Chapter 6 

शाम-एक किसान  

कविता से

1. इस कविता में शाम के दृश्य को किसान के रूप में दिखाया गया है- यह एक रूपक है। इसे बनाने के लिए पाँच एकरूपताओं की जोड़ी बनाई गई है। उन्हें उपमा कहते हैं। पहली एकरूपता आकाश और साफ़े में दिखाते हुए कविता में 'आकाश का साना' वाक्यांश आया है। इसी तरह तीसरी एकरूपता नदी और चादर में दिखाई गई है, मानो नदी चादर-सी हो। अब आप दूसरी, चौथी और पाँचवी एकरूपताओं को खोजकर लिखिए।
उत्तरः 
काव्य में एकरूपता उत्पन्न करने वाली उपमाएँ-

(i) सूरज - चिलम

(ii) पर्वतीय किसान

(iii) आकाश सफा

(iv) डार्क शीप गैला

(v) पलाश वन-अंगिठी

2. शाम का दृश्य अपने घर की छत या खिड़की से देखकर बताइए-

(क) शाम कब से शुरू हुई?

उत्तरः शाम 6 बजे शुरू हुआ।

(ख) तब से लेकर सूरज डूबने में कितना समय लगा?

 उत्तरः इसमें एक घंटा लगा।

(ग) इस बीच आसमान में क्या-क्या परिवर्तन आए?

उत्तरः इसी बीच आसमान लाल हो गया, धीरे-धीरे आसमान का रंग पीला हो गया, फिर सूरज डूब गया और अंधेरा हो गया।

3. मोर के बोलने पर कवि को लगा जैसे किसी ने कहा हो- 'सुनते हो। नीचे दिए गए पक्षियों की बोली सुनकर उन्हें भी एक या दो शब्दों में बाँधिए-

कबूतर        कौआ        मैना

तोता            चील          हंस
उत्तरः कबूतर- ले लो चिट्ठी

कौआ- मेहमान आयेंगे

मैना- गाओ

तोता- पढ़ो

ईगल - देखो

हंस - शांत, स्वच्छ रहो

- कविता से आगे

1. इस कविता को चित्रित करने के लिए किन-किन रंगों का प्रयोग करना होगा?

उत्तरः इस कविता को चित्रित करने के लिए नीले, भूरे, पिले, लाल, बैंगनी, सफ़द, काले, हरे, सुनहरे आदि रंगों की आवश्यकता है।

2. शाम के समय ये क्या करते हैं? पता लगाइए और लिखिए-

पक्षी                खिलाड़ी          फलवाले        माँ

पेड़-पौधे         पिता जी           किसान         बच्चे

उत्तरः पक्षी-  अपने घोंसले में लौटें।

खिलाड़ी- चलिए आपका खेल बंद करते हैं।

फलवाले- वे फल बेचते हैं।

माँ- बच्चों के लिए खाना बनायें।

पेड़-पौधे-  अपनी जगह पर खड़े रहें।

पिता जी-  ऑफिस से घर आओ।

किसान- वे खेतों से घर आते हैं।

बच्चे-खेलना।

3. हिंदी के एक प्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन किया है-

संध्या का झुटपुट-

बाँसों का झुरमुट- 

है चहक रहीं चिड़ियाँ

टी-वी-टी--टुट्-टुट्

• ऊपर दी गई कविता और मुख्य अंतर लगा? लिखिए।

उत्तरः सर्वेश्वर दयाल जी की कविता और सुमित्रानंदन पंत जी की कविता दोनों में शाम का वर्णन दिया गया है, लेकिन दोनों में मुख्य अंतर यह है कि जहां सर्वेश्वर दयाल जी ने एक किसान के माध्यम से शाम के दृश्य को प्रस्तुत किया है, वहीं सुमित्रानंदन पंत जी ने शाम के दृश्य को प्रधानता दी है। उनकी कविता में पक्षी।

■ शाम के बदले यदि आपको एक कविता सुबह के बारे में लिखनी हो तो किन-किन चीज़ों की मदद लेकर अपनी कल्पना को व्यक्त करेंगे? नीचे दी गई कविता की पंक्तियों के आधार पर सोचिए -

पेड़ों के झुनझुने

बजने लगे;

लुढ़कती आ रही है

सूरज की लाल गेंद।

उठ मेरी बेटी, सुबह हो गई।

भाषा की बात

1. नीचे लिखी पंक्तियों में रेखांकित शब्दों को ध्यान से देखिए-

(क) घुटनों पर पड़ी है नदी चादर-सी

(ख) सिमटा बैठा है भेड़ों के गल्ले-सा

(ग) पानी का परदा-सा मेरे आसपास था हिल रहा

(घ) मँडराता रहता था एक मरियल-सा कुत्ता आसपास

(ङ) दिल है छोटा-सा छोटी-सी आशा

(च) घास पर फुदकती नन्ही-सी चिड़िया

• इन पंक्तियों में सा/सी का हो रहा है? प्रयोग व्याकरण की दृष्टि से कैसे शब्दों के साथ हो रहा है?

उत्तरः यहां सा-सी का प्रयोग उन शब्दों के साथ किया जा रहा है जिनका प्रयोग उपमा के रूप में किया जा रहा है।

उदाहरण के तौर पर चादर की तुलना नदी से की जा रही है. समानताओं की तुलना और चित्रण करने के लिए ऐसा किया गया है।

2. निम्नलिखित शब्दों का प्रयोग दो-दो वाक्य बनाइए आप किन संदर्भों में करेंगे? प्रत्येक शब्द से दो-दो वाक्य बनाइए

औंधी            दहक        सिमटा

उत्तरः

Question answer type by-Mandira Saha