Chapter 18

 हटरी 

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प्रश्न 1: हटरी क्या होती है?

उत्तर: हटरी एक प्रकार का बाजार होता है जो किसी निश्चित दिन पर लगाया जाता है। इसमें सब्जियाँ, खाने-पीने की चीजें और घर के उपयोग की वस्तुएँ बेची जाती हैं। यह बाजार सुबह लगता है और शाम को हट जाता है।

प्रश्न 2: मुन्नी और किसना को माँ क्या देती थीं?

उत्तर: हर बुधवार को जब माँ हटरी से लौटती थीं, तो वे मुन्नी और किसना को एक-एक पुड़िया देती थीं, जिसमें से वे जलेबी, सेव जैसी चीजें निकालकर खाते थे।

प्रश्न 3: माँ हटरी से क्या-क्या लाती थीं?

उत्तर: माँ हटरी से सब्जियाँ, खाने-पीने की चीजें और घर में उपयोग आने वाली अन्य वस्तुएँ लाती थीं।

प्रश्न 4: हटरी की दुकानों का समय कब से कब तक होता है?

उत्तर: हटरी की दुकानें सुबह लगती हैं और शाम को हटा ली जाती हैं।

प्रश्न 5: माँ मुन्नी और किसना को हटरी क्यों नहीं ले जाती थीं?

उत्तर: माँ उन्हें हर बार यह कहकर मना कर देती थीं कि अगली बार ले जाऊँगी।

प्रश्न 6: हटरी में किस-किसके मिलने की संभावना होती है?

उत्तर: हटरी में आस-पास के गाँवों से लोग आते हैं, इसलिए वहाँ एक-दूसरे से मिलने और हालचाल जानने का अच्छा मौका मिलता है। वहाँ मौसी जैसे रिश्तेदारों से भी मुलाकात हो सकती है।

प्रश्न 7: हटरी में लोगों को कैसे देखा गया?

उत्तर: हटरी में कुछ लोग सिर पर टोकरी और थैला लिए दिखे। कुछ लोग खाली थैले हिलाते हुए चलते हुए दिखे। वहाँ खूब भीड़ थी और सभी खरीदारी में व्यस्त थे।

प्रश्न 8: किसना और मुन्नी हटरी क्यों जाना चाहते थे?

उत्तर: किसना और मुन्नी हटरी देखने और मौसी से मिलने के लिए उत्साहित थे, इसलिए वे माँ के साथ हटरी जाना चाहते थे।

प्रश्न 9: हटरी में किस प्रकार का वातावरण होता है?

उत्तर: हटरी में मेले जैसा माहौल होता है। वहाँ लोग खरीदारी के साथ-साथ बातचीत करते हैं, अपने रिश्तेदारों से मिलते हैं और तरह-तरह की चीजें खरीदते-बेचते हैं।

प्रश्न 10: हटरी में किस-किस तरह की चीजें दिखाई दीं?

उत्तर: हटरी में तरह-तरह की सब्जियाँ जैसे—करेला, भिण्डी, लौकी, भटा, हरी मिर्च, अदरक और शिमला मिर्च दिखाई दीं। साथ ही मिठाइयों की दुकानें भी थीं।

प्रश्न 11: जलेबी की दुकान पर किसने क्या देखा?

उत्तर: मुन्नी जलेबी खाना चाहती थी, लेकिन जब वे दुकान पर पहुँचे तो देखा कि जलेबी पर मक्खियाँ बैठी थीं। इसलिए किसना ने जलेबी न खाने का फैसला किया।

प्रश्न 12: हटरी में गंदगी से कैसे बचा जा सकता है?

उत्तर: हटरी में गंदगी से बचने के लिए खाने की चीज़ों को ढककर रखना चाहिए, सफाई रखनी चाहिए और कूड़ेदान का उपयोग करना चाहिए।

प्रश्न 13: माँ ने किस फल को लेने का निर्णय लिया और क्यों?

उत्तर: माँ ने केले लेने का निर्णय लिया क्योंकि उसमें न तो मक्खी होती है और न ही धूल लगती है।

प्रश्न 14: हटरी में कपड़ों की दुकान पर किसना ने क्या माँगा?

उत्तर: कपड़ों की दुकान पर किसना ने अपनी माँ से कमीज माँगी, लेकिन माँ ने मना कर दिया क्योंकि पिछले महीने ही कमीज लाई गई थी।

प्रश्न 15: मुन्नी और माँ ने क्या खरीदा?

उत्तर: माँ ने मुन्नी के लिए रिबन, खुद के लिए चूड़ियाँ और कंघा खरीदा।

प्रश्न 16: अनाज की दुकान पर क्या हो रहा था?

उत्तर: अनाज की दुकान पर भीड़ थी। कुछ बैलगाड़ियों से अनाज खाली किया जा रहा था और कुछ में खरीदा हुआ अनाज भरा जा रहा था।

प्रश्न 17: बच्चों ने खिलौनों की दुकान से क्या लिया?

उत्तर: किसना ने चाबी वाली कार और मुन्नी ने गुड़िया ली।

प्रश्न 18: शाम को हटरी में क्या बदलाव आया?

उत्तर: शाम को हटरी में आवाजें बढ़ गईं। ठेले वाले चिल्ला रहे थे, दुकान वाले अपना सामान समेट रहे थे और कुछ हिसाब कर रहे थे। माँ ने बच्चों से कहा कि अब घर चलना चाहिए।

प्रश्न 19: तुम्हारे यहाँ हाट/हटरी में कौन-सी दुकानें लगती हैं? वहाँ क्या-क्या मिलता है?

उत्तर: हमारे यहाँ की हटरी में सब्जी, फल, अनाज, कपड़े, खिलौने, घरेलू सामान, मिठाई और मसालों की दुकानें लगती हैं। वहाँ खाने-पीने का सामान, जरूरत की चीजें, कपड़े और सजावटी सामान मिलते हैं।

प्रश्न 20: तुम अपने यहाँ लगने वाली हटरी का अपने शब्दों में वर्णन करो।

उत्तर: हमारे यहाँ हर शनिवार को हटरी लगती है। सुबह से शाम तक हटरी में बहुत भीड़ होती है। लोग गाँवों से बैलगाड़ी और मोटरसाइकिल पर सामान लेकर आते हैं। वहाँ ताजे फल-सब्जियाँ, कपड़े, खिलौने और घरेलू चीजें मिलती हैं। बच्चे मिठाइयाँ और खिलौने लेते हैं। वहाँ का माहौल बहुत रंगीन और मज़ेदार होता है।

प्रश्न 21: हटरी और शहर के बाजार में क्या अंतर होता है?

उत्तर: हटरी एक अस्थायी बाजार होता है, जो हफ्ते में एक या दो दिन ही लगता है। वहाँ दुकानें अस्थायी होती हैं और शाम को हट जाती हैं। जबकि शहर का बाजार रोज खुला रहता है और वहाँ पक्की दुकानें होती हैं। शहर के बाजार में चीजें महंगी होती हैं लेकिन हटरी में सस्ती।

प्रश्न 22: क्या ठंड, बरसात और गर्मी में हटरी एक जैसी ही लगती है या कुछ फर्क होता है? यह फर्क क्यों होता है?

उत्तर: नहीं, अलग-अलग मौसम में हटरी थोड़ी अलग लगती है।

ठंड में: लोग गरम कपड़े पहनते हैं और सुबह देर से आते हैं।

बरसात में: कई बार हटरी नहीं लगती या कम लोग आते हैं क्योंकि कीचड़ और बारिश की वजह से दिक्कत होती है।

गर्मी में: लोग जल्दी आ जाते हैं और छांव में बैठते हैं, पसीना और धूप से बचते हैं।

ये फर्क मौसम की वजह से होता है।

मौखिक प्रश्नों के उत्तर

1. गाँव में लोग आवश्यकता की वस्तुएँ कहाँ से खरीदकर लाते हैं?

उत्तर: गाँव के लोग ज़रूरत की चीजें हटरी या साप्ताहिक बाजार से खरीदते हैं।

2. हटरी में मनिहारी की दुकान में कौन-सी वस्तुएँ मिलती हैं?

उत्तर: मनिहारी की दुकान में कंघा, टिकली, चूड़ियाँ, रिबन, काजल, सिंदूर, बिंदी जैसे सामान मिलते हैं।

लिखित प्रश्नों के उत्तर

1. हटरी में कौन-कौन सी दुकानें लगती हैं?

उत्तर: सब्जी, फल, कपड़े, खिलौने, मिठाई, अनाज, मनिहारी, घरेलू सामान, मसाले और बर्तन की दुकानें लगती हैं।

2. तुमने हटरी में कौन-कौन से फल एवं सब्जियों को बिकते देखा है?

उत्तर:  मैंने आम, केला, संतरा, लौकी, भिंडी, टमाटर, हरी मिर्च, गाजर, बैंगन आदि बिकते देखे हैं।

3. हटरी से क्या फायदे होते हैं?

उत्तर:  हटरी से गाँव के लोग सस्ते दामों पर ज़रूरत की चीजें एक ही जगह से खरीद सकते हैं। वहाँ मिलना-जुलना भी होता है।

4. हटरी नहीं लगे तो हमें क्या-क्या कठिनाईयाँ हो सकती हैं?

उत्तर: अगर हटरी न लगे तो लोगों को ज़रूरी चीजें महंगे दामों पर दूर जाकर खरीदनी पड़ेंगी। रोजमर्रा की चीजें समय पर नहीं मिलेंगी।

सोचो और जानो (खोजकार्य)

1. हटरी में दुकानदार सामान कहाँ से लाते हैं?

उत्तर: दुकानदार सामान मंडी, शहर के थोक बाजार, या आस-पास के गाँवों से खरीदकर लाते हैं।

2. जब खूब बरसात होती है तो हटरी लगाने में क्या दिक्कतें आती हैं?

उत्तर:  बारिश में कीचड़ हो जाता है, छत न होने से सामान भीग सकता है और ग्राहक कम आते हैं।

3. क्या तुम्हारे गाँव में सालाना मड़ई लगती है? उसमें क्या-क्या होता है?

उत्तर: हाँ, हमारे गाँव में मड़ई लगती है जिसमें झूले, खेल, मिठाई, साज-सज्जा की दुकानें, लोकनृत्य और गीत होते हैं। यह त्योहार जैसा माहौल होता है।