कौए की चतुराई


1. प्रशनों के उत्तर  दो-

(क) कौए को क्या लग रही थी?
उत्तरः- कौए को प्यास लग रही थी। 
(ख) घड़े में कितना पानी था?
उत्तरः- घड़े में बहुत कम पानी था। 
(ग) कौए ने पानी पीने के लिये क्या किया?
उत्तरः- कौए ने पानी पीने के लिये घड़े के पास छोटे-छोटे कंकड़ देखे उसने कंकड़ों को अपनी  चोंच में दबाकर घड़े में डालना शुरु कर दिया कंकड़ डालने से पानी ऊपर आ गया और कौआ पानी पीकर आकाश में उड़ गया। 
2. खाली स्थान भरो-
    
    (क) कौए ने उड़ते-उड़ते एक घड़ा रखा हुआ देखा।

    (ख) घड़े में पानी बहुत कम था।

    (ग) वह छोटे-छोटे कंकड़ घड़े में डालने लगा।

    (घ) घड़े में पानी ऊपर आ गया।

3. वाक्य बनाओ-

स्थान- कौए ने देखा कि एक स्थान पर एक घड़ा रखा हुआ है। 

कंकड़- कौए ने घड़े की पानी ऊपर आने के लिए कंकड़ डाल रहा था। 

पत्थर- पत्थर भिन भिन प्रकार होते है। 
 
प्यास- कौए को बहत प्यास लग रही थी। 
 
पानी- पानी प्राणीर प्राण। 

4. पढ़ो और समझो-

    स् + थ - स्थ        स्थान, प्रस्थान

    त् + थ - त्थ        कत्था, पत्थर

    ष् + म - ष्म        ग्रीष्म, भीष्म

    न् + त - न्त        जन्तु, परन्तु


       लिखक
हिरक ज्योति बरा

Madhushmita Hazarika 






Post ID : DABP004846