Lesson -15

                (राखी की चुनौती)

1. राखी किस से बांँधी जाती है?

उत्तर: राखी भाई को बहन के द्वारा बांँधी जाती है। जिसे रक्षाबंँधन कहा जाता है। हर एक बहन अपने भाई को राखी बांँधकर अपना प्यार जताती है और भाई भी उस बंँधन का मान रखते हुए उसकी सुरक्षा का दायित्व लेता है। एवं सुरक्षा के लिए वचनबद्ध होता है।


2. राखी कब बांँधी जाती है?

उत्तर: राखी श्रावण महीने की पूर्णिमा को बांँधी जाती है। जिसे रक्षाबंँधन का त्यौहार कहा जाता है।


3. भाई और बहन का संबंध कैसा होना चाहिए?

उत्तर: भाई और बहन का संबंध प्रेम, विश्वास, सहयोग और समर्पण की भावनाओं से बंँधी होनी चाहिए। भाई हमेशा से बहनों की रक्षा करता आया है। बहन भी उसकी कलाई पर राखी बांँधकर रक्षा का वचन मांँगती है। हर मुश्किल घड़ी में भाई अपने बहन के पीछे खड़ा रहता है। बहन भी अपने भाई से उतना ही स्नेह और प्यार करती है जितना उसका भाई करता है। बहन के लिए उसका भाई साहस का प्रतीक है।


4. 'राखी की चुनौती' कविता का मूल स्वर क्या है?

उत्तर: राखी की चुनौती कविता देश प्रेम की भावना से लिखी गई कविता है। जिसे सुभद्रा कुमारी चौहान जी ने स्वतंत्रता के पूर्व लिखा है। इस कविता के जरिए कवियत्री उन नौजवान भाइयों को राखी की चुनौती देकर आजादी की लड़ाई में कूद पड़ने का आह्वान कर रही है।

          कवियत्री का कहना है कि एक बहन राखी के शुभ अवसर पर बहुत खुश है। वे इतने खुश है कि फूले नहीं समा रही। उन बहनों को भी लगता है कि आज जिस प्रकार बादलों में बिजली चमक रही है, आकाश में बादल गरज रहे हैं, वे भी मानो अपना खुशी व्यक्त कर रहे हैं। नाना प्रकार के  चमकती, झिलमिलाती हुई राखियांँ थाली पर सही है। पूर्णिमा भी इस अवसर पर बहुत सुंदर प्रतीत हो रही है। कवियत्री उन बहनों को बधाई देती है जिनके पास राखी बांँधने के लिए भाई है। लेकिन कवियत्री खुश नहीं है। क्योंकि उसके पास राखी बंँधवाने के लिए उसका भाई नहीं है। वह तो अंग्रेजों के कारागार में बंद है। कवियत्री को गर्व है कि स्वाधीनता आंदोलन में सक्रियता दिखाने के जुर्म में उसे सजा मिली है। यदि आज उसका भाई उसके पास होता, तो कवियत्री और भी अधिक प्रसन्न होती। कवियत्री उन नौजवान भाइयों से आह्वान कर रही है कि देश की आजादी हेतु वे बहनों से राखी बनवाई। और वे उन राखी को रेशम की कोमल डोरी न समझे, उसे लोहे की हथकड़ी समझे। जो कि आजादी के लिए जेल जाने का निमंत्रण है। इस प्रकार कवियत्री देश के भाइयों को राखी की चुनौती देकर आजादी की लड़ाई में कूद पड़ने का संदेश दे रही है। अतः यही 'राखी की चुनौती' कविता का मूल स्वर है।


5. व्याख्या कीजिए-

 (क)

'कहीं राखियाँ हैं चमक है कहीं पर,

कहीं बूंँद है, पुष्प प्यारे खिले हैं।

यह आई है राखी, सुहाई है पूनो,

बधाई उन्हें जिनको भाई मिले हैं।।'


उत्तर:

संदर्भ- प्रस्तुत पंक्तियांँ हमारी हिंदी पाठ्य पुस्तक हिंदी साहित्य संकलन के अंतर्गत सुभद्रा कुमारी चौहान जी द्वारा रचित 'राखी की चुनौती' कविता से ली गई है।


प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियों के जरिए कवियत्री उन बहनों को बधाई दे रही है जिनके पास भाई है।


व्याख्या- कवियत्री कहती है कि इस राखी के त्यौहार पर कई अनेक प्रकार की राखियांँ पड़ी है। राखी की थालियों  में कई चमकती और झिलमिलाती हुई राखियांँ सजी हुई है। इस शुभ अवसर पर कहीं पानी की बूंदे झिलमिला रही है, तो कहीं पर सुंदर-सुंदर फूल खिले हुए हैं। कवियत्री कहती है कि यही तो रक्षाबंँधन का त्यौहार है, जिसका साक्षी वह पूर्णिमा है। जो बहुत ही सुंदर प्रतीत हो रहा है। इसी वातावरण को देख कवियत्री उन बहनों को बधाई देती हुई कहती है कि वे बहनें खुश किस्मत है जिनको आज भाई मिले हैं।


(ख)

आते हो भाई? पुनः पूछती हूंँ-

की माता के बंधन की है लाज तुमको?

-तो बन्दी बनो, देखो बन्धन है कैसा,

चुनौती यह राखी की है आज तुमको।।


उत्तर:

संदर्भ- प्रस्तुत पंक्तियांँ हमारी हिंदी पाठ्य पुस्तक हिंदी साहित्य संकलन के अंतर्गत सुभद्रा कुमारी चौहान जी द्वारा रचित 'राखी की चुनौती' कविता से ली गई है।


प्रसंग- यहांँ देश को स्वतंत्र कराने के लिए बहन अपने भाई को राखी की चुनौती दे रही है। 


व्याख्या- कवियत्री के अनुसार बहने अपने भाई से प्रश्न कर रही है कि क्या वह देश हित के लिए राखी बंँधवाने आ रहा है? क्या उसे मातृभूमि की गुलामी की लाज है? अगर है तो वह देश के लिए बंदी बने, वह खुद महसूस करें की बंदी होना कैसा होता है। अतः बहन अपने भाई को राखी की चुनौती देती हुई कहती है कि वह अपने मातृभूमि को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराएंँ। अगर देश हित के लिए उसे जेल भी जाना पड़े तो उसे यह दायित्व उठाना है। लोहे की जंजीरों को बहन की राखी समझ देश को स्वतंत्र कराना है।


6. अतिरिक्त प्रश्न उत्तर:

(क) सुभद्रा कुमारी चौहान जी का जन्म कब और कहांँ हुआ था?

उत्तर: सुभद्रा कुमारी चौहान जी का जन्म सन 1904 ई. में प्रयाग के निहालपुर गांँव में हुआ था।


(ख) सुभद्र कुमारी चौहान जी की किन्ही तीन प्रसिद्ध रचनाओं के नाम लिखो?

उत्तर: मुकुल, बिखरे मोती, झांँसी की रानी, उन्मादिनी, त्रिधारा, सभा के खेल आदि आदि।


(ग) राखी की चुनौती किस प्रकार की कविता है?

उत्तर: 'राखी की चुनौती' देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत एक कविता है। जो प्राक स्वाधीनता कालीन लेखनी है।


(घ) राखी की चुनौती कविता का मूल उद्देश्य क्या है?

उत्तर- देश को गुलामों से आजाद कराना ही कविता का मूल संकल्प एवं उद्देश्य है।


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Reetesh Das

(M.A in Hindi)