Chapter 17 ब्लॉग लेखन
प्रश्न 1. गांधीजी ने गाँव में किस प्रकार की शिक्षा को अनिवार्य माना?
उत्तर: प्राथमिक शिक्षा को।
प्रश्न 2. गांधीजी लंबे समय तक किन दो आश्रमों में रहे?
उत्तर: सेवाग्राम (वर्धा) और साबरमती (अहमदाबाद)।
प्रश्न 3. गांधीजी के लिए मिट्टी से जुड़ना क्यों आवश्यक था?
उत्तर: क्योंकि वे ग्राम जीवन और धरती से जुड़ाव को महत्व देते थे।
प्रश्न 4. गांधीजी का अहिंसा का मूलमंत्र किसे मोहित करता है?
उत्तर: सम्पूर्ण विश्व को।
प्रश्न 5. लेखक नागपुर में कितने वर्ष तक रहे?
उत्तर: लगभग 25 वर्ष।
प्रश्न 6. लेखक सेवाग्राम आश्रम में जाकर क्या अनुभव करते थे?
उत्तर: शांति और प्रेरणा का अनुभव।
प्रश्न 7. लेखक किन परीक्षार्थियों को लेकर सेवाग्राम जाते थे?
उत्तर: सेवा प्रतियोगिता परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों को।
प्रश्न 8. गांधीजी के पदस्पर्श से किस भूमि का प्रत्येक कण पुनीत हुआ है?
उत्तर: सेवाग्राम आश्रम की भूमि।
प्रश्न 9. लेखक विदेश में अपना परिचय कैसे देते थे?
उत्तर: "मैं महात्मा गांधी और आचार्य विनोबा भावे की भूमि से आया हूँ।"
प्रश्न 10. हर जगह लेखक को महात्मा गांधी के प्रति कैसा भाव अनुभव हुआ?
उत्तर: आत्मीयता और स्नेह।
प्रश्न 11. गांधीजी निर्भय बने रहने पर क्यों बल देते थे?
उत्तर: क्योंकि निर्भय होने का अर्थ है स्वयं सिद्ध और स्वयं तैयार रहना, जो अहिंसक जीवन का आधार है।
प्रश्न 12. अहिंसा के प्रति गांधीजी का दृष्टिकोण आज भी क्यों प्रासंगिक है?
उत्तर: क्योंकि आज भी जब दुनिया में हिंसा होती है तो लोग गांधीजी के संदेश और दर्शन को याद करते हैं।
प्रश्न 13. सेवाग्राम आश्रम में विद्यार्थियों के साथ चर्चा करते समय लेखक को क्या महसूस होता था?
उत्तर: ऐसा लगता था जैसे गांधीजी स्वयं उन चर्चाओं को सुन रहे हों।
प्रश्न 14. विदेशों में लेखक का परिचय सुनकर लोग उनका स्वागत क्यों करते थे?
उत्तर: क्योंकि वे गांधीजी और विनोबा भावे की भूमि से आते थे, जो मानवता और अहिंसा का प्रतीक है।
प्रश्न 15. जर्मनी की यातनागृह यात्रा का अनुभव कैसा रहा?
उत्तर: अत्यंत वेदनादायक, जिससे लेखक अंतर-बाह्य टूट गए।
प्रश्न 16. जर्मन महिला की आँखों में आँसू क्यों आ गए थे?
उत्तर: क्योंकि उसके दादा और माँ उन अत्याचारों का शिकार हुए थे।
प्रश्न 17. उस जर्मन महिला ने लेखक से कौन-सा प्रश्न पूछा?
उत्तर: "आप भारतीय हैं?"
प्रश्न 18. लेखक ने जब सेवाग्राम आश्रम का उल्लेख किया तो महिला ने क्या प्रतिक्रिया दी?
उत्तर: उसने हाथ पकड़कर कहा, "लगता है जैसे मैंने उस भूमि को स्पर्श कर लिया है।"
प्रश्न 19. जर्मन महिला के निजी पुस्तकालय में कौन-सी पुस्तक थी?
उत्तर: लुई फिशर द्वारा लिखित गांधीजी की जीवनी।
प्रश्न 20. विदाई के समय उस महिला ने भारत के बारे में क्या कहा?
उत्तर: "आपके देश में महात्मा गांधी जैसे महामानव अवतीर्ण हुए इसलिए आपके माता-पिता ऐसी क्रूरता से बच गए।"
प्रश्न 21. गांधीजी ने शिक्षा के क्षेत्र में क्या विचार प्रस्तुत किए?
उत्तर: उन्होंने गाँव में प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य माना और व्यावहारिक कार्य (जैसे सूत कातना, कपड़ा बनाना) से आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया।
प्रश्न 22. गांधीजी का अहिंसा का सिद्धांत विश्व में क्यों अमर है?
उत्तर: क्योंकि उन्होंने शांति, सत्य और मानवता का संदेश दिया। जब भी दुनिया में हिंसा भड़कती है, लोग उनके अहिंसा के दर्शन को याद करते हैं।
प्रश्न 23. लेखक सेवाग्राम आश्रम से किस प्रकार प्रेरित हुए?
उत्तर: वहाँ जाकर उन्होंने शांति और मानवता का अनुभव किया, छात्रों के साथ चर्चाएँ कीं और ऐसा अनुभव किया कि गांधीजी स्वयं सब सुन रहे हों।
प्रश्न 24. विदेश यात्राओं में गांधीजी का नाम लेखक को कैसे सम्मान दिलाता था?
उत्तर: जब वे गांधीजी और विनोबा भावे की भूमि से होने का परिचय देते तो लोग उनका विशेष सम्मान और आतिथ्य करते।
प्रश्न 25. जर्मनी के यातनाघरों में लेखक ने क्या देखा और महसूस किया?
उत्तर: उन्होंने यहूदियों पर हुए अमानवीय अत्याचारों की कहानियाँ देखीं, जो क्रूरता की पराकाष्ठा थीं। इससे वे गहराई से विचलित हो गए।
प्रश्न 26. जर्मन महिला के साथ हुई भेंट ने गांधीजी के प्रति लेखक की भावना को कैसे गहरा किया?
उत्तर: महिला ने गांधीजी को पढ़ा था और उन्हें मानवता का प्रतीक माना। उसकी बातें सुनकर लेखक गांधीजी के प्रति और भी अधिक नतमस्तक हो गए।
प्रश्न 27. गांधीजी के जीवन और विचार आज भी क्यों प्रेरणास्रोत हैं?
उत्तर: क्योंकि उन्होंने मानवता, सत्य, अहिंसा, निर्भयता और आत्मनिर्भरता का जो संदेश दिया, वह कालातीत और सार्वभौमिक है।
प्रश्न 28. लेखक ने अंत में गांधीजी के भारत में जन्म लेने पर गर्व क्यों व्यक्त किया?
उत्तर: क्योंकि गांधीजी जैसे महामानव के विचारों ने मानवता का मार्ग प्रशस्त किया और भारत की धरती को पावन बनाया।
प्रश्न 29. गांधीजी के आश्रम आज भी प्रेरणास्रोत क्यों माने जाते हैं?
उत्तर: क्योंकि वे मानवतावादी जीवन, शांति, सेवा और सादगी के आदर्श प्रस्तुत करते हैं।
प्रश्न 30. ‘मानवता के पुजारी महात्मा गांधी’ कहे जाने का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि गांधीजी ने जाति, धर्म, भाषा, रंग का भेद मिटाकर सभी मनुष्यों को समान मानने और मानवता का आदर करने का संदेश दिया।
Answer by Dimpee Bora