Chapter - 4 किताबें
प्र.1. इस कविता के कवि कौन हैं?
उ: इस कविता के कवि गुलज़ार हैं।
प्र.2. कविता का शीर्षक क्या है?
उ: कविता का शीर्षक “किताबें” है।
प्र.3. कविता में किस विषय की चर्चा की गई है?
उ: इस कविता में किताबों के प्रति बदलते संबंध और डिजिटल युग के प्रभाव की चर्चा की गई है।
प्र.4. पहले लोग किताबें कैसे पढ़ा करते थे?
उ: लोग किताबें सीने पर रखकर, गोदी में लेकर या घुटनों पर रखकर श्रद्धा से पढ़ते थे।
प्र.5. अब लोग किताबें कैसे पढ़ते हैं?
उ: अब लोग मोबाइल या कंप्यूटर पर उँगली ‘क्लिक’ कर के पढ़ते हैं।
प्र.6. ‘सफा पलटने’ का क्या अर्थ है?
उ: पन्ना पलटने से है।
प्र.7. “अब उँगली ‘क्लिक’ करने से बल झपकी गुजरती है” — इस पंक्ति का भावार्थ बताइए।
उ: अब किताबों के पन्ने नहीं पलटते, बल्कि डिजिटल स्क्रीन पर बस एक क्लिक से सब बदल जाता है।
प्र.8. कवि ने ‘तह-ब-तह खुलता चला जाता है’ से क्या अभिप्राय लिया है?
उ: डिजिटल स्क्रीन पर लगातार नई-नई जानकारी खुलती जाती है।
प्र.9. कवि को किस बात का अफसोस है?
उ: कि किताबों से जो आत्मीय संबंध था, वह अब टूट गया है।
प्र.10. किताबों में क्या-क्या मिला करता था?
उ: सूखे फूल और महके हुए रुक्के (चिट्ठियाँ)।
प्र.11. किताबों से कैसा रिश्ता बनता था?
उ: किताबों से स्नेह, अपनापन और भावनात्मक रिश्ता बनता था।
प्र.12. “किताबें गिरने, उठाने के बहाने रिश्ते बनते थे” — इस पंक्ति का क्या अर्थ है?
उ: किताबें लोगों को एक-दूसरे से जोड़ती थीं; उनसे भावनात्मक संबंध बनते थे।
प्र.13. कवि के अनुसार अब उन रिश्तों का क्या होगा?
उ: वे रिश्ते अब शायद नहीं होंगे।
प्र.14. कवि ने ‘रिहल’ शब्द का प्रयोग किस अर्थ में किया है?
उ: ‘रिहल’ यानी वह ठावनी जिस पर धर्मग्रंथ रखकर पढ़ा जाता है।
प्र.15. “नीम-सजदे में पढ़ा करते थे” का क्या अर्थ है?
उ: श्रद्धा और आदर के भाव से सिर झुकाकर पढ़ना।
प्र.16. कवि ने किताबों को किस रूप में देखा है?
उ: ज्ञान और भावनाओं के जीवंत प्रतीक के रूप में।
प्र.17. कवि को भविष्य में क्या चिंता है?
उ: कि डिजिटल युग में किताबों से जुड़ा आत्मीय संबंध खत्म हो जाएगा।
प्र.18. ‘राब्ता’ शब्द का अर्थ क्या है?
उ: संपर्क या जुड़ाव।
प्र.19. कवि के अनुसार किताबें किससे जुड़ी थीं?
उ: हमारे जीवन, भावनाओं और रिश्तों से।
प्र.20. किताबों में सूखे फूल और रुक्के क्या दर्शाते हैं?
उ: बीते समय की यादें और भावनात्मक जुड़ाव।
प्र.21. कवि को कौन-सी चीज़ों की कमी महसूस होती है?
उ: किताबों को छूने, पलटने और उनकी खुशबू महसूस करने की।
प्र.22. कविता में कौन-सा विरोधाभास दिखाया गया है?
उ: आधुनिक तकनीक की सुविधा और भावनात्मक गहराई के खोने का।
प्र.23. कवि ने “जबीं” शब्द का प्रयोग किस अर्थ में किया है?
उ: माथे या श्रद्धा के प्रतीक के रूप में।
प्र.24. इस कविता में किस परिवर्तन की झलक मिलती है?
उ: पारंपरिक अध्ययन से डिजिटल अध्ययन की ओर परिवर्तन।
प्र.25. कवि का दृष्टिकोण किस प्रकार का है?
उ: संवेदनशील और स्मृतिपरक (nostalgic)।
प्र.26. कवि के अनुसार ‘इल्म’ कैसे मिलता रहेगा?
उ: डिजिटल माध्यम से भी ज्ञान (इल्म) मिलता रहेगा।
प्र.27. लेकिन क्या चीज़ खो जाएगी?
उ: किताबों से मिलने वाली आत्मीयता और मानवीय संबंध।
प्र.28. कविता का केंद्रीय भाव क्या है?
उ: तकनीक के युग में किताबों के साथ मानवीय जुड़ाव का खो जाना।
प्र.29. कविता का उद्देश्य क्या है?
उ: हमें याद दिलाना कि तकनीक के बीच भी किताबों से प्रेम बना रहना चाहिए।
प्र.30. कविता का उपयुक्त शीर्षक क्या हो सकता है?
उ: “किताबों की महक” या “रिश्तों का पन्ना”।
Answer by Dimpee Bora