Chapter 11
1. प्रस्तुत पद्य का शीर्षक क्या है?
उत्तर: प्रस्तुत पद्य का शीर्षक "उस कृषक का गान कर लूँ" है।
2. यह पद्य किसने लिखा है?
उत्तर: यह पद्य दिनेश भारद्वाज जी ने लिखा है।
3. यह गीत किस पर आधारित है?
उत्तर: यह गीत कृषक (किसान) के जीवन और उसके योगदान पर आधारित है।
4. कृषक को कवि ने किसके समान बताया है?
उत्तर: कवि ने कृषक को विश्व का पालक और मनुष्यता का ध्वजवाहक बताया है।
5. कृषक अपने शरीर का पोषण किससे करता है?
उत्तर: कृषक अपने बलहीन शरीर का पोषण पत्तियों से करता है।
6. कृषक कैसे भूमि को उर्वरा बना देता है?
उत्तर: कृषक अपने खून से ऊसर भूमि को उर्वरा बना देता है।
7. कृषक की कौन-सी अवस्था को कवि दुखद मानते हैं?
उत्तर: कृषक अपने ही पालितों के पैरों तले दबकर मर रहा है, यह अवस्था कवि को दुखद लगती है।
8. कवि ने यंत्रवत जीवन के बारे में क्या कहा है?
उत्तर: कवि कहता है कि आज मनुष्य यंत्रवत जीवन जी रहा है और अधिकार मांग रहा है, परंतु पीड़ित मानवता रो रही है।
9. कवि कृषक के सम्मान में क्या करना चाहता है?
उत्तर: कवि कहता है कि वह उस कृषक का गान करना चाहता है, उसका ध्यान करना चाहता है।
10. दिनेश भारद्वाज जी की रचनाओं की विशेषता क्या है?
उत्तर: दिनेश भारद्वाज जी की रचनाएँ जमीन से जुड़ी होती हैं, उनमें देश की मिट्टी की सुगंध होती है।