Chapter 1


कैसे पहचाना चींटी ने दोस्त को 
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1. कैसे पहचाना चींटी ने दोस्त को?
उत्तर: चींटी अपने दोस्त को उसकी गंध से पहचानती है। चींटियों में सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है, जिससे वे अपने समूह के अन्य सदस्यों की पहचान कर सकती हैं।

2. क्या तुम्हारे साथ कभी ऐसा हुआ है?
उत्तर: हाँ, कभी-कभी ऐसा होता है कि जब हम खाना खा रहे होते हैं तो पक्षी या चींटियाँ हमारी ओर आकर्षित हो जाती हैं। जैसे यदि हम बगीचे में कुछ मीठा गिरा दें तो चींटियाँ जल्दी से वहाँ आ जाती हैं।

3. क्यों होता है ऐसा? सोचकर बताओ।
उत्तर: ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जानवरों में देखने, सुनने, सूँघने और महसूस करने की विशेष शक्ति होती है।

  • चील की नज़र बहुत तेज़ होती है, इसलिए वह ऊँचाई से भी भोजन को देख लेती है।

  • चींटियाँ अपनी गंध पहचानने की शक्ति से भोजन का पता लगा लेती हैं।

  • कुत्ते की सुनने और सूंघने की शक्ति बहुत तेज़ होती है, इसलिए हल्की-सी भी आहट होने पर उसके कान खड़े हो जाते हैं।

सोचो और बताओ:

4. इस चींटी को कैसे पता चला कि सामने वाली चींटियाँ दूसरी टोली की हैं?
उत्तर: चींटियाँ अपनी टोली की पहचान गंध (सूंघकर) से करती हैं। प्रत्येक टोली की चींटियों की एक विशेष गंध होती है, जिससे वे अपनी टोली और दूसरी टोली की चींटियों में फर्क कर सकती हैं।

5. पहरेदार चींटी ने इस चींटी को कैसे पहचाना?
उत्तर: पहरेदार चींटी ने अपनी टोली की चींटी को उसकी गंध से पहचाना। अगर किसी चींटी की गंध अलग होती, तो वह उसे बिल में घुसने नहीं देती।

6. जब तुमने पेंसिल से चींटियों का रास्ता रोका, तब उनके ऐसे व्यवहार का क्या कारण था?
उत्तर: चींटियाँ चलते समय ज़मीन पर एक विशेष गंध (pheromone) छोड़ती हैं, जिससे बाकी चींटियाँ रास्ता पहचानती हैं। जब हमने पेंसिल से उनका रास्ता रोका, तो गंध का संकेत टूट गया, जिससे चींटियाँ भ्रमित हो गईं और इधर-उधर घूमने लगीं।

7. मच्छरों को कैसे पता चलता है कि तुम कहाँ हो?
उत्तर: मच्छर हमारे शरीर की गंध, विशेष रूप से पैरों के तलवों की गंध और शरीर की गर्मी से हमें पहचान लेते हैं।

8. कुत्ता इधर-उधर क्या सूँघता है?

उत्तर: कुत्ता विभिन्न चीजों की गंध सूँघकर पहचान करता है, जैसे कि खाना, दूसरे जानवर, इंसान, और यहाँ तक कि दूसरे कुत्तों का मल-मूत्र। इससे वह जान लेता है कि उसके इलाके में कौन आया था।

9. नर कीड़े-मकौड़े अपनी मादा को कैसे पहचानते हैं?
उत्तर: नर कीड़े-मकौड़े अपनी मादा की गंध (pheromone) से उसे कई किलोमीटर दूर से पहचान सकते हैं।

1. हम कुत्तों की सूँघने की शक्ति का इस्तेमाल कहाँ-कहाँ करते हैं?

  • अपराधी को पकड़ने के लिए (पुलिस डॉग)

  • ड्रग्स या विस्फोटक पदार्थों का पता लगाने के लिए

  • लापता लोगों की खोज के लिए

  • पहाड़ों में हिमस्खलन के बाद बचाव कार्यों में

  • बीमारियों (जैसे कैंसर, मलेरिया) का पता लगाने के लिए

10. किन-किन मौकों पर तुम्हारी सूँघने की शक्ति तुम्हारे काम आती है?

उत्तर:खाने की गंध से उसकी ताजगी का पता चलना
गैस लीक होने पर खतरे को भाँपना
किसी चीज के जलने की गंध से आग लगने का पता चलना
पसीने की गंध से साफ-सफाई की ज़रूरत समझना
फूलों या इत्र की खुशबू से वातावरण का पता चलना

11. तुम बिना देखे किन जानवरों को उनकी गंध से पहचान सकते हो?

उत्तर:कुत्ता
गाय
बकरी
हाथी
चूहा

12. किन्हीं पाँच ऐसी चीजों के नाम लिखो, जिनकी गंध तुम्हें अच्छी लगती है।

उत्तर:फूल (गुलाब, चमेली)
फलों की गंध (संतरा, आम)
चाय या कॉफी
ताजा बनी मिठाइयाँ या कुकीज़
बारिश की मिट्टी (पहली बारिश की खुशबू)

13. किन्हीं पाँच ऐसी चीजों के नाम लिखो, जिनकी गंध तुम्हें अच्छी नहीं लगती।

उत्तर:कचरा या सड़ी हुई चीजें
धुआँ या सिगरेट की गंध
बहुत पुराना या सड़ा हुआ खाना
पेट्रोल या डीजल की गंध
सड़ा हुआ मांस या मछली

14. क्या तुम्हें अपने घर के लोगों के कपड़ों से गंध आती है?

उत्तर: हाँ, हम अपने घर के लोगों की गंध पहचान सकते हैं।
 जैसे – माँ के कपड़ों से हल्की खुशबू आती है, पिताजी के कपड़ों से पसीने या परफ्यूम की गंध आ सकती है।
 यह गंध हमें उनकी पहचान में मदद करती है।

15. भीड़भाड़ वाली जगहों (मेला, बस, ट्रेन) में गंध का अनुभव कैसा होता है?

उत्तर: कभी-कभी वहाँ पसीने या धूल-मिट्टी की गंध आती है, जिससे असहज महसूस होता है।
 कभी खाने-पीने की चीज़ों की खुशबू आती है, जिससे अच्छा लगता है।

16. सुशीला ने अपनी बेटी की ‘पौटी’ साफ़ करते समय मुँह क्यों नहीं ढँका, लेकिन दीपक की पौटी साफ़ करते समय मुँह क्यों ढँक लिया?

उत्तर: मनुष्य अपनी परिचित गंध से कम परेशान होता है।
 सुशीला अपनी बेटी की गंध की आदी थी, इसलिए उसे ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। लेकिन दीपक की गंध नई थी, इसलिए उसे असहज महसूस हुआ।

17. कूड़े के ढेर की गंध कैसी लगती है?

उत्तर: हमें कूड़े के ढेर से बदबू आती है और वहाँ खड़ा रहना मुश्किल लगता है।
 लेकिन जो बच्चे और लोग रोज़ कचरे में काम करते हैं, वे इस गंध के आदी हो जाते हैं।

18. क्या गंध का अच्छा या बुरा होना सभी के लिए एक जैसा होता है?

उत्तर: नहीं, यह हमारी सोच और आदतों पर निर्भर करता है।
 जिस गंध को कोई अच्छा मानता है, वही गंध किसी और को खराब लग सकती है।
 उदाहरण – कुछ लोगों को पेट्रोल या मिट्टी की गंध अच्छी लगती है, जबकि कुछ को नहीं।

19. किसी ऐसे पक्षी का नाम लिखो जिसकी आँखें सामने की तरफ़ होती हैं।

उत्तर: उल्लू (Owl)

20. ऐसे कुछ पक्षियों के नाम लिखो जिनकी आँखें सिर के दोनों तरफ़ होती हैं।

उत्तर: कबूतर (Pigeon)
 तोता (Parrot)
 चील (Eagle)
 कौआ (Crow)
 मोर (Peacock)

 इन पक्षियों की आँखें सिर के दोनों किनारों पर होती हैं, जिससे वे एक साथ दोनों दिशाओं में देख सकते हैं।

21. इन पक्षियों की आँखों का आकार उनके सिर की तुलना में कैसा होता है?

 उत्तर:पक्षियों की आँखें आमतौर पर उनके सिर की तुलना में बड़ी होती हैं।

 इससे वे दूर तक और विस्तृत क्षेत्र में देख सकते हैं।

22. क्यों पक्षी अपनी गर्दन बहुत ज्यादा हिलाते हैं?

उत्तर: ज्यादातर पक्षियों की आँखों की पुतली नहीं घूम सकती।
 वे अपनी गर्दन हिलाकर चारों तरफ़ देख सकते हैं।
 इससे उन्हें शिकार पकड़ने और शिकारियों से बचने में मदद मिलती है।

23. एक आँख बंद करके और दोनों आँखों से देखने में क्या अंतर पाया?

 उत्तर:एक आँख बंद करने से देखने का दायरा सीमित हो जाता है।

 दोनों आँखें खोलने पर चीजों की दूरी और गहराई का अंदाज़ा बेहतर लगता है।

24. गेंद या सिक्का उछालकर पकड़ने का खेल

उत्तर:जब दोनों आँखें खुली होती हैं, तब गेंद या सिक्का पकड़ना आसान लगता है, क्योंकि हमें गहराई और दूरी का सही अनुमान लग जाता है।
जब एक आँख बंद कर दी जाती है, तो गेंद पकड़ना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि गहराई का अंदाजा लगाना कठिन हो जाता है।

25. अगर पक्षियों की तरह हमारी आँखें कान की जगह होतीं, तो क्या होता?

उत्तर: हम एक साथ दोनों दिशाओं में देख सकते।
 हमें गर्दन घुमाने की जरूरत नहीं पड़ती।
 हम पीछे से आने वाले खतरों को भी आसानी से देख सकते।
 लेकिन हम चीजों की गहराई और दूरी का सही अंदाजा नहीं लगा पाते।

26. चील को जमीन पर पड़ी रोटी कितनी दूर से दिख सकती है?

उत्तर:चील हमारी तुलना में चार गुना अधिक दूरी तक देख सकती है। अगर हमें 2 मीटर की दूरी पर पड़ी रोटी दिखती है, तो चील को वही रोटी 8 मीटर दूर से दिख सकती है।
अगर कोई चीज हमें 10 मीटर दूर से दिखती है, तो चील उसे 40 मीटर दूर से देख सकती है।

27. जानवरों को रंग कैसे दिखाई देते हैं?

उत्तर: दिन में जागने वाले जानवर कुछ रंग देख सकते हैं।

  • रात में जागने वाले जानवर ज्यादातर चीजों को काले और सफेद रंग में ही देखते हैं।

  • पक्षियों को हमसे अधिक रंग दिख सकते हैं।

  • कुत्तों को बहुत कम रंग दिखाई देते हैं, वे ज्यादातर नीला और पीला रंग देख पाते हैं।

28. दस जानवरों के नाम जिनके कान दिखते हैं:

उत्तर: हाथी
 घोड़ा
 गाय
 भालू
 कुत्ता
 बिल्ली
 खरगोश
 बंदर
 हिरण बकरी

29. कुछ जानवरों के नाम जिनके बाहरी कान हमारे कानों से बड़े होते हैं:

उत्तर: हाथी 

खरगोश

 गधा

 भेड़िया

 हिरण

30. क्या जानवरों के कान के आकार और उनकी सुनने की शक्ति में कोई संबंध होता है?

उत्तर: हाँ, बड़े कान वाले जानवर आमतौर पर ज्यादा अच्छी आवाज सुन सकते हैं।
 उनके बड़े कान उन्हें हल्की से हल्की आवाज पकड़ने में मदद करते हैं।
 हाथी और खरगोश जैसे जानवरों के कान बड़े होते हैं, जिससे वे दूर की आवाजें भी सुन सकते हैं।
 चमगादड़ जैसे कुछ जानवर छोटे कान होने के बावजूद ध्वनि तरंगों (इकोलोकेशन) से आवाज पहचान सकते हैं।

 स्कूल में ध्वनि सुनने का प्रयोग:

31.जब बच्चा धीरे से बोलता है, तब आवाज हल्की सुनाई देती है।
 उत्तर:जब कानों के पीछे हाथ रखकर सुना जाता है, तब आवाज ज्यादा तेज और साफ़ सुनाई देती है।

 ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हाथ से आवाज की तरंगें ज्यादा केंद्रित होकर कान तक पहुँचती हैं।

32. क्या अपने कानों पर हाथ रखकर बोलने से अपनी ही आवाज सुनाई देती है?

उत्तर: हाँ, जब हम अपने कानों पर हाथ रखकर बोलते हैं, तो हमारी आवाज हमारे कानों को भीतर से अधिक गूँजती हुई सुनाई देती है।
 ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारी हड्डियों के कंपन से ध्वनि अंदर से अधिक तेज महसूस होती है।

33. डेस्क बजाने पर सुनाई देने वाली आवाज में अंतर क्यों होता है?

उत्तर: जब हम सामान्य तरीके से डेस्क बजाते हैं, तो आवाज हवा में फैलती है और हमारे कानों तक पहुँचती है।
 लेकिन जब हम कान को डेस्क पर लगाकर डेस्क बजाते हैं, तो कंपन सीधा हमारी हड्डियों और कानों तक पहुँचता है।
 दूसरी बार सुनाई देने वाली आवाज ज्यादा तेज और स्पष्ट होती है क्योंकि ध्वनि कंपन सीधे हमारे कान तक पहुँचते हैं।
साँप भी ऐसे ही सुनता है – उसके कान नहीं होते, लेकिन वह धरती में होने वाले कंपन से आवाजें महसूस कर सकता है।

34. कुछ जानवर अपनी आवाजों से दूसरों को संदेश कैसे देते हैं?

उत्तर:लंगूर – ऊँचे पेड़ पर बैठकर ख़तरे की चेतावनी देने के लिए खास आवाज निकालते हैं।
पक्षी – अलग-अलग खतरों के लिए अलग-अलग आवाजें निकालते हैं।
मछलियाँ – बिजली तरंगों के जरिए एक-दूसरे को खतरे की सूचना देती हैं।
कुछ जानवर – तूफान या भूकंप से पहले अजीब हरकतें करने लगते हैं, जिससे लोग खतरे का अनुमान लगा सकते हैं।

35. जानवरों की चेतावनी से लोगों की जान कैसे बची?

उत्तरसन् 2004 में सुनामी से पहले अंडमान की आदिवासी जाति ने जानवरों के अजीब व्यवहार और चेतावनी भरी आवाजों को पहचान लिया।
 उन्होंने इलाका खाली कर दिया और इस तरह वे सुनामी के भयंकर विनाश से बच गए।
 इससे पता चलता है कि जानवरों की इंद्रियाँ प्राकृतिक आपदाओं को हमसे पहले महसूस कर सकती हैं।

36. क्या तुम कुछ जानवरों की आवाजें समझ सकते हो? किस-किस की?

उत्तर: हाँ, हम कुछ जानवरों की आवाजें समझ सकते हैं, जैसे:

  • कुत्ता (Dog) – भौंककर खतरे या खुशी का इशारा करता है।

  • बिल्ली (Cat) – मीआंऊं-मीआंऊं करके प्यार या गुस्से को दर्शाती है।

  • गाय (Cow) – रंभाकर दूध दुहने या भूख लगने का संकेत देती है।

  • मुर्गा (Rooster) – कुकडू-कू करके सुबह होने की सूचना देता है।

  • हाथी (Elephant) – चिंघाड़कर गुस्सा या खुशी व्यक्त करता है।

37. क्या कुछ जानवर तुम्हारी भाषा भी समझ सकते हैं? कौन-कौन से?

उत्तर: हाँ, कुछ जानवर इंसानों की भाषा या संकेत समझ सकते हैं:

  • कुत्ता (Dog) – इंसानों के इशारों और कुछ शब्दों (बैठो, आओ, पकड़ो) को समझता है।

  • तोता (Parrot) – इंसानी भाषा के शब्दों की नकल कर सकता है।

  • हाथी (Elephant) – इंसानी इशारों और आदेशों को समझ सकता है।

  • घोड़ा (Horse) – अपने मालिक की आवाज़ और इशारे पहचान सकता है।

  • डॉल्फिन (Dolphin) – वैज्ञानिकों के अनुसार यह संकेतों और ध्वनियों से इंसानों से संवाद कर सकती है।

38. खेल – अलग-अलग चेतावनी संदेशों के लिए आवाजें बनाना

उत्तर: इस खेल में हम अपनी खुद की आवाजों की भाषा बना सकते हैं, जैसे:

  • टीचर के आने पर – ‘कूकू’ की आवाज निकालकर संकेत देना।

  • मज़ाक या हँसी के लिए – ‘हाहा’ की आवाज करना।

  • खतरे के संकेत के लिए – ‘टूटी-टूटी’ की आवाज निकालना।

39. सर्दियों में छिपकलियाँ कहाँ चली जाती हैं?

 उत्तर:सर्दियों में छिपकलियाँ सुप्तावस्था (Hibernation) में चली जाती हैं।

 इसका मतलब है कि वे ठंड से बचने के लिए किसी गर्म जगह (दीवारों के कोने, पत्थरों के नीचे) में लंबे समय तक सोई रहती हैं।
 जैसे भालू, साँप, मेढ़क भी सर्दियों में लंबी नींद (Hibernation) में चले जाते हैं।

40. छिपकली के लिए सर्दियों में 24 घंटे की घड़ी कैसी दिखेगी?

 उत्तर: छिपकलियाँ सर्दियों में सुप्तावस्था (Hibernation) में चली जाती हैं, यानी वे पूरे दिन (24 घंटे) सोती हैं।

 इसलिए घड़ी में पूरा चक्र सिर्फ "सोने" का होगा।

41. इन जानवरों के सोने के समय लिखो:

 उत्तर:जानवरएक दिन में सोने के घंटे
गाय4 घंटे
अजगर18 घंटे
जिराफ़2 घंटे
बिल्ली12-16 घंटे

42. जानवरों को देखकर कुछ रोचक प्रश्न:

 उत्तर:अपने आस-पास के जानवरों को देखकर मन में आने वाले 10 प्रश्न –

  1. कुत्ता अपनी पूँछ क्यों हिलाता है?

  2. बिल्ली दूध पीने के बाद भी पानी क्यों पीती है?

  3. गाय जुगाली क्यों करती है?

  4. चिड़िया हमेशा सुबह क्यों चहचहाती है?

  5. साँप बिना कान के कैसे सुनता है?

  6. मछलियाँ पानी में कैसे सोती हैं?

  7. कौवा पानी में रोटी डालकर क्यों खाता है?

  8. हाथी अपने कान क्यों फड़फड़ाता रहता है?

  9. चींटी हमेशा लाइन में ही क्यों चलती हैं?

  10. तोता इंसानों की भाषा कैसे सीखता है?

  

43. जंगल के बाघ को किन चीजों से खतरा है?

 उत्तर:बाघ को इन कारणों से खतरा हो सकता है –

  1. शिकारियों (Poachers) द्वारा शिकार – उसकी खाल, नाखून और हड्डियों के लिए।

  2. जंगलों की कटाई – घर, खेत, और फैक्ट्रियों के लिए जंगल कम हो रहे हैं।

  3. खाद्य श्रृंखला (Food Chain) में बदलाव – बाघ का शिकार करने वाले जानवर (हिरण, नीलगाय) कम हो रहे हैं।

  4. मानव-बाघ संघर्ष – जंगल खत्म होने के कारण बाघ गाँवों की ओर आ जाते हैं, जिससे लोग उन्हें मार देते हैं।

44. क्या हम भी जानवरों के लिए खतरा बन रहे हैं? कैसे?

उत्तर: हाँ, हम कई तरीकों से जानवरों के लिए खतरा बन रहे हैं –

  1. जंगलों को काटकर उनके घर खत्म कर रहे हैं।

  2. शिकार करके उनकी संख्या कम कर रहे हैं।

  3. नदियों और जंगलों को प्रदूषित कर रहे हैं, जिससे वे बीमार हो जाते हैं।

  4. सड़कें और रेलवे ट्रैक जंगलों के बीच से निकालकर जानवरों को मारने का खतरा बढ़ा रहे हैं।

45. भारत में अन्य नेशनल पार्क (राष्ट्रीय उद्यान) कौन-कौन से हैं?

उत्तर:कुछ प्रमुख नेशनल पार्क:

नेशनल पार्कराज्यविशेषता
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंडभारत का सबसे पुराना नेशनल पार्क, बाघों के लिए प्रसिद्ध 
काजीरंगा नेशनल पार्कअसमएक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध 
सारिस्का नेशनल पार्कराजस्थानबाघ पुनर्वास परियोजना के लिए प्रसिद्ध 
सुंदरबन नेशनल पार्कपश्चिम बंगालरॉयल बंगाल टाइगर का घर 
कanha नेशनल पार्कमध्य प्रदेशबारहसिंगा और बाघों के लिए प्रसिद्ध 

46. गायक-गायिकाएँ गाते समय अपने कान पर हाथ क्यों रखते हैं?

 उत्तर:जब गायक गाते हैं, तो वे अपनी ही आवाज़ को साफ-साफ सुनने के लिए ऐसा करते हैं।

 स्टूडियो में शोरगुल होता है, इसलिए वे कान बंद करके अपनी आवाज़ को महसूस करते हैं।

47. जानवरों की तेज़ इंद्रियाँ – उदाहरण:

उत्तर: देखने की शक्ति

  • चील (Eagle) – 5 किलोमीटर दूर से शिकार देख सकती है।

  • बिल्ली – रात में भी साफ देख सकती है।

सुनने की शक्ति

  • कुत्ता – इंसानों से 4 गुना ज्यादा तेज़ सुन सकता है।

  • साँप – ज़मीन के कंपन से आवाज़ सुनता है।

सूँघने की शक्ति

  • कुत्ता – अपराधियों को पकड़ने में मदद करता है।

  • मादा कीट (Female Moth) – नर कीट को कई किलोमीटर दूर से गंध से पहचान सकती है।

महसूस करने की शक्ति

  • भूकंप और तूफ़ान से पहले हाथी और मछलियाँ अजीब हरकत करने लगते हैं।

  • गाय, भैंस और दूसरे जानवर पहले से खतरे को भाँप लेते हैं।

48.आवश्यक सामग्री:
उत्तर: थोड़ा मोटा कागज (चार्ट पेपर या कार्डस्टॉक)
 पेंसिल
 कैंची
 स्केच पेन या रंग

बनाने की विधि:

49.लंबी पट्टी काटें

उत्तर:एक आयताकार कागज लें और इसे लंबी पट्टी में काट लें।

निशान लगाएँ

  • पट्टी पर 1, 2, 3, 4, 5, 6 नंबर के छोटे-छोटे निशान पेंसिल से बनाएं।

  • इन निशानों पर हल्के से कट (slits) लगा दें।

आकार देना (चित्र I, II, III के अनुसार)

  • 1 और 2 नंबर के कटों को आपस में फँसाएँ (जोड़ें)।

  • 3 को 4 में और 5 को 6 में फँसाएँ, इससे कुत्ते का शरीर और पैर बनेंगे।

कुत्ते के कान बनाना (चित्र IV)

  • सिर के ऊपर जो कटे हुए हिस्से हैं, उन्हें मोड़कर कुत्ते के कान बना लें।

सजावट करें

  • आँखें, नाक, और मुँह स्केच पेन से बना सकते हैं।

  • कुत्ते के शरीर पर धब्बे या फर का डिज़ाइन बना सकते हैं।




Question Answer By : Priyanka Das