गांँव से शहर की ओर
👉TEXTBOOK SOLUTION
👉Download Book PDF
👉MCQ Online Exam Click Here
👉MCQs Question Answer
👉Paid Answer (Buy Now)
(अ) सही विकल्प का चयन करो:
1. कवि ने गांँव से शहर की ओर निकलने के बाद क्या अनुभव किया?
उत्तर: उनकी पहुंँच गांँव से बाहर है।
2. शहर से गांँव की सैर को निकलने के पश्चात कवि को कैसा लगा?
उत्तर: गांँव तक उनकी पहुंँच नहीं रही।
3. कवि इस कविता के माध्यम से यही कहना चाहते हैं कि-
उत्तर: अब गांँव के लोग शहर की ओर आने लगे और वे फिर वापस गांँव जाना नहीं चाहते।
(आ) पूर्ण वाक्य में उत्तर दो:
1. पहली बार लेखक कहांँ सैर करने निकले थे?
उत्तर: पहली बार लेखक गांँव से बाहर अर्थात 'शहर' की और सैर करने निकले थे।
2. दूसरी बार लेखक कहांँ सैर करने निकले?
उत्तर: दूसरी बार लेखक गांँव की ओर सैर करने निकले।
3. 'गांँव के बाहर हमारी पहुंच नहीं है'- हमारे जीवन की किस स्थिति का परिचायक है?
उत्तर: 'गांँव के बाहर हमारी पहुंँच नहीं है' यह हमारे जीवन की त्रासद स्थिति का परिचायक है।
(इ) लगभग 50 शब्दों में उत्तर दो:
1.पहले गांँव के लोग शहर क्यों नहीं आना चाहते थे या आये भी तो गांँव क्यों लौट जाना चाहते थे?
उत्तर: पहले गांँव के लोग शहर नहीं आना चाहते थे। क्योंकि पहले गांँव से शहर तक का रास्ता अच्छा नहीं था। ऊपर से शहर में गांँव जैसा प्राकृतिक सौंदर्य उन्हें कहा मिलता। अपने गांँव में अपने परिवार के बीच रहना, खेती-बाड़ी करना, पशु पक्षियों को पालना यह सब उनके जीवन का हिस्सा था। उन्हें इसी तरह रहने की आदत थी। अतः इसीलिए गांँव के लोग शहर जाकर भी लौट आते थे।
2. वर्तमान समय में लोग गांँव की अपेक्षा शहर में रहना अधिक पसंद करने लगे हैं, क्यों?
उत्तर: वर्तमान समय आधुनिक समाज का योग है। विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि हर एक क्षेत्र में विज्ञान ने आधुनिकता की छाप छोड़ दी है। आज विडंबना यह है कि नगरीकरण की प्रक्रिया के कारण गांँव के लोग शहर की ओर जा तो रहे हैं लेकिन वह वापस गांँव नहीं आना चाहते। क्योंकि आधुनिक जीवन शैली ने उन्हें इतना प्रभावित किया है कि वे शिक्षा हेतु, व्यापार हेतु, नौकरी हेतु, आधुनिक सुविधा हेतु शहर में ही रहना चाहते हैं। यही कारण है कि वर्तमान समय में लोग गांँव की अपेक्षा शहर में रहना अधिक पसंद करने लगे हैं।
3. 'गांँव तक हमारी पहुंँच नहीं रही'- इस कथन से कवि का आशय क्या है?
उत्तर: इस कथन से कवि का आशय यह है कि पहले लोग गांँव को ही अपना सब कुछ मान जीवन निर्वाह करते थे। लेकिन जब नवीकरण की दौड़ शुरू हुई तब गांँव से शहर तक का सफर आसान हो चला और शिक्षा, व्यापार, नौकरी, आधुनिक सुविधाओं के लिए वे शहर जाने लगे। आधुनिकता ने गांँव से आए लोगों को इस प्रकार प्रभावित किया कि वे लोग जीविका हेतु शहर में ही रहना पसंद करने लगे। अब शहर में रहकर उनकी आदत बन चुकी है और वह गांँव जाना नहीं चाहते। अर्थात कवि ने इसी प्रसंग को अपने कविता के जरिए कहा है कि 'गांँव तक हमारी पहुंँच नहीं रही।'
4. 'पहुंँच नहीं है' और 'पहुंँच नहीं रही'- कथनों के अभिप्राय में क्या अंतर है?
उत्तर: यहांँ 'पहुंँच नहीं है' का अभिप्राय इस बात से है कि पहले जब लोग अपने गांँव से बाहर निकलते थे तब सारे रास्ते वापस गांँव की और ही आते थे। उन्हें गांँव से बाहर की दुनिया रास नहीं आती थी। उन्हें गांँव की प्रकृति के बीच रहना ही आनंददायक लगता था। वह अपने परिवार और खेतों के बीच ही अपना सब कुछ मानते थे। इसलिए उनकी पहुंँच गांँव तक ही सीमित थी। बाहर की दुनिया से उनका कोई लगाव नहीं था।
दूसरी तरफ 'पहुंँच नहीं रही' इसका अभिप्राय यह है कि जब आधुनिकता ने गांँव के लोगों को आकर्षित किया तब गांँव के लोग शहर की ओर जाने लगे। जिसके चलते तेजी से बढ़ते आधुनिक सुविधाओं का लाभ उठाने लगे और शहर में ही स्थाई रूप से रहने लगे। अर्थात अब गांँव तक उनकी पहुंँच नहीं रही।
5. 'उस बार' और 'इस बार' की स्थितियों में कवि ने क्या परिवर्तन पाया है?
उत्तर: 'उस बार' की स्थिति में कवि ने पाया कि गांँव से बाहर तक का रास्ता वापस घूम फिर कर गांँव तक ही आता था। तब लोगों के लिए गांँव ही सब कुछ था।
'इस बार' की स्थिति में कवि ने पाया कि लोगों को शहर से गांँव जाना पसंद नहीं है उल्टा गांँव के लोग शहर की ओर दौड़े चले आ रहे हैं।
6. 'सारे रास्ते' कहने के बाद भी 'डगर' और 'पगडंडियाँ' - इस कथन का अभिप्राय क्या है?
उत्तर: इस कथन का अभिप्राय उस प्रकार के रास्तों से है जो रास्ता कच्चा और यात्रा हेतु सुविधा दायक नहीं है।गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए जिस कच्चे तंग रास्ते का इस्तेमाल होता है उसे डगर कहते हैं और जो गांँव का मुख्य रास्ता होता है जिस रास्ते पर लोगों के आने जाने पर पतला सँकरा मार्ग बन जाता है वह पगडंडी कहलाता है।
Additional Questions And Previous Paper Solve
संक्षिप्त प्रश्न:
1. इस कविता से कवि क्या बताना चाहते हैं?
उत्तर: कवि इस कविता में गाँव से शहर की ओर पलायन की प्रक्रिया और दोनों के बीच बदलते संबंधों को व्यक्त करते हैं। गाँव अब शहरों की ओर आकर्षित हो रहा है, और यह ग्रामीण जीवन की त्रासदी है कि लोग शहर की चकाचौंध में गाँवों को छोड़ते जा रहे हैं।
2. पहली बार कवि की पहुँच गाँव से बाहर क्यों नहीं थी?
उत्तर: पहली बार कवि की पहुँच गाँव से बाहर इसलिए नहीं थी क्योंकि तब गाँव के रास्ते और पगडंडियाँ गाँव की ओर ही लौटती थीं। इसका अर्थ है कि गाँव के लोग तब शहर की ओर कम आकर्षित होते थे और अपने गाँव के जीवन से संतुष्ट रहते थे।
3. पहले सब गाँव ही वापस क्यों आते थे?
उत्तर: पहले सब गाँव वापस इसलिए आते थे क्योंकि गाँव का जीवन शांत, स्थिर और आत्मनिर्भर था। लोगों के लिए गाँव की सादगी और परंपराएँ महत्वपूर्ण थीं, इसलिए वे शहर जाने के बाद भी गाँव लौट आते थे।
4. सारे रास्ते गाँव के शहर की ओर दौड़ रहे हैं। इससे कवि क्या कहना चाहते हैं?
उत्तर: कवि कहना चाहते हैं कि अब गाँवों के लोग शहरों की सुविधाओं और अवसरों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। गाँवों से शहर की ओर पलायन बढ़ रहा है, और ग्रामीण जीवन की स्थिति बदल रही है।
5. पहले गाँव के लोग शहर क्यों नहीं आना चाहते थे या आये भी तो गाँव क्यों लौट जाना चाहते थे?
उत्तर: पहले गाँव के लोग शहर नहीं आना चाहते थे क्योंकि वे अपने गाँव के शांतिपूर्ण जीवन और पारंपरिक मूल्यों से संतुष्ट थे। अगर वे शहर जाते भी थे, तो उन्हें वहाँ की व्यस्तता और आपाधापी पसंद नहीं आती थी, और वे वापस गाँव लौट आते थे।
विवरणात्मक प्रश्न:
1. (क) इस कविता का सारांश लिखो।
उत्तर: इस कविता में कवि नगरीकरण की प्रक्रिया से उत्पन्न गाँव और शहर के बीच के संबंधों की विडंबना को व्यक्त करते हैं। पहले समय में गाँव से शहर की ओर जाने की सोच भी कठिन थी, लेकिन अब गाँवों के लोग शहर की सुविधाओं और रोजगार की संभावनाओं के कारण पलायन करने लगे हैं। इस कविता में कवि इस बदलाव को बड़ी संवेदनशीलता से चित्रित करते हैं।
(ख) शहर की किन सुविधाओं के कारण गाँव के लोग शहर की ओर चलने लगे हैं?
उत्तर: शहर में रोजगार के अधिक अवसर, आधुनिक सुविधाएँ जैसे बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ लोगों को आकर्षित करती हैं। इसके अलावा, गाँव में रोजगार की कमी और कृषि से होने वाली सीमित आय के कारण भी लोग शहर की ओर पलायन करने लगे हैं।
2. वर्तमान समय में लोग गाँव की अपेक्षा शहर में रहना अधिक पसंद करने लगे हैं, क्यों?
उत्तर: वर्तमान समय में लोग शहर की ओर इसलिए आकर्षित होते हैं क्योंकि वहाँ अधिक रोजगार के अवसर, आधुनिक सुविधाएँ, उच्च शिक्षा के संस्थान और स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध होती हैं। गाँवों की अपेक्षा शहरों में जीवन के अधिक अवसर और विकास की संभावनाएँ होती हैं, इसलिए लोग शहरों को पसंद करने लगे हैं।
3. उस बार और इस बार की स्थितियों में कवि ने क्या परिवर्तन पाया है?
उत्तर: कवि ने पहली बार पाया कि गाँव से शहर की ओर जाना कठिन था, क्योंकि लोग गाँव से बाहर जाने के बारे में सोचते नहीं थे और वे गाँव के जीवन से संतुष्ट थे। दूसरी बार, कवि ने पाया कि अब हालात बदल गए हैं। अब गाँव के लोग शहर की ओर भाग रहे हैं, और गाँवों से शहरों की ओर पलायन बढ़ गया है।
सप्रसंग व्याख्या:
(क) इस बार हम फिर शहर से गाँव की सैर को निकले और हमने पाया कि गाँव तक हमारी पहुँच नहीं रही : सारे रास्ते, अब गाँव से शहर की ओर दौड़ रहे हैं।
उत्तर: इस पंक्ति में कवि यह दिखाना चाहते हैं कि वर्तमान समय में गाँव के लोग शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं। पहले लोग गाँव में ही रहना पसंद करते थे, लेकिन अब सभी रास्ते शहर की ओर भाग रहे हैं। इसका मतलब यह है कि ग्रामीण जीवन धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है और नगरीकरण की ओर बढ़ रहा है।
(ख) व्याख्या करो: सारे रास्ते, अब गाँव से बाहर की ओर दौड़ रहे हैं।
उत्तर: इस पंक्ति में कवि कहना चाहते हैं कि पहले लोग गाँव में रहते थे और गाँव के भीतर ही उनकी गतिविधियाँ होती थीं। परंतु अब स्थिति बदल गई है, और अब सभी लोग गाँव से बाहर, विशेषकर शहर की ओर जा रहे हैं। यह गाँवों के खालीपन और ग्रामीण जीवन के विलुप्त होने का प्रतीक है।
Answer by - Reetesh Das and Suman Saikia
MA in Hindi ( G.U)
-------------------------------
বেলেগ ধৰণৰ উত্তৰ পাবলৈ এই লিংক টোত ক্লিক কৰক 👇
👉Click Here Might Learn
-------------------------------
বেলেগ ধৰণৰ উত্তৰ পাবলৈ এই লিংক টোত ক্লিক কৰক 👇
👉Click Here Might Learn
-------------------------------