Chapter 2

आई एम कलाम के बहाने


प्रश्न 1: "हमारा सौदा वा खेल एंटी में खाने को अदला-बदली का। इस तरह की अदला-बदली से हम क्या समझ सकते हैं?"

उत्तर: इस तरह की अदला-बदली से हम बचपन की मासूम दोस्ती, साझा करने की भावना और सामाजिक समानता के बीज को समझ सकते हैं। यह केवल खाने का लेन-देन नहीं है, बल्कि इसमें बच्चों के बीच समझदारी, अपनापन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की भावना छिपी होती है।

राजमा-चावल और छाछ के डिब्बे के इस विनिमय में एक तरह का भावनात्मक संबंध जुड़ता है — एक को दूसरे के घर का स्वाद पसंद आता है, और दूसरा उस स्वाद में दोस्ती की मिठास ढूँढता है। इससे यह भी समझ आता है कि अलग-अलग सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमियों से आने के बावजूद बच्चे दिल से कैसे जुड़ते हैं।

यह अदला-बदली सिखाती है:

    साझा करना (Sharing)

    सम्मान करना (Respect)

    बिना भेदभाव के मेलजोल (Inclusion)

    और यह भी कि दोस्ती में देने और पाने दोनों का अपना महत्व होता है।


प्रश्न 2: "रविवार की छुट्टी का दिन उनके लिए हफ्ते का सबसे बुरा दिन हुआ करता। ऐसा क्यों कहा गया है?"

उत्तर: लेखक के सहपाठी मोरपाल के लिए रविवार की छुट्टी का दिन सबसे बुरा इसलिए था क्योंकि उस दिन स्कूल बंद होता था, और वह स्कूल ही उसके जीवन का एकमात्र ऐसा समय था जब वह बच्चा बन सकता था, अपनी ज़िंदगी की कठिनाइयों से कुछ पल दूर हो सकता था।

    मोरपाल का जीवन स्कूल के बाहर कठिन श्रम, गरीबी, और घरेलू जिम्मेदारियों से भरा था। खेत-मजूरी और काम का बोझ उसके बचपन को दबा रहा था। ऐसे में स्कूल जाना उसके लिए एक भागने की जगह, सांस लेने की जगह, और खुश रहने की जगह थी।

इसलिए:

    जहाँ बाकी बच्चे छुट्टी का इंतज़ार करते थे, वहीं मोरपाल स्कूल खुलने का इंतज़ार करता था।

    रविवार को वह फिर से उस सख्त दुनिया में लौट जाता था, जहाँ न खेल थे, न दोस्त, न मास्टरजी की डाँट, न राजमा-चावल की खुशबू — बस काम और थकावट होती थी।

    इसलिए लेखक ने कहा कि रविवार की छुट्टी, जो आम बच्चों के लिए खुशी का दिन होता है, मोरपाल के लिए हफ्ते का सबसे बुरा दिन हुआ करता था।

 

प्रश्न 3: "बाकी निन्यानवे कहानियों को कभी भूलना नहीं चाहिए जो हमारे बचपनों में हैं। लेखक ने ऐसा क्यों कहा है?"

उत्तर: लेखक ने यह बात इसलिए कही है क्योंकि ‘कलाम’ की कहानी भले ही एक प्रेरणादायक कहानी है, लेकिन ऐसी हज़ारों कहानियाँ हर गाँव, कस्बे और स्कूल में बसी होती हैं, जिनमें से ज़्यादातर कभी सामने नहीं आ पातीं।

लेखक को एहसास होता है कि:

    जैसे ‘कलाम’ नाम का बच्चा संघर्ष करके आगे बढ़ता है,

    वैसे ही मोरपाल जैसे कई बच्चे होते हैं जिनके सपनों को मौका नहीं मिलता,

    जिनकी कहानियाँ अधूरी रह जाती हैं,

    और जो गुमनाम रह जाते हैं, बिना किसी पहचान के।

    यह पंक्ति एक आह्वान है, एक याद दिलाना है कि हमें सिर्फ उन एक-दो सफल कहानियों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि उन अनसुनी, अनकही और अधूरी कहानियों को भी याद रखना चाहिए, जो हमारे आसपास बिखरी होती हैं और जो वास्तव में हमारे समाज का सच होती हैं।

    यह बात हमें संवेदनशील बनाती है — ताकि हम दूसरों के संघर्ष को समझ सकें, और शायद किसी मोरपाल की कहानी अधूरी न रह जाए।


प्रश्न 4: फिल्म ‘आई एम कलाम’ में कलाम और रणविजय के बीच कैसे संबंध बनते हैं? उनके संवादों और आपसी समझ से हमें क्या संदेश मिलता है?

उत्तर: फिल्म ‘आई एम कलाम’ में कलाम और रणविजय दो बिलकुल अलग दुनिया से आए बच्चे हैं।

    कलाम एक गरीब परिवार से है जो ढाणी में चाय की दुकान पर काम करता है,

    जबकि रणविजय ढाणी के राणा का बेटा है, राजघराने से है और हर सुख-सुविधा से भरपूर।

इन दोनों की पहली मुलाकात मजेदार संवादों के ज़रिए होती है:

    रणविजय पूछता है: "कलाम इतनी सारी किताबें, काए की हैं?"

    और कलाम पूछता है: "तेरे को पेड़ पर चढ़ना आता है?"

धीरे-धीरे ये दोनों एक-दूसरे को अपनी-अपनी खास बातें सिखाते हैं —

कलाम रणविजय को पेड़ पर चढ़ना सिखाता है,

और रणविजय कलाम को घुड़सवारी सिखाने की बात करता है।

इस लेन-देन और दोस्ती से यह संदेश मिलता है कि:

    वर्गभेद और सामाजिक असमानता के बावजूद सच्ची दोस्ती हो सकती है।

    हर बच्चे में कुछ खास होता है, और वे एक-दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं।

    सम्मान, सहयोग और समानता से ही सच्चे मानवीय संबंध बनते हैं।

    इस प्रकार, कलाम और रणविजय की दोस्ती हमें यह सिखाती है कि जन्म से नहीं, कर्म और सोच से इंसान बड़ा बनता है।हूँ।

 

🌟 कलाम संकट के समय कैसा व्यवहार करता है?

 शायद यह कहना चाह रहा है:

"लेकिन कलाम फिर कलाम है — संकट के समय वह कैसा व्यवहार करता है, इस पर हम विचार करें।"

तो चलो, इस पर चर्चा

 करते हैं

"लेकिन कलाम फिर कलाम है" — इस वाक्य का मतलब है कि कलाम अपने नाम की तरह ही अडिग, ईमानदार और सच्चा है। जब उस पर चोरी का झूठा इल्ज़ाम लगाया जाता है, तब भी वह:

अपनी दोस्ती का राज़ नहीं खोलता,

रणविजय का नाम नहीं लेता,

और चुपचाप आरोप सह लेता है।

    कलाम जानता है कि अगर वह सच बता देगा, तो रणविजय मुश्किल में पड़ सकता है। इसलिए वह अपनी परेशानी की परवाह किए बिना दोस्ती की रक्षा करता है।

यही उसके चरित्र की महानता दिखाता है —

वह छोटा है, गरीब है, लेकिन उसके सिद्धांत बड़े हैं।

 

👉 निष्कर्ष:

    संकट के समय में ही किसी व्यक्ति का असली चरित्र सामने आता है, और कलाम हमें दिखाता है कि सच्चा दोस्त वही होता है जो अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर दोस्ती निभाए।

अगर चाहो तो इस पर एक छोटा निबंध या परीक्षा के लिए उपयोगी सारांश भी बना सकता हूँ।

 

 व्याकरण खंड – ‘आई एम कलाम के बहाने’

1. मुहावरे और उनके अर्थ

(पाठ में प्रयुक्त या प्रासंगिक मुहावरों पर आधारित)

मुहावरा अर्थ

बाँछें खिल जाना बहुत खुश हो जाना

दांतों तले उंगली दबाना आश्चर्यचकित हो जाना

दिल जीत लेना किसी को बहुत प्रभावित कर देना

बिना नागा     एक भी दिन छोड़े बिना, लगातार

आकाश के तारे तोड़ लाना      कठिन से कठिन काम कर देना

2. शब्द भेद (Parts of Speech)

पाठ के वाक्यों से उदाहरण देकर शब्दों के भेद समझाइए:

उदाहरण वाक्य:

"वही मोरपाल जिसकी मेरे खाने के डिब्बे में राजमा देखते ही बाँछें खिल जाती थीं।"

वही – सर्वनाम

मोरपाल – संज्ञा

राजमा – संज्ञा 

देखते ही – क्रिया

बाँछें खिल जाती थीं – मुहावरा (वाक्यांश), क्रिया

 

3. काल (Tense)

पाठ मुख्य रूप से भूतकाल (Past Tense) में लिखा गया है।

उदाहरण:

"मोरपाल ने मेरे टिफिन में रखे राजमा को खाने से पहले कभी राजमा देखा भी नहीं था।"

मिश्रित भूतकाल (Past perfect)


4. विशेषण (Adjectives)

उदाहरण वाक्य:

    "बड़ा-सा छाछ का डिब्बा" विशेषण: बड़ा-सा

    "सुदूर देहात" विशेषण: सुदूर


5. सर्वनाम (Pronouns)

मैं, वह, उसकी, मेरे, हमें, यह, जो — जैसे शब्द पाठ में बार-बार आए हैं।

 

6. वाक्य भेद (Types of Sentences)

वर्णनात्मक वाक्य:

"मोरपाल हमारे स्कूल से पंद्रह किलोमीटर दूर गाँव से आता था।"

प्रश्नवाचक वाक्य:

"तेरे को ऊँट को दवा करनी आती है?"

आदेशवाचक वाक्य:

"हमें घुड़सवारी आती है।"

 

 सबसे बड़ा शो मैन”

1. चार्ली चैप्लिन पहली बार स्टेज पर कैसे आया?

उत्तर: जब उसकी माँ (मी) की आवाज़ स्टेज पर अचानक फट गई और वह गा नहीं पाई, तब दर्शक शोर मचाने लगे। हालात को संभालने के लिए मैनेजर ने छोटे चार्ली को स्टेज पर भेजा। यहीं से उसके करियर की शुरुआत हुई।

 

2. दर्शकों ने चार्ली की प्रस्तुति पर कैसी प्रतिक्रिया दी?

उत्तर: दर्शक उसकी मासूमियत और हास्य भरे अभिनय से बहुत खुश हुए। उन्होंने हँसी और तालियों से स्वागत किया और स्टेज पर पैसे भी बरसाए।

 

3. चार्ली ने स्टेज पर क्या-क्या किया?

उत्तर: चार्ली ने गीत गाया, नृत्य किया, दर्शकों से बात की, गायकों की नकल उतारी, और अपनी माँ की फटी आवाज़ की भी मज़ेदार नकल की।

 

4. ‘दुनिया के सबसे बड़े शो मैन का यह पहला शो था।’ — इसका क्या अर्थ है?

उत्तर: इसका अर्थ है कि चार्ली चैप्लिन ने पहली बार स्टेज पर परफॉर्म किया, और यहीं से उसके महान कलाकार बनने की शुरुआत हुई। यह पहला शो उसके जीवन का टर्निंग पॉइंट था।

 

Here are a few other important questions

5. चार्ली चैप्लिन ने मंच पर पैसे बटोरने के लिए क्या कहा और दर्शकों ने कैसा प्रतिक्रिया दी?

उत्तर: चार्ली ने मंच पर पैसे गिरते देख गाना रोक दिया और मासूमियत से कहा कि पहले वह पैसे बटोर लेगा, फिर गाएगा। यह बात सुनकर दर्शक जोर-जोर से हँसने लगे और हॉल में हँसी का माहौल बन गया।

 

6. चार्ली ने मैनेजर पर क्या शक किया और उसने क्या किया?

उत्तर: चार्ली को लगा कि मैनेजर पैसे खुद रख लेगा, इसलिए वह चिंतित होकर उसके पीछे-पीछे चल पड़ा। जब तक मैनेजर ने पैसे उसकी माँ को नहीं दे दिए, तब तक चार्ली पीछे ही रहा।

 

7. इस घटना से चार्ली के किस गुण का पता चलता है?

उत्तर: इस घटना से पता चलता है कि चार्ली चतुर, मज़ाकिया, और जिम्मेदार बच्चा था। उसकी मासूमियत और सहज अभिनय ने सबका दिल जीत लिया।

 

8. यह घटना चार्ली के जीवन में क्यों महत्वपूर्ण थी?

उत्तर: यह घटना चार्ली के जीवन का पहला स्टेज प्रदर्शन था। यहीं से उसे पहचान मिली और आगे चलकर वह दुनिया का सबसे बड़ा शो मैन बना।

 

9. चार्ली की मासूमियत दर्शकों को क्यों पसंद आई?

उत्तर: क्योंकि उसकी मासूम बातें और व्यवहार दिल को छू लेने वाले थे — जैसे पैसे बटोरना, मैनेजर पर शक करना, माँ की आवाज़ की नकल करना आदि। इन सबने हँसी और अपनापन पैदा किया।

 

10. “उसने जन्म ले लिया था।” — इस पंक्ति का अर्थ क्या है?

उत्तर: इसका अर्थ प्रतीकात्मक है — यह दर्शाता है कि उसी दिन स्टेज पर चार्ली चैप्लिन जैसे महान कलाकार का 'कलात्मक जन्म' हुआ। यहीं से उसका सफर शुरू हुआ।