Chapter 7 पेड़ होने का अर्थ
1. पेड़ की हर एक चीज़ किसके लिए है?
उत्तर: पेड़ की हर एक चीज़ मनुष्य के लिए है।
2. पेड़ किन-किन अंगों से मनुष्य को लाभ पहुँचाता है?
उत्तर: जड़, तना, शाखा, पत्ती, पुष्प, फल और बीज से।
3. किसी ने पेड़ के साथ पूजा का व्यवहार किया तो किसी ने क्या किया?
उत्तर: किसी ने उस पर कुल्हाड़ी चलाई।
4. क्या पेड़ ने कभी आँसू गिराए?
उत्तर: नहीं, पेड़ ने एक भी आँसू नहीं गिराए।
5. हमारी साँसों के लिए पेड़ क्या देता है?
उत्तर: शुद्ध हवा देता है।
6. बीमारी के लिए पेड़ क्या देता है?
उत्तर: दवा देता है।
7. शवयात्रा, शगुन या बारात के लिए पेड़ क्या देता है?
उत्तर: फूलों की सौगात देता है।
8. पेड़ कब से मनुष्य का साथ देता आया है?
उत्तर: आदिकाल से आज तक, सुबह-शाम, दिन-रात।
9. कवि को पेड़ से क्या मिला?
उत्तर: कागज, कलम और स्वाही।
10. बैद और हकीम को पेड़ से क्या मिला?
उत्तर: दवाई मिली।
11. शासन व प्रशासन को पेड़ से क्या मिला?
उत्तर: कुर्सी, मेज और आसन मिले।
12. क्या पेड़ के पास कोई ऐसी चीज़ है जो मनुष्य के काम न आए?
उत्तर: नहीं, पेड़ की हर चीज़ उपयोगी है।
13. कवि ने पेड़ की तुलना किससे की है?
उत्तर: संत और दधीचि से।
14.पेड़ का स्वभाव कैसा है?
उत्तर: निस्वार्थ, त्यागमयी और दानी।
15. “पेड़ संत है, दधीचि है” का क्या आशय है?
उत्तर: पेड़ अपना सब कुछ निस्वार्थ भाव से मनुष्य को देता है।
16. कविता में पेड़ के किन-किन अंगों का उल्लेख हुआ है?
उत्तर: कविता में पेड़ की जड़, तना, शाखा, पत्ती, पुष्प, फल और बीज का उल्लेख हुआ है, जो सभी मनुष्य के लिए उपयोगी बताए गए हैं।
17. पेड़ पर किसी ने पूजा की और किसी ने कुल्हाड़ी चलाई – कवि ने इस बात से क्या संदेश दिया है?
उत्तर: कवि कहना चाहता है कि चाहे मनुष्य पेड़ की पूजा करे या उसे काट डाले, पेड़ कभी शिकायत नहीं करता, बल्कि निस्वार्थ भाव से देता रहता है।
18. शुद्ध वायु और दवा के रूप में पेड़ की महत्ता समझाइए।
उत्तर: पेड़ मनुष्य की साँसों के लिए शुद्ध वायु प्रदान करता है और अनेक औषधियाँ भी देता है। इस प्रकार वह जीवन और स्वास्थ्य दोनों के लिए आवश्यक है।
19. कविता में सामाजिक और धार्मिक कार्यों में पेड़ की उपयोगिता कैसे बताई गई है?
उत्तर: पेड़ बारात, शगुन और शवयात्रा के अवसर पर फूल देता है। इस प्रकार वह हर सामाजिक और धार्मिक अवसर पर आवश्यक वस्तुएँ उपलब्ध कराता है।
20. कवि, बैद, हकीम, शासन और प्रशासन – सबको पेड़ से क्या मिला?
उत्तर: कवि को कागज-कलम, बैद-हकीम को दवाएँ, शासन-प्रशासन को मेज, कुर्सी और आसन मिले।
21. पेड़ को “दधीचि” क्यों कहा गया है?
उत्तर: दधीचि ऋषि ने अपना शरीर धर्म और मानव कल्याण के लिए त्याग दिया था। उसी प्रकार पेड़ भी अपना सर्वस्व मनुष्य के कल्याण के लिए देता है, इसलिए उसे दधीचि कहा गया।
22. कविता में पेड़ की निस्वार्थता किस प्रकार दिखाई गई है?
उत्तर: पेड़ बिना किसी अपेक्षा के शुद्ध वायु, भोजन, औषधि, कागज, लकड़ी, फूल और फल मनुष्य को देता है। वह काटे जाने पर भी कुछ न कुछ देता ही रहता है।
23. “हम उपयोग नहीं करें वृक्ष के पास ऐसी एक भी नहीं चीज़ है।” इस पंक्ति की व्याख्या कीजिए।
उत्तर: इस पंक्ति का आशय है कि पेड़ का प्रत्येक अंश उपयोगी है। उसमें एक भी ऐसी वस्तु नहीं जो मनुष्य के काम न आती हो
24. पेड़ को “संत” कहने का क्या कारण है?
उत्तर: संत निस्वार्थ भाव से सबको देता है और कभी शिकायत नहीं करता। पेड़ भी ऐसा ही है, इसलिए उसे संत कहा गया।
25. कवि ने पेड़ की महत्ता किस प्रकार प्रस्तुत की है?
उत्तर: कवि ने पेड़ को मानव जीवन का अनिवार्य साथी बताते हुए उसे संत और दधीचि की संज्ञा दी है, जो बिना किसी स्वार्थ के हर समय मनुष्य का साथ देता है।
26. कविता में पेड़ का मनुष्य के साथ का रिश्ता कैसे दर्शाया गया है?
उत्तर: पेड़ आदिकाल से आज तक सुबह-शाम, दिन-रात हमेशा मनुष्य का साथी रहा है और उसके जीवन के हर पहलू में सहायक रहा है।
27. पेड़ को “दाता” कहने का कारण बताइए।
उत्तर: पेड़ मनुष्य को फल, फूल, छाया, हवा, लकड़ी, दवा, कागज और अन्य वस्तुएँ निस्वार्थ भाव से देता है। इसीलिए उसे दाता कहा गया है।
28. कविता के आधार पर बताइए कि पेड़ मानव सभ्यता के लिए क्यों आवश्यक है।
उत्तर: पेड़ मानव की साँसों से लेकर उसके भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक जीवन तक हर जगह उपयोगी है। वह सभ्यता की नींव है।
29. पेड़ मनुष्य को किन-किन रूपों में सहारा देता है?
उत्तर: पेड़ जीवन, स्वास्थ्य, शिक्षा, धर्म, समाज और शासन – सभी क्षेत्रों में सहारा देता है।
30. कविता से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: हमें यह शिक्षा मिलती है कि पेड़ त्याग और दान का प्रतीक है। हमें भी पेड़ की तरह निस्वार्थ सेवा और संरक्षण की भावना रखनी चाहिए और वृक्षों को बचाना चाहिए।
Answer by Dimpee Bora