बाकू के सेवन से कैंसर (मुख, फेफड़ा, गला), हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारियाँ, और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।

  • यह नशे की लत पैदा करता है और सामाजिक व आर्थिक क्षति भी पहुँचाता है।


17. सबम्युकस फाइब्रोसिस रोग के लक्षण व कारण लिखिए।

उत्तर:

  • लक्षण: मुँह का खुलना कम हो जाना, मुँह में जलन, खाने-पीने में कठिनाई, गाल की अंदरूनी त्वचा कठोर होना।

  • कारण: गुटखा, सुपारी, तम्बाकू का अत्यधिक सेवन इस रोग का मुख्य कारण है।



निबंधात्मक प्रश्नों

18. क्याशिओरकोर रोग क्या है? इसके लक्षण व रोकथाम के उपाय लिखिए।

उत्तर:
क्याशिओरकोर एक प्रकार का प्रोटीन ऊर्जा कुपोषण से उत्पन्न होने वाला रोग है जो मुख्यतः बच्चों में होता है।
लक्षण:

  • शरीर में सूजन (विशेषकर चेहरे और पैरों पर)

  • बालों का झड़ना या रंग बदलना

  • मांसपेशियों का कमजोर होना

  • त्वचा का रूखापन और चकत्ते

  • चिड़चिड़ापन और थकावट
    रोकथाम:

  • प्रोटीन युक्त संतुलित आहार देना (दाल, अंडा, दूध, मांस आदि)

  • बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच

  • पोषण संबंधी जागरूकता


19. समाज में अफीम चलन की प्रथा को आप कैसे रोक सकते हैं?

उत्तर:

  • शिक्षा और जागरूकता: स्कूलों, पंचायतों और मीडिया के माध्यम से अफीम के दुष्प्रभावों की जानकारी देना।

  • कानूनी नियंत्रण: अफीम उत्पादन और वितरण पर सख्त कानून लागू करना।

  • पुनर्वास केंद्रों की स्थापना: नशे के आदी लोगों के लिए इलाज और परामर्श सेवाएँ उपलब्ध कराना।

  • स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी: समाज में सकारात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देना।

  • परिवार और समाज का सहयोग: युवा वर्ग को मार्गदर्शन और समर्थन देना।


20. विटामिन कुपोषण से होने वाले रोग एवं उनके लक्षण लिखिए।

उत्तर:

  • विटामिन A की कमी: रतौंधी, आंखों का सूखापन

  • विटामिन B1 की कमी: बेरी-बेरी (मांसपेशियों में कमजोरी)

  • विटामिन C की कमी: स्कर्वी (मसूड़ों से खून आना)

  • विटामिन D की कमी: रिकेट्स (हड्डियों का कमजोर होना)

  • विटामिन K की कमी: रक्त का थक्का न बनना

  • विटामिन E की कमी: तंत्रिका तंत्र संबंधी विकार


21. कोल्डड्रिंक्स से हमारे शरीर में पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों का वर्णन कीजिए।

उत्तर:

  • कोल्डड्रिंक्स में उपस्थित फॉस्फोरिक एसिड दांत और हड्डियों को नुकसान पहुँचाता है।

  • इसमें मिलाए जाने वाले रसायन जैसे कैफीन, लेड, और कृत्रिम रंग सिरदर्द, अनिद्रा और मानसिक अस्थिरता उत्पन्न करते हैं।

  • शक्कर की अधिकता मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का कारण बनती है।

  • यह भूख को कम करता है और पोषणहीनता बढ़ाता है।


22. खाद्य पदार्थों में मिलावट पर लेख लिखिए।

उत्तर: आज के समय में बाजार में उपलब्ध अधिकांश खाद्य सामग्री में किसी न किसी प्रकार की मिलावट की जा रही है, जिससे जनस्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।

  • दूध में यूरिया, डिटर्जेंट और रिफाइंड तेल की मिलावट होती है।

  • मसालों में ईंट का चूरा, रंग और नकली पाउडर डाले जाते हैं।

  • तेल और घी में सस्ते पदार्थ या रसायन मिलाए जाते हैं।

  • मिलावटी भोजन से कैंसर, त्वचा रोग, लिवर और किडनी की बीमारियाँ फैलती हैं।

  • समाधान के लिए कानूनी व्यवस्था, सख्त निगरानी, और जन जागरूकता जरूरी है।


23. वानिज कुपोषण से होने वाली हानियों का वर्णन कीजिए।

उत्तर: वानिज कुपोषण वह स्थिति है जब शरीर को सभी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलते, विशेष रूप से ऊर्जा और प्रोटीन की कमी होती है।
हानियाँ:

  • शारीरिक विकास में रुकावट

  • रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी

  • मानसिक विकास प्रभावित होना

  • त्वचा और बालों की समस्याएँ

  • बच्चों में क्वाशिओरकोर और मराज्मस जैसे रोग
    इससे बचने के लिए संतुलित आहार, स्वच्छ पेयजल, और स्वास्थ्य शिक्षा अत्यंत आवश्यक है।