Chapter-5                                  जूलिया


1. प्रश्न: इस एकांकी का लेखक कौन है?


उत्तर: इस एकांकी के लेखक एंतोन चेखव हैं।


2. प्रश्न: एकांकी में गृहस्वामी कौन है?


उत्तर: गृहस्वामी एक अमीर व्यक्ति है जो जूलिया को काम पर रखता है।


3. प्रश्न: जूलिया कौन है?


उत्तर: जूलिया गृहस्वामी की नौकरानी या सेविका है।


4. प्रश्न: गृहस्वामी ने जूलिया को कितने रूबल देने का नाटक किया?


उत्तर: गृहस्वामी ने जूलिया को अस्सी रूबल देने का नाटक किया।


5. प्रश्न: जूलिया को असल में कितने रूबल मिलते हैं?


उत्तर: उसे शुरू में केवल ग्यारह रूबल दिए जाते हैं।


6. प्रश्न: गृहस्वामी ने जूलिया से “धन्यवाद” सुनकर क्यों गुस्सा किया?


उत्तर: क्योंकि उसने अन्याय सहकर भी धन्यवाद कहा, विरोध नहीं किया।


7. प्रश्न: गृहस्वामी ने जूलिया से क्या कहा?


उत्तर: उसने कहा कि संसार में दब्बू और रीढ़विहीन लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है।


8. प्रश्न: जूलिया ने “धन्यवाद” क्यों कहा?


उत्तर: क्योंकि पहले जिनके यहाँ वह काम करती थी, उन्होंने उसे एक पैसा तक नहीं दिया था।


9. प्रश्न: गृहस्वामी ने जूलिया को पैसे कम क्यों दिए?


उत्तर: उसने यह सब उसे एक सबक सिखाने के लिए किया।


10. प्रश्न: गृहस्वामी ने जूलिया को क्या सिखाना चाहा?


उत्तर: उसने सिखाना चाहा कि अन्याय का विरोध करना चाहिए, खामोश नहीं रहना चाहिए।


11. प्रश्न: जूलिया के हाथ क्यों काँप रहे थे?


उत्तर: डर और घबराहट के कारण उसके हाथ काँप रहे थे।


12. प्रश्न: गृहस्वामी ने जूलिया से माफी क्यों माँगी?


उत्तर: क्योंकि उसने उसके साथ एक क्रूर मजाक किया था।


13. प्रश्न: गृहस्वामी ने अंत में जूलिया को क्या दिया?


उत्तर: उसने उसे उसके पूरे अस्सी रूबल दे दिए।


14. प्रश्न: गृहस्वामी ने संसार को कैसा बताया?


उत्तर: संसार को कठोर, क्रूर, निर्मम और हृदयहीन बताया।


15. प्रश्न: गृहस्वामी जूलिया से इतना क्रोधित क्यों हुआ?


उत्तर: क्योंकि वह अन्याय सहकर भी “जी हाँ मालिक” कहती रही।


16. प्रश्न: गृहस्वामी ने जूलिया से कौन-सा प्रश्न पूछा?


उत्तर: क्या भला कहलाने के लिए व्यक्ति को दब्बू और भीरु बन जाना चाहिए?


17. प्रश्न: गृहस्वामी का स्वर गुस्से में कैसा हो गया था?


उत्तर: काँपने और तुतलाने लगा था।


18. प्रश्न: जूलिया को पहले जिन घरों में काम मिला, वहाँ कैसा व्यवहार हुआ?


उत्तर: वहाँ किसी ने उसे एक पैसा तक नहीं दिया।


19. प्रश्न: गृहस्वामी ने “अपने दाँतों और पंजों के साथ लड़ना होगा” क्यों कहा?


उत्तर: यह कहकर उसने जूलिया को साहस और संघर्ष का महत्व समझाया।


20. प्रश्न: जूलिया की कमजोरी क्या थी?


उत्तर: वह डरपोक थी और अपने अधिकारों के लिए आवाज नहीं उठाती थी।


21. प्रश्न: गृहस्वामी को जूलिया से सहानुभूति क्यों हुई?


उत्तर: क्योंकि वह निर्दोष, सीधी-सादी और असहाय थी।


22. प्रश्न: इस एकांकी का मुख्य संदेश क्या है?


उत्तर: अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना और आत्मसम्मान बनाए रखना जरूरी है।


23. प्रश्न: गृहस्वामी का व्यवहार शुरू में कैसा प्रतीत होता है?


उत्तर: कठोर और धोखेबाज़ जैसा प्रतीत होता है।


24. प्रश्न: अंत में गृहस्वामी के चरित्र का कौन-सा पक्ष सामने आता है?


उत्तर: उसका मानवीय और शिक्षात्मक पक्ष।


25. प्रश्न: “रीढ़विहीन” शब्द का अर्थ क्या है?


उत्तर: जो अपने विचारों पर दृढ़ न हो, डरपोक और कमजोर व्यक्ति।


26. प्रश्न: जूलिया ने गृहस्वामी को धन्यवाद क्यों दिया, जबकि उसे धोखा दिया गया था?


उत्तर: क्योंकि पहले उसे किसी ने कभी पैसे नहीं दिए थे, इसलिए थोड़े पैसे भी उसे उपकार लगे।


27. प्रश्न: गृहस्वामी का यह व्यवहार किस प्रकार का सबक था?


उत्तर: यह एक नैतिक सबक था — “अधिकार के लिए संघर्ष करो”।


28. प्रश्न: जूलिया ने गृहस्वामी से क्या सीखा?


उत्तर: अपने हक के लिए बोलना और अन्याय के सामने चुप न रहना।


29. प्रश्न: “मजदूरी” एकांकी का वातावरण कैसा है?


उत्तर: शिक्षाप्रद और भावनात्मक वातावरण है।


30. प्रश्न: इस एकांकी से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?


उत्तर: हमें दब्बूपन छोड़कर साहसपूर्वक सत्य और न्याय का साथ देना चाहिए।


Answer by Dimpee Bora