Chapter 11

( रामवृक्ष बेनीपुरी (बालगोबिन भगत  )


1. खेतीबारी से जुड़े गृहस्थ बालगोबिन भगत अपनी किन चारिन्निक विशेषताओं के कारण साधु कहलाते थे?

उत्तरः  खेताबारी से जुड़े गृहस्थ बालगोबिन भगत बहुत संत आदमी थे।

वह किसी से गुस्से से बात नही करते थे। वह किसी से झगड़ते नही  थे। इन  चारित्रिक विशेषताओं के कारण वह साधु कहलाते थे।


2. भगत की पुन्नवधू उन्हें अकेले क्यों नहीं छोड़ना चाहती थी?

उत्तरः भगत की पुत्रवधु उन्हें अकेले नहीं छोड़ना चाहती थी क्योंकि वह भगत की बुढ़ापे की आखरी 


3. भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर अपनी भावनाएँ किस तरह व्यक्त कीं?

उत्तरः भगत ने अपनी बेटी की मृत्यु पर अपनी भावनाएँ इस तरह व्यक्त की उसकी मृत्यु ईश्वर की इच्छा हैं।



4. भगत के व्यक्तित्व और उनकी वेशभूषा का उपने शब्दों में चिन्न प्रस्तुत कीजिए।

उत्तरः भगत एक अच्छे व्यक्तित्व के इंसान थे। वह किसी से गुस्से से बात नही करते थे। किसी के साथ झगड़ा नही करते थे। 

  वह धोती, कुर्ता पहनते थे।


5. बालगोबिन भगत की दिनचर्या लोगों के अचरज का कारण क्यों थी?

उत्तरः बालगोबिन की दिनचर्या लोगों के अचरज का कारण यह थी कारण वह सुबह बहुत जल्दी उठते और दौ मिल चलकर जाते थे स्नान करने के लिए. और पोखर के उँचे स्थान पर खंजरी बजाते थे।


6. पाठ के आधार पर बालगोबिन भगत के मधुर गायन की विशेषताएँ लिखिए।

उत्तरः पाठ में उल्लेख है कि- वह बहुत अच्छा गाते थे। वह पोखर के उँचे स्थान पर खंजरी बजाते हुए गाना गाते थे। उनकी आवाज बहुत सुरिली थी। 


7. कुछ मार्मिक प्रसंगों के आधार पर यह दिखाई देता है कि बालगोबिन भगत प्रचलित सामाजिक मान्यताओं को नहीं मानते थे। पाठ के आधार पर उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिए।

उत्तरः कुछ मार्मिक प्रसंगों के आधार पर यह दिखाई देता है कि बालगोबिन भगत प्रचलित सामाजिक मान्यतोओं को नहीं मानते थे। ऐसा एक प्रसंग हैं कि-  उन्होने अपनी बेटे की मृत्यु पर कहा कि उसकी मृत्यु इश्वर की इच्छा हैं। और उसका दाह-संस्कार सामाजिक तरीके से नही किया।


8. धान की रोपाई के समय समूचे माहौल को भगत की स्वर लहरियाँ किस तरह चमत्कृत कर देती थीं? उस माहौल का शब्द-चिन्न प्रस्तुत कीजिए।

उत्तरः धान की रोपाई के समय बादल से घिरे आसमान में, ठंडी हवाओं के चलने के समय अचानक खेतों में से किसी के मीठे स्वर गाते हुए सुनाई देते हैं। उनकी मधुर वाणी को सुनते ही लोग झूमने लगते हैं, स्त्रियाँ स्वयं को रोक नहीं पाती है तथा अपने आप उनके होंठ काँपकर गुनगुनाते लगते हैं। बालगोबिन भगत के गाने से संपूर्ण सृष्टि मिठास में खो जाती है


रचना और अभिव्यक्ति 

9. पाठ के आधार पर बताएँ कि बालगोबिन भगत की कबीर पर श्रद्धा किन-किन रूपों में प्रकट हुई है?

उत्तरः कबीर गृहस्त होकर भी संसार की मोह माया से दूर रहते थे। वैसे ही भगत भी सांसारिक होते हुए भी साधु की जीवन जीता था।


10. आपकी दृष्टि में भगत की कबीर पर अगाध श्रद्धा के क्या कारण रहे होंगे?

उत्तरः 


11. गाँव का सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश आषाढ़ चढ़ते ही उल्लास से क्यों भर जाता है?

उत्तरः 


12. "ऊपर की तसवीर से यह नहीं माना जाए कि बालगोबिन भगत साधु थे।" क्या 'साधु' की पहचान पहनावे के आधार पर की जानी चाहिए? आप किन आधारों पर यह सुनिशिचत करेंगे कि अमुक व्यक्ति 'साधु' है?

उत्तरः


13. मोह और प्रेम में अंतर होता है। भगत के जीवन की किस घटना के आधार पर इस कथन का सच सिद्ध  करेगे?

उत्तरः मोह और प्रेम में अंतर होता है। भगत के जीवन की एक घटना है जिस से कहा जा सकता हैं कि मोह और प्रेम में अंतर होता हैं।

उसका बेटा मरने पर वह कह रहा था कि उसकी मृत्यु इश्वर की इच्छा थी। इससे पता चलता हैं कि उसको अपना बेटा प्यारा था मगर मोह नही था। 





Question Type By- Mayur Rani Kashyap