NCERT Class 6 Hindi Chapter 5 Answer | साथी हाथ बढ़ाना ( गीत ) Chapter Answer 



साथी हाथ बढ़ाना ( गीत ) 


गीत से

1. इस गीत की किन पंक्तियों को तुम अपने आसपास की हुए देख सकते हो? ज़िदगी में घटते

उतर:


2. 'सागर ने रस्ता छोड़ा, परबत ने सीस झुकाया' - साहिर ने ऐसा क्यों कहा है? लिखो।

उतर:


3. गीत में सीने और बाँहों को फ़ौलादी क्यों कहा गया है?

उतर:


गीत से आगे

1. अपने आसपास तुम किसे 'साथी' मानते हो और क्यों? इससे मिलते-जुलते कुछ और शब्द खोजकर लिखो।

उतर:


2. 'अपना दुख भी एक है साथी, अपना सुख भी एक' कक्षा, मोहल्ले और गाँव / शहर के किस-किस तरह के साथियों के बीच तुम्हें इस वाक्य की सच्चाई महसूस होती है और कैसे?

उतर:


3. इस गीत को तुम किस माहौल में गुनगुना सकते हो?

उतर:


4. 'एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना'-

(क) तुम अपने घर में इस बात का ध्यान कैसे रख सकते हो?

(ख) पापा के काम और माँ के काम क्या-क्या हैं?

(ग) क्या वे एक-दूसरे का हाथ बंटाते हैं?


वसंत

5. यदि तुमने 'नया दौर' फ़िल्म देखी है तो बताओ कि यह गीत फ़िल्म में कहानी के किस मोड़ पर आता है? यदि तुमने फ़िल्म नहीं देखी है तो फ़िल्म देखो और बताओ।

कहावतों की दुनिया


1.   • अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता।

• एक और एक मिलकर ग्यारह होते हैं।

(क) ऊपर लिखी कहावतों का अर्थ गीत की किन पंक्तियों से मिलता-जुलता है?

(ख) इन दोनों कहावतों का अर्थ कहावत-कोश में देखकर समझो और उनका वाक्यों में प्रयोग करो।


2. नीचे हाथ से संबंधित कुछ मुहावरे से वाक्य बनाओ- दिए हैं। इनके अर्थ समझो और प्रत्येक मुहावरे .

(क) हाथ को हाथ न सूझना 

(ख) हाथ साफ़ करना

(ग) हाथ-पैर फूलना

(घ) हाथों-हाथ लेना

(ङ) हाथ लगना


3 भाषा की बात

1. हाथ और हस्त एक ही शब्द के दो रूप हैं। नीचे दिए शब्दों में हस्त और हाथ छिपे हैं। शब्दों को पढ़कर बताओ कि हाथों का इनमें क्या काम है-

हाथघड़ी                    हथौड़ा                   हस्तशिल्प               हस्तक्षेप

निहत्था                      हथकंडा                 हस्ताक्षर                  हथकरघा


2. इस गीत में परबत, सीस, रस्ता, इंसाँ जैसे शब्दों के प्रयोग हुए हैं। इन शब्दों के प्रचलित रूप लिखो।

उतर:


3. 'कल गैरों की खातिर की, आज अपनी खातिर करना'- इस वाक्य को गीतकार इस प्रकार कहना चाहता है- (तुमने) कल गैरों की खातिर (मेहनत) की, आज (तुम) अपनी खातिर करना। इस वाक्य में 'तुम' कर्ता है जो गीत की पंक्ति में छंद बनाए रखने के लिए हटा दिया गया है। उपर्युक्त पंक्ति में रेखांकित शब्द 'अपनी' का प्रयोग कर्ता 'तुम' के लिए हो रहा है, इसलिए यह सर्वनाम है। ऐसे सर्वनाम जो अपने आप के बारे में बताएँ निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। (निज का अर्थ 'अपना' होता है।) निजवाचक सर्वनाम के तीन प्रकार होते हैं जो नीचे दिए वाक्यों में रेखांकित हैं-

• मैं अपने आप (या आप) घर चली जाऊँगी।

• बब्बन अपना काम खुद करता है।

• सुधा ने अपने लिए कुछ नहीं खरीदा।


अब तुम भी निजवाचक सर्वनाम के निम्नलिखित रूपों का वाक्यों में प्रयोग करो-

अपने को                अपने से                   अपना

अपने प                   अपने लिए               आपस में


कुछ करने को

■ बातचीत करते समय हमारी बातें हाथ की हरकत से प्रभावशाली होकर दूसरे तक पहुँचती हैं। हाथ की हरकत से या हाथ के इशारे से भी कुछ कहा जा सकता है। नीचे लिखे हाथ के इशारे किन अवसरों पर प्रयोग होते हैं? लिखो-

'क्यों' पूछते हाथ                   मना करते हाथ                                 समझाते हाथ    

बुलाते हाथ                           आरोप लगाते हाथ                            चेतावनी देते हाथ

                                           जोश दिखाते हाथ