Chapter 3


चखने से पचने तक

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प्रश्न:

  1. झुम्पा को कौन-सी चीज़ पसंद नहीं थी?

त्तर: झुम्पा को कड़वे करेला पसंद नहीं थे।

2.झुम्पा को क्या पसंद था?

उत्तर: झुम्पा को गुड़-रोटी और मीठी चीजें पसंद थीं।

3.झूलन को कौन-सी चीज़ बहुत पसंद थी?
उत्तर: झूलन को खट्टी इमली बहुत पसंद थी
4.सबसे पहले झूलन ने झुम्पा को कौन-सी चीज़ चखाई?
उत्तर: सबसे पहले झूलन ने झुम्पा को नींबू के रस की बूँदें चखाईं।
5.झुम्पा ने नींबू का स्वाद कैसे पहचाना?
उत्तर: झुम्पा ने तुरंत बताया कि वह खट्टा नींबू है।

पाठ का सारांश:
1.इस पाठ मेंझूलन और झुम्पा ने कौन-सा खेल खेला?

 स्वाद की विभिन्नता को बच्चों के खेल और बातचीत के माध्यम से रोचक ढंग से दिखाया गया है। यह बताया गया है कि मीठा, खट्टा, कड़वा, नमकीन – सबका अपना-अपना स्वाद होता है और हमें हर स्वाद को चखने की आदत डालनी चाहिए। साथ ही, यह भी सीख मिलती है कि खाना केवल स्वाद के लिए नहीं, सेहत के लिए भी ज़रूरी होता है।

प्र.1: खट्टी इमली का नाम सुनते ही झूलन के मुँह में पानी आ गया। तुम्हारे मुँह में कब-कब पानी आता है? अपनी पसंद की पाँच चीज़ों के नाम और उनके स्वाद लिखो।
उत्तर: मेरे मुँह में तब पानी आता है जब मैं अपनी पसंदीदा चीज़ों के बारे में सोचता हूँ या उनका नाम सुनता हूँ।
मेरी पसंद की पाँच चीज़ें और उनके स्वाद –

  1. आम – मीठा

  2. इमली – खट्टा

  3. समोसा – मसालेदार

  4. आइसक्रीम – ठंडी और मीठी

  5. नींबू पानी – खट्टा और नमकीन

प्र.2: तुम्हें एक ही तरह का स्वाद पसंद है या अलग-अलग? क्यों?
उत्तर: मुझे अलग-अलग तरह के स्वाद पसंद हैं, क्योंकि हर स्वाद का अपना मज़ा होता है और अलग-अलग खाने से खाने में मजा भी आता है।

प्र.3: झूलन ने झुम्पा को नींबू के रस की कुछ बूँदें चखाई। क्या कुछ बूँदों से स्वाद का पता चल सकता है?
उत्तर: हाँ, कुछ बूँदों से ही स्वाद का पता चल सकता है, क्योंकि जीभ बहुत संवेदनशील होती है और वह थोड़ा-सा स्वाद भी पहचान सकती है।

प्र.4: अगर तुम्हारी जीभ पर सौंफ के दाने रखें, तो क्या तुम बिना चबाए उसे पहचान पाओगे? कैसे?
उत्तर: अगर सौंफ को चबाए बिना जीभ पर रखा जाए, तो शायद उसका पूरा स्वाद महसूस न हो। लेकिन उसकी महक और हल्का-सा स्वाद जीभ पर आने से उसे पहचाना जा सकता है।

प्र.5: खेल में झुम्पा ने मछली कैसे पहचान ली?
उत्तर: झुम्पा ने मछली को सूँघकर ही पहचान लिया क्योंकि तली हुई मछली की खुशबू बहुत तेज होती है।

प्र.6: वे कौन-सी चीजें हैं, जो तुम बिना देखे और चखे, केवल सूँघकर पहचान सकते हो?
उत्तर: कुछ चीजें जिन्हें मैं केवल सूँघकर पहचान सकता हूँ – इमली, मछली, अचार, इलायची, कड़ी पत्ता, चाय, अगरबत्ती, आदि।

प्र.7: क्या तुम्हारे घर पर किसी ने तुम्हें नाक बंद करके दवाई पीने को कहा है? वे ऐसा क्यों कहते होंगे?
उत्तर: हाँ, कभी-कभी घर पर दवाई पीने के समय मम्मी कहती हैं कि नाक बंद कर लो। ऐसा इसलिए कहते हैं ताकि दवा की गंध से हमें उल्टी न लगे और उसका कड़वा स्वाद कम महसूस हो।

प्र.8: स्वाद कैसा था? खाने की चीज़ क्या थी?
उत्तर :
– नींबू रस: खट्टा
– गुड़: मीठा
– करेला: कड़वा
– चाट मसाला: तीखा और खट्टा

प्र.9: जीभ के कौन-से हिस्से में स्वाद ज्यादा पता चल रहा था – आगे, पीछे, बाई या दाईं तरफ़?
उत्तर:
– मीठा स्वाद – जीभ के आगे के हिस्से में
– खट्टा स्वाद – जीभ के बाएँ और दाएँ किनारों पर
– नमकीन स्वाद – जीभ के किनारे
– कड़वा स्वाद – जीभ के पिछले हिस्से पर

प्र.10: कुछ खाने की चीज़ों को मुँह के किसी और हिस्से पर रखो – होंठ, तालू, जीभ के नीचे। क्या कहीं और भी स्वाद का पता चला?
उत्तर: नहीं, स्वाद का सही एहसास केवल जीभ से ही होता है। होंठ, तालू या जीभ के नीचे रखने से स्वाद ठीक से पता नहीं चलता।

प्र.11: क्या चबाने से स्वाद में बदलाव आया?
उत्तर: हाँ, जब रोटी या चावल को तीन-चार बार चबाकर निगल लिया, तो उसमें ज्यादा स्वाद महसूस नहीं हुआ।

प्र.12: क्या देर तक चबाने से स्वाद में बदलाव आया?
उत्तर: हाँ, जब रोटी या चावल को 30-32 बार चबाया, तो उसका स्वाद मीठा लगने लगा क्योंकि उसमें मौजूद स्टार्च लार के संपर्क में आकर शर्करा में बदल गया।

प्र.13: घर में लोग तुम्हें कहते होंगे, "खाना धीरे-धीरे खाओ, ठीक से चबाओ, खाना अच्छे से पचेगा। सोचो, वे ऐसा क्यों कहते होंगे?
उत्तर: क्योंकि धीरे-धीरे खाने और अच्छे से चबाने से भोजन छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाता है और लार उसमें अच्छे से मिल जाती है। इससे पाचन आसानी से होता है।

प्र.14: जब तुम कोई सख्त चीज जैसे अमरूद खाते हो तो उसे मुँह में डालने से लेकर निगलने तक कौन-से बदलाव आते हैं और कैसे?
उत्तर:
– सबसे पहले, अमरूद को दाँतों से काटा जाता है।
– चबाने से वह छोटे टुकड़ों में टूटता है और लार उसमें मिल जाती है।
– कुछ देर बाद अमरूद थोड़ा नरम हो जाता है और निगलने में आसानी होती है।

प्र.15: सोचो, हमारे मुँह में लार क्या काम करती होगी?
उत्तर: लार भोजन को गीला और नरम बनाती है, जिससे उसे चबाना और निगलना आसान हो जाता है। यह भोजन में मौजूद स्टार्च को शर्करा में बदलने में भी मदद करती है।

Question Answer By: Priyanka Das