"देशी जनता" को सभ्य बनाना राष्ट्र को शिक्षित


Chapter-7

1. निम्नलिखित के जोड़े बनाएँः

विलियम जोन्स                      अंग्रेज़ी शिक्षा को प्रोत्साहन

रवीन्द्रनाथ टैगोर                    प्राचीन संस्कृतियों का सम्मान 

टाँमस मैकाँले                        गुरु 

महात्मा गांधी                        प्राकृतिक परिवेश में शिक्षा

पाठशालाएँ                          अंग्रेज़ी शिक्षा के विरुद्ध

उत्तरः

विलियम जोन्स                   प्राचीन संस्कृतियों का सम्मान 

रवीन्द्रनाथ टैगोर                 गुरु

टाँमस मैकाँले                    अंग्रेज़ी शिक्षा को प्रोत्साहन

महात्मा गांधी                     अंग्रेज़ी शिक्षा के विरुद्ध

पाठशालाएँ                        प्राकृतिक परिवेश में शिक्षा

2. निम्नलिखित में से सही या गलत बताएँः

(क) जेम्स मिल प्राच्यवादियों के घोर आलोचक थे।

उत्तरः सही।

(ख) 1854 के शिक्षा संबंधी डिस्पैच में इस बात पर ज़ोर दिया गया था कि भारत में उच्च शिक्षा का माध्यम अंग्रेज़ी होना चाहिए।

उत्तरः सही।

(ग) महात्मा गांधी मानते थे कि साक्षरता बढ़ाना ही शिक्षा का सबसे महत्त्वपूर्ण उद्देश्य है।

उत्तरः गलत। 

(घ) रवीन्द्रनाथ टैगोर को लगता था कि बच्चों पर सख्त अनुशासन होना चाहिए।

उत्तरः गलत। 

आइए विचार करेंः

3. विलियम जोन्स को भारतीय इतिहास, दर्शन और कानून का अध्ययन क्यों ज़रूरी दिखाई देता था?

उत्तरः  1) भारत को समझने के लिए यहां प्राचीन काल में लिखे गए पवित्र और कानूनी ग्रंथों को खोजना और समझना जरूरी था।

2) इन रचनाओं के माध्यम से ही हिंदू और मुसलमानों के वास्तविक विचारों और कानूनों को समझा जा सकता है।

3) विलियम जोन्स का मानना था कि इस कार्य से न केवल अंग्रेजों को भारतीय संस्कृति से सीखने में मदद मिलेगी बल्कि भारतीयों को अपनी विरासत को फिर से अपनाने और अतीत की लुप्त होती महिमा को समझने में भी मदद मिलेगी।

4. जेम्स मिल और टॉमस मैकॉले ऐसा क्यों सोचते थे कि भारत में यूरोपीय शिक्षा अनिवार्य है?

उत्तरः 1) अंग्रेजी के अध्ययन से भारतीयों के विचारों को रूढ़िवादी विचारों से अलग किया जा सकता है, क्योंकि वे अपनी भाषा में अधिक वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति हासिल नहीं कर सकते हैं।

2) उनके अनुसार पूर्वी साहित्य गंभीर एवं सतही तथा त्रुटियों से भरा एवं अवैज्ञानिक है।

3) उनके अनुसार, अंग्रेजी का ज्ञान भारतीयों को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ साहित्यिक कृतियों को पढ़ने का मौका देगा। वे पश्चिमी विज्ञान और दर्शन के विकास से परिचित हो सकेंगे।

5. महात्मा गांधी बच्चों को हस्तकलाएँ क्यों सीखाना चाहते थे?

उत्तरः पश्चिमी शिक्षा मौखिक ज्ञान के स्थान पर केवल पढ़ने और लिखने पर केंद्रित है उसमें पाठ्यपुस्तकों पर जोर दिया जाता है और जीवन अनुभवों तथा व्यावहारिक ज्ञान की उपेक्षा की जाती है।

गांधी जी का तर्क था कि शिक्षा से व्यक्ति का दिमाग और आत्मा विकसित होनी चाहिए। केवल साक्षरता यानी पढ़ने और लिखने की क्षमता पा लेना ही शिक्षा नहीं होती।

दिमाग और आत्मा विकसित करने के लिए हाथ से काम करना पड़ता है, हुनर सीखने पड़ते हैं और | यह जानना पड़ता है कि विभिन्न चीजें किस तरह काम करती हैं।

6. महात्मा गांधी ऐसा क्यों सोचते थे कि अंग्रेजी शिक्षा ने भारतीयों को गुलाम बना लिया है?

उत्तरः 1) औपनिवेशिक शिक्षा ने भारतीयों के मन में हीनता की भावना पैदा की है। यहां के लोग पश्चिमी सभ्यता को श्रेष्ठ मानने लगे हैं। उनकी संस्कृति के प्रति गौरव की भावना नष्ट हो गई है।

2) पश्चिमी शिक्षा विषैली है, पापपूर्ण है, इसने भारतीयों को गुलाम बना लिया है, इसने लोगों पर बुरा प्रभाव डाला है।

3) पश्चिमी शिक्षा प्राप्त करने वाले भारतीयों को ब्रिटिश शासन पसंद है और वे पश्चिम से आने वाली हर चीज़ की प्रशंसा करते हैं।

4) जो भारतीय विदेशी भाषाएँ बोलते हैं, स्थानीय संस्कृति से नफरत करते हैं, अपने लोगों से जुड़ने के तरीके भूल गए हैं।

आइए करके देखेंः

7. अपने घर के बुर्जुगों से पता करें कि स्कूल में उन्होंने कौन-कौन सी चीजें पढ़ी थीं?

उत्तरः

8. अपने स्कूल या आस-पास के किसी अन्य स्कूल के इतिहास का पता लगाएँ।

उत्तरः