Chapter 1
1. प्रस्तुत पद्यांश किस ग्रंथ से लिया गया है?
उत्तर: रामचरितमानस से, किष्किंधा कांड से।
2. इस पद्यांश के रचयिता कौन हैं?
उत्तर: गोस्वामी तुलसीदास।
3. यह पद्यांश किस छंद में है?
उत्तर: चौपाई और दोहा छंद में।
4. इस प्रसंग में श्रीराम किस स्थिति में हैं?
उत्तर: सीता जी के वियोग में व्याकुल हैं।
5. श्रीराम किसकी खोज में भटक रहे हैं?
उत्तर: सीता जी की।
6. ‘घन घमंड नभ गरजत घोरा’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: आकाश में बादल घमंड से घोर गर्जना कर रहे हैं।
7. श्रीराम का मन क्यों डरता है?
उत्तर: क्योंकि वे प्रिया (सीता) से विहीन हैं।
8. 'खल कै प्रीति जथा थिर नाहीं' का अर्थ क्या है?
उत्तर: जैसे दुष्ट की प्रीति स्थिर नहीं रहती।
9. ‘बरषहिं जलद भूमि निअराएँ’ पंक्ति का भावार्थ क्या है?
उत्तर: बादल ज़मीन के पास आकर वर्षा करते हैं।
10. विद्या किसे मिलती है?
उत्तर: बुद्धिमान को, जैसे वर्षा धरती को।
11. गिरि किसके समान बूँदों का आघात सहता है?
उत्तर: जैसे संत दुष्टों की कठोर वाणी सहते हैं।
12. ‘छुद्र नदी भरि चली तोराई’ का आशय क्या है?
उत्तर: छोटी नदी थोड़े से जल में इतराने लगती है।
13. जल भरकर तालाब कैसे भरते हैं?
उत्तर: जल को धीरे-धीरे समेट कर भरते हैं, जैसे सज्जनों में गुण आते हैं।
14. ‘हरित भूमि तृण संकुल’ का क्या भाव है?
उत्तर: भूमि हरी-भरी है और घास से ढकी है।
15. सद्ग्रंथ किस कारण लुप्त हो जाते हैं?
उत्तर: पाखंड और विवादों के कारण।
16. ‘दादुर धुनि चहुँ दिसा सुहाई’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: चारों ओर मेंढकों की ध्वनि गूंजती है, जो वेद पढ़ने वाले ब्राह्मणों जैसी प्रतीत होती है।
17. ‘अर्क-जवास पात बिनु भवउ’ का क्या संकेत है?
उत्तर: बिना पत्तों के जैसे पौधे, वैसे ही दुष्ट के कारण शासन दुर्बल हो जाता है।
18. ‘ससि संपन्न सोह महि कैसी’ का आशय क्या है?
उत्तर: जैसे चंद्रमा से सजी पृथ्वी सुंदर लगती है, वैसे ही उपकारी की संपत्ति शोभायमान होती है।
19. चतुर किसान क्या करते हैं?
उत्तर: खेत जोतते हैं, जैसे ज्ञानी मोह, मद और अहंकार छोड़ते हैं।
20. प्रस्तुत पद्यांश का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: वर्षा ऋतु का चित्रण और उसके माध्यम से समाज, नीति और धर्म की स्थिति का वर्णन।
Answer by Dimpee Bora