Chapter 6
मापन
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प्रश्न 1: मापन क्या है?
उत्तर: मापन वह प्रक्रिया है जिसमें किसी अज्ञात राशि की तुलना उसी प्रकार की ज्ञात राशि की निश्चित मात्रा (मात्रक) से की जाती है। उदाहरण के लिए – किसी मेज की लंबाई 2 मीटर है, जिसमें "2" संख्यात्मक मान है और "मीटर" लंबाई का मात्रक है।
प्रश्न 2: मापन क्यों आवश्यक होता है?
उत्तर: मापन आवश्यक होता है क्योंकि अनुमान से दिए गए उत्तर हमेशा सही नहीं होते। सही जानकारी प्राप्त करने के लिए मापन जरूरी है। बिना मापन के किसी वस्तु की लंबाई, आयतन, द्रव्यमान या ताप का सही निर्णय नहीं लिया जा सकता।
प्रश्न 3: भौतिक राशियाँ किन्हें कहते हैं?
उत्तर: वह राशियाँ जिनका मापन किया जा सकता है जैसे कि लंबाई, क्षेत्रफल, आयतन, द्रव्यमान, समय और ताप को भौतिक राशियाँ कहा जाता है।
प्रश्न 4: मात्रक क्या होता है?
उत्तर: मात्रक वह निश्चित मात्रा होती है जिसकी सहायता से किसी भौतिक राशि का मापन किया जाता है। जैसे कि लंबाई के लिए "मीटर", द्रव्यमान के लिए "किलोग्राम" आदि।
प्रश्न 5: मापन के दो घटक कौन-कौन से होते हैं?
उत्तर: मापन के दो भाग होते हैं –
संख्यात्मक मान (जैसे 2, 35 आदि)
मात्रक (जैसे मीटर, किलोग्राम आदि)
प्रश्न 6: मापन के कुछ दैनिक जीवन में प्रयोग कहाँ होते हैं?
उत्तर: दर्जी कपड़ा सिलने से पहले मापता है।
दुकानदार फल-सब्जी तौलता है।
डॉक्टर बुखार मापने के लिए थर्मामीटर का प्रयोग करता है।
स्कूल में घंटा समय देखकर बजाया जाता है।
प्रश्न 7: अनुमान पर आधारित जानकारी कब उपयोगी होती है?
उत्तर: जब शुद्ध मापन की आवश्यकता न हो, तब अनुमान उपयोगी होता है। जैसे – चाय बनाते समय शक्कर या नमक की मात्रा अनुमान से डालना।
प्रश्न 8: बालिश्त की लंबाई को लंबाई का मानक मात्रक क्यों नहीं माना जा सकता?
उत्तर: बालिश्त (हाथ की उंगलियों से लेकर अंगूठे तक की लंबाई) हर व्यक्ति की भुजा की लंबाई पर निर्भर करती है। अलग-अलग व्यक्तियों की भुजाओं की लंबाई अलग-अलग होती है। इसलिए बालिश्त को मानक मात्रक नहीं माना जा सकता, क्योंकि यह सभी के लिए समान नहीं होता।
प्रश्न 9: दैनिक जीवन में प्रयुक्त किए जाने वाले किन्हीं तीन मापों के उदाहरण दीजिए।
उत्तर: दुकानदार सब्जियाँ या अनाज किलोग्राम में तौलता है।
डॉक्टर शरीर का ताप थर्मामीटर से डिग्री सेल्सियस या केल्विन में मापता है।
घड़ी द्वारा समय को घंटों, मिनटों और सेकंडों में मापा जाता है।
प्रश्न 10: चावल बेचते समय दुकानदार किस राशि को मापता है?
उत्तर: चावल बेचते समय दुकानदार द्रव्यमान (mass) को मापता है।
प्रश्न 11: किसी राशि का मापन करने के लिए किन दो बातों का उल्लेख करना आवश्यक है?
उत्तर: किसी राशि का मापन करने के लिए दो बातों का उल्लेख आवश्यक होता है:
संख्यात्मक मान (Numerical value)
मात्रक (Unit)
उदाहरण के लिए, यदि किसी वस्तु की लंबाई 5 मीटर है, तो 5 संख्यात्मक मान है और मीटर मात्रक है।
प्रश्न 12: मात्रकों को लिखने की क्या परिपाटियाँ (rules) हैं?
उत्तर: मात्रकों के संकेत अंग्रेजी के छोटे अक्षरों में लिखे जाते हैं (जैसे: m, kg, s)।
वैज्ञानिकों के नाम पर आधारित मात्रकों के संकेत बड़े अक्षरों में लिखे जाते हैं (जैसे: K, °C)।
संकेतों के बाद पूर्ण विराम नहीं लगाया जाता (जैसे: 10 m)।
संकेत हमेशा एकवचन में होते हैं (10 kg ✔, 10 kgs ✘)।
अंग्रेज़ी में मात्रकों के नाम हमेशा छोटे अक्षरों में लिखे जाते हैं (जैसे: kelvin, metre, celsius)।
प्रश्न 13: अपवर्तक और गुणज क्या होते हैं? उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर: अपवर्तक: मानक मात्रक से छोटे मात्रक को अपवर्तक कहते हैं।
उदाहरण:
1 मीटर = 10 डेसीमीटर (dm)
1 डेसीमीटर = 10 सेमी (cm)
1 सेमी = 10 मिमी (mm)
अतः 1 मीटर = 100 सेमी = 1000 मिमी
गुणज: मानक मात्रक से बड़े मात्रक को गुणज कहते हैं।
उदाहरण:
1 किलोमीटर (km) = 1000 मीटर (m)
प्रश्न 14: ताप का व्यवहारिक मात्रक क्या है?
उत्तर: ताप का व्यवहारिक मात्रक डिग्री सेल्सियस (°C) है।
प्रश्न 15: SI पद्धति का पूरा नाम क्या है और इसे क्यों अपनाया गया?
उत्तर: SI पद्धति का पूरा नाम है "International System of Units"।
इसे अपनाने का उद्देश्य था विश्व भर में एक समान मानक मात्रक प्रणाली का उपयोग ताकि मापन में कोई भ्रम या असमानता न हो।
प्रश्न 17: लम्बाई का SI मात्रक बताइए।
उत्तर: लम्बाई का SI मात्रक मीटर (metre) है। संकेत: m
प्रश्न 18: समय का SI मात्रक बताइए।
उत्तर: समय का SI मात्रक सेकण्ड (second) है। संकेत: s
प्रश्न 19: 1 टन में कितने किलोग्राम होते हैं?
उत्तर: 1 टन = 1000 किलोग्राम
प्रश्न 20: 1 मिनट में कितने सेकंड होते हैं?
उत्तर: 1 मिनट = 60 सेकण्ड
प्रश्न 21: 1 दशाब्दी में कितने वर्ष होते हैं?
उत्तर: 1 दशाब्दी = 10 वर्ष
प्रश्न 22: 1 शताब्दी में कितने वर्ष होते हैं?
उत्तर: 1 शताब्दी = 100 वर्ष
प्रश्न 24: 3 किलोग्राम किस राशि का SI मात्रक है?
उत्तर: 3 किलोग्राम द्रव्यमान (Mass) का SI मात्रक है।
प्रश्न 25: एक क्विंटल में कितने किलोग्राम होते हैं?
उत्तर: 1 क्विंटल = 100 किलोग्राम
प्रश्न 26: एक दिन में कितने घंटे होते हैं?
उत्तर: 1 दिन = 24 घंटे
प्रश्न 27: एक घंटे में कितने सेकण्ड होते हैं?
उत्तर:1 घंटा = 60 मिनट
1 मिनट = 60 सेकण्ड
तो, 1 घंटा = 60 × 60 = 3600 सेकण्ड
प्रश्न 28: रायपुर और बिलासपुर के बीच की दूरी व्यक्त करने के लिए आप लम्बाई के किस मात्रक का उपयोग करेंगे?
उत्तर: ऐसी बड़ी दूरी को किलोमीटर (km) में मापा जाएगा।
प्रश्न 29: दो रुपये के एक सिक्के की मोटाई दर्शाने के लिए आप लम्बाई के किस मात्रक का उपयोग करेंगे?
उत्तर: सिक्के की मोटाई बहुत छोटी होती है, इसलिए इसे मिलीमीटर (mm) में मापा जाएगा।
प्रश्न 30: किसी व्यक्ति की कमर की माप के लिए कौन सी मापक युक्ति उपयुक्त होगी?
उत्तर: किसी व्यक्ति की कमर की माप के लिए मापक फीता (Measuring tape) उपयुक्त युक्ति है।
प्रश्न 31: मीटर स्केल की सहायता से लम्बाई मापते समय दो सावधानियाँ बताइए।
उत्तर: स्केल को वस्तु से सटाकर उसकी लम्बाई के समानान्तर रखना चाहिए।
यदि स्केल का सिरा टूटा हो या शून्य चिन्ह साफ न दिख रहा हो, तो किसी अन्य स्पष्ट चिन्ह से मापना शुरू करें, जैसे 1 cm या 10 cm से।
प्रश्न 32:स्केल का एक सिरा टूटा हुआ है। टूटे हुए सिरे पर चिन्ह 14 cm से प्रारम्भ हो रहा है। अपनी पेंसिल की लम्बाई मापने के लिए इस स्केल का उपयोग आप किस प्रकार करेंगे?
उत्तर: स्केल के 14 cm चिन्ह को पेंसिल के एक सिरे पर रखें और दूसरे सिरे का पाठ (reading) देखें।
पेंसिल की लम्बाई = अंतिम पाठ्यांक – 14 cm
उदाहरण: यदि अंतिम पाठ्यांक 21.5 cm हो, तो
लम्बाई = 21.5 – 14 = 7.5 cm
प्रश्न 33:धागे की सहायता से आप किसी वृत्त की परिधि (घेरा) की लम्बाई किस प्रकार ज्ञात करेंगे?
उत्तर: एक धागा लें और उसे वृत्त के चारों ओर सावधानीपूर्वक लपेटें।
जहाँ से शुरू किया था, वहीं धागे पर चिन्ह लगाएं।
अब धागे को सीधा करके स्केल से उसकी लम्बाई मापें।
यह माप वृत्त की परिधि (circumference) होगी।
प्रश्न 34. मापक सिलिण्डर के एक भाग का मान कैसे ज्ञात करेंगे?
उत्तर: दो ज्ञात चिन्हों (जैसे 10 mL और 20 mL) के बीच के कुल भागों की संख्या से अंतर को विभाजित करके,
जैसे –
यदि 10 और 20 के बीच 2 भाग हैं → 1 भाग = (20 – 10)/2 = 5 mL
यदि 5 भाग हैं → 1 भाग = (20 – 10)/5 = 2 mL
प्रश्न 35. जल की सतह की स्थिति कैसी होती है और पाठ्यांक कैसे पढ़ें?
उत्तर: जल की सतह नीचे की ओर गोलाई में दबी होती है, इसे meniscus कहते हैं।
पाठ्यांक पढ़ते समय आँख को उस दबी हुई सतह की सीध में रखें और पढ़ें।
प्रश्न 36. पारे की सतह की स्थिति कैसी होती है और पाठ्यांक कैसे पढ़ें?
उत्तर: पारा एक धातु द्रव है, जिसकी सतह उभरी हुई होती है।
इस स्थिति में आँख को पारे की ऊपरी सतह की सीध में रखकर पाठ्यांक पढ़ा जाता है।
प्रश्न 37. एक लीटर आयतन को कैसे experimentally साबित किया जा सकता है?
उत्तर: एक घनाकार बर्तन लें जिसकी हर भुजा 10 सेमी हो।
इसका आयतन = 10 × 10 × 10 = 1000 cm³ = 1 L
यदि 500 mL के मापक बर्तन से दो बार पानी डालना पड़े → यह प्रमाण है कि बर्तन में 1 लीटर जल समा सकता है।
प्रश्न 38: ऊर्ध्वपातन (Sublimation) क्या है?
उत्तर: जब कोई ठोस पदार्थ गर्म करने पर बिना द्रव अवस्था में आए सीधे गैस में बदल जाए, और फिर ठंडा होने पर बिना द्रव बने फिर से ठोस बन जाए, तो इस क्रिया को ऊर्ध्वपातन कहते हैं।
उदाहरण: नौसादर (अमोनियम क्लोराइड), कपूर, आयोडीन, नैफ्थलीन।
प्रश्न 39: नौसादर और नमक के मिश्रण से नौसादर को कैसे पृथक किया जा सकता है?
उत्तर: प्याली में नमक और नौसादर का मिश्रण लें।
इस मिश्रण को कीप से ढकें और कीप की नली में रुई लगाएँ।
मिश्रण को गर्म करें — नौसादर गैस में बदलकर कीप की सतह पर जम जाता है।
ठंडा होने पर नौसादर ठोस रूप में कीप की भीतरी सतह पर जमा होता है जबकि नमक प्याली में रह जाता है।
→ यही प्रक्रिया ऊर्ध्वपातन कहलाती है।
प्रश्न 40: लौह चूर्ण, रेत और नमक के मिश्रण को कैसे पृथक किया जा सकता है?
उत्तर: इस मिश्रण को पृथक करने के लिए हमें एक से अधिक विधियाँ प्रयोग करनी होंगी:
पहला चरण – चुम्बकीय पृथक्करण:
चुम्बक को मिश्रण के ऊपर घुमाएँ।
लौह चूर्ण चुम्बक से चिपक जाएगा और अलग हो जाएगा।
दूसरा चरण – छानना (Filtration):
शेष मिश्रण (रेत + नमक) को पानी में मिलाएं।
नमक पानी में घुल जाएगा, रेत नहीं घुलेगी।
मिश्रण को छानें – रेत छन्ना कागज पर रह जाएगी, नमक घोल नीचे बीकर में आएगा।
तीसरा चरण – वाष्पीकरण (Evaporation):
नमक के घोल को गर्म करें।
पानी वाष्प बनकर उड़ जाएगा और शुद्ध नमक नीचे रह जाएगा।
प्रश्न 51: ऊर्ध्वपातन की प्रक्रिया में किस पदार्थ का उपयोग किया गया?
उत्तर: इस क्रिया में नौसादर (अमोनियम क्लोराइड) का उपयोग किया गया, जो गर्म करने पर गैस में बदलता है और ठंडा होने पर ठोस रूप में कीप की सतह पर जम जाता है।
1. सही उत्तर चुनकर लिखिए (Choose the correct answer)
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस मिश्रण को हाथ से बीनकर पृथक किया जा सकता है?
उत्तर: स. चावल तथा कंकड़
प्रश्न 2: दाल को धोकर साफ करने में किस विधि का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर: ब. हाथ से बीनना
2. उचित संबंध जोड़िए (Match the following)
प्रश्न1.लोहे एवं कोयले के चूर्ण को पृथक करने के लिए किस विधि का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर: स. चुम्बकीय पृथक्करण
प्रश्न2. आयोडीन तथा नमक के मिश्रण से आयोडीन को पृथक करने की विधि है-
उत्तर: द. ऊर्ध्वपातन
प्रश्न 3.नौसादर तथा रेत को अलग करना
उत्तर: द. ऊर्ध्वपातन
प्रश्न 4. गंदे पानी में फिटकरी मिलाना
उत्तर: व. निधारना
प्रश्न 5. मूँगफली का तेल तथा जल
उत्तर: अ. वाष्पीकरण
प्रश्न 6.रेत तथा लोहे का चूर्ण
उत्तर: स. चुम्बकीय पृथक्करण
3. खाली स्थान भरिए (Fill in the blanks)
1. "__________ की सहायता से दो परस्पर अमिश्रणीय द्रवों को अलग किया जाता है।"
उत्तर: अपकेंद्रण
2. "_________ विधि द्वारा आटे से चोकर पृथक किया जाता है।"
उत्तर: फटकना
3. "_________ विधि द्वारा गेहूँ से भूसा अलग किया जाता है।"
उत्तर: चालना
4. "_________ विधि द्वारा कचरे के ढेर से लौहचूर्ण पृथक करते हैं।"
उत्तर: चुम्बकीय पृथक्करण
5. "वर्षा के बाद आसमान साफ दिखाई देता है। क्योंकि धूल के कण वर्षों की बूँदों से होकर पृथ्वी पर आ जाते हैं।"
उत्तर: निधारना