Chapter 12 सहर्ष स्वीकारा है
1. कवि किससे दंड मांगना चाहता है?
उत्तर: कवि उस प्रिय या अस्तित्व से दंड मांगना चाहता है जिससे वह परिवेष्टित है।
2. कविता में “दक्षिण ध्रुवी अंधकार-अमावस्या” का क्या संकेत है?
उत्तर: यह कवि की मानसिक और भावनात्मक कठिनाई, अंधकार और शून्यता का प्रतीक है।
3. कवि क्यों कहता है कि “शरीर पर, चेहरे पर, अंतर में पा लूँ मैं झेलूँ”?
उत्तर: वह पूरी तरह उस प्रिय या अनुभव में डूबकर सहना चाहता है।
4. कवि किस चीज़ से आच्छादित या परिवेष्टित होने की बात करता है?
उत्तर: प्रिय के प्रेम और अस्तित्व के कारण अपने जीवन के अनुभवों से।
5. कविता में “ममता के बादल” किसका प्रतीक हैं?
उत्तर: कोमलता, स्नेह और सुरक्षा का प्रतीक।
6. कवि की आत्मा अब कैसी हो गई है?
उत्तर: कमजोर और अक्षम, छटपटाती और भयभीत।
7. कवि “छाती को भवितव्वता डराती” का क्या अर्थ समझता है?
उत्तर: भविष्य की अनिश्चितताओं और भावनात्मक संघर्ष की चिंता।
8. कवि क्यों कहता है कि आत्मीयता बरदाश्त नहीं होती?
उत्तर: क्योंकि प्रेम और स्नेह की तीव्रता उसे असहनीय लगती है।
9. कवि किस अंधकार में खुद को लापता करना चाहता है?
उत्तर: पाताली अंधेरे की गुहाओं, विवरों और धुएँ के बादलों में।
10. कवि का यह विचार कि “वहाँ भी तो तुम्हारा ही सहारा है” क्या दर्शाता है?
उत्तर: वह हर स्थिति में प्रिय के प्रभाव और प्रेम में बंधा है।
11. “जो कुछ भी मेरा है, वह तुम्हारे ही कारण है” का अर्थ क्या है?
उत्तर: कवि का प्रत्येक अनुभव और वस्तु प्रिय के प्रभाव से संबंधित है।
12. कवि ने जीवन की स्वीकृति किस कारण से दी है?
उत्तर: क्योंकि सब कुछ प्रिय के कारण संभव और प्रिय है।
13. कविता में कवि की भावनाएँ मुख्यतः किसके इर्द-गिर्द घूमती हैं?
उत्तर: प्रिय, स्नेह, आत्मीयता और जीवन के अनुभव।
14. कवि अपने अनुभव को क्यों “रमणीय उजेला” कहता है?
उत्तर: क्योंकि प्रिय के प्रेम में डूबना सुखद और सौंदर्यपूर्ण अनुभव है।
15. कवि की छटपटाहट किस कारण है?
उत्तर: आत्मा की कमजोरी और अत्यधिक प्रेम की तीव्रता के कारण।
16. कविता में “लापता” होने का क्या भाव है?
उत्तर: प्रिय के स्नेह में पूर्ण विलीन होना और अस्तित्व के अनुभव से दूर होना।
17. कवि जीवन के किसी भी अनुभव को किसके कारण स्वीकार करता है?
उत्तर: प्रिय के कारण।
18. कवि क्यों कहता है कि जो कुछ भी उसका है वह प्रिय के लिए प्यारा है?
उत्तर: क्योंकि प्रिय ही जीवन का केंद्र और प्रेरणा है।
19. कविता का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: प्रेम, आत्मीयता, स्नेह और आत्मिक विलीनता।
20. कवि के दृष्टिकोण में प्रेम का स्वरूप कैसा है?
उत्तर: अत्यंत गहरा, समर्पित और आत्मिक।
21. कवि के शब्द “झेलूँ मैं, उसी में नहा लूँ मैं” का भाव क्या है?
उत्तर: अपने प्रेम और भावनाओं में पूरी तरह डूब जाने की अभिलाषा।
22. कविता में “अंधकार-अमावस्या” का प्रयोग किस भाव को दिखाता है?
उत्तर: अकेलापन, चिंता और अंधकार की प्रतीकात्मकता।
23. कवि की आत्मा कमजोर और अक्षम क्यों है?
उत्तर: अत्यधिक प्रेम और भावनात्मक तीव्रता के कारण।
24. कविता में “धुएँ के बादल” किसका प्रतीक हैं?
उत्तर: भ्रम, अनिश्चितता और मानसिक उलझन।
25. कवि अपने प्रिय के प्रभाव को कैसे देखता है?
उत्तर: अपने जीवन के सभी अनुभवों और वस्तुओं का स्रोत मानता है।
26. कविता में जीवन की स्वीकृति क्यों दिखाई गई है?
उत्तर: क्योंकि प्रिय के प्रभाव में सब कुछ स्वीकार्य और सुंदर है।
27. कवि किस भाव में पूर्ण समर्पण चाहता है?
उत्तर: आत्मिक, भावनात्मक और प्रिय की उपस्थिति में।
28. “पाताली अंधेरे की गुहाओं में” कवि को क्या प्रतीकात्मक लगता है?
उत्तर: अज्ञात, गहन और पूर्ण विलीनता का अनुभव।
29. कविता में भावनाओं की अभिव्यक्ति कैसे हुई है?
उत्तर: गहन संवेदना, आत्मीयता और प्रतीकात्मकता के माध्यम से।
30. कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: प्रेम और आत्मीयता में पूर्ण समर्पण और जीवन के प्रत्येक अनुभव का प्रिय के प्रभाव में होना।
Answer by Dimpee Bora