Chapter- 19                               वासरू (कविता)


1. कविता का शीर्षक क्या है?


उत्तर: कविता का शीर्षक “वासरू” है। यह शीर्षक कविता के मुख्य पात्र वासरू पर आधारित है, जो पूरी कविता का केंद्र बिंदु है।


2. वासरू कैसा बताया गया है?


उत्तर: वासरू को कविता में ओढाळ, अर्थात् खोडकर, चंचल और हट्टी स्वभाव का बताया गया है। वह अनुशासन में रहना पसंद नहीं करता।


 3. वासरू कहाँ घूमने जाता है?


उत्तर: वासरू अपने कळप को छोड़कर रानी और जंगल की ओर घूमने चला जाता है, जहाँ वह स्वतंत्र रूप से इधर-उधर दौड़ता है।


4. वासरू किसे छोड़कर चला जाता है?


उत्तर: वासरू अपने कळप (झुंड) को छोड़कर अकेला घूमने निकल जाता है, जिससे आगे चलकर उसे कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।


5. वासरू के कानों में क्या भर जाता है?


उत्तर: वासरू के कानों में हवा भर जाती है, जो उसके उन्मुक्त और बेपरवाह स्वभाव का प्रतीक है।


6. वासरू कैसे घूमता है?


उत्तर: वासरू बिना किसी दिशा और उद्देश्य के इधर-उधर घूमता और चक्कर लगाता रहता है।


7. वासरू कहाँ-कहाँ फिरता है?


उत्तर: वासरू रानोमाळ, अर्थात् खुले जंगल और मैदानों में भटकता रहता है।


8. वासरू किस तरह दौड़ने लगता है?


उत्तर: वासरू मोकाट और बेपरवाह होकर तेज़ी से दौड़ने लगता है, उसे किसी प्रकार का डर नहीं रहता।


9. वासरू कौन-सी राह पकड़ता है?


उत्तर: वासरू मनचाही और अनजान राह पकड़ लेता है, जिससे वह रास्ता भटक जाता है।


10. वासरू क्या-क्या भूल जाता है?


उत्तर: वासरू अपने उत्साह में भान, भूख और प्यास सब कुछ भूल जाता है।


11. वासरू के पैरों के नीचे क्या आ जाता है?


उत्तर: वासरू इतनी तेज़ी से दौड़ता है कि उसे लगता है जैसे पूरा जंगल उसके पैरों के नीचे आ गया हो।


12. वासरू क्यों थक जाता है?


उत्तर: लगातार दौड़ने, भटकने और आराम न करने के कारण वासरू बहुत थक जाता है।


 13. थकने के बाद वासरू को क्या याद आता है?


उत्तर: थकने के बाद वासरू को अपने कळप की याद आने लगती है।


 14. वासरू किसके लिए व्याकुल हो जाता है?


उत्तर: वासरू अपने कळप और सुरक्षित वातावरण के लिए व्याकुल हो जाता है।


15. वासरू वापस जाने की कोशिश कब करता है?


उत्तर: जब वासरू पूरी तरह थक जाता है और अकेलापन महसूस करता है, तब वह वापस लौटने की कोशिश करता है।


 16. वापस जाते समय वासरू के साथ क्या होता है?


उत्तर: रास्ता न समझ पाने के कारण वापस जाते समय वासरू और अधिक दूर भटक जाता है।


17.  वासरू आगे क्यों भागता जाता है?


उत्तर: दिशा का ज्ञान न होने और घबराहट के कारण वासरू और आगे भागता चला जाता है।


18. वासरू कैसे भटकता रहता है?


उत्तर: वासरू डरा हुआ, थका हुआ और दिशाहीन होकर भटकता रहता है।


 19. कविता में वासरू की कौन-सी आदत दिखाई गई है?


उत्तर: कविता में वासरू की हठ, चंचलता और अनुशासनहीनता दिखाई गई है।


20.  वासरू किसकी बात नहीं मानता?


उत्तर: वासरू किसी की भी बात नहीं मानता, इसी कारण वह मुसीबत में पड़ता है।


 21. कविता का मुख्य विषय क्या है?


उत्तर: कविता का मुख्य विषय अविचार, स्वतंत्रता का दुरुपयोग और भटकाव है।


22. कविता से क्या सीख मिलती है?


उत्तर: कविता सिखाती है कि बिना सोच-समझे लिए गए निर्णय नुकसानदायक हो सकते हैं।


23. वासरू को कळप से अलग होकर कैसा अनुभव होता है?


उत्तर: पहले उसे आनंद मिलता है, लेकिन बाद में थकान, डर और पछतावा होता है।


24. ‘मोकाट’ शब्द का अर्थ क्या है?


उत्तर: ‘मोकाट’ का अर्थ है स्वतंत्र, खुला और नियंत्रण से बाहर।


25. ‘कळप’ शब्द का अर्थ क्या है?


उत्तर: ‘कळप’ का अर्थ है झुंड या समूह, जहाँ सुरक्षा और अपनापन होता है।


26. वासरू को सबसे ज्यादा परेशानी कब होती है?


उत्तर: जब वह कळप से बहुत दूर निकल जाता है, तब उसे सबसे अधिक परेशानी होती है।


 27. वासरू क्यों डरने लगता है?


उत्तर: अकेलापन और रास्ता न मिलने के कारण वासरू डरने लगता है।


28. कविता में किस भाव का चित्रण है?


उत्तर: कविता में चंचलता, स्वतंत्रता, पछतावा और भटकाव का सुंदर चित्रण है।


 29. वासरू का व्यवहार किसके समान बताया जा सकता है?


उत्तर: वासरू का व्यवहार नासमझ और जिद्दी बच्चे के समान है।


 30. कविता का संदेश एक वाक्य में लिखिए।


उत्तर: कविता का संदेश है कि अपने मार्गदर्शन और समूह से दूर जाना अंततः परेशानी और पछतावे का कारण बनता है।

Answer by Dimpee  Bora