Lesson 1

      (हम प्रभात की नई किरण हैं)


1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखो:

(क) प्रभात की नई किरण कौन है?

उत्तर: प्रभात की नई किरण नवीन भारत के नवीन बालक बालिकाएंँ हैं।


(ख) प्रताप और शिवा कौन थे? इनसे हमें कौन सी प्रेरणा लेते हैं?

उत्तर: राजपूत घराने के 'महाराणा प्रताप' मेवाड़ के राजा थे। दूसरी और छत्रपति शिवाजी मराठा साम्राज्य के  राजा थे। यह दोनों प्रतापी महाराजा शौर्यवान एवं वीरता की मिसाल है। 

          इनसे हम कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हार न मानने की प्रेरणा लेते है।


(ग) प्रस्तुत कविता का मूल उद्देश्य क्या है?

उत्तर: अपने देश की गरिमा उजागर करने हेतु नवीन बालक बालिकाओं को प्रोत्साहित करना ही प्रस्तुत कविता का मूल उद्देश्य है।


(घ) प्रस्तुत कविता से हमें क्या सीख मिलती है?

उत्तर: प्रस्तुत कविता से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने देश का सम्मान और देश की गरिमा को बनाए रखने के लिए अपना योगदान देना चाहिए। हृदय में देशभक्ति की भावना लिए सुकर्म से देश का नाम ऊंँचा करना चाहिए। और कभी भी अत्याचारी और पाखंडियों के सामने अपना सर झुकाए बिना उनका सामना करना चाहिए। 


2. व्याख्यामूलक प्रश्न:

(क) "हम प्रहरी ऊँचे हिमगिरि के।

       सुरभि स्वर्ग की लेते हैं।।"

(i) यह पद्यांश किस कविता से उद्धृत है? इसके कवि कौन है?

उत्तर: यह पद्यांश 'हम प्रभात की नई किरण है' नामक कविता से उद्धृत है।

      इस कविता के कवि है रामधारी सिंह 'दिनकर'।


(ii) कवि ने देश के बालक-बालिकाओं को हिमगिरी के प्रहरी क्यों कहा है?

उत्तर: कवि ने देश के बालक बालिकाओं को हिमगिरी के प्रहरी  कहा है क्योंकि हिमगिरी पर्वत भारत देश की सीमाओं पर स्थित है। और  देश की सीमा लांगकर कोई दुश्मन आ न सके इस हेतु भारत के नौजवान हमेशा हिमगिरी पर पहरा देकर अपने देश को दुश्मनों से बचाते आए हैं।


(iii) यहांँ स्वर्ग की सुरभि से क्या मतलब है?

उत्तर: यहांँ स्वर्ग की सुरभि से मतलब उन सुंदर-सुंदर वादियों से है, जो  हिमगिरी के पर्वतों पर स्थित है। जहांँ रहने पर स्वर्ग जैसा एहसास मिलता है।


(ख) "हम नवीन भारत के सैनिक

       धीर, वीर, गंभीर, अचल।"

(i) प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने भारतीय सैनिकों की प्रशंसा किस तरह से की है?

उत्तर: प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने भारतीय सैनिकों की प्रशंसा करते हुए कहा है कि वे स्वतंत्र भारत की नई रोशनी एवं उमंग है, जिनमें धैर्यशील, साहसी, गंभीर और दृढ़ संकल्प जैसे गुण मौजूद है।


(ii) कवि ने यहांँ भारत की गरिमा की रक्षा हेतु किसे प्रोत्साहित किया है?

उत्तर: कवि ने यहांँ भारत की गरिमा की रक्षा हेतु नवीन बालक-बालिकाओं को प्रोत्साहित किया है।


(iii) प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने सैनिकों को कौन-से गुण धारण करने के लिए कहा है?

उत्तर: प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने सैनिकों को धैर्यशील, साहसी, गंभीर और किसी के आगे न झुकने जैसे गुण धारण करने के लिए कहा है।


3. कविता का मूल भाव सरल हिंदी में लिखो।

उत्तर: कवि का कहना है कि जिस प्रकार एक नई सुबह अपने साथ एक नई उम्मीद की किरण लिए प्रकाशित होता है, ठीक उसी प्रकार  देश के नवीन बालक बालिकाएंँ भी नए भारत की रोशनी के समान है। वे भारत के सैनिक है। जिनमें धैर्यशीलता, साहसी गंभीर और दृढ़ संकल्प जैसे गुण मौजूद है। कवि आगे कहते हैं कि देश की सीमाओं पर जो ऊंँचे-ऊंँचे हिमगिरी पर्वत है, उन पर्वतों पर देश की सुरक्षा हेतु हम पहरा देते हाय हैं। हिमगिरी कि वे वादियांँ मानो स्वर्ग समान है। जो भी उन वादियों की पहरेदारी करता है, वे मानो स्वर्ग समान उन वादियों की सुगंध एवं सौंदर्य पर मन मुग्ध हो जाता है। कवि ने भारतवासियों को धरती का शांति दूत कहा है। क्योंकि जिसने भी शरण  लेना चाहा भारत वासियों ने उसे आदरपूर्वक शरण दिया है। इस भारत माता ने न जाने कितने वीरों को जन्म दिया है और उसी भारत मांँ की आंँखों के हम नवीन उजाले हैं। जिस देश में पवित्र गंगा-यमुना नदियांँ बहती है तथा देश के चारों ओर जो हिंद महासागर है उन सबकी हम रखवाली करते हैं। 

        अंत में कवि का कहना है कि हम ऐसे शिवाजी और प्रताप के वंशज है जिन्होंने हार न मानते हुए घास की रोटी खाकर भी शत्रु से संघर्ष किया था। ठीक उसी प्रकार हम भी कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना कर सकते हैं। और यह भी उपदेश दिया है कि अत्याचारी या पाखंडियों के आगे कभी भी अपना सिर नहीं झुकाना चाहिए।


4. निम्नलिखित शब्दों से अलग-अलग वाक्य बनाओ:

उत्तर:

दिन: तुमसे हर दिन मुलाकात होती है।

दीन:  आजकल दीन दुखियों की कोई नहीं सुनता।


कमल: कमल का फूल बहुत सुंदर है।

कलम: कलम की ताकत तलवार से ज्यादा होती है।


अविराम: वह अविराम गति से अपना काम करता गया।

अभिराम: उसने जो गुड़िया खरीदी वह बड़ी ही अभिराम है।


अंक: दो अंकों से ब्राजील की टीम आगे चल रही है।

अंग: गंभीर बीमारी के कारण उसके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है।


5. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थक शब्द:

उत्तर:

प्रभात:   सुबह, प्रातः

धारणी:   धरती, जमीन

हिमगिरी: हिमाचल, पर्वतराज

रखवाला: रक्षक, प्रहरी

किरण:    रोशनी, प्रकाश

प्रहरी:     चौकीदार, पहरेदार


Reetesh Das

(M.A in Hindi)