Chapter 21
राजेश जोशी
प्रश्न 1: राजेश जोशी का जन्म कहाँ और कब हुआ?
उत्तर: राजेश जोशी का जन्म सन् 1946 में मध्य प्रदेश के नासिंहगढ़ जिले में हुआ।
प्रश्न 2: उन्होंने अपने प्रारंभिक जीवन के बाद कौन-सा पेशा अपनाया?
उत्तर: उन्होंने शिक्षा पूरी करने के बाद पत्रकारिता का पेशा अपनाया और कुछ समय तक यापन कार्य किया।
प्रश्न 3: राजेश जोशी ने किन प्रकार की रचनाएँ लिखीं?
उत्तर: उन्होंने कविताएँ, नाटक, लेख, टिप्पणियाँ, नाट्य रूपांतर और कुछ लघु फिल्मों के लिए पटकथा लिखी।
प्रश्न 4: राजेश जोशी ने किन भाषाओं में अपनी कविताओं का अनुवाद करवाया?
उत्तर: उन्होंने भारतीय भाषाओं के साथ-साथ अंग्रेजी, रूसी और जर्मन में भी कविताओं का अनुवाद करवाया।
प्रश्न 5: उनके प्रमुख काव्य संग्रह कौन-कौन से हैं?
उत्तर: उनके प्रमुख काव्य संग्रह हैं ‘एक दिन बोलेंगे पेड़ मिट्टी का चेहरा’, ‘नेपथ्य में हँसी’, ‘दो पंक्तियों के बीच’ और ‘गौर की वर्तनी’।
प्रश्न 6: राजेश जोशी को कौन-कौन से पुरस्कार प्राप्त हुए हैं?
उत्तर: उन्हें माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार, मध्यप्रदेश शासन का शिखर सम्मान और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रश्न 7: उनकी कविताओं का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: उनकी कविताओं का मुख्य विषय सामाजिक अभिप्राय और जीवन में संकटों के बीच गहरी आस्था को उजागर करना है।
प्रश्न 8: उनकी कविताओं में स्थानीय मिजाज और मौसम कैसे प्रकट होते हैं?
उत्तर: राजेश जोशी की कविताओं में स्थानीय बोली और जीवन की दिनचर्या, वातावरण और मौसम की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। ये तत्व उनकी कविताओं में प्राकृतिकता और वास्तविकता का अनुभव कराते हैं, जिससे पाठक को उनके लेखन का जीवंत अनुभव मिलता है।
प्रश्न 9: “रुको बच्चो” कविता का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: “रुको बच्चो” कविता का मूल उद्देश्य बच्चों को सड़क पार करने से पहले सतर्क और सावधान रहने की सीख देना है। साथ ही, यह कविता प्रशासन और शासन की धीमी, गैर-जिम्मेदार और दिखावटी कार्यप्रणाली पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी भी करती है।
प्रश्न 10: कविता में तेज रफ्तार वाली गाड़ियों का प्रतीक क्या है?
उत्तर: कविता में तेज रफ्तार वाली गाड़ियाँ प्रतीक हैं शासन और प्रशासन के उन अधिकारियों की, जो जिम्मेदारी निभाने के बजाय अपने स्वार्थ, सुविधा और दिखावे में उलझे रहते हैं। ये गाड़ियाँ उनके काम करने की धीमी और असंगत प्रवृत्ति के विपरीत केवल तेज़ गति का प्रतीक बन गई हैं।
प्रश्न 11: कवि बच्चों को क्यों रोकने के लिए कहता है?
उत्तर: कवि बच्चों से कहते हैं कि वे रुकें ताकि वे प्रशासनिक अधिकारियों की अंधी और बेकाबू रफ्तार में प्रभावित न हों और सुरक्षित तरीके से सोच-समझकर कदम बढ़ाएँ।
प्रश्न 12: कविता में अफसर की गाड़ी का विवरण क्या दर्शाता है?
उत्तर: कविता में अफसर की गाड़ी इस बात को दर्शाती है कि अधिकारी वास्तव में किसी कार्य को समय पर पूरा करने की जल्दी में नहीं हैं, बल्कि उनकी तेज रफ्तार केवल दिखावे और प्रभाव बनाने के लिए है।
प्रश्न 13: न्यायाधीश और अफसर के विवरण में कवि किस सामाजिक असंतुलन पर संकेत करते हैं?
उत्तर: कवि न्यायाधीश और अधिकारियों के विवरण के माध्यम से यह इंगित करते हैं कि समाज में प्रशासनिक और न्यायिक व्यवस्था धीमी, गैर-जिम्मेदार और दिखावटी है, जबकि आम लोगों की सुरक्षा और आवश्यकताओं की अनदेखी की जाती है।
प्रश्न 14: कविता में “रुको बच्चों” का दोहराव किस literary तकनीक का उदाहरण है?
उत्तर: कविता में “रुको बच्चों” का बार-बार दोहराव पुनरुक्ति की literary तकनीक का प्रयोग है। यह पाठक का ध्यान मुख्य संदेश—सड़क पर सतर्क रहने और सोच-समझकर आगे बढ़ने—की ओर केंद्रित करता है।
प्रश्न 15: “तेज रफ्तार से जाती इन गाड़ियों” का क्या प्रतीकात्मक अर्थ है?
उत्तर: “तेज रफ्तार से जाती इन गाड़ियों” प्रतीक हैं उन अधिकारियों और शासक वर्ग की, जो केवल दिखावे और स्वार्थ में उलझे रहते हैं और जनता की सुरक्षा तथा जीवन की वास्तविक जरूरतों की परवाह नहीं करते।
प्रश्न 16: कवि बच्चों को रोककर क्या सिखाना चाहते हैं?
उत्तर: कवि बच्चों को रोककर यह सिखाना चाहते हैं कि वे हमेशा सोच-समझकर, सुरक्षित और सतर्क तरीके से आगे बढ़ें, और शासन एवं प्रशासन की धीमी तथा अव्यवस्थित गतिविधियों को समझकर उनका सामना करें।
प्रश्न 17: कविता में “सफ़ेद कार में गया अफसर” का विवरण किस संदेश को बल देता है?
उत्तर: “सफ़ेद कार में गया अफसर” का विवरण इस बात को बल देता है कि अधिकारी की तेज़ रफ्तार केवल दिखावे के लिए है; वास्तविक काम की गति धीमी है और उनकी प्राथमिकता जिम्मेदारी निभाने की नहीं, बल्कि प्रभाव दिखाने की है।
प्रश्न 18: बच्चों की सुरक्षा और प्रशासन की रफ्तार में कैसे विरोधाभास दिखाया गया है?
उत्तर: कवि यह विरोधाभास दिखाते हैं कि बच्चों की सुरक्षा तत्काल और सतर्कता मांगती है, जबकि प्रशासन केवल दिखावे में तेज़ और सक्रिय प्रतीत होता है, पर असल में उसका काम सुस्त और विलंबित है।
प्रश्न 19: कविता में “पेशी दर पेशी चक्कर” का क्या अर्थ है?
उत्तर: “पेशी दर पेशी चक्कर” न्यायिक प्रक्रिया की धीमी, जटिल और लंबे समय तक चलने वाली प्रकृति को दर्शाता है, जहाँ मुकदमे कई बार सालों तक लगातार टलते रहते हैं।
प्रश्न 20: कविता का सामाजिक संदेश क्या है?
उत्तर: कविता का सामाजिक संदेश यह है कि अधिकारी और शासन के जिम्मेदार व्यक्ति अक्सर अपने कर्तव्यों को निभाने के बजाय दिखावे और स्वसंतोष में उलझे रहते हैं। इसलिए आम लोगों, विशेषकर बच्चों, को सतर्क, जागरूक और सोच-समझकर आगे बढ़ना चाहिए।
प्रश्न 21: “उनकी अदालत का फैसला आदमी और नहीं हो पाता” का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका तात्पर्य यह है कि न्यायिक देरी और अव्यवस्था के कारण व्यक्ति न्याय पाने से पहले मानसिक और भावनात्मक रूप से थक जाता है और कई बार हतोत्साहित हो जाता है।
प्रश्न 22: कविता में अफसरों की “अंधी रफ्तार” का क्या सांकेतिक महत्व है?
उत्तर: कविता में अफसरों की “अंधी रफ्तार” प्रतीक है उनकी प्रशासनिक लापरवाही, दिखावे की प्रवृत्ति और जिम्मेदारी से दूरी बनाए रखने की।
प्रश्न 23: बच्चों को रोकने का साहित्यिक प्रभाव क्या है?
उत्तर: बच्चों को रोकने का प्रयोग पाठक पर चेतावनी और सावधानी का प्रभाव डालता है तथा कविता का मुख्य संदेश—सुरक्षा और सतर्कता—को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करता है।
प्रश्न 24: कविता में आम नागरिक और प्रशासन के बीच कैसे अंतर दिखाया गया है?
उत्तर: कविता में आम नागरिक और प्रशासन के बीच अंतर इस तरह दिखाया गया है कि नागरिक सुरक्षा और विवेक के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करता है, जबकि प्रशासन केवल दिखावे और तेज़ रफ्तार में उलझा रहता है, जिससे समाज में असंतुलन पैदा होता है।
प्रश्न 25: कविता में सुरक्षा का महत्व कैसे प्रस्तुत किया गया है?
उत्तर: कविता में सुरक्षा का महत्व यह संदेश देकर प्रस्तुत किया गया है कि बच्चों को सड़क पार करते समय रुककर सोच-समझकर और सतर्क रहना चाहिए, ताकि उनका जीवन सुरक्षित रहे।
प्रश्न 26: कवि प्रशासनिक अधिकारियों पर कटाक्ष कैसे करते हैं?
उत्तर: कवि प्रशासनिक अधिकारियों पर इस तरह कटाक्ष करते हैं कि वे उनकी धीमी और लापरवाह कार्यप्रणाली, दिखावटी तेज़ी और जनता की अनदेखी को व्यंग्यात्मक ढंग से उजागर करते हैं।
प्रश्न 27: कविता में “रुको बच्चों” वाक्य का मनोवैज्ञानिक प्रभाव क्या है?
उत्तर: “रुको बच्चों” वाक्य का मनोवैज्ञानिक प्रभाव यह है कि यह बच्चों में सतर्कता, सोच-समझकर निर्णय लेने की क्षमता और सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करता है।
प्रश्न 28: कविता में सड़क पार करने का प्रतीकात्मक अर्थ क्या हो सकता है?
उत्तर: कविता में सड़क पार करना प्रतीकात्मक रूप से भविष्य में जिम्मेदारी उठाने और जीवन में सोच-समझकर सही निर्णय लेने की क्षमता को दर्शाता है।
प्रश्न 29: कविता में मंत्री या अफसर की गाड़ी का व्यंग्यात्मक चित्रण किस उद्देश्य से किया गया है?
उत्तर: कविता में मंत्री या अफसर की गाड़ी का व्यंग्यात्मक चित्रण प्रशासनिक भ्रष्टाचार, दिखावे और जिम्मेदारी की कमी को प्रभावशाली ढंग से उजागर करने के उद्देश्य से किया गया है।
प्रश्न 30: कविता का लयात्मक स्वर कैसे पाठक को प्रभावित करता है?
उत्तर: कविता की लयात्मकता, दोहराव और अलंकार पाठक में सतर्कता, गंभीरता और संदेश को प्रभावशाली ढंग से ग्रहण करने की भावना पैदा करते हैं।
प्रश्न 31: बच्चों को रोकने की सलाह में कवि किस तरह का भविष्य दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं?
उत्तर: कवि बच्चों को यह सीख देना चाहते हैं कि वे सोच-समझकर आगे बढ़ें और भविष्य में प्रशासन या समाज की अंधी दौड़ का हिस्सा बनने से बचें।
प्रश्न 32: कविता में तेज रफ्तार की आलोचना किस दृष्टिकोण से की गई है?
उत्तर: कविता में तेज रफ्तार की आलोचना इस दृष्टिकोण से की गई है कि यह प्रशासनिक लापरवाही और दिखावटी तेज़ी के कारण आम लोगों की सुरक्षा और जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालती है।
प्रश्न 33: कविता में बच्चों की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था का संबंध कैसे दिखाया गया है?
उत्तर: कविता में बच्चों की सुरक्षा को तत्काल आवश्यकता के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जबकि न्याय व्यवस्था धीमी और जटिल है, जिससे सुरक्षा और न्याय में स्पष्ट विरोधाभास दिखाई देता है।
प्रश्न 34: कविता में प्रशासनिक प्रणाली की धीमी गति को कैसे उजागर किया गया है?
उत्तर: कविता में प्रशासनिक प्रणाली की धीमी गति को इस तरह उजागर किया गया है कि अधिकारी और न्यायाधीश अपने कार्यों में वर्षों लगाते हैं, फाइलें और मुकदमों की प्रक्रिया लंबे समय तक अटकी रहती है, जबकि जनता की सुरक्षा और आवश्यकताएँ अनदेखी होती हैं।
Answer by Mrinmoee