Chapter 4

खाएँ आम बारहों महीने!

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चर्चा करो

1.अमन को क्यों लगा कि आलू खराब हो गए हैं?
त्तर:अमन को आलू की गंध, रंग या स्वाद देखकर लगा होगा कि वे खराब हो गए हैं। अक्सर खराब खाने में बदबू आती है, बदल जाता है या उसमें फफूंदी लग जाती है।

2. क्या तुमने कभी ऐसा खाना देखा है जो खराब हो गया हो? तुम्हें कैसे पता चला कि वह खराब हो गया है?
त्तर:हाँ, कई बार खाना खराब हो जाता है, जैसे:

  • दूध से खट्टी गंध आने लगती है।

  • ब्रेड पर हरी या सफेद फफूंदी दिखती है।

  • सब्जी का रंग बदल जाता है और उसमें अजीब गंध आने लगती है।

  • चावल चिपचिपे हो जाते हैं और खटास आने लगती है।

3. प्रीति ने नीतू को आलू खाने से मना किया। तुम्हें क्या लगता है कि यदि नीतू वह खा लेती तो क्या होता?
त्तर:अगर नीतू ने खराब आलू खा लिए होते, तो उसका पेट खराब हो सकता था, उल्टी, दस्त, या फूड पॉइज़निंग भी हो सकती थी। इसलिए खराब खाना नहीं खाना चाहिए।

खराब खाना और खाना बर्बाद होना दो अलग बातें हैं:

  • खराब खाना – जिसे अगर खा लिया जाए तो बीमार कर सकता है।

  • बर्बाद खाना – जिसे हम खाना भूल जाते हैं या संभालकर नहीं रखते, और वो खराब हो जाता है। इसलिए हमें खाना समय पर खाना और सही तरीके से रखना सीखना चाहिए।

4. जो दो-तीन दिन में खराब हो सकती हैं:

त्तर: दूध
  • पकी हुई सब्ज़ियाँ

  • रोटी

  • दही

  • ब्रेड

5. जो हफ़्ते भर तक खराब नहीं होंगी:

त्तर: उबले आलू
  • अचार (खुला हुआ)

  • मक्खन

  • खोया (ठंडी जगह रखा हो तो)

  • पके हुए चावल (फ्रिज में)

6. जो महीने भर तक खराब नहीं होंगी:

  • चावल

  • आटा

  • मसाले

  • अचार (बंद डिब्बे में)

  • शहद

  • सूखे मेवे

7. क्या तुम्हारी सूची हर मौसम में यही रहेगी? क्या बदलेगा?

त्तर: नहीं, मेरी सूची हर मौसम में एक जैसी नहीं रहेगी।
गर्मियों में खाना जल्दी खराब हो जाता है, इसलिए दही, दूध, सब्ज़ी जैसी चीजें 1–2 दिन में ही खराब हो सकती हैं।
सर्दियों में वही चीजें 3–4 दिन तक ठीक रह सकती हैं।

8. तुम्हारे घर पर खाना खराब हो जाता है तो तुम उसका क्या करते हो?

त्तर: अगर थोड़ा-बहुत खराब हुआ हो, तो जानवरों को खिला देते हैं (जैसे रोटियाँ)।
  • पूरी तरह खराब हो गया हो तो कचरे में फेंकते हैं।

  • कोशिश करते हैं कि खाना समय पर खा लिया जाए या फ्रिज में रख दें

9. क्या तुम पैकेट की तस्वीर देखकर अनुमान लगा सकते हो कि बीजी ने पैकेट क्यों लौटा दिया होगा?
त्तर: हाँ, हो सकता है ब्रेड की पैकिंग फूली हुई हो या उसमें फफूंदी लगी हो।

• उन्हें ब्रेड खराब क्यों लगी?

  • पैक पर तारीख (expiry date) पुरानी हो सकती है।

  • ब्रेड पर फफूंदी (काले/हरे धब्बे) दिख रही हो सकती है।

  • पैकेट की पन्नी खुली हुई हो सकती है।

10. पता करो – खाने की चीज़ों के पैकेट पर क्या लिखा होता है?

त्तर: उत्पाद का नाम
  1. निर्माण तिथि (Manufacturing date)

  2. समाप्ति तिथि (Expiry date / Best before)

  3. मूल्य (Price)

  4. वजन

  5. निर्माता का नाम और पता

  6. FSSAI नंबर

  7. उपयोग की विधि (अगर हो)

11. प्रयोग – खाना कैसे होता है खराब

त्तर: सामग्री:

  • रोटी या ब्रेड का एक टुकड़ा

  • थोड़ा पानी

  • एक पारदर्शी डिब्बा (या ढक्कन वाला प्लास्टिक बॉक्स)

  • हैंड लेंस (अगर हो तो)

  • चार्ट पेपर और पेन


12. निगरानी तालिका (चार्ट):

त्तर: दिनछूने सेरंग में बदलावगंध में बदलावहैंड लेंस से देखने मेंब्रेड में अन्य बदलाव
1मुलायमकोई बदलाव नहींकोई गंध नहींकुछ नहीं दिखाताज़ी लग रही है
2थोड़ी गीलीहल्का पीलापनहल्की गंधकुछ छोटे धब्बेथोड़ा चिपचिपा
3नरमहरे-काले धब्बेतेज गंधफफूँदी साफ दिख रहीसड़ने जैसी हालत
4बहुत गीलीऔर गहरे धब्बेबदबूदारफफूँदी और बढ़ गईखाने लायक नहीं
5चिपचिपीधब्बे फैल गएसड़ी गंधपूरे टुकड़े पर फफूँदीसड़न बढ़ गई
6सड़ी हुईपूरी तरह बदलाबहुत तेज़ बदबूहैंड लेंस से रेशे दिखेपूरी तरह खराब

13. ब्रेड पर फफूँदी कहाँ से आई होगी?

त्तर: फफूँदी के बीजाणु (spores) हवा में होते हैं। जब ब्रेड गीली होती है और बंद डिब्बे में रखी जाती है, तो नमी, गर्मी और अंधेरे में फफूँदी तेजी से पनपती है।

14. खाना किन कारणों से जल्दी खराब होता है?

त्तर: कारणउदाहरण
अधिक नमीभीगी ब्रेड, गीला चावल
गर्म मौसमदूध, दही जल्दी खराब होना
ढक्कन न लगानानमकीन या कुरकुरे नरम हो जाना
बहुत समय तक खुला छोड़नासब्ज़ी सूख जाना, बदबू आना
साफ़-सफाई की कमीखाने में कीड़े लग जाना


15. तालिका – खाने की चीजें और घरेलू उपाय (मिलान)

त्तर: चीजेंघरेलू उपाय (मिलान)
दूधएक कटोरे में डालकर पानी के बर्तन में रखते हैं।
पके हुए चावलगीले कपड़े में लपेटकर रखते हैं।
हरा धनियाउबालते हैं।
प्याज, लहसुनखुले में रखते हैं, नमी से बचाकर।

16. अब बात करते हैं मामिडी तान्ड्रा (आमपापड़) की:

त्तर: मामिडी तान्ड्रा आंध्र प्रदेश में बनने वाला आम का एक खास मीठा पकवान है, जिसे उत्तर भारत में हम आमपापड़ भी कहते हैं। इसे बनाने में चार हफ्तों की मेहनत लगती है और इसमें घर के सभी लोग मिलकर काम करते हैं। इस प्रक्रिया में:

  • पके आमों का गूदा निकाला जाता है।

  • उसमें गुड़ या चीनी मिलाई जाती है।

  • इस मिश्रण को चटाई पर एक परत में फैलाया जाता है।

  • रोज़ धूप में सूखाया जाता है और हर दिन नई परत चढ़ाई जाती है।

  • कुछ हफ्तों में यह गाढ़ा होकर आमपापड़ बन जाता है।

17. गूदे को छान लिया, जिससे रेशे अलग हो जाएँ और गूदा एकदम मुलायम हो जाए।

त्तर: फिर अम्मा ने उसमें गुड़ और चीनी मिलाई और सबने मिलकर उसे अच्छी तरह से घोला, जब तक वह पूरी तरह एकसार न हो गया। अब यह गाढ़ा मीठा आम का मिश्रण मामिडी तान्ड्रा के लिए तैयार था।

18. मामिडी तान्ड्रा बनाने की प्रक्रिया (क्रमबद्ध तरीके से):

त्तर: आम का चयन – सबसे पके और मीठे आम लिए जाते हैं।
  1. गूदा निकालना – आम छीलकर गूदा एक बर्तन में निकाला जाता है।

  2. छानना – पतले कपड़े से छानकर रेशे अलग किए जाते हैं।

  3. गुड़/चीनी मिलाना – स्वाद के अनुसार गुड़ और चीनी मिलाई जाती है।

  4. धूप में सूखाना – इस मिश्रण को चटाई पर पतली परत में फैलाया जाता है।

  5. परत चढ़ाना – हर दिन एक नई परत चढ़ाई जाती है जब पहली परत सूख जाती है।

  6. 4 हफ्तों बाद – जब सारी परतें सूख जाती हैं, तो एक स्वादिष्ट आमपापड़ (मामिडी तान्ड्रा) तैयार हो जाता है।

19. क्या चाहोगे?

त्तर: मैं इस प्रक्रिया को एक सुंदर चित्र या चार्ट में भी बदल सकता हूँ ताकि बच्चों को समझाना और भी आसान हो जाए। बताओ, चाहो तो एक पोस्टर जैसा बना दूँ? 

20. प्रश्नों के उत्तर:

1. आम के गूदे में गुड़ और चीनी मिलाकर धूप में क्यों सुखाया होगा?

त्तर: ताकि आम के रस की नमी धीरे-धीरे सूख जाए और वह सड़ने या खराब होने की बजाय लंबे समय तक टिकने वाला मीठा आमपापड़ बन जाए। गुड़ और चीनी स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ उसे टिकाऊ भी बनाते हैं।

2. बाबा ने आमपापड़ बनाने के लिए सबसे पके हुए आम पहले क्यों छाँटे?

त्तर: क्योंकि पके आम ज़्यादा मीठे, रसदार और मुलायम होते हैं। इन्हीं से अच्छा स्वाद और अच्छी गुणवत्ता वाला आमपापड़ बनता है।

21. मामिडी तान्ड्रा (आमपापड़) बनाने के चरण:

1. जगह की तैयारी:

त्तर: आँगन में ऐसी जगह चुनी जहाँ पूरे दिन अच्छी धूप आती हो। वहाँ डंडों और रस्सियों से मचान बनाकर चटाई बाँधी गई।

2. आम छाँटना

त्तर: सबसे पके हुए आमों को चुना गया।

3. गूदा निकालना और छानना:

त्तर: आम का गूदा निकाला और उसे पतले सूती कपड़े से छानकर रेशे अलग किए।

4. गुड़-चीनी मिलाना:

त्तर: गूदे में बराबर मात्रा में गुड़ और चीनी मिलाई गई और अच्छे से घोला गया।

5. पहली परत जमाना:

त्तर: इस मिश्रण की एक पतली परत चटाई पर फैलाई गई और धूप में सूखने के लिए छोड़ दी गई।

6. हर दिन नई परत:

त्तर: हर दिन आम का नया मिश्रण बनाकर पहले से सूख रही परत पर चढ़ाया गया।

7. धूप और सावधानी:

त्तर: हर दिन शाम को चटाई को साड़ी से ढँक दिया जाता था, ताकि धूल-मिट्टी या कीड़े न लगें।

8. 4 हफ़्तों तक परतें चढ़ाना:

त्तर: लगातार चार हफ्तों तक ये परतें चढ़ती रहीं। आख़िर में आमपापड़ 4 सेंटीमीटर मोटा हो गया।

9. आमपापड़ तैयार:

त्तर: चटाई से आमपापड़ को हटाकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा गया और स्वाद लेकर खाया गया। 

22. तुम्हारे घर में कच्चे व पके हुए आम से क्या-क्या बनते हैं?

त्तर: कच्चे आम से:

  • अचार

  • चटनी

  • पना (गर्मी में पीने वाला ठंडा पेय)

  • खट्टा मीठा मुरब्बा

  • आम का मसाला (आमचूर बनाने के लिए सुखाया हुआ आम)

त्तर: पके आम से:

  • आमरस

  • आम की टॉफी

  • आमपापड़

  • आम का शेक

  • आम का हलवा

  • आम की आइसक्रीम

23. तुम्हें कितनी तरह के अचार के बारे में पता है? सूची बनाओ:

  • आम का अचार

  • नींबू का अचार

  • मिर्ची का अचार

  • अदरक का अचार

  • गाजर का अचार

  • आंवला का अचार

  • मिक्स अचार (कई सब्जियों का)

  • बेर का अचार

  • अमरूद का अचार

  • कटहल का अचार

24. क्या तुम्हारे घर पर कोई अचार बनाता है? किसने सिखाया?

त्तर:हाँ, मेरी नानी आम का अचार और नींबू का अचार बनाती हैं।

उन्होंने ये तरीका अपनी माँ यानी मेरी परनानी से सीखा था।
वो बताती हैं कि हर अचार को धूप, सही मसालों और साफ-सफाई की ज़रूरत होती है।

25. घर में बनने वाले किसी एक अचार की विधि (जैसे आम का अचार):

सामग्री:

  • कच्चे आम

  • नमक

  • हल्दी

  • लाल मिर्च पाउडर

  • सौंफ

  • मेथी

  • सरसों का तेल

तरीका:

  1. आम धोकर सुखा लेते हैं।

  2. छोटे टुकड़ों में काटते हैं।

  3. मसाले और नमक मिलाकर कुछ दिन धूप में रखते हैं।

  4. बाद में सरसों का तेल डालकर शीशी में भर देते हैं।

  5. कुछ हफ़्तों बाद अचार खाने लायक बन जाता है।

26. पापड़, चटनी, बड़ियाँ, सॉस कैसे बनते हैं?

त्तर: पापड़ – उरद की दाल या आलू का आटा गूँथकर पतली परत बनाकर धूप में सुखाते हैं।
चटनी – हरी धनिया, टमाटर, आम या इमली से बनती है।
बड़ियाँ – दाल को पीसकर छोटे-छोटे गोले बनाकर सुखाए जाते हैं।
सॉस – टमाटर, चीनी, नमक और सिरका डालकर पकाते हैं और छानकर शीशी में भरते हैं।

27. पुणे से कोलकाता की दो दिन की यात्रा के लिए खाने की सूची:

त्तर: खाने की चीजें जो जल्दी खराब न हों:

  • पूरी-सब्ज़ी

  • मठरी

  • आचार

  • सुखी पराठा

  • लड्डू

  • मूँगफली

  • नमकीन

  • बिस्किट

  • फ्रूट केक

  • उबले अंडे

पैकिंग कैसे करोगे? 

त्तर: एल्यूमिनियम फॉयल, डिब्बों में, अखबार लपेटकर
– पानी की बोतल, नैपकिन और टिशू भी साथ

सबसे पहले क्या खाओगे? 

त्तर: पूरी और आलू की सूखी सब्ज़ी (क्योंकि गर्मियों में जल्दी खराब हो सकती है)

28. शीशियाँ धूप में क्यों सुखाई जाती हैं?

त्तर: ताकि उसमें नमी न रहे। अगर शीशी में पानी रह गया और उसमें अचार भर दिया, तो फफूँदी लग सकती है या अचार सड़ सकता है। (जैसे ब्रेड के प्रयोग में देखा था!)

29. कुछ और खाने की चीज़ें जिन्हें लंबे समय तक चलाने के लिए बनाया जाता है:

त्तर: मूल चीज़उससे बनी टिकाऊ चीज़ें
दूधखोया, मिठाई, दूध पाउडर
टमाटरसॉस, प्यूरी
अमरूदजैम, अचार
नींबूअचार, स्क्वैश
मिर्चअचार, सुखी मिर्च पाउडर
आंवलाकैंडी, अचार