Chapter 16
प्रश्न 1. मंच संचालन की सफलता किस पर निर्भर करती है?
उत्तर: मंच संचालन की सफलता संचालक के प्रस्तुतीकरण पर निर्भर करती है।
प्रश्न 2. मंच पर सबसे पहले कौन व्यक्ति आता है?
उत्तर: मंच पर सबसे पहले संचालक आता है।
प्रश्न 3. उद्घोषक के व्यक्तित्व की पहली झलक दर्शकों को किससे मिलती है?
उत्तर: उद्घोषक के परिधान, वेशभूषा और आत्मविश्वास से।
प्रश्न 4. उद्घोषक के मुख्य गुण कौन से बताए गए हैं?
उत्तर: सतर्कता, सहजता और उत्साहवर्धन।
प्रश्न 5. लेखक अपने कार्यक्रम का आरंभ कैसे करते हैं?
उत्तर: लेखक अपने कार्यक्रम का आरंभ जिज्ञासाभरा करते हैं।
प्रश्न 6. कार्यक्रम को बोझिल होने से बचाने के लिए लेखक क्या करते हैं?
उत्तर: लेखक चुटकुले, शेर-ओ-शायरी और दृष्टांत का प्रयोग करते हैं।
प्रश्न 7. भाषा की भूमिका सूत्र संचालन में क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: क्योंकि भाषा की शुद्धता और शब्दों का उचित प्रयोग कार्यक्रम को प्रभावशाली बनाते हैं।
प्रश्न 8. लेखक ने बचपन में कौन-कौन सी बाल पत्रिकाएँ पढ़ीं?
उत्तर: चंपक, नंदन, बालभारती और चंदामामा।
प्रश्न 9. बाद में लेखक कौन-कौन सी मासिक-पाक्षिक पत्रिकाएँ पढ़ने लगे?
उत्तर: धर्मयुग, हिंदुस्तान, दिनमान, कादंबिनी, सारिका, नवनीत और रीडर्स डाइजेस्ट।
प्रश्न 10. लेखक को रेडियो के किस प्रकार के कार्यक्रम सुनना पसंद था?
उत्तर: लेखक को रेडियो के विविध कार्यक्रम सुनना पसंद था।
प्रश्न 11. लेखक ने वक्ता की महिलाओं को गुलाब से तुलना पर क्या प्रतिक्रिया दी?
उत्तर: उन्होंने कहा – "लोग कहते हैं कि हम हँसते और बोलते बहुत ज्यादा हैं। पर ज्यादा हँसने वालों के दिल में भी दर्द छुपा होता है।"
प्रश्न 12. कार्यक्रम के बाद वक्ता ने लेखक की प्रशंसा कैसे की?
उत्तर: वक्ता ने उनकी पीठ थपथपाते हुए कहा – "बहुत बढ़िया बोलते हो।"
प्रश्न 13. भाषा का विद्यार्थी क्यों कभी बेकार नहीं रहता?
उत्तर: क्योंकि भाषा का ज्ञान रोजगार, मंच संचालन और उद्घोषणा में उपयोगी होता है।
प्रश्न 14. मंच संचालन में भाषा का समयानुकूल प्रयोग क्यों आवश्यक है?
उत्तर: क्योंकि इससे कार्यक्रम की गरिमा बढ़ जाती है।
प्रश्न 15. लेखक को कौन-कौन से पुरस्कार मिले?
उत्तर: किंग ऑफ वॉईस, संस्कृति शिरोमणि, अखिल आकाशवाणी आदि।
प्रश्न 16. लेखक ने रेडियो में कितने वर्षों तक सेवा दी?
उत्तर: 29 वर्षों तक।
प्रश्न 17. उद्घोषक की पहचान क्या होती है?
उत्तर: उद्घोषक की पहचान उसकी आवाज होती है, न कि उसका चेहरा।
प्रश्न 18. लेखक अपने दर्शकों तक कैसे पहुँचते हैं?
उत्तर: रेडियो से वे घर-घर और गाँव-गाँव तक पहुँचते हैं, तथा मंच पर एंकर बनकर सीधे दर्शकों के दिलों को छूते हैं।
प्रश्न 19. कार्यक्रम को हृदयस्पर्शी बनाने का एक तरीका क्या है?
उत्तर: किसी साहित्यकार या व्यक्तित्व के कथन का उल्लेख करना।
प्रश्न 20. इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएँ कैसी हैं?
उत्तर: इस क्षेत्र में रोजगार की भरपूर संभावनाएँ हैं, और नाम-दाम दोनों कमा सकते हैं।
प्रश्न 21. सफल मंच संचालक के लिए किन गुणों की आवश्यकता होती है?
उत्तर: सफल मंच संचालक के लिए सतर्कता, सहजता, उत्साहवर्धन, भाषा का गहरा ज्ञान, उचित शब्द चयन, गरिमामयी व्यक्तित्व, आत्मविश्वास तथा प्रस्तुतीकरण में निपुणता आवश्यक है।
प्रश्न 22. लेखक कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए किन उपायों का प्रयोग करते हैं?
उत्तर: वे कार्यक्रम की शुरुआत जिज्ञासापूर्ण करते हैं, बीच-बीच में शेर-ओ-शायरी, दृष्टांत और चुटकुले सुनाते हैं, जिससे कार्यक्रम बोझिल नहीं होता और श्रोताओं की रुचि बनी रहती है।
प्रश्न 23. लेखक को बचपन में पढ़ने की आदत ने उनके व्यक्तित्व को कैसे प्रभावित किया?
उत्तर: पत्रिकाएँ और साहित्य पढ़ने से उनका ज्ञान-विस्तार हुआ, भाषा पर पकड़ मजबूत हुई, विचारों में गहराई आई, जो बाद में उनके मंच संचालन और उद्घोषणा का आधार बना।
प्रश्न 24. उद्घोषक की भूमिका क्यों विशेष मानी जाती है?
उत्तर: क्योंकि मंच पर सबसे पहले वही आता है, दर्शक उसकी आवाज और व्यक्तित्व से कार्यक्रम का मूल्यांकन करते हैं। उसकी भाषा, परिधान और आत्मविश्वास ही कार्यक्रम की दिशा तय करते हैं।
प्रश्न 25. भाषा का मंच संचालन और उद्घोषणा में महत्व स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: भाषा की शुद्धता और समयानुकूल प्रयोग से कार्यक्रम प्रभावशाली बनता है। शब्दों का उचित चयन, साहित्यकारों के उद्धरण और सुंदर प्रस्तुतीकरण से श्रोता जुड़ाव महसूस करते हैं।
प्रश्न 26. लेखक को "किंग ऑफ वॉईस" जैसे सम्मान क्यों प्राप्त हुए?
उत्तर: क्योंकि उन्होंने अपने व्यक्तित्व, भाषा के गहन अध्ययन, आकर्षक प्रस्तुतीकरण और 29 वर्षों की समर्पित सेवा से श्रोताओं का दिल जीता।
प्रश्न 27. रेडियो उद्घोषक और मंच एंकर में क्या अंतर है?
उत्तर: रेडियो उद्घोषक केवल आवाज से पहचान बनाता है, उसका चेहरा श्रोताओं को दिखाई नहीं देता। जबकि मंच एंकर दर्शकों के सामने सीधे उपस्थित होता है और अपने व्यक्तित्व व शैली से दिलों को छूता है।
प्रश्न 28. लेखक के अनुसार मंच संचालन में रोचकता कैसे बनाए रखी जा सकती है?
उत्तर: रोचक दृष्टांत, हास्यपूर्ण प्रसंग, शेर-ओ-शायरी, सहज भाषा और प्रसंगानुकूल संवाद के प्रयोग से।
प्रश्न 29. लेखक क्यों कहते हैं कि भाषा का विद्यार्थी कभी बेकार नहीं रहता?
उत्तर: क्योंकि भाषा का ज्ञान अनेक क्षेत्रों में रोजगार देता है, जैसे—सूत्र संचालन, रेडियो-टीवी उद्घोषणा, लेखन और जनसंचार।
प्रश्न 30. "मैं उद्घोषक हूँ, मैं एंकर हूँ" – इस कथन का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: इसका आशय यह है कि लेखक ने उद्घोषक और मंच संचालक दोनों की भूमिकाएँ निभाईं। उद्घोषक के रूप में वे आवाज के माध्यम से घर-घर पहुँचे, जबकि एंकर के रूप में उन्होंने मंच पर उपस्थित होकर सीधे दर्शकों के हृदय को छुआ।
Answer by Dimpee Bora