तुम्हारी समझ में क्या आया ?

• गुरुजी थैली में क्या लिए जा रहे थे ?

• क्योंजीमल और कैसे-कैसलिया से मिलने पर तुम दोनों के बीच में क्यों भटकते रह जाओगे?

• शिवदास ने गुरुजी की थैली देखकर अपनी गाड़ी क्यों दे दी ?

रोटी एक, नाम अनेक

• रोटी को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है। कुछ और नाम पता करके लिखो ।

तुम्हारे घर में आटा सानने को क्या कहते

या कुछ और ?

आटा मलना

गुरुजी कौन-से आटे की रोटी खाते थे? अपने साथियों, घर के बड़ों से पता करो कि क्या किसी और चीज़ की रोटी भी बनती है? उनके नाम लिखो । यदि उसका दाना या बाली मिलती है तो उसे भी अपनी कॉपी में चिपका दो।

• रोटी क्या ऐसे बनेगी?

आटे को सानेंगे, गेहूँ को पिसवाएँगे, आग पर फुलाएँगे, तवे पर पकाएँगे, चकले पर बेलेंगे, गरम-गरम खाएँगे।

नहीं? तो फिर कैसे?

तो फिर कैसे ? सही क्रम बताओ ।

गुरुजी ने कैसे - कैसलिया को समझाया कि आटा कैसे साना जाता है। अब तुम घर पर किसी को रोटी बेलते देखो और लिखो कि रोटी कैसे बेली जाती है।

रोटी बनाने के लिए कितना कुछ काम करना पड़ता है जैसे सानना, बेलना आदि। पता करो और लिखो कि इन्हें बनाने के लिए क्या करना पड़ता है

★ चाय बनाने के लिए।

> सब्जी बनाने के लिए।

★ दाल बनाने के लिए।

★ हलवा बनाने के लिए।

★ लस्सी बनाने के लिए।

दाम

नीचे कुछ आटों के नाम लिखे हैं। उनके दाम पता करो ।