Chapter 5
बीज, बीज, बीज
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1. तुम्हारे घर में कौन-कौन-सी चीजें खाना बनाने से पहले भिगोई जाती हैं? और क्यों?
उत्तर:भिगोई जाने वाली चीजें:
चीज़ का नाम | क्यों भिगोते हैं? |
---|---|
चना | नरम करने और अंकुरित करने के लिए |
मूँग | पकाने या अंकुरण के लिए |
राजमा | नरम करने और जल्दी पकने के लिए |
चने की दाल | पकाने से पहले नरम करने के लिए |
उड़द की दाल | इडली, डोसा आदि बनाने के लिए |
चावल | जल्दी पकने और नरम होने के लिए |
मेथी दाना | अंकुरित या पकाने से पहले नरम करने के लिए |
किशमिश | मिठाई या पूड़ी में डालने से पहले |
2. तुम्हारे घर में कौन-कौन-सी चीजें अंकुरित करके खाई जाती हैं? उन्हें अंकुरित कैसे किया जाता है? कितना समय लगता है?
उत्तर: अंकुरित की जाने वाली चीजें:
चीज़ का नाम | कैसे अंकुरित करते हैं? | समय (लगभग) |
---|---|---|
चना | भिगोकर गीले कपड़े में बाँधकर लटका देते हैं | 2-3 दिन |
मूँग | भिगोने के बाद ढँककर रख देते हैं, नमी बनाए रखते हैं | 1-2 दिन |
मेथी | भिगोकर सूती कपड़े में बाँधते हैं | 2-3 दिन |
मोठ | वही तरीका – भिगोकर कपड़े में बाँधते हैं | 2-3 दिन |
अंकुरित चीज़ों को खाने से:
-
शरीर को फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स मिलते हैं।
-
पाचन तंत्र अच्छा रहता है।
3. क्या तुम्हें या तुम्हारे आस-पास किसी को डॉक्टर ने अंकुरित खाना खाने की सलाह दी है? क्यों?
उत्तर:हाँ, मेरी दादी को डॉक्टर ने कहा था कि सुबह अंकुरित चना या मूँग खाएं।
क्यों?
-
उनका शुगर और ब्लड प्रेशर थोड़ा बढ़ा हुआ था।
-
अंकुरित अनाज से कम कैलोरी और अधिक पोषण मिलता है, जिससे शरीर हल्का और स्वस्थ रहता है।
4. प्रयोग की रिपोर्ट (दो दिन बाद की जानकारी)
उत्तर: कटोरी | हवा मिल रही है? | पानी मिल रहा है? | बीजों में क्या बदलाव आया? | क्या अंकुरण हुआ? |
---|---|---|---|---|
कटोरी 1 (बीज पूरी तरह पानी में डूबे हैं) | नहीं | हाँ | बीज फूल गए, पर अंकुरण नहीं हुआ | नहीं |
कटोरी 2 (गीले कपड़े में लपेटे बीज) | हाँ | हाँ | बीज फूल गए, सफेद अंकुर निकले (अंकुरण हुआ) | हाँ |
कटोरी 3 (सिर्फ सूखे बीज) | हाँ | नहीं | कोई बदलाव नहीं, बीज वैसे के वैसे रहे | नहीं |
6.प्रश्नों के उत्तर
1. किस कटोरी में अंकुरण हुआ? क्यों?
उत्तर:कटोरी 2 में, क्योंकि वहाँ बीजों को पानी और हवा दोनों मिले और तापमान भी सही रहा।
2. गोपाल की माँ ने भीगे चने गीले कपड़े में क्यों बाँधे?
उत्तर: ताकि चनों को नमी (पानी) भी मिले और हवा भी आती रहे। इससे वे अच्छी तरह अंकुरित हो सकें।
7. प्रश्न:"साबुत मसूर को दलने से मैं दाल बनी हूँ, लेकिन मुझे तुम अंकुरित नहीं कर सकते! सोचो क्यों?"
उत्तर: जब मसूर को दल दिया जाता है यानी उसका छिलका उतारकर दो हिस्सों में तोड़ दिया जाता है, तो वह बीज नहीं रहता।
अंकुरण के लिए बीज का अंदरूनी हिस्सा और बाहरी आवरण (छिलका) दोनों का सही सलामत रहना जरूरी होता है।
इसलिए दली हुई दाल अंकुरित नहीं होती, जबकि साबुत, बिना टूटा बीज अंकुरित हो सकता है।
8. चित्र बनाओ: अंकुरित बीज का चित्र
उत्तर: अगर तुमने चने, मूंग या किसी बीज को अंकुरित किया है तो तुम उसका ऐसा चित्र बना सकते हो:
(तुम इसे अपने तरीके से रंगों के साथ भी बना सकते हो।)
9. तालिका: पौधों की बढ़त का रिकॉर्ड रखने के लिए तालिका का नमूना
उत्तर: बीज का नाम | कब बोया (तारीख) | तारीख | पौधे की लंबाई (से.मी.) | पत्तों की संख्या | और कोई बदलाव |
---|---|---|---|---|---|
मेथी | 1 अप्रैल 2025 | 3 अप्रैल | 2.5 सेमी | 2 | हलका हरा रंग |
5 अप्रैल | 4.2 सेमी | 4 | और पत्ते निकले | ||
सरसों | 1 अप्रैल 2025 | 3 अप्रैल | 3 सेमी | 2 | तने पर बाल जैसे |
10. पता करो
• बीज बोने और छोटा पौधा दिखने में कितने दिन लगे?
उत्तर: यह बीज पर निर्भर करता है।
जैसे:
-
मेथी – 2 से 3 दिन में अंकुर दिखने लगते हैं।
-
सरसों – 1 से 2 दिन में ही अंकुरण हो सकता है।
-
धनिया – 4 से 5 दिन लग सकते हैं।
-
तिल – 5 से 6 दिन भी लग सकते हैं।
• पहले दिन और दूसरे दिन पौधे की लंबाई में कितना अंतर था?
उत्तर: मान लो पहले दिन 2 सेमी थी, और दूसरे दिन 3.5 सेमी, तो अंतर = 1.5 सेमी
(तुम्हें अपनी नाप के हिसाब से भरना होगा।)
• किस दिन पौधे की लंबाई सबसे ज़्यादा बढ़ी?
उत्तर: जिस दिन लंबाई में सबसे ज़्यादा सेमी का अंतर दिखे, वही दिन।
• क्या हर दिन नए पत्ते निकले?
उत्तर: नहीं, शुरू के 2–3 दिन सिर्फ दो पत्ते निकलते हैं। फिर धीरे-धीरे नए पत्ते आते हैं।
• क्या पौधे के तने में भी कुछ बदलाव आया?
उत्तर: हाँ, पहले पतला होता है, फिर थोड़ा मज़बूत और मोटा होने लगता है। रंग भी थोड़ा गाढ़ा हो सकता है।
11. चर्चा करो
• किस बीज के पौधे को मिट्टी से बाहर आने में सबसे ज़्यादा दिन लगे?
उत्तर: आमतौर पर तिल या धनिया को ज़्यादा समय लगता है।
• सबसे कम दिन किसे लगे?
उत्तर: सरसों या मेथी जल्दी उग जाती है।
• कौन-सा बीज उगा ही नहीं? क्यों?
उत्तर: अगर कोई बीज सड़ा हुआ था, सूखा गया था, बहुत पुराना था या उसे ज़रूरत की नमी/हवा नहीं मिली — तो वह नहीं उगता।
• पौधा सूख गया या पीला हो गया तो क्यों?
उत्तर: ये हो सकता है:
-
पानी ज़्यादा या कम दिया गया हो।
-
धूप ना मिली हो।
-
मिट्टी में पोषण की कमी हो।
• अगर पानी न मिले तो क्या होगा?
उत्तर: पौधा सूख जाएगा, पत्ते मुरझा जाएँगे और अंत में वह मर सकता है।
12. दिल की बात बताओ
• बीज के अंदर क्या होता है?
उत्तर: बीज के अंदर एक नन्हा पौधा (अंकुर) होता है और खाद्य पदार्थ (खाद भंडार) होता है जो उस अंकुर को शुरू में पोषण देता है।
• छोटे से बीज से इतना बड़ा पौधा कैसे बनता है?
उत्तर: जैसे ही बीज को पानी, हवा और मिट्टी मिलती है, अंदर का अंकुर जग जाता है और पौधा बन जाता है।
फिर वह सूरज की रोशनी से खाना बनाता है (प्रकाश संश्लेषण) और धीरे-धीरे बढ़ता जाता है।
13. सोचो और कल्पना करो
• अगर पौधे चलते तो क्या होता? चित्र बनाओ।
उत्तर: कल्पना:
अगर पौधे चलते फिरते होते, तो...
-
वो धूप वाली जगह खुद जाकर बैठते।
-
बारिश से बचने के लिए छत के नीचे भाग जाते।
-
खरपतवार (अनचाहे पौधों) से दूर भाग जाते।
-
फल-पत्ते खुद चलकर हमें देने आते – “लो भैया, ये आम ले लो!”
-
कुछ शरारती पौधे होते जो इधर-उधर घूमकर सबको छूते रहते!
14. पता करो
• क्या कुछ पौधे बिना बीज के भी उगते हैं?
उत्तर: हाँ! कुछ पौधे बीज से नहीं, बल्कि उनके तने, जड़ या पत्तियों से उगते हैं।
उदाहरण:
-
आलू – उसकी गाँठ से।
-
प्याज़ – बल्ब से।
-
अदरक – राइजोम से।
-
गुलाब – डंडी (तना) से।
-
मनी प्लांट – पत्तों वाली डंडी को पानी में डाल दो, फिर भी उग आएगा!
15. फँस गया बेचारा! - शिकारी पौधे
उत्तर: नीपेन्थिस (Nepenthes) बहुत ही खास पौधा है।
-
इसका घड़ा जैसा हिस्सा एक जाल है।
-
खुशबू से कीड़े-मकौड़े खिंचे आते हैं।
-
जैसे ही अंदर आते हैं – फिस्स्स्स! अंदर फँस जाते हैं।
-
पौधा उन्हें पचा कर पोषण लेता है।
यह पौधा इसलिए शिकार करता है क्योंकि यह उन जगहों पर उगता है जहाँ मिट्टी में पोषक तत्व कम होते हैं।
16. कितने सारे बीज!
एक मज़ेदार बीज संग्रह गतिविधि!
बीज कहाँ से मिल सकते हैं?
उत्तर: रसोई से: चना, मूंग, मेथी, धनिया, सरसों, चावल-
फल से: सेब, अमरूद, पपीता, आम
-
बगीचे से: सूरजमुखी, मिर्च, टमाटर
-
पेड़ों से: नीम, जामुन, इमली
17. बीजों का निरीक्षण कैसे करें?
उत्तर: गुण उदाहरण
रंग सफेद (चावल), काला (सरसों), भूरा (चना)
आकार गोल (मटर), चपटा (तिल), लंबा (चावल)
चिकनी (मूंग), खुरदरी (धनिया)
18. बीज निरीक्षण तालिका
उत्तर: बीज का नाम रंग आकार ऊपरी सतह
राजमा भूरा ![🔵] मुलायम
मूंग हरा ![🟢] चिकनी
चना पीला ![🟡] खुरदरी
तिल सफेद ![⚪] चिकनी
सौंफहल्का हरा ![🟩] थोड़ी खुरदरी
जीरा भूरा ![🟤] खुरदरी
मटर हरा ![🟢] चिकनी
अमरूद सफेद ![⚪] खुरदरी
सेब भूरा ![🟤] चिकनी
(बच्चे आकार के चित्र अपने अनुसार बनाएँ – गोल, चपटा, लंबा आदि)
सोचो और चर्चा करो
19. क्या इस सूची में सौंफ और जीरा हैं?
उत्तर: हाँ, सौंफ और जीरा मसाले हैं, और बीज के रूप में प्रयोग होते हैं।
• सबसे छोटा बीज: तिल / सरसों
• सबसे बड़ा बीज: राजमा / आम
20. बीजों के समूह बनाओ
श्रेणी बीज के नाम
उत्तर: (क) मसाले सौंफ, जीरा, मेथी, तिल
(ख) सब्ज़ी मटर, टमाटर, मिर्च, लौकी
(ग) फल आम, सेब, अमरूद, पपीता
(घ) हल्के बीज तिल, सरसों, सौंफ
(ड़) चपटे बीज मेथी, तिल, धनिया
21. बीजों से खेल
उत्तर: कंचे जैसे बीजों से मार-खेल (जैसे मटर या चने)
बीज छाँट प्रतियोगिता
बीजों से पैटर्न बनाना (आर्ट वर्क)
बीजों से गिनती और जोड़-घटाव के खेल
22.चित्र 1 के बारे में: बीज कैसे उड़ते हैं?
उत्तर: चित्र 1 में दिखे बीज हवा की मदद से उड़ते हैं क्योंकि—
-
उनके साथ पंख जैसे रेशे होते हैं जो उन्हें हल्का और तैरने योग्य बनाते हैं।
-
कुछ बीजों का आकार ऐसा होता है कि वो घूमते-घूमते धीरे-धीरे जमीन पर गिरते हैं (जैसे — बबूल, कपास या नागफनी के बीज)।
23. क्या तुमने कोई उड़ता बीज देखा है?
उत्तर: हाँ! जैसे—
-
गेंदे का बीज
-
इमली का बीज (जब सूखा हो तो उड़ने लगता है)
-
कपास के बीज
-
सूरजमुखी का बीज (हल्का हो तो उड़ता है)
24. चित्र 2 के बारे में: जानवरों की मदद से बीज का सफर
-
इस चित्र में बीज के चारों तरफ छोटे-छोटे कांटे या हुक होते हैं।
-
ये बीज जानवरों की खाल, हमारे कपड़ों या जूतों से चिपक जाते हैं और वहाँ से दूसरी जगह तक पहुँच जाते हैं।
-
जैसे: अटक बीज, काँटे वाले बीज (बबूल जैसे)
25. अनुमान लगाओ: तुम्हारे बीजों में से कौन-कौन हवा से उड़ते होंगे?
बीज का नाम | क्या उड़ सकता है? | कैसे? |
---|---|---|
कपास | हाँ | हल्का और रेशेदार |
तिल | कभी-कभी | बहुत हल्का |
राजमा | नहीं | भारी बीज |
सरसों | हाँ | छोटा और हल्का |
मेथी | नहीं | चपटा, भारी |
26. वेल्क्रो का किस्सा – प्रकृति से मिला आईडिया
-
जब बीज कपड़े से चिपके तो जॉर्ज मेस्ट्रल को लगा कि इस तरीके का कृत्रिम हुक-सिस्टम भी बनाया जा सकता है।
-
उन्होंने इस तकनीक से वेल्क्रो बनाया — जो आज बैग, शूज़, बेल्ट, जैकेट, और बंधने वाले पट्टों में इस्तेमाल होता है।
27. तुम्हारे मन में कोई नया आइडिया आया क्या?
उत्तर: जैसे:
-
अगर बीज उड़ सकते हैं, तो हल्की चीज़ें भेजने के लिए ऐसा पंख बनाओ।
-
वेल्क्रो जैसा बीज-बस्ता जो खुद बंद हो जाए!
-
बीज-जूतों की तरह कोई कपड़ा, जिसमें बीज लगाकर दूर तक भेजे जा सकें।
28. चित्रों को देखकर अंदाज़ा लगाओ — बीज कैसे बिखरते हैं?
उत्तर: चित्र 1: बीज में पंख जैसे रेशे हैं — यह बीज हवा से उड़कर बिखरता है।
चित्र 2: बीज में कांटे हैं जो कपड़े या जानवरों की खाल में चिपककर दूर तक पहुँच जाते हैं।
चित्र 3 (जैसे फलियाँ वाली): फलियाँ सूखने पर चिटककर खुद ही बीज को दूर फेंक देती हैं। (जैसे — सोयाबीन, अरहर, सरसों)
29. अगर बीज बिखरते नहीं, यानी एक ही जगह पड़े रहते, तो क्या होता?
उत्तर: सभी पौधे एक ही जगह उगते, और उनके पास जगह, सूरज की रोशनी या पोषक तत्वों की कमी जाती।-
पौधे ठीक से नहीं बढ़ पाते और धीरे-धीरे सूख सकते थे।
-
नई जगहों पर नए पौधे नहीं उगते, जिससे प्रकृति में विविधता नहीं होती।
30.बीज किस-किस तरह से बिखरते हैं — एक सूची:
बीज बिखरने का तरीका | उदाहरण (बीज/पौधे) |
---|---|
हवा से उड़कर | कपास, सरसों, तिल, सिंहपर्णी |
जानवरों से चिपककर | बबूल, एक्सोरा, बिचुआ घास |
खुद-ब-खुद चिटककर | सोयाबीन, सरसों, अरहर, मटर |
पानी में बहकर | नारियल, कमल |
इंसानों द्वारा (जान-बूझकर) | आम, मिर्च, अनार, गुलाब आदि |
पक्षियों द्वारा | जामुन, बेर, अमरूद |
31.क्या इंसान भी बीजों को फैलाते हैं?
उत्तर: हाँ, बिल्कुल!
-
कभी जानबूझकर (खूबसूरत पौधे या दवाई वाले पौधे उगाने के लिए),
-
कभी अनजाने में (जैसे बीज हमारे कपड़ों या बैग से चिपककर इधर-उधर पहुँच जाते हैं)।
32. क्या तुम जानते हो — मिर्च कहाँ से आई?
उत्तर: मिर्च भारत की देसी नहीं है!
यह दक्षिण अमेरिका की उपज है, जिसे पुर्तगाल के व्यापारी भारत लाए थे। अब यह हर भारतीय रसोई का हिस्सा बन चुकी है!
33. कविता से क्या समझा – कौन कहाँ से आया?
उत्तर: चीज़ | कहाँ से आई |
---|---|
मिर्ची, आलू, अमरूद, टमाटर, मूँगफली | दक्षिण अमेरिका |
भिंडी, कॉफ़ी | अफ्रीका |
गोभी, मटर | यूरोप |
चाय | चीन से आई, लेकिन अब असम की पहचान बन गई |
सोयाबीन | चीन से अमेरिका, फिर वापस भारत |
बैंगन, मूली, करेला, आम, संतरा, टिंडा, मेथी आदि | देसी (भारत में ही पैदा हुए) |
-
ज़िंदगी थोड़ी फीकी और कम मज़ेदार हो जाती।
-
ये सब चीजें हमारी खानपान की विविधता और स्वाद को बढ़ाती हैं।
35. दुनिया के नक्शे में देश ढूँढो:
उत्तर: दक्षिण अमेरिका (मिर्ची, आलू, अमरूद)-
अफ्रीका (भिंडी, कॉफी)
-
यूरोप (गोभी, मटर)
-
चीन (चाय, सोयाबीन)
36. रीना के अंकुरित बीज को क्या-क्या चाहिए था?
उत्तर: अंकुरण के लिए ज़रूरी चीज़ें:
-
पानी – बीज को भीगने और नमी पाने के लिए
-
हवा – बीज को साँस लेने के लिए (ऑक्सीजन)
-
थोड़ी गर्मी/तापमान – बीज को अंकुरण के लिए उपयुक्त ताप चाहिए
-
अंधेरा या कम रोशनी – शुरू में बीज को रोशनी की ज़रूरत नहीं होती
37. चित्र बनाओ (रीना के बीज के जैसे):
उत्तर: अंकुरित बीज – जहाँ से सफेद जड़ और हरी पत्ती निकल रही हो।सूखा बीज – अगर पानी न मिला हो, तो बीज वैसा का वैसा रहेगा।
38. बीज किस-किस तरह बिखरते हैं? दो तरीकों में समझाओ:
-
हवा से उड़कर:
उत्तर: कुछ बीज बहुत हल्के होते हैं और उनके साथ रेशे या पंख जैसे होते हैं। जैसे – सिंहपर्णी (dandelion), कपास। हवा में उड़कर दूर तक चले जाते हैं। -
जानवरों से चिपककर:
उत्तर: कुछ बीजों में कांटे या हुक जैसे हिस्से होते हैं, जो जानवरों के बालों या हमारे कपड़ों से चिपक जाते हैं। जैसे – बिचुआ घास, बबूल। फिर ये बीज नई जगह गिरते हैं।