Chapter 21

तालागाँव 

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🏛️ तालागाँव – एक ऐतिहासिक स्थान

1. तालागाँव कहाँ स्थित है?

उत्तर: यह छत्तीसगढ़ राज्य में, बिलासपुर से रायपुर की ओर लगभग 32 कि.मी. की दूरी पर मनियारी नदी के किनारे स्थित है।

2. क्यों प्रसिद्ध है?

उत्तर: यह गाँव सामान्य गाँवों की तरह है, लेकिन यह प्राचीन मंदिरों और ऐतिहासिक धरोहरों के कारण प्रसिद्ध है।

यहाँ बहुत पुराने मंदिर स्थित हैं जो अब खंडहर (टूटे-फूटे) हो चुके हैं।

3. प्रसिद्ध चित्र – देवरानी मंदिर

उत्तर:  पाठ में देवरानी मंदिर का चित्र भी दिखाया गया है, जो तालागाँव की एक ऐतिहासिक धरोहर है।

4. मंदिर किस पत्थर से बने हैं?

उत्तर: लाल बलुआ पत्थर से।

5. लाल बलुआ पत्थर कहाँ से लाया गया?

उत्तर: तालागाँव के पास बहने वाली मनियारी नदी से।

6. मंदिरों का निर्माण कब हुआ था?

उत्तर: लगभग 1500 वर्ष पूर्व

7. मंदिर में किसकी मूर्ति है?

उत्तर: भगवान शिव की।

8. यह मूर्ति विशेष क्यों है?

उत्तर: शिव की इस मूर्ति के 10 मुख हैं, जो अलग-अलग प्रकार के जीवों की आकृतियों के साथ बनाए गए हैं।

9.यह मूर्ति एक ही पत्थर से बनाई गई है।

भारत की बाकी शिव मूर्तियों से यह अनोखी और विशालकाय है।

इस मूर्ति पर विभिन्न जीव-जंतुओं की आकृतियाँ क्यों बनाई गई हैं?

उत्तर: शिव को "पशुपति" कहा जाता है, अर्थात् वे सभी जीव-जंतुओं के स्वामी हैं।

इन जीव-जंतुओं के माध्यम से यह सन्देश भी दिया गया है कि वे प्रकृति का हिस्सा हैं और हमें इन्हें संरक्षित रखना चाहिए

📚 महत्वपूर्ण जानकारी: तालागाँव

प्रश्न1: तालागाँव का नाम तालागाँव क्यों पड़ा?

उत्तर: प्राचीनकाल में यहाँ पार्वती देवी का मंदिर रहा होगा, जिन्हें तारादेवी के रूप में पूजा जाता था। इसलिए पहले इसे तारागाँव कहा जाता रहा होगा, जो समय के साथ बदलकर तालागाँव हो गया।

प्रश्न2: तालागाँव में और क्या-क्या देखने लायक है?

उत्तर: विशालकाय रुद्र शिव की मूर्ति, जिसे देखने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं।

महाशिवरात्रि पर सात दिन का मेला लगता है।

मनियारी नदी के तट पर स्थित होने के कारण इसका प्राकृतिक सौंदर्य बहुत मनोहर है।

पास ही मनियारी और शिवनाथ नदी का संगम स्थल भी है।

🧠 सोच-विचार (Thinking Questions):

प्रश्न1: क्या तुमने अपने आस-पास ऐसे स्थल देखे हैं, जहाँ हर साल लोग दर्शन के लिए जाते हैं?

उत्तर: यदि हाँ, तो उस स्थान का नाम और वहाँ की विशेषताएँ लिखो।

प्रश्न2: क्या आज के कलाकार भी मूर्तियों में जीव-जंतुओं की आकृतियाँ बनाते हैं?

उत्तर: सोचो और उदाहरण दो कि कहाँ-कहाँ आजकल भी कला के रूप में प्रकृति और जीवों को दर्शाया जाता है।

✍️ लिखित उत्तर (ekf[kd):

1. तालागाँव में कौन-कौन से दो प्रसिद्ध मंदिरों के अवशेष प्राप्त हुए हैं?

उत्तर:  देवरानी और जेठानी मंदिरों के अवशेष प्राप्त हुए हैं।

2. देवरानी मंदिर किस देवता का मंदिर है?

उत्तर:  देवरानी मंदिर भगवान शिव का मंदिर है।

3. तालागाँव के मंदिरों में किस प्रकार के पत्थरों का प्रयोग किया गया है?

उत्तर: इन मंदिरों के निर्माण में लाल बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया है।

📚 महत्वपूर्ण जानकारी: तालागाँव की शिव मूर्ति

🗿 मूर्ति की विशेषताएँ: यह मूर्ति रुद्र शिव की है।

एक ही पत्थर को तराशकर बनाई गई है।

मूर्ति की माप:

लंबाई: 9 फीट

चौड़ाई: 4 फीट

मोटाई: 2.5 फीट

वजन: लगभग 5000 किलोग्राम

मूर्ति के 10 मुख हैं – हर मुख की बनावट अलग है।

मुखों पर नाग, मोर, गिरगिट, मछली, केकड़ा, सर्प आदि जीव-जंतुओं की आकृतियाँ बनी हैं।