साना साना हाथ जोड़ि
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1.झिलमिलाते सितारों की रोशनी में नहाया गंतोक लेखिका को किस तरह सम्मोहित कर रहा था?
उत्तर: गंतोक की झिलमिलाती सितारों से रोशन रात, जैसे वह पूरी तरह से एक जादुई दुनिया में बसी हुई थी, लेखिका को सम्मोहित कर रही थी। यह दृश्य लेखिका के लिए मानसिक शांति और सुंदरता का प्रतीक बन गया, जिसने उसे एक आध्यात्मिक और आत्मिक अनुभव की ओर मार्गदर्शन किया।
2. गंतोक को 'मेहनतकश बादशाहों का शहर' क्यों कहा गया?
3. कभी श्वेत तो कभी रंगीन पताकाओं का फहराना किन अलग-अलग अवसरों की ओर संकेत करता है?
4. जितेन नागें ने लेखिका को सिक्किम की प्रकृति, वहाँ की भौगोलिक स्थिति एवं जनजीवन के बारे में क्या महत्त्वपूर्ण जानकारियाँ दीं, लिखिए।
5. लोग स्टॉक में घूमते हुए चक्र को देखकर लेखिका को पूरे भारत की आत्मा एक-सी क्यों दिखाई दी?
6. जितेन नार्गे की गाइड की भूमिका के बारे में विचार करते हुए लिखिए कि एक कुशल गाइड में क्या गुण होते हैं?
7. इस यात्रा-वृत्तांत में लेखिका ने हिमालय के जिन-जिन रूपों का चित्र खींचा है, उन्हें अपने शब्दों में लिखिए।
8. प्रकृति के उस अनंत और विराट स्वरूप को देखकर लेखिका को कैसी अनुभूति होती है?
9. प्राकृतिक सौंदर्य के अलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कौन-कौन से दृश्य झकझोर गए?
10. सैलानियों को प्रकृति की अलौकिक छटा का अनुभव करवाने में किन-किन लोगों का योगदान होता है, उल्लेख करें।
11. "कितना कम लेकर ये समाज को कितना अधिक वापस लौटा देती हैं।" इस कथन के आधार पर स्पष्ट करें कि आम जनता की देश की आर्थिक प्रगति में क्या भूमिका है?
उत्तर: यह कथन यह दर्शाता है कि आम जनता अपनी छोटी-छोटी मेहनत और योगदान के माध्यम से देश की आर्थिक प्रगति में अहम भूमिका निभाती है। भले ही उनकी व्यक्तिगत आय कम हो, लेकिन उनका सामूहिक योगदान, जैसे मेहनत, उत्पादकता, सेवाएँ, और खपत, देश की आर्थिक वृद्धि को प्रभावित करता है। जनता द्वारा किए गए कार्यों से उत्पादन, व्यापार, और सेवा क्षेत्र की गति मिलती है, जो अंततः देश की समृद्धि में योगदान करता है।12. आज की पीढ़ी द्वारा प्रकृति के साथ किस तरह का खिलवाड़ किया जा रहा है। इसे रोकने में आपकी क्या भूमिका होनी चाहिए?
उत्तर: आज की पीढ़ी द्वारा प्रकृति के साथ खिलवाड़ में वृक्षों की अंधाधुंध कटाई, जलवायु परिवर्तन, वायु और जल प्रदूषण, प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग, और वन्यजीवों का शिकार शामिल है। इसे रोकने में मेरी भूमिका जागरूकता फैलाने, पर्यावरण को बचाने के उपायों को अपनाने, जैसे कि पुनर्चक्रण, प्लास्टिक का उपयोग कम करने, और वृक्षारोपण को बढ़ावा देने की होगी। हमें आने वाली पीढ़ी के लिए एक साफ-सुथरी और स्थिर पर्यावरणीय धरोहर छोड़नी चाहिए।
13. प्रदूषण के कारण स्नोफॉल में कमी का जिक्र किया गया है? प्रदूषण के और कौन-कौन से दुष्परिणाम सामने आए हैं, लिखें।
उत्तर: प्रदूषण के कारण स्नोफॉल में कमी एक गंभीर समस्या है, क्योंकि यह जलवायु परिवर्तन का संकेत है, जो ग्लोबल वार्मिंग का परिणाम है। इसके अलावा प्रदूषण से वायु, जल और मृदा प्रदूषण बढ़ा है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ, जैव विविधता का नुकसान, और प्राकृतिक आपदाएँ (जैसे बाढ़, सूखा) बढ़ गई हैं। प्रदूषण के कारण मनुष्य और वन्यजीवों की जीवनशैली पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, और यह प्राकृतिक संसाधनों के असंतुलित उपयोग का परिणाम है।
14. 'कटाओ' पर किसी भी दुकान का न होना उसके लिए वरदान है। इस कथन के पक्ष में अपनी राय व्यक्त कीजिए।
उत्तर: यह कथन इस बात को उजागर करता है कि 'कटाओ' जैसी जगह पर दुकान का न होना उस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और शांति को बचाए रखता है। अगर यहाँ दुकानें होतीं, तो पर्यटकों का बहाव बढ़ जाता और इससे प्राकृतिक असंतुलन, अधिक प्रदूषण और अनावश्यक विकास हो सकता था। बिना किसी व्यवसायिक हस्तक्षेप के यह स्थान अपनी स्वाभाविक सुंदरता और शांति बनाए रखता है, जो इसे एक अनमोल धरोहर बनाता है।
15. प्रकृति ने जल संचय की व्यवस्था किस प्रकार की है?
उत्तर: प्रकृति ने जल संचय की व्यवस्था बहुत ही सामंजस्यपूर्ण और सुसंगत रूप से की है। वर्षा के पानी को जलाशयों में संचित करने के लिए नदियाँ, झरने, झीलें, और जलप्रपात प्राकृतिक जल भंडारण के रूप में कार्य करते हैं। इसके अतिरिक्त, हिमालय जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ़ का संचित होना और गर्मियों में वह पानी के रूप में प्रवाहित होना जल संचय का एक प्राकृतिक तरीका है, जो पूरे वर्षभर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करता है।
16. देश की सीमा पर बैठे फौजी किस तरह की कठिनाइयों से जूझते हैं? उनके प्रति हमारा क्या उत्तरदायित्व होना चाहिए?
उत्तर: सीमा पर बैठे फौजी कठोर जलवायु परिस्थितियों, जैसे कि बर्फ़ीली हवाओं, अत्यधिक ठंड, आक्रामक दुश्मन, और सीमित संसाधनों के साथ संघर्ष करते हैं। उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हमारे प्रति उनका उत्तरदायित्व यह है कि हम उनकी बहादुरी को सम्मान दें, उनकी सेवा का कृतज्ञता पूर्वक मूल्यांकन करें और उन्हें आवश्यक संसाधन और समर्थन प्रदान करें। साथ ही, हमें उनके परिवारों को भी सम्मान और सहायता देना चाहिए।