Chapter 10 

बोलती इमारतें  

    👉Text Book PDF
    👉MCQ Online Exam
    👉Click Here YouTube Video
    👉MCQs Answer  

प्रश्न 1: इस बड़े से गेट में यह छोटा दरवाजा क्यों बना है?

उत्तर: इस बड़े गेट के अंदर जो छोटा दरवाज़ा है, उसे "छोटा दरवाज़ा" या "सुरक्षा दरवाज़ा" कहते हैं।
यह इसलिए बनाया गया था ताकि रोज़ के कामों के लिए पूरे बड़े गेट को न खोलना पड़े।
यह छोटा दरवाज़ा आसानी से और जल्दी खुल सकता है और सुरक्षा के लिए भी अच्छा होता था।
अगर कोई दुश्मन हमला करे तो बड़ा गेट खोलने की ज़रूरत न पड़े और केवल भरोसेमंद लोग ही छोटे दरवाज़े से अंदर आ सकें। 

प्रश्न 2: इतने सारे बुर्ज क्यों बनाए गए होंगे?

उत्तर: बुर्ज इसलिए बनाए जाते थे ताकि किले की रक्षा की जा सके। कई बुर्ज होने से सैनिक हर दिशा में निगरानी रख सकते थे और दुश्मन के हमले को जल्दी देख सकते थे।

प्रश्न 3: बुर्ज में ये बड़े-बड़े छेद क्यों बने होंगे?

उत्तर: बुर्जों में जो छेद होते हैं, वे सैनिकों को दुश्मन पर तीर, बंदूक या तोप चलाने में मदद करते थे। इन छेदों से सैनिक सुरक्षित रहते हुए हमला कर सकते थे।

प्रश्न 4: सीधी-सपाट दीवार से झाँकने में और एक ऊँचे बुर्ज से झाँकने में क्या अंतर होगा?

उत्तर: सीधी दीवार से दूर तक देखना मुश्किल होता है, लेकिन ऊँचे बुर्ज से बहुत दूर तक देखा जा सकता है। इससे दुश्मन को पहले ही देखना आसान हो जाता है।

प्रश्न 5: बुर्ज के पीछे खड़े हुए छेदों में से देखने वाले सिपाहियों को हमला करने में क्या मदद मिलती होगी?

उत्तर: इन छेदों से सैनिक खुद को छिपाकर दुश्मन पर हमला कर सकते थे। इससे वे सुरक्षित रहते थे और दुश्मन उन्हें नहीं देख पाता था।

प्रश्न 6: क्या यह किला राजा ने अपने रहने के लिए बनवाया होगा? यह कितना पुराना होगा?

उत्तर: हाँ, किला राजा या सुलतान ने अपने रहने और सुरक्षा के लिए बनवाया होगा। यह बहुत पुराना है – पहले मिट्टी का बना था और बाद में पत्थर का। 1200 ई. से लेकर 1687 ई. तक यहाँ अलग-अलग राजाओं का राज रहा।

प्रश्न 7: किले के अंदर कौन-कौन रहते होंगे?

उत्तर: किले के अंदर सुलतान, उसके परिवार के लोग, सैनिक, किसान, कारखाने में काम करने वाले, और अन्य कर्मचारी रहते होंगे। यह पूरा एक छोटा शहर जैसा होता था 

प्रश्न 8: फ़व्वारे कैसे चलते होंगे?

उत्तर: पुराने जमाने में फ़व्वारों को चलाने के लिए पानी को ऊँचाई तक ले जाया जाता था। इसके लिए वे झरनों, टैंक और गुरुत्वाकर्षण बल (gravity) का इस्तेमाल करते थे। कुछ जगहों पर पानी उठाने के लिए बैल, चरखी या पाइप व्यवस्था होती थी।

प्रश्न 9: हवा और रोशनी का क्या इंतजाम होता होगा?

उत्तर: महलों में ऊँची खिड़कियाँ, जालीदार दीवारें और खुले आंगन बनाए जाते थे। इससे हवा और धूप दोनों महल के अंदर तक पहुँचती थी। पत्थर की मोटी दीवारें गर्मी से भी बचाती थीं।

प्रश्न 10: दीवार पर की गई सुंदर और बारीक नक्काशी करने में किन औज़ारों का इस्तेमाल होता होगा?

उत्तर: नक्काशी करने के लिए छोटे-छोटे हथौड़े, छेनी, सुई जैसे औज़ार इस्तेमाल किए जाते थे। कलाकार बहुत धैर्य और मेहनत से यह काम करते थे।

प्रश्न 11: अगर किसी जगह एक हफ्ते तक बिजली न आए तो कौन-कौन से कामों में मुश्किल होगी?

उत्तर: अगर बिजली नहीं आए तो:

  • पानी की मोटरें नहीं चलेंगी – पानी की किल्लत होगी।

  • पंखे, कूलर, फ्रिज नहीं चलेंगे – गर्मी और खाने की चीजें खराब हो जाएँगी।

  • टीवी, मोबाइल, इंटरनेट बंद हो जाएगा – जानकारी और संवाद बाधित होगा।

  • अस्पताल, स्कूल, दफ्तर का काम भी रुक जाएगा। 

प्रश्न 12:तुम जिस जगह पर हो वहाँ पर सूरज किस तरफ़ से उगता है और किस तरफ़ डूबता है?

उत्तर: सूरज पूर्व दिशा (East) से उगता है और पश्चिम दिशा (West) में डूबता है।

प्रश्न 13:

जहाँ तुम खड़े हो वहाँ से –
🔸 पूर्व में क्या-क्या है?
🔸 पश्चिम में क्या-क्या है?
🔸 उत्तर में क्या-क्या है?
🔸 दक्षिण में क्या-क्या है?

उत्तर: 

  • पूर्व में: सूरज उगता है, मेरा स्कूल है।

  • पश्चिम में: बाजार है, मंदिर है।

  • उत्तर में: पार्क है।

  • दक्षिण में: नहर और खेत हैं।

प्रश्न 14:अब गोलकोंडा किले के नक्शे से संबंधित प्रश्न:

(क) अगर तुम बोडली दरवाजे से किले के अंदर देख रहे हो, तो कटोरा हौज किस दिशा में है?

उत्तर: सामने – पूर्व दिशा में (या बाईं तरफ अगर नक्शा ऐसा हो)।

(ख) अगर कोई बंजारा दरवाजे से अंदर आ रहा है, तो कटोरा हौज उसकी किस दिशा में होगा?

उत्तर: दाईं ओर या उत्तर दिशा में (नक्शे के अनुसार बदल सकता है)।

(ग) बाला हिसार से तुम किस दिशा में चलोगे कि मोती महल पहुँच जाओ?

उत्तर: दक्षिण दिशा में (या नीचे की ओर नक्शे पर)।

(घ) किले की बाहरी दीवार पर कितने दरवाजे दिख रहे हैं?

उत्तर: कुल ___ दरवाजे (नक्शे से गिनकर लिखें)।

(ङ) गिनकर बताओ किले में कितने महल हैं?

उत्तर: कुल ___ महल हैं (नक्शे से गिनकर लिखें)।

(च) पानी के लिए क्या-क्या इंतजाम दिख रहे हैं?

उत्तर:

  • बावड़ी

  • कुआँ

  • हौज़ (तालाब जैसा)

  • टैंक

प्रश्न 15: दिल्ली से इतनी दूर औरंगजेब की सेना तोपों और बंदूकों के साथ क्यों आई थी?

उत्तर: औरंगजेब की सेना इसलिए आई थी क्योंकि वह अपना राज फैलाना चाहता था। उस समय राजा और सुलतान अपने इलाकों को बड़ा करने के लिए छोटे-छोटे राज्यों पर हमला करते थे या रिश्ता जोड़ने की कोशिश करते थे। इसी कारण औरंगजेब ने किले पर हमला किया।

प्रश्न 16: बादशाह की सेना किले के अंदर क्यों नहीं घुस पाई?

उत्तर: किले की सुरक्षा बहुत मज़बूत थी। उसमें मोटी-मोटी दीवारें थीं, दीवारों से लगी हुई गहरी खाई थी और बुर्ज पर सिपाही तैनात थे जो दूर-दूर तक देख सकते थे। इसलिए सेना आठ महीने तक बाहर ही रही और अंदर नहीं घुस सकी।

प्रश्न 17:बुर्ज और दीवारों का किले की सुरक्षा में क्या योगदान था?

उत्तर: बुर्ज ऊँचे होते थे, जहाँ से सिपाही दूर तक देख सकते थे और दुश्मन के आने की खबर जल्दी मिल जाती थी। दीवारें मोटी और मज़बूत होती थीं, जिससे तोपों और बंदूकों से भी किले को नुकसान पहुँचाना मुश्किल होता था। इससे किला सुरक्षित रहता था।

प्रश्न 18: हमले क्यों होते हैं?

उत्तर: राजा या सुलतान अपने राज्य को बड़ा करने, और दूसरों को अपने अधीन करने के लिए हमले करते थे। कई बार धन-दौलत, अधिकार, या सत्ता के लिए भी युद्ध होते थे।

प्रश्न 19: लड़ाई में कौन-कौन प्रभावित होते होंगे?

उत्तर: लड़ाई में दोनों ओर के सिपाही मारे जाते थे, लेकिन आम लोग भी बहुत प्रभावित होते थे – उनके घर जल जाते, फसलें नष्ट हो जातीं, और जीवन बहुत कठिन हो जाता।

प्रश्न 20: आजकल भी क्या हमले होते हैं? उनका असर आम लोगों पर क्या होता है?

उत्तर: आज भी युद्ध और हमले होते हैं – जैसे देश के बीच लड़ाई या आतंकवादी हमले। इनका आम लोगों पर बुरा असर पड़ता है – जान-माल का नुकसान होता है, डर का माहौल बनता है, और जीवन संकट में आ जाता है।

प्रश्न 21:क्या तुमने हाल ही में सुना है कि किसी देश ने दूसरे देश पर हमला किया हो?

उत्तर: हाँ, हाल के वर्षों में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की खबरें बहुत चर्चा में रही हैं। इसके अलावा कई जगहों पर सीमा विवाद के चलते छोटे-मोटे हमले भी होते रहते हैं।

प्रश्न 22: यह हमला क्यों हुआ होगा?

उत्तर: युद्ध और हमले कई कारणों से होते हैं, जैसे – सीमा विवाद, राजनीतिक मतभेद, संसाधनों पर कब्जा या ताकत दिखाने की कोशिश। रूस-यूक्रेन का युद्ध ज़मीन और प्रभुत्व को लेकर हुआ।

प्रश्न 23: किस तरह के हथियार इस्तेमाल किए गए थे?

उत्तर: आज के युद्धों में आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल होता है – जैसे मिसाइलें, टैंक, ड्रोन, फाइटर जेट और न्यूक्लियर बम जैसे घातक हथियार।

प्रश्न 24: किस-किस तरह का नुकसान हुआ?

उत्तर:

  • लोगों की जान गई

  • घर और स्कूल नष्ट हुए

  • खाने-पीने की चीजों की कमी हो गई

  • लाखों लोगों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा

  • देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ

प्रश्न 25: श्रीधर ने जो तोप देखी, वह काँसे की बनी थी। तुमने कभी काँसे की कोई चीज देखी है?

उत्तर: हाँ, काँसे की चीजें आज भी कई घरों में मिलती हैं, जैसे:

  • पूजा की घंटी

  • पुराने लोटे या थाली

  • मंदिरों में मूर्तियाँ

  • लोकनृत्य में पहने जाने वाले गहने

प्रश्न 26:ताँबा, पीतल और काँसे में फर्क कैसे पहचानें?

धातुरंगविशेषता
ताँबा (Copper)लालिमा लिए भूराजल्दी हरा पड़ने लगता है
पीतल (Brass)चमकदार पीलाताँबा + जस्ते का मिश्रण
काँसा (Bronze)थोड़ा गहरा, धूसर-पीला    ताँबा + टिन का मिश्रण

प्रश्न 27:दीदी की आवाज़ महल तक कैसे पहुँची?

उत्तर: फ़तेह दरवाजे और महल के बीच खास तरह की ध्वनि प्रतिध्वनि (Echo और Sound Reflection) की व्यवस्था थी। उस समय के इंजीनियरों ने इमारत को इस तरह बनाया था कि आवाज़ एक जगह से दूसरी जगह पहुँच जाती थी। बिना बिजली के यह शानदार ध्वनि तकनीक का उदाहरण है। 

प्रश्न 28: बैलों का इस्तेमाल क्यों हो रहा है?

उत्तर: बैलों का इस्तेमाल पहिया घुमाने के लिए किया जाता था। जब बैल घूमते थे, तो उनके साथ जुड़ा हुआ लकड़ी का डंडा और उसके नीचे लगा पहिया घूमता था। इस पहिए की मदद से कुएँ से पानी ऊपर खींचा जाता था।

प्रश्न 29: बैलों के घूमने से डंडे के नीचे लगा डूम किस दिशा में घूमेगा?

उत्तर: अगर बैल घड़ी की सुई की दिशा (Clockwise) में घूमते हैं, तो डंडे का नीचे वाला डूम भी उसी दिशा में घूमेगा।
 इसे हाथ से इशारा करके दिखाया जा सकता है: गोल गोल घुमाते हुए।

प्रश्न 30: दाँतेदार पहिया किस दिशा में घूमेगा?

उत्तर: जब पहला डंडा एक दिशा में घूमता है, तो दाँतेदार पहिया दूसरी दिशा में घूमता है (उल्टी दिशा में)।
 यह गियर सिस्टम की तरह काम करता है – एक गियर घड़ी की दिशा में, तो दूसरा उल्टी दिशा में घूमता है।

प्रश्न 31: दाँतेदार पहिए से लगा डंडा किस पहिए से जुड़ा है?

उत्तर: वह डंडा नीचे ज़मीन से होकर एक और पहिए से जुड़ा है जो पानी भरने वाले डिब्बों की माला को घुमाता है। यह पूरी प्रणाली कुएँ से पानी निकालने और टंकी तक पहुँचाने के लिए होती थी।

प्रश्न 32: मिट्टी के पाइप किस लिए होते होंगे?

उत्तर: मिट्टी के पाइपों के जरिये पानी महल के अलग-अलग हिस्सों तक पहुँचाया जाता था। यह एक तरह की प्राचीन पाइपलाइन व्यवस्था थी।

प्रश्न 33: बैलों के घूमने से डिब्बों की माला कैसे पानी ऊपर चढ़ाती है?

उत्तर: डिब्बों की माला एक घूमते हुए बेल्ट की तरह होती थी। जैसे ही बैल पहिए को घुमाते हैं, माला घूमती है और डिब्बों के जरिए पानी कुएँ से भरकर ऊपर तक लाया जाता है और फिर टंकी में डाला जाता है।

प्रश्न 34: क्या अब समझ में आया कि उस समय कैसे पानी को ऊपर चढ़ाया जाता था?

उत्तर: हाँ, उस समय बैलों की शक्ति और पहियों की प्रणाली से कुएँ से पानी खींचकर महल तक पहुँचाया जाता था। इसे आज हम मैकेनिकल वाटर लिफ्टिंग सिस्टम कह सकते हैं।

प्रश्न 35: ऐसे पहियों का इस्तेमाल और कहाँ होता है?

उत्तर:

  • साइकिल के गियर में

  • पुरानी चक्कियों में

  • कारों के इंजन में

  • घड़ी की मशीन में

  • पुराने पानी खींचने वाले हॅंडपंप में

प्रश्न 36:आज पानी को जमीन से ऊपर कैसे चढ़ाया जाता है?

उत्तर: आजकल पानी को ऊपर चढ़ाने के लिए इलेक्ट्रिक पंप (motor pump) का इस्तेमाल होता है। यह बिजली से चलता है और पाइप के जरिये पानी को टंकी में पहुँचाता है।

प्रश्न 37: बिना बिजली के पानी कैसे चढ़ाया जाएगा?

उत्तर:

  • हँडपंप से

  • बैल या जानवरों की मदद से जैसे पहले होता था

  • सौर ऊर्जा पंप (Solar Pump) से

  • बाँध और ढलान की मदद से गुरुत्वाकर्षण द्वारा

 

प्रश्न 38: दीवारों पर “दीवार पर लिखना मना है” लिखा है, फिर भी लोग ऐसा क्यों करते हैं?

उत्तर: लोगों में जागरूकता की कमी होती है। वे यह नहीं समझते कि ये इमारतें हमारे इतिहास और धरोहर का हिस्सा हैं। कुछ लोग अपनी पहचान छोड़ने या मस्ती के लिए लिखते हैं, लेकिन इससे ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुँचता है।

प्रश्न 39: सैलजा ने दीवार के बारे में क्या कहा?

उत्तर: सैलजा ने कहा कि यह दीवार सैकड़ों सालों से सब कुछ देखती आई है – सुलतान, बेगमें, हाथी-घोड़े, लड़ाइयाँ और त्योहार। लेकिन आज हम लोगों ने थोड़े ही समय में इसका बहुत बुरा हाल कर दिया है।


प्रश्न 40:  गोलकोंडा किले की सुरंग जैसी जगह में ठंडी हवा क्यों आती होगी?
उत्तर: किले की मोटी पत्थर की दीवारें और भूमिगत सुरंगें गर्मी से बचाने के लिए बनाई गई थीं। वहाँ ठंडी हवा आती थी क्योंकि वह संरचना वैज्ञानिक ढंग से बनाई जाती थी, जिससे हवा का संचार होता रहता।

प्रश्न 41: क्या हमें ऐसे ऐतिहासिक स्थानों की रक्षा करनी चाहिए? क्यों?

उत्तर: हाँ, क्योंकि ये इमारतें हमारे देश की संस्कृति और इतिहास का आईना हैं। आने वाली पीढ़ियाँ इनके ज़रिये अतीत को समझ सकती हैं। इन्हें गंदा करना या नुकसान पहुँचाना हमारी जिम्मेदारी से भागना है।

 रचनात्मक गतिविधि – "आँखें बंद करके पहुँचो उस जमाने में!"
आप नीचे दी गई बातें सोचकर नाटक, कहानी, या चित्र तैयार कर सकते हैं:

प्रश्न : कल्पना कीजिए: आप गोलकोंडा किले के सुलतान हैं

प्रश्न 42:सुलतान क्या कर रहे हैं?

– वे दीवान-ए-खास में दरबार लगा रहे हैं। मंत्री, फौजी, कलाकार – सब हाज़िर हैं।
– किसी राज्य के राजा से संदेश आया है – दोस्ती करें या युद्ध?

प्रश्न 43: उनके कपड़े कैसे हैं?

– सुनहरी कढ़ाई वाला शेरवानी, रेशमी साफा, गहनों से सजे हुए।


 प्रश्न 44: उनके सामने कौन-कौन से पकवान हैं?
– बिरयानी, शीरखुर्मा, कबाब, गुलाब जामुन, बादाम दूध।

 

प्रश्न 45: लेकिन बेचारे किस फिक्र में हैं?

– कोई दुश्मन राज्य हमला कर सकता है।
– राज्य में पानी की कमी हो रही है।
– लोग कर नहीं दे रहे, या व्यापारी नाराज़ हैं।

प्रश्न 46किस भाषा में बातचीत हो रही है?

– उस समय उर्दू, फारसी, और कभी-कभी स्थानीय तेलुगु भाषा का भी इस्तेमाल होता था।

प्रश्न 47:  चित्र बनाने का सुझाव:

आप एक बड़ा चार्ट बनाकर किले का दरबार दिखा सकते हैं –

सुलतान,

फौजी,

नाचती-बजाती बेगमें,

कलाकार,

खाने की थालियाँ

और आसपास की इमारतें।  

प्रश्न 48:उनके महल पर फ़व्वारे तो चल ही रहे होंगे न! अंदर से महल आलीशान परदों और कालीनों के साथ कैसा लग रहा है? और गुलाब, चमेली के फूलों की खुशबू कहाँ से आ रही है?

उत्तर: हाँ, महल में फ़व्वारे चल रहे होंगे। महल के अंदर बड़े-बड़े और सुंदर परदे और रंग-बिरंगे कालीन बिछे होंगे। दीवारों पर नक्काशी और रंगीन चित्र बने होंगे। महल के बागों में गुलाब और चमेली के फूल खिले होंगे, जिनकी खुशबू चारों ओर फैल रही होगी।

प्रश्न 49: किस-किस चीज़ के कारखाने देख पा रहे हो? कारखानों में कितने लोग काम कर रहे हैं? उन लोगों ने कैसे कपड़े पहन रखे हैं? कितनी देर काम करते होंगे?

उत्तर: वहाँ कपड़ा, हीरे-जवाहरात, बर्तन और हथियार बनाने के कारखाने हो सकते हैं। इन कारखानों में बहुत से लोग काम कर रहे होंगे। उन्होंने साधारण और मेहनत वाले काम के लिए आरामदायक कपड़े पहने होंगे। वे सुबह से शाम तक कई घंटे काम करते होंगे।

प्रश्न 50: अरे, वहाँ देखो। वह कारीगर पत्थरों को छैनी और हथौड़ों से काट-काटकर कितनी सुंदर नक्काशी कर रहा है। क्या पत्थरों की धूल से कारीगर को कोई दिक्कत हो रही है?

उत्तर: हाँ, पत्थर की नक्काशी करते समय बहुत धूल उड़ती है, जिससे कारीगर को सांस लेने में परेशानी हो सकती है। उस समय कोई सुरक्षा उपकरण नहीं होते थे, इसलिए कारीगरों को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ भी हो सकती थीं।

प्रश्न 51: सैलजा ने पूछा - ये बर्तनों के टुकड़े भी सँभालकर शीशे की अलमारी में क्यों रखे हुए हैं?

उत्तर: बर्तनों के ये टुकड़े बहुत पुराने हैं और इतिहास से जुड़ी जानकारी देते हैं। इन्हें सँभालकर रखना जरूरी है ताकि लोग यह जान सकें कि पुराने समय में लोग कैसे बर्तन इस्तेमाल करते थे।

प्रश्न 52: दीदी ने कहा - सोचो अगर यह सब सँभालकर नहीं रखा होता तो क्या तुम आज उस जमाने के बारे में इतना कुछ जान पाते?

उत्तर: नहीं, अगर यह सब चीजें संभालकर नहीं रखी जातीं तो हम पुराने जमाने के रहन-सहन, वस्तुएँ और जीवनशैली के बारे में कुछ भी नहीं जान पाते। ये चीजें हमें इतिहास समझने में मदद करती हैं। 

प्रश्न 53: तुमने आसपास किस-किस तरह के बर्तनों का इस्तेमाल होते देखा है?

उत्तर: मैंने अपने आसपास स्टील, ताँबे, एल्यूमिनियम, काँच, प्लास्टिक और मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल होते देखा है। जैसे - थाली, कटोरी, गिलास, लोटा, कुकर, पतीली आदि।

प्रश्न 54:अपने दादा-दादी से पता करो कि उनके समय में और किस-किस तरह के बर्तन इस्तेमाल में लाए जाते थे?

उत्तर: मेरे दादा-दादी ने बताया कि उनके समय में मिट्टी, पीतल, ताँबा और काँसे के बर्तन ज्यादा इस्तेमाल होते थे। वे मिट्टी के घड़े में पानी रखते थे और ताँबे के लोटे से पानी पीते थे। खाना बनाने के लिए पीतल की पतीली और कड़ाही इस्तेमाल होती थी।

प्रश्न 55: क्या तुम भी कभी किसी म्यूजियम में गए हो या उसके बारे में सुना है? वहाँ क्या-क्या होता है?

उत्तर: हाँ, मैं एक बार म्यूजियम गया हूँ। वहाँ बहुत पुरानी चीजें रखी थीं जैसे पुराने सिक्के, बर्तन, हथियार, कपड़े, मूर्तियाँ और राजा-महाराजाओं की तस्वीरें। वहाँ जाकर पुराने समय के जीवन के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला।

प्रश्न 56: क्या तुम्हारे घर के आस-पास कोई ऐसी पुरानी इमारत है, जिसे देखने के लिए लोग आते हैं? यदि है, तो कौन-सी?

उत्तर: हाँ, मेरे घर के पास एक पुराना किला है, जिसे देखने के लिए लोग आते हैं। उसका नाम "शाही किला" है।

प्रश्न 57 : क्या तुम कभी कोई ऐसी ही पुरानी इमारत देखने कहीं दूर गए हो? कौन सी? वह तुम्हें क्या कुछ बोलती-सी लगी? क्या जान पाए उस समय के बारे में जब वह इमारत बनी थी?

उत्तर: हाँ, मैं एक बार "कुतुब मीनार" देखने दिल्ली गया था। वह बहुत ऊँची और सुंदर है। उसे देखकर ऐसा लगा जैसे वह हमें पुराने समय की बातें बता रही हो। मैंने जाना कि यह मीनार 800 साल से भी ज़्यादा पुरानी है और गुलाम वंश के शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसे बनवाया था।

प्रश्न 58:वह कितनी पुरानी है? तुम्हें कैसे पता लगा?

उत्तर: वह लगभग 800 साल पुरानी है। मुझे यह जानकारी म्यूजियम और वहाँ लगे सूचना-पट (Information Board) से मिली।

प्रश्न 59: वह किस चीज से बनी है?

उत्तर: वह लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनी है।

प्रश्न 60: किस रंग की है?

उत्तर: वह लाल और हल्की सफेद रंग की है।

प्रश्न 61: क्या उसमें कुछ खास तरह के डिजाइन बने हैं? यहाँ बनाओ।

उत्तर: हाँ, उसमें फूलों, बेल-बूटों और कुरान की आयतों की नक्काशी की गई है। (यहाँ बच्चे चित्र बना सकते हैं।)

प्रश्न 62: उसमें कौन लोग रहते होंगे? वहाँ क्या-क्या काम होता होगा?

उत्तर: उस समय वहाँ बादशाह और उनके मंत्री रहा करते होंगे। वहाँ बैठकर शासन के फैसले लिए जाते होंगे और बैठकें होती होंगी।

प्रश्न 63: क्या अभी भी उसमें लोग रहते हैं?

उत्तर: नहीं, अब उसमें कोई नहीं रहता। वह अब एक ऐतिहासिक स्मारक है, जिसे लोग देखने आते हैं। 

प्रश्न 64: तुम भी अपना म्यूजियम बनाओ – तुम कैसे बनाओगे?

उत्तर: मैं अपने घर और आस-पास के लोगों से पुरानी चीजें इकट्ठी करूँगा, जैसे – पुराने सिक्के, बर्तन, कपड़े, लालटेन, घड़ी, पुराने फोटो, चप्पल, खिलौने आदि। फिर हम स्कूल में एक कमरा सजाकर वहाँ प्रदर्शनी लगाएंगे। हर चीज़ के पास उसका नाम और जानकारी भी रखेंगे ताकि लोग जान सकें कि वह चीज़ किस समय की है और किस काम आती थी।

प्रश्न 65: चित्र को देखो और बताओ – यह पाँच सौ साल पुरानी पेंटिंग है जिसमें आगरा का किला बन रहा है।

प्रश्न :चित्र में लोग किस-किस तरह के काम करते नजर आ रहे हैं?

उत्तर: कुछ लोग पत्थर तोड़ रहे हैं, कुछ उन्हें ढो रहे हैं, कुछ निर्माण में मजदूरी कर रहे हैं और कुछ लोग निर्माण का निरीक्षण कर रहे हैं।

प्रश्न 66 : कितनी औरतें और कितने मर्द काम कर रहे हैं?

उत्तर: चित्र में कुछ औरतें और कई पुरुष काम करते दिखाई दे रहे हैं। (संख्या चित्र पर निर्भर करेगी)

प्रश्न 67:भारी खंभा ढलान पर कैसे ऊपर ले जा रहे हैं?

उत्तर: लोग भारी खंभे को रस्सियों और लट्ठों की मदद से ढलान पर खींचकर ऊपर ले जा रहे हैं।

प्रश्न 68: भारी चीज़ ढलान पर चढ़ानी आसान होती है या सीधी ऊपर ले जानी?

उत्तर: भारी चीज़ ढलान पर चढ़ाना आसान होता है क्योंकि उसमें कम ताकत लगती है।

प्रश्न 69: क्या मशक में भरकर पानी ले जाता हुआ आदमी देख पाए?

उत्तर: हाँ, चित्र में एक आदमी मशक (चमड़े की थैली) में पानी भरकर ले जाता दिखाई दे रहा है।

प्रश्न 70: हम क्या समझे — संगीता को लगता है कि म्यूजियम में पुरानी चीजें सँभालकर रखना बेकार है। तुम उसे कैसे समझाओगे कि म्यूजियम का होना जरूरी है?

उत्तर: मैं संगीता को समझाऊँगा कि म्यूजियम हमें पुराने समय की चीज़ों से जोड़ता है। उससे हमें यह पता चलता है कि हमारे पूर्वज कैसे रहते थे, क्या पहनते थे, किन चीज़ों का इस्तेमाल करते थे और कौन-कौन सी कला-कौशल उस समय थे। म्यूजियम के बिना हम अपने अतीत को नहीं जान सकते।

प्रश्न 71: तुम्हें क्या लगता है, इस पाठ का नाम 'बोलती इमारतें' क्यों रखा गया है?

उत्तर: इस पाठ का नाम 'बोलती इमारतें' इसलिए रखा गया है क्योंकि पुरानी इमारतें अपने बनावट, नक्काशी, सामग्री और इतिहास के जरिए हमें बहुत कुछ बताती हैं। जैसे मानो वे खुद बोलकर हमें अपना समय सुना रही हों। 

Priyanka Das