Chapter- 24                  कापणी (कविता)


प्रश्न 1: इस कविता का शीर्षक क्या है?

उत्तर: इस कविता का शीर्षक “काळपुना” है। यह शीर्षक ग्रामीण जीवन से जुड़ा हुआ है और सीधे तौर पर खेतों में होने वाले कापनी कार्य तथा उससे जुड़े सामूहिक श्रम और उत्सव का संकेत देता है।


प्रश्न 2: कविता की रचनाकार कौन हैं?

उत्तर: इस कविता की रचनाकार बहिणाबाई चौधरी हैं। वे लोकजीवन की प्रसिद्ध कवयित्री थीं और उन्होंने अपने काव्य में ग्रामीण संस्कृति, किसान जीवन और स्त्रियों के श्रम को सजीव रूप में प्रस्तुत किया है।


प्रश्न 3: कविता का मुख्य विषय क्या है?

उत्तर: कविता का मुख्य विषय खेतों में होने वाली कापनी अर्थात फसल कटाई है। इसके माध्यम से कवयित्री ने किसानों और खेतिहर मजदूरों के जीवन, उनकी मेहनत और सामूहिक कार्य भावना को उजागर किया है।


प्रश्न 4: कविता में किस ऋतु या समय का वर्णन है?

उत्तर: कविता में फसल के पकने और उसकी कटाई के समय का वर्णन है। यह वह समय होता है जब किसानों की महीनों की मेहनत का फल मिलता है और खेतों में चहल-पहल बढ़ जाती है।


प्रश्न 5: “कापनी” शब्द का क्या अर्थ है?

उत्तर: “कापनी” शब्द का अर्थ है फसल काटने की प्रक्रिया। यह कृषि जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें पकी हुई फसल को खेत से काटकर घर लाया जाता है।


प्रश्न 6: कविता में कौन-कौन से कार्य बताए गए हैं?

उत्तर: कविता में फसल काटने, उसे संभालने, खेत में काम करने, औजार उठाने और कापनी के बाद भोजन की तैयारी जैसे अनेक ग्रामीण कार्यों का उल्लेख किया गया है।


प्रश्न 7: “पीक पिवये पिवये” से क्या संकेत मिलता है?

उत्तर: “पीक पिवये पिवये” से यह संकेत मिलता है कि फसल पूरी तरह पक चुकी है और अब उसे काटने का सही समय आ गया है। यह शब्द समृद्धि और भरपूर उपज का भाव भी प्रकट करता है।


प्रश्न 8: कविता में किस प्रकार की भाषा का प्रयोग हुआ है?

उत्तर: कविता में ग्रामीण और लोकभाषा का प्रयोग हुआ है। यह भाषा सरल, सहज और आम लोगों के जीवन से जुड़ी हुई है, जिससे कविता अधिक प्रभावशाली बन जाती है।


प्रश्न 9: कविता किसके जीवन को दर्शाती है?

उत्तर: कविता किसान और ग्रामीण मजदूरों के जीवन को दर्शाती है। इसमें उनके दैनिक परिश्रम, संघर्ष और सामूहिक जीवन की झलक मिलती है।


प्रश्न 10: कविता में हाथ में क्या पकड़ने की बात कही गई है?

उत्तर: कविता में हाथ में हसिया या कापनी पकड़ने की बात कही गई है, जो फसल काटने का मुख्य औजार होता है और किसानों के श्रम का प्रतीक है।


प्रश्न 11: कविता में श्रम का चित्रण कैसे हुआ है?

उत्तर: कविता में श्रम का चित्रण सामूहिक मेहनत के रूप में हुआ है, जहाँ सभी लोग मिल-जुलकर खेत में काम करते हैं और कठिन परिश्रम को उत्सव की तरह अपनाते हैं।


प्रश्न 12: “गोफनी” शब्द का प्रयोग किस लिए हुआ है?

उत्तर: “गोफनी” शब्द का प्रयोग खेत के काम में उपयोग होने वाले उपकरण या व्यवस्था के लिए हुआ है, जो कापनी के कार्य को सुचारु रूप से करने में सहायक होता है।


प्रश्न 13: कविता में किस प्रकार की भावना प्रकट होती है?

उत्तर: कविता में उत्साह, परिश्रम और आनंद की भावना प्रकट होती है। कठिन मेहनत के बावजूद लोगों के मन में खुशी और संतोष का भाव दिखाई देता है।


प्रश्न 14: कविता में स्त्रियों की भूमिका क्या दिखाई गई है?

उत्तर: कविता में स्त्रियों की सक्रिय भूमिका दिखाई गई है। वे भी पुरुषों के साथ कापनी के काम में बराबरी से भाग लेती हैं, जिससे ग्रामीण जीवन में स्त्री-पुरुष सहयोग का चित्र उभरता है।


प्रश्न 15: कविता ग्रामीण जीवन की कौन-सी विशेषता दिखाती है?

उत्तर: कविता ग्रामीण जीवन की सहयोग, सामूहिकता और आपसी मेल-जोल की विशेषता को दर्शाती है, जहाँ सभी लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करते हैं।


प्रश्न 16: “थाप लागली पिकाची” का क्या अर्थ है?

उत्तर: “थाप लागली पिकाची” का अर्थ है कि फसल पूरी तरह तैयार और पक चुकी है, अब उसे काटने में कोई बाधा नहीं है।


प्रश्न 17: कविता में थकान का उल्लेख कैसे हुआ है?

उत्तर: कविता में आँखों पर झपकी आने का उल्लेख करके थकान का संकेत दिया गया है, जो लगातार मेहनत करने के बाद स्वाभाविक रूप से महसूस होती है।


प्रश्न 18: कविता में भोजन की तैयारी का उल्लेख क्यों हुआ है?

उत्तर: कविता में भोजन की तैयारी का उल्लेख इसलिए हुआ है ताकि यह दिखाया जा सके कि कापनी के बाद श्रमिकों को आराम और भोजन की आवश्यकता होती है।


प्रश्न 19: “घीसन चोपनी” का क्या संकेत है?

उत्तर: “घीसन चोपनी” खाने-पीने की तैयारी और घरेलू कार्यों का संकेत देता है, जो कापनी के बाद जीवन की सामान्य दिनचर्या को दर्शाता है।


प्रश्न 20: कविता में किस प्रकार का वातावरण है?

उत्तर: कविता में जीवंत, मेहनत भरा और उत्सव जैसा वातावरण है, जहाँ श्रम के साथ-साथ आनंद और उल्लास भी मौजूद है।


प्रश्न 21: कविता का स्वर कैसा है?

उत्तर: कविता का स्वर सरल, सहज और लोकधर्मी है, जो सीधे पाठक के हृदय को छूता है और ग्रामीण जीवन की सच्चाई को उजागर करता है।


प्रश्न 22: बहिणाबाई चौधरी की कविता की विशेषता क्या है?

उत्तर: बहिणाबाई चौधरी की कविता की विशेषता यह है कि वे लोकजीवन, ग्रामीण संवेदना और स्त्री अनुभवों को बहुत स्वाभाविक और सजीव रूप में प्रस्तुत करती हैं।


प्रश्न 23: कविता में किसानों की मनःस्थिति कैसी दिखाई गई है?

उत्तर: कविता में किसानों की मनःस्थिति उत्साहित, संतुष्ट और आशावादी दिखाई गई है, क्योंकि उनकी मेहनत सफल हुई है और फसल अच्छी हुई है।


प्रश्न 24: कविता में प्रकृति का क्या योगदान दिखाया गया है?

उत्तर: कविता में यह दिखाया गया है कि प्रकृति ने भरपूर फसल देकर मानव श्रम को सफल बनाया है और किसान के जीवन में समृद्धि लाई है।


प्रश्न 25: कविता किस साहित्यिक धारा से जुड़ी है?

उत्तर: कविता लोककाव्य और ग्रामीण साहित्य की धारा से जुड़ी है, जिसमें जनजीवन और लोकसंस्कृति का प्रमुख स्थान होता है।


प्रश्न 26: कविता में सामूहिक श्रम क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: कविता में सामूहिक श्रम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कापनी का कार्य अकेले संभव नहीं होता, इसे मिल-जुलकर ही सफलतापूर्वक पूरा किया जाता है।


प्रश्न 27: कविता में किस सामाजिक जीवन का चित्रण है?

उत्तर: कविता में ग्रामीण समाज के दैनिक जीवन, उनके कार्य, सहयोग और परंपराओं का सजीव चित्रण है।


प्रश्न 28: कविता पढ़कर पाठक को क्या संदेश मिलता है?

उत्तर: कविता पाठक को यह संदेश देती है कि मेहनत, सहयोग और श्रम का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि यही जीवन की सच्ची पूँजी है।


प्रश्न 29: कविता की भाषा पाठक को क्यों आकर्षित करती है?

उत्तर: कविता की भाषा सरल, लयात्मक और लोकजीवन से जुड़ी होने के कारण पाठक को सहज ही आकर्षित करती है और भावनात्मक रूप से जोड़ती है।


प्रश्न 30: “काळपुना” कविता का मूल भाव क्या है?

उत्तर: “काळपुना” कविता का मूल भाव ग्रामीण जीवन की सादगी, सामूहिक श्रम, प्रकृति से जुड़ाव और मेहनत से मिलने वाले आनंद को प्रभावशाली रूप में व्यक्त करना है।

Answer by Dimpee Bora