Lesson 13

                         जहाँ पहिया है

1. साइकिल आंदोलन से पुड़ुकोट्टई की महिलाओं के जीवन में कौन-कौन से बदलाव आए है?

उत्तरः  साइकिल आंदोलन से पुड़ुकोट्टई की महिलाओं के जीवन में बहुत सारे बदलाव आए। वह अव पहले से भी ज्यादा स्वतंत्र हो गयी है, बाहर जाने के लिए घर के पुरुषों के उपर निर्भय होने की भी जरुरत नही है। वह अव बहुत साहसी हो गयी है। 

2. शुरुआत में पुरुषों ने इस आंदोलन का विरोध किया परंतु आर.साइकिल्स के मालिक ने इसका समर्थन किया, क्यों?

प्रारंभ में इस आंदोलन को चलाने में कौन-कौन सी बाधा आइ?

उत्तरः  शुरुआत में पुरुषों ने इस आंदोलन का विरोध किया क्योकि- पुरुष समझ रहे थे कि इस आंदोलन से समाज में नारी के स्थान  उनसे बड़ेगा। परंतु आर.साइकिल्स के मालिक ने इसका समंर्थन किया क्योंकि- वह एक ऐसे लौटे आदमी थे, जो गावँ में लड़की के साइकिल की व्यवसाय करते थे। इस आंदोलन से एकसाल में उनकी बिक्री वृद्धि हुई।

पहले इस  आंदोलन को चलाने के लिए लोग उनको गंदी गंदी टिप्पणीया कसते थे।  

शीर्षक की बात

1. आपके विचार से लेखक ने इस पाठ का नाम 'जहा पहिया है' क्यो रखा होगा?

उत्तरः  लेखक ने  इस पाठ का नाम जहा पहिया रखा क्योकिं- पहिया गतिशीलता का प्रतीक है। औ इस आंदोलन से महिलायों की गतिशीलता भी वृद्धि होने लगी। वह स्वतंत्र हो गये। उन्हे किसी बात चिंता नही, किसी बात का दड़ नही है। 

2. अपने मन से इस पाठ का कोई दूसरा शीर्षक सुझाइए।अपने दिए हुए शीर्षकत के पक्ष में तर्क दीजिए।

उत्तरः  इस पाठ का दूसरा शीर्षक यो भी दिया जा सकता है , पहियों से साहस। क्योकि- पहियों कि बजह से उनमें काम करने की हिम्मत आई, आंदोलन करने कि हिम्मत आई। उनमें स्वतंत्र होने की जागृति आई। तो सब पहियो की बजह से हुआ।


Author-DIKHA BORA