Chapter 4
मैं सड़क हूँ
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प्रश्न 1: पाठ में सड़क ने अपनी कौन-कौन सी विशेषताएँ बताई हैं?
उत्तर: सड़क ने बताया कि वह मिट्टी, पत्थर और डामर से बनी है। वह मैदानों, जंगलों, पहाड़ों से होकर गुजरती है। गाँवों को शहरों से जोड़ती है। वह कभी कच्ची तो कभी पक्की होती है, कभी सीधी-सपाट तो कभी घुमावदार।
प्रश्न 2: सड़क को अपने रूप से ज्यादा दुख किस बात का होता है?
उत्तर: सड़क को अपने काले-कलूटे और गड्ढों वाले रूप से ज्यादा दुख उस पर चलने वाले लोगों की गलत आदतों से होता है, जैसे- गंदगी फैलाना, थूकना, छिलके फेंकना और ट्रैफिक नियमों का पालन न करना।
प्रश्न 3: सड़क किन-किन स्थानों से होकर गुजरती है?
उत्तर: सड़क मैदानों, जंगलों, पहाड़ों, गाँवों, शहरों, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, महल, झोंपड़ी, बाग-बगिचे और हाट-बाज़ार से होकर गुजरती है।
प्रश्न 4: सड़क को कब संतोष होता है?
उत्तर: जब उसके गड्ढों को भर दिया जाता है और चलने वालों को सुविधा मिलती है, तब सड़क को संतोष होता है।
प्रश्न 5: सड़क किस बात से परेशान होती है?
उत्तर: सड़क इस बात से परेशान होती है कि लोग उस पर कूड़ा-करकट, थूक और छिलके फेंकते हैं और उसका रूप बिगाड़ देते हैं।
प्रश्न 6: सड़क को आत्मकथात्मक शैली में क्यों प्रस्तुत किया गया है?
उत्तर: सड़क को आत्मकथात्मक शैली में इसलिए प्रस्तुत किया गया है ताकि वह अपने दृष्टिकोण से अपने अनुभव, दुःख और जिम्मेदारी को पाठकों तक सीधे पहुँचा सके।
प्रश्न 7: सड़क को मनुष्यों की किन आदतों से दुःख होता है?
उत्तर: सड़क को इस बात का दुःख होता है कि लोग उसके ऊपर कूड़ा-करकट, थूक और छिलके फेंक देते हैं। इससे उसका रूप बिगड़ता है और दुर्घटनाएँ होती हैं।
प्रश्न 8: त्योहारों और मेलों के समय सड़क की क्या दशा होती है?
उत्तर: त्योहारों और मेलों के समय सड़क की शोभा बढ़ जाती है, सफाई होती है, रोशनी की जाती है और चारों ओर रौनक होती है जिससे सड़क को बहुत खुशी होती है।
प्रश्न 9: सड़क को बच्चों से क्या आशा है?
उत्तर: सड़क को आशा है कि ये बच्चे देश के जिम्मेदार नागरिक बनेंगे और साफ-सफाई, अनुशासन और यातायात नियमों का पालन करेंगे।
प्रश्न 10: सड़क को किन चीज़ों से आनंद मिलता है?
उत्तर: सड़क को पेड़ों की छाया, बच्चों की परेड, आम-जामुन के फलों की खुशबू, खेतों की हरियाली और पशुओं के गुजरने से आनंद मिलता है।
प्रश्न 11: सड़क का ग्रामीण जीवन से क्या संबंध है?
उत्तर: सड़क गाँव के पास से गुजरते समय वहाँ की सुंदरता का हिस्सा बन जाती है। वह खेतों की हरियाली, फसलों और पशुओं की चहल-पहल में अपना दुख-दर्द भूल जाती है।
प्रश्न 12: सड़क किन-किन लोगों की मंजिल तक पहुँचने में मदद करती है?
उत्तर: सड़क विद्यार्थियों, कामगारों, किसानों, व्यापारियों, रोगियों, बूढ़ों और बच्चों सहित सभी तरह के लोगों को उनकी मंजिल तक पहुँचाने में मदद करती है।
प्रश्न 13: सड़क बनाने के लिए कौन-कौन सी सामग्री की आवश्यकता होती है?
उत्तर: सड़क बनाने के लिए मिट्टी, पत्थर, डामर (कोलतार) जैसी सामग्री की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 14: सड़क पर जगह-जगह गड्ढे बनने से क्या होता है?
उत्तर: सड़क पर गड्ढे बनने से दुर्घटनाएँ हो सकती हैं, लोगों को चलने में परेशानी होती है और सड़क की सुंदरता भी बिगड़ जाती है।
प्रश्न 15: सड़क पर स्पीड ब्रेकर क्यों बनाए जाते हैं?
उत्तर: सड़क पर स्पीड ब्रेकर इसलिए बनाए जाते हैं ताकि वाहन धीरे चलें और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
प्रश्न 16: सड़क दुर्घटना से बचने के लिए क्या-क्या उपाय करना चाहिए?
उत्तर: सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमें यातायात नियमों का पालन करना चाहिए, हेलमेट और सीट बेल्ट पहननी चाहिए, सड़क पर कूड़ा नहीं फेंकना चाहिए और सावधानी से वाहन चलाना चाहिए।
प्रश्न 17: सड़क के दोनों ओर छायादार वृक्ष लगाने चाहिए। क्यों?
उत्तर: सड़क के किनारे छायादार वृक्ष लगाने से यात्रियों को गर्मी में राहत मिलती है, वातावरण शुद्ध होता है और सड़क की सुंदरता भी बढ़ती है।
प्रश्न 18: क्या तुम इस बात से सहमत हो कि गाँव-गाँव में सड़कों के विकास होने से जन-जीवन आसान हो गया है? इसकी पुष्टि हेतु तर्क दीजिए।
उत्तर: हाँ, मैं सहमत हूँ। गाँवों में सड़कें बनने से लोगों को स्कूल, अस्पताल, बाजार और शहरों तक पहुँचना आसान हुआ है। किसान अपने उत्पाद आसानी से बेच सकते हैं। यह गाँव की तरक्की का प्रतीक है।
प्रश्न 19: पगडंडी व सड़क में क्या अंतर है?
उत्तर: पगडंडी संकरी और कच्ची होती है जिस पर केवल पैदल चला जाता है, जबकि सड़क चौड़ी, पक्की और मजबूत होती है जिस पर वाहन भी चल सकते हैं।
प्रश्न 20: 'कभी-कभी मेरे इन दुखदायी गड्ढों को भर दिया जाता है, किसी फटे हुए कपड़े में लगी थेगड़ी (पैबंद) की तरह।'
लेखक ने गड्ढों को भरने की क्रिया को फटे कपड़े में पैबंद लगाने के समान क्यों बताया है?**
उत्तर: लेखक ने यह तुलना इसलिए की है क्योंकि जैसे फटे कपड़े में थेगड़ी लगाने से उसका रूप बिगड़ जाता है, वैसे ही सड़क के गड्ढों को अस्थाई रूप से भरने पर उसका स्वरूप सुंदर नहीं लगता। यह सिर्फ एक अस्थाई समाधान होता है।
तुलनात्मक उत्तर
क. सड़कों पर पड़े कूड़े-करकट के ढेर के लिए
उत्तर: जैसे किसी सुंदर चेहरे पर कीचड़ पड़ जाए, वैसे ही सड़क की सुंदरता कूड़े-करकट से बिगड़ जाती है।
ख. सड़क के किनारे खड़े हरे-हरे वृक्षों की पंक्तियों के लिए
उत्तर: जैसे कोई सैनिक पंक्ति में खड़े होकर देश की रक्षा करता है, वैसे ही ये वृक्ष सड़क की शोभा और छाया देकर राहगीरों की सेवा करते हैं।
प्रश्न 8: मान लो सड़क बोल सकती तो वह क्या कहती?
क. अपने ऊपर कूड़ा फेंकनेवालों से
उत्तर: कृपया मुझ पर कूड़ा-करकट मत फेंको। क्या तुम अपने घर में भी ऐसा करते हो? मुझे भी स्वच्छ रहने दो, ताकि मैं तुम्हें आरामदायक यात्रा दे सकूँ।
ख. केले के छिलके पर पाँव पड़ने से अपने ऊपर गिरनेवाले बालक को सांत्वना देते हुए
उत्तर: चिंता मत करो बच्चा, यह मेरी गलती नहीं थी। काश लोग साफ-सफाई का ध्यान रखते। जल्दी ठीक हो जाना, अगली बार मैं तुम्हारी रक्षा करूँगी।
ग. धूप के ताप से शीतल करने वाले वृक्षों से
उत्तर: धन्यवाद मेरे प्रिय वृक्षो! तुम न सिर्फ मुझे सुंदर बनाते हो, बल्कि राहगीरों को भी राहत देते हो। तुम्हारा साथ पाकर मुझे गर्व है।
प्रश्न 9: तुम इन्हें किनके समान बताओगे?
क. एक बहुत ही विकराल, काले कलूटे, बड़े-बड़े बाल और बड़े दाँतों वाले आदमी को
उत्तर: भूत-प्रेत के समान
ख. एक बहुत ही बड़े तालाब के समान
उत्तर: समुद्र के समान शांत और विशाल
ग. हरे-भरे वृक्षों, कुटियों के बीच बनी पाठशाला को
उत्तर: मंदिर के समान पवित्र और शांतिपूर्ण
Editing By- Rita Moni Bora