Chapter 12                                   लोकगीत

 प्र1. ‘कजरी’ किस ऋतु से संबंधित लोकगीत है?

उ. सावन ऋतु से।

प्र2. कविता की पहली पंक्ति में कौन-सी ऋतु के आने का उल्लेख है?

उ. सावन के आने का।

प्र3. बादल कैसे आते हैं?

उ. घिर-घिर कर।

प्र4. बादल किसके साथ गरजते हैं?

उ. बिजली चमकने के साथ।

प्र5. कौन-सी हवा बहती है?

उ. पुरवैया (पूरब से आने वाली हवा)।

प्र6. बारिश किस प्रकार होती है?

उ. रिमझिम रिमझिम।

प्र7. वर्षा से धरती कैसी हो जाती है?

उ. नहा उठती है।

प्र8. सावन में कौन-कौन बोलते हैं?

उ. दादुर (मेंढक), मोर और पपीहा।

प्र9. इन जीव-जंतुओं की आवाज़ कवि के मन को क्या करती है?

उ. उसका मन हुलसा उठता है।

प्र10. जुगनू किस प्रकार दिखाई देते हैं?

उ. जगमगाते हुए डोलते हैं।

प्र11. जुगनुओं की चमक से सबका मन कैसा हो जाता है?

उ. सबका मन लुभा उठता है।

प्र12. सावन में बेल-बूटे किससे लद जाते हैं?

उ. फूलों से।

प्र13. बेलों की महक कहाँ फैल जाती है?

उ. नदी-नालों (डरियों) में।

प्र14. सावन में सरिता कैसी हो जाती है?

उ. उमंग से भरकर उमड़ने लगती है।

प्र15. सरिता का उमड़ना कवि के मन को क्या कर देता है?

उ. कवि का मन भी सरस (आनंदित) हो उठता है।

प्र16. कविता में बादलों का सौंदर्य कैसे चित्रित है?

उ. सावन में बादल घिर-घिर आते हैं, गरजते हैं और बिजली चमकती है। यह दृश्य वातावरण को रोमांचक बना देता है।

प्र17. “रिमझिम रिमझिम बरखा” का क्या प्रभाव पड़ता है?

उ. रिमझिम वर्षा से धरती नहा उठती है, वातावरण ताज़गी से भर जाता है और मन प्रसन्न हो जाता है।

प्र18. कवि ने जीव-जंतुओं का वर्णन किस प्रकार किया है?

उ. सावन में दादुर, मोर और पपीहा हर्षित होकर गाते हैं। उनकी बोली कवि के मन को आनंदित कर देती है।

प्र19. जुगनुओं का दृश्य किस प्रकार मनमोहक है?

उ. जुगनू रात में जगमगाते हुए डोलते हैं, उनकी चमक सबके हृदय को लुभा लेती है।

प्र20. लता और बेलों का सौंदर्य कैसा है?

उ. सावन में लता-बेल फूलों से लद जाती हैं और उनकी महक चारों ओर फैल जाती है।

प्र21. कविता में नदी का चित्रण कीजिए।

उ. वर्षा के कारण सरिता (नदी) उमंग से भरकर उमड़ पड़ती है। यह दृश्य कवि के मन को भी आनंदित कर देता है।

प्र22. “हमरो जिवरा सरसै ना” पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।

उ. जैसे नदी उमंग से भरती है, वैसे ही कवि का हृदय भी आनंद से भर उठता है।

प्र23. कविता में अंत में संकर किसे और क्यों बुलाता है?

उ. संकर सजनी से कहता है कि चलो, श्याम बांसुरी बजा रहे हैं।

प्र24. कविता में स्त्री-पुरुष भाव कैसे व्यक्त होते हैं?

उ. स्त्री-पुरुष दोनों सावन की उमंग में डूबे हैं और श्याम की बांसुरी का रसपान करने को उत्सुक हैं।

प्र25. कजरी गीत का लोकजीवन में क्या महत्व है?

उ. कजरी सावन की खुशी का गीत है। यह लोकजीवन में आनंद, उल्लास और मिलन का संदेश देता है।

प्र26. इस कविता में कौन-कौन से प्राकृतिक तत्व दिखाई देते हैं?

उ. बादल, बिजली, वर्षा, पुरवैया, नदी, बेल-बूटे, जुगनू, मोर, पपीहा, दादुर आदि।

प्र27. कविता में ऋतु-परिवर्तन का प्रभाव किस प्रकार चित्रित है?

उ. सावन के आने से धरती नहा उठती है, नदियाँ उमड़ती हैं, पशु-पक्षी गाने लगते हैं और वातावरण उल्लासमय हो जाता है।

प्र28. “सावन आइ गये मनभावन” पंक्ति का अर्थ समझाइए।

उ. सावन ऋतु सभी को भाने वाली ऋतु है, जो प्रकृति और मनुष्य दोनों को प्रसन्न कर देती है।

प्र29. कजरी गीत किस प्रकार लोकगीत की विशेषता को प्रकट करता है?

उ. इसमें सरल भाषा, प्रकृति चित्रण, ऋतु-आनंद और लोकजीवन के भाव प्रकट होते हैं। यह सामूहिक रूप से गाया जाता है।

प्र30. इस कविता का केंद्रीय संदेश लिखिए।

उ. सावन ऋतु प्रकृति और मानव जीवन में उमंग, उल्लास और आनंद का संचार करती है।

Answer by Dimpee Bora