Chapter 6
चित्रकार मोर
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प्रश्न 7: तोते ने अपने शरीर पर कौन-कौन से रंग लगवाए?
उत्तर: तोते ने अपनी चोंच पर लाल रंग और शरीर पर हरा रंग लगवाया।
प्रश्न 8: मोर पक्षियों को रंगने से पहले क्या करता था?
उत्तर: मोर, रंगों की परख के लिए पहले थोड़ा-सा रंग अपने शरीर पर लगाता था।
प्रश्न 9: कुछ पक्षियों ने थोड़ा-सा रंग क्यों लगवाया?
उत्तर: कुछ पक्षियों को अपना सफेद रंग ही प्यारा था, इसलिए उन्होंने केवल पैर, चोंच या पीठ पर थोड़ा-सा रंग लगवाया।
प्रश्न 10: अंत में मोर क्यों उदास हो गया?
उत्तर: अंत में मोर इसलिए उदास हो गया क्योंकि वह दूसरों को रंगता रहा और खुद के लिए कोई रंग नहीं बचा।
प्रश्न 11: मोर की उदासी देखकर कौन आया और उसने क्या कहा?
उत्तर: मोर की उदासी देखकर उल्लू आया और उसने मोर से पूछा कि वह उदास क्यों है, जब उसने सब पक्षियों को रंग दिया है तो अब दुखी क्यों है।
प्रश्न 12: मोर की बात सुनकर उल्लू ने क्या प्रतिक्रिया दी?
उत्तर: मोर की बात सुनकर उल्लू पहले तो हँसा, फिर उससे कहा कि वह अपने शरीर और पंखों को देखे।
प्रश्न 13: मोर को कैसे पता चला कि उसके शरीर पर रंग लगे हैं?
उत्तर: जब मोर ने अपने शरीर को देखा, तब उसे ध्यान आया कि वह दूसरे पक्षियों को रंगने से पहले रंगों की परख के लिए उन्हें अपने शरीर पर लगाता था।
प्रश्न 14: वर्षा होते ही पक्षियों ने क्या किया?
उत्तर: वर्षा होते ही सभी पक्षी अपने रंग बचाने के लिए वृक्षों, लताओं और घोंसलों में जा छिपे।
प्रश्न 15: मोर को क्या डर लगने लगा और क्या हुआ?
उत्तर: मोर को डर लगने लगा कि वर्षा की बूँदें उसके रंग धो डालेंगी, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि ब्रह्मा जी के दिए हुए रंग पक्के थे।
प्रश्न 16: मोर ने वर्षा में क्या किया और क्यों?
उत्तर: मोर ने खुशी के मारे अपने रंग-बिरंगे पंख फैला लिए और नाचने लगा क्योंकि उसके रंग बारिश में भी नहीं धुले।
प्रश्न 17: मोर आज भी कब नाचने लगता है?
उत्तर: मोर आज भी जब बादल छाते हैं, तब अपने सुंदर रंगों को देखकर पंख फैलाकर नाचने लगता है।
प्रश्न 18: सारे संसार को रंगीन देखकर पक्षी क्या सोचते थे?
उत्तर: सारे पक्षी सोचते थे कि काश, हम भी फूल-पत्तियों और रंगीन बादलों जैसे रंग-बिरंगे हो जाएँ तो कितना अच्छा हो।
प्रश्न 19: पक्षियों ने रंग पाने के लिए क्या प्रयास किया?
उत्तर: पक्षियों ने मिलकर सभा की और भगवान ब्रह्मा जी से रंग माँगने का निर्णय किया। वे सब मिलकर ब्रह्मा जी के पास पहुँचे।
प्रश्न 20: मोर रंग-बिरंगा कैसे हो गया?
उत्तर: मोर दूसरे पक्षियों को रंगने से पहले रंगों की परख के लिए उन्हें अपने शरीर पर लगाता था। वही रंग उसके शरीर पर चिपक गए और वह रंग-बिरंगा हो गया।
प्रश्न 21: ब्रह्मा जी ने रंग-रोगन के लिए मोर को ही क्यों चुना?
उत्तर: ब्रह्मा जी ने मोर को उसकी लंबी पूँछ और ऊँची गरदन के कारण रंग-रोगन के लिए उपयुक्त समझा।
प्रश्न 22: मोर की बात सुनकर उल्लू क्यों हँस पड़ा था?
उत्तर: उल्लू मोर की बात पर हँस पड़ा क्योंकि मोर को पता ही नहीं था कि वह खुद रंग-बिरंगा बन चुका है।
प्रश्न 23: मोर के शरीर पर लगा रंग वर्षा के पानी से धुल जाता तो क्या होता?
उत्तर: अगर मोर का रंग वर्षा में धुल जाता तो वह फिर से बेरंग हो जाता और उसकी सारी मेहनत व्यर्थ हो जाती।
प्रश्न 24: मोर अन्य पक्षियों को रंग लगाते समय अपने शरीर पर रंग लगाकर न देखता तो क्या होता?
उत्तर: अगर मोर रंग परखने के लिए अपने शरीर पर रंग नहीं लगाता तो वह खुद रंग-बिरंगा नहीं हो पाता।
प्रश्न 25: पर्यावरण संरक्षण में पक्षियों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है? इस तथ्य पर पुष्टि हेतु अपने तर्क दें।
उत्तर: पक्षी पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। वे बीज फैलाते हैं, कीटों को खाते हैं और पारिस्थितिकी तंत्र में जैव विविधता बनाए रखते हैं। उनके बिना प्राकृतिक श्रृंखला टूट सकती है।
✉️ 2. पत्र लेखन – अपने क्षेत्र के पक्षी के बारे में
प्रिय मित्र / प्रिय सहेली,
नमस्ते!
मैं आज तुम्हें हमारे क्षेत्र में पाए जाने वाले एक सुंदर पक्षी 'मैना' के बारे में बता रहा हूँ।
मैना एक सुंदर और चंचल पक्षी होती है। इसका रंग काला होता है और आँखों के पास पीले घेरे होते हैं। इसकी बोली बहुत मधुर होती है और यह इंसानों की आवाज़ की नकल भी कर लेती है।
मैना प्रायः पेड़ों पर घोंसला बनाकर रहती है और कीड़े-मकोड़े, चावल या रोटी खाती है। हमारे आंगन में हर सुबह यह चहचहाकर हमें उठाती है।
तुम्हारे यहाँ कौन-से पक्षी मिलते हैं? मुझे जरूर बताना।
तुम्हारा मित्र,
[तुम्हारा नाम]