Chapter 10

                                                    ईद-महोत्सवः


40 प्रश्न-उत्तर

1. प्रश्न: भारतदेशे धार्मिक महोत्सवानां सामाजिक महत्वं किं अस्ति?
उत्तर: 
भारतदेशे धार्मिक महोत्सवाः न केवल पूजा-अर्चना साधनं, किन्तु समाजे एकता, सौहार्दं च प्रेरयन्ति, सर्वधर्मसमत्वेन जनानां आनन्दं वितरन्ति।

(भारत में धार्मिक महोत्सव केवल पूजा-अर्चना का साधन नहीं, बल्कि समाज में एकता और सौहार्द भी उत्पन्न करते हैं और सभी धर्मों के लोगों में खुशी फैलाते हैं।)


2. प्रश्न: हिन्दूनां मुख्योत्सवाः के के सन्ति?
उत्तर: 
हिन्दू धर्मे मुख्योत्सवाः दीपावली, रक्षाबन्धन, दुर्गापूजा च सन्ति, यैः धार्मिक, सामाजिक च कार्येषु जनाः सहभागी भवन्ति।

(हिंदू धर्म में दीपावली, रक्षाबंधन और दुर्गापूजा जैसे उत्सव प्रमुख हैं, जिनमें लोग धार्मिक और सामाजिक रूप से भाग लेते हैं।)


3. प्रश्न: महम्मदीयानां सर्वोत्तम उत्सवः कः मन्यते?
उत्तर: 
मुस्लिम समुदाये प्रमुखः उत्सवः ईद इति गण्यते, यः सामूहिकआनन्दः, उपवासभंग च प्रदत्तुम् उपयुक्तः।

(मुस्लिम समुदाय में प्रमुख और सर्वश्रेष्ठ पर्व ईद माना जाता है, जो सामूहिक आनंद और उपवास के समापन का अवसर प्रदान करता है।)

4. प्रश्न: ईद पर्व मूलतः कः उपासना-कर्मः?
उत्तर:
ईद पर्वः मुख्यतः उपासना तथा धार्मिक अनुष्ठानस्य समये आचर्यते, यः श्रद्धा, समाजिक मिलनं च संवर्धयति।

(ईद का पर्व मुख्यतः धार्मिक उपासना और अनुष्ठानों के लिए होता है, जो श्रद्धा और सामाजिक मिलन को बढ़ावा देता है।)


5. प्रश्न: रमजान मासे किम् आरम्भो भवति?
उत्तर: 
रमजानमासे चन्द्रदर्शनात् ‘रोजा’ नामक उपवासं प्ररभ्यते, यः भक्तानां संयमं आत्मसंयमनं च अभिवर्द्धयति।

(रमजान के महीने में चंद्र दर्शन के पश्चात् रोजा नामक उपवास आरंभ होता है, जो भक्तों में संयम और आत्मसंयम को बढ़ाता है।)


6. प्रश्न: रोजायां उपवासधारीः किम् कुर्वन्ति?
उत्तर: 
रोजाधारिणः दिवसम् अन्नं त्यज्य उपवासं धर्तुं सह, संध्याकाले ‘इफ्तार’ कृत्वा उपवासं समाप्तं कुर्वन्ति।

(रोजा रखने वाले दिन भर भोजन त्याग कर उपवास रखते हैं और शाम को इफ्तार करके उपवास समाप्त करते हैं।)


7. प्रश्न: रमजान मासस्य अन्ते ईदस्य विधिः कथम् क्रियते?
उत्तर:
रमजानमासस्य अन्ते शुक्रवारे चन्द्रं दृष्ट्वा प्रातःकाले ‘ईद-नमाज़’ सम्पन्ना भवति।

(रमजान महीने के अंत में शुक्रवार को चाँद देखकर सुबह ईद की नमाज़ अदा की जाती है।)


8. प्रश्न: ईदगाह कः भवति?
उत्तर: 
ईदगाहः तः स्थलः यत्र जनाः सामूहिकरूपेण ईद-नमाजं कुर्वन्ति।

(ईदगाह वह स्थान है जहाँ लोग सामूहिक रूप से ईद की नमाज़ अदा करते हैं।)

9. प्रश्न: ईद पर्वे भोजन-कायः कः?
उत्तर:
ईदपर्वे मुख्यतया मधुराणि पक्वान्नानि, सेवईश्चादीनि विशेषरूपेण खाद्यन्ते।

(ईद के पर्व पर खासतौर पर मिठाई और पकवान, जैसे सेवई आदि, खाए जाते हैं।)

10. प्रश्न: चिकित्साशास्त्रदृष्ट्या ईद पर्वः किं महत्त्वपूर्णः?
उत्तर:
चिकित्साशास्त्रदृष्ट्या ईदपर्वः मनसः, वचसः, कर्मणश्च शुद्धये उपयोगी मन्यते।

(चिकित्सा के दृष्टिकोण से ईद पर्व मानसिक, वाचिक और कर्मकांडीय शुद्धि के लिए लाभकारी माना जाता है।)


11. प्रश्न: ईद पर्वे निर्धनाः धनिकाश्च किं कुर्वन्ति?
उत्तर: 
ईदपर्वे निर्धनाः धनिकाश्च पीनार्तानां हिताय दानं कुर्वन्ति, यत् दानं ‘फितरा’ इति प्रसिद्धम्।

(ईद पर गरीब और अमीर मिलकर जरूरतमंदों की सहायता हेतु दान करते हैं, जिसे ‘फितरा’ कहा जाता है।)


12. प्रश्न: वर्षे वर्षे ईद पर्वे किं क्रियते?
उत्तर: 
प्रति वर्ष सर्वे जनाः ईदपर्वस्य आगमनाय प्रतीक्षां कुर्वन्ति च, तत्र सर्वे आनन्दे निमग्नाः भवन्ति।

(हर वर्ष सभी लोग ईद के आगमन की प्रतीक्षा करते हैं और इस अवसर पर पूरी तरह आनंदित होते हैं।)


13. प्रश्न: ईद पर्व सामाजिक दृष्ट्या किम् दर्शयति?
उत्तर: 
ईदपर्वः समाजे मानवीय सद्भावं, एकतां च उदारतां च प्रकटयति।

(ईद सामाजिक दृष्टि से मानवता, एकता और उदारता का संदेश देता है।)


14. प्रश्न: भारतदेशे धर्मप्रधानत्वम् कथम् दृश्यते?
उत्तर: 
भारतदेशे बहवः धर्माः सन्ति, तेषां उत्सवाः समभावेन आचर्यन्ते, यत् धर्मप्रधानत्वं प्रकाशयति।

(भारत में कई धर्म हैं और उनके उत्सव समान रूप से मनाए जाते हैं, जिससे धर्मप्रधानता प्रकट होती है।)


15. प्रश्न: रमजान मासे उपवासस्य विधिः कथम्?
उत्तर: 
रमजान मासे चन्द्रदर्शनानन्तरं ‘रोजा’ उपवासः समग्रं दिनं धारणीयः, संध्यायां इफ्तारं कृत्वा उपवासं भञ्ज्यते।

(रमजान में चाँद देखने के बाद रोजा पूरे दिन रखा जाता है और शाम को इफ्तार से उपवास तोड़ा जाता है।)

16. प्रश्न: ईद पर्वे भोजनस्य प्रमुखता किं?
उत्तर: 
ईदोत्सवे विशेषं मधुरपक्वान्नानि, दुग्धयुक्तानि च खाद्यन्ते, सेवई प्रमुखं मन्यते।

(ईद के अवसर पर मीठे व्यंजन और दूधयुक्त पदार्थ बनाए जाते हैं, जिसमें सेवई का विशेष महत्व है।)

17. प्रश्न: फितरा दानस्य अनिवार्यत्वम् कथम्?
उत्तर: 
ईदोत्सवे दरिद्रजनानां सहाय्याय फितरा दानं अनिवार्यं स्वीकर्यते।

(ईद के अवसर पर जरूरतमंदों की सहायता हेतु फितरा का दान अनिवार्य माना जाता है।)

18. प्रश्न: ईद पर्वे लोकानां आर्तमनसस्य सुखं कथम् प्रदर्श्यते?
उत्तर: 
ईदोत्सवे सर्वे जनाः एकस्मिन आनंदसागरमिव रमन्ति, परस्पर सहकारं च अनुभवन्ति।

(ईद पर सभी लोग आनंद के सागर में मग्न होते हैं और आपसी सहयोग का अनुभव करते हैं।)

19. प्रश्न: रमजान मासस्य अन्ते ईदकर्म कः?
उत्तर: 
मासस्य अन्ते शुक्रवारे (जुमा) चन्द्रं दृष्ट्वा जनाः सामूहिकं नमाजं कुर्वन्ति, ततः ईदोत्सव आरभ्यते।

(रमजान के महीने के अंत में शुक्रवार को चाँद देखकर लोग सामूहिक नमाज़ अदा करते हैं और इसके बाद ईद का पर्व आरंभ होता है।)

20. प्रश्न: ईद पर्वे सामाजिक मेलजोल कथम् संवर्ध्यते?
उत्तर:
ईदोत्सवे निर्धनाः धनिकाश्च पीनार्तानां सेवार्थं दानं कुर्वन्ति, यत् सर्वेषां मध्ये सौहार्दं सद्भावना च वृद्धिं जनयति।

(ईद पर गरीब और अमीर मिलकर जरूरतमंदों की सहायता करते हैं, जिससे समाज में मित्रभाव और सद्भावना बढ़ती है।)


Answer by Mrinmoee