Chapter 3

    "खिलौनेवाला"

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प्रश्न 1: मुन्नू और मोहन ने कौन-कौन से खिलौने खरीदे?

उत्तर: मुन्नू ने एक सुंदर गुड़िया खरीदी और मोहन ने मोटर गाड़ी खरीदी।

प्रश्न 2: सरला माँ से क्या लेने को कहती है?

उत्तर: सरला माँ से साड़ी लेने को कहती है।

प्रश्न 3: कवि ने खिलौनों का क्या-क्या वर्णन किया है?

उत्तर: कवि ने कई तरह के सुंदर-सुंदर खिलौनों का वर्णन किया है जैसे –
हरा-हरा तोता, गेंद, मोटर गाड़ी, सीटी, चाभी से चलने वाली रेल, गुड़िया, टी सेट, लोटा-थाली, धनुष-बाण, और तलवार आदि।

प्रश्न 4: खिलौनेवाला किस तरह से बच्चों को बुलाता है?

उत्तर: खिलौनेवाला जोर-जोर से पुकारता है – "नए खिलौने ले लो भैया", ताकि बच्चे उसकी ओर आकर्षित हों।

प्रश्न 5: कविता के अंत में कवि ने साड़ी के बारे में क्या कहा है?

उत्तर: कविता के अंत में कहा गया है कि खिलौनेवाला साड़ी नहीं लाता, साड़ी तो कपड़े वाला लाता है और कभी-कभी माँ के लिए ले आता है।

प्रश्न 6: खिलौनों के लिए बच्चों में इतना उत्साह क्यों होता है?

उत्तर: खिलौने बच्चों की कल्पना की दुनिया को सजीव करते हैं। वे उन्हें खेलने, कल्पना करने और कुछ नया अनुभव करने का अवसर देते हैं, इसलिए उनमें बहुत उत्साह होता है।

प्रश्न 7: कवि ने कौन-कौन से खिलौने ध्वनि (आवाज़) के साथ बताए हैं?

उत्तर: कवि ने "सर-सर-सर चलने वाली मोटर गाड़ी" और "भक-भक करती रेल" जैसी आवाज़ें बताते हुए खिलौनों को वर्णित किया है।

प्रश्न 8: माँ ने बच्चे को कितने पैसे दिए?

उत्तर: माँ ने बच्चे को चार पैसे दिए।

प्रश्न 9: बच्चे ने कौन-कौन से खिलौने न लेने की बात कही?

उत्तर: बच्चे ने कहा कि वह तोता, बिल्ली, मोटर और रेल जैसे खिलौने नहीं लेगा क्योंकि ये तो बच्चों के खेल हैं।

प्रश्न 10: बच्चा कौन-सा खिलौना लेना चाहता है और क्यों?

उत्तर: बच्चा तलवार या तीर-कमान लेना चाहता है ताकि वह जंगल में जाकर राक्षसों को मार सके और राम जैसा बन सके।

प्रश्न 11: बच्चा राम जैसा क्यों बनना चाहता है?

उत्तर: बच्चा चाहता है कि वह ताड़का जैसे राक्षसों को मारे, तपस्वियों की रक्षा करे, और असुरों को भगाए, जैसे रामचंद्र जी ने किया था।

प्रश्न 12: बच्चा अकेले वन में क्यों नहीं जाना चाहता?

उत्तर: बच्चा सोचता है कि अगर वह अकेला वन में चला गया तो माँ के बिना वह कैसे रहेगा, पैसे किससे माँगेगा, और जब रोएगा तो उसे कौन मनाएगा।

प्रश्न 13: कविता से तुम्हें क्या सीख मिलती है?

उत्तर: हमें माँ की ममता, बच्चे की मासूम कल्पना, और राम जैसे आदर्श व्यक्तित्व से प्रेरणा मिलती है। यह कविता माँ-बेटे के भावनात्मक संबंध को सुंदरता से दर्शाती है।

प्रश्न 14: यदि तुम्हें भी चार पैसे मिलें, तो तुम क्या खरीदोगे और क्यों?

उत्तर : अगर मुझे चार पैसे मिलें, तो मैं एक किताब खरीदूँगा क्योंकि मुझे कहानियाँ पढ़ना पसंद है। कहानियों से मुझे नए विचार और कल्पनाएँ मिलती हैं।

15. तुम्हें किसी-न-किसी बात पर रूठने के मौके तो मिलते ही होंगे-

(क) अक्सर तुम किस तरह की बातों पर रूठती हो?
उत्तर: मैं तब रूठ जाती हूँ जब कोई मेरी बात नहीं मानता या मुझे मनपसंद चीज़ नहीं मिलती।

(ख) माँ के अलावा घर में और कौन-कौन हैं जो तुम्हें मनाते हैं?
उत्तर: माँ के अलावा मुझे दादी, पापा और मेरी बड़ी बहन मनाते हैं।

16. हम ऐसे कई त्योहार मनाते हैं जो बुराई पर अच्छाई की जीत पर बल देते हैं। ऐसे त्योहारों के बारे में और उनसे जुड़ी कहानियों के बारे में पता करके कक्षा में सुनाओ।

उत्तर:

  • दशहरा: राम ने रावण का वध किया, बुराई पर अच्छाई की जीत।

  • दीपावली: भगवान राम के अयोध्या लौटने पर दीप जलाकर स्वागत हुआ।

  • होली: भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए होलिका जल गई।

  • गुरुपर्व: सिखों ने अन्याय और बुराई के खिलाफ आवाज़ उठाई।

17. रामचंद्र के बारे में तुम्हें कौन-सी बातें अच्छी लगीं?

उत्तर: रामचंद्र जी की सच्चाई, संयम, माता-पिता की आज्ञा पालन, और धर्म के लिए त्याग की भावना बहुत अच्छी लगती है। वे हर हाल में अच्छा व्यवहार करते हैं।

18. नीचे दिए गए भाव कविता की जिन पंक्तियों में आए हैं, उन्हें छाँटो-

(क) खिलौनेवाला साड़ी नहीं बेचता है।
उत्तर: "साड़ी तो वह कपड़े वाला कभी-कभी दे जाता है।"

(ख) खिलौनेवाला बच्चों को खिलौने लेने के लिए आवाजें लगा रहा है।
उत्तर:"नए खिलौने ले लो भैया ज़ोर-ज़ोर वह रहा पुकार।"

(ग) मुझे कौन-सा खिलौना लेना चाहिए उसमें माँ की सलाह चाहिए।
उत्तर: "तुम भी मन में करो विचार। तुम सोचोगी मैं ले लूँगा..."

(घ) माँ के बिना कौन मनाएगा और कौन गोद में बिठाएगा।
उत्तर:"पर माँ, बिना तुम्हारे वन में मैं कैसे रह पाऊँगा।
कौन प्यार से बिठा गोद में मनचाही चीजें देगा?"

19. फेरीवाले कौन-कौन आते हैं? वे कैसे आवाज लगाते हैं?

उत्तर: हमारे मोहल्ले में ये फेरीवाले आते हैं –

  • सब्ज़ीवाला: "आलू प्याज टमाटर ले लो… ताज़ी सब्ज़ियाँ!"

  • मोमफलीवाला: "मूँगफली ले लो गरम करारी मूँगफली!"

  • रद्दीवाला: "कबाड़ीवाला आया… पुराना सामान लोहे के भाव में!"

  • खिलौनेवाला: "गुड़िया, गाड़ी, रेल… सब सस्ते में!"
    इनकी आवाज़ में खास लय और चढ़ाव-उतार होता है जो सबका ध्यान खींचता है।

खेल-खिलौने

20. (क) तुम यहाँ लिखे खिलौनों में से किसे लेना पसंद करोगी/करोगे? क्यों?

उत्तर: मुझे धनुष-बाण लेना पसंद है क्योंकि मैं राम जैसा बनकर बुराई से लड़ना चाहता हूँ।

(ख) तुम अपने साथियों के साथ कौन-कौन से खेल खेलती हो?

उत्तर: हम चोर-सिपाही, पिट्टू, लुका-छुपी, कबड्डी और क्रिकेट जैसे खेल खेलते हैं। ये खेल मजेदार होते हैं और सब मिलकर खेल सकते हैं।

21. "वाला" शब्द का प्रयोग और शब्दों की पहचान

निम्न वाक्यों में रेखांकित हिस्सों का विश्लेषण:

  1. पानवाले की दुकान आज बंद है।
    🔹 "पान"संज्ञा
    🔹 "वाले"प्रत्यय जो व्यक्ति को दर्शाता है (यहाँ: पान बेचने वाला व्यक्ति)
    🔹 पूरा शब्द "पानवाले"संज्ञा

  2. मेरी दिल्लीवाली मौसी बस कंडक्टर हैं।
    🔹 "दिल्ली"संज्ञा (स्थान)
    🔹 "वाली"प्रत्यय, जो स्थान को व्यक्तिवाचक बनाता है
    🔹 "दिल्लीवाली"विशेषण (मौसी के बारे में जानकारी देता है)

  3. महमूद पाँच बजे वाली बस से आएगा।
    🔹 "वाली"विशेषण, जो बस के समय को दर्शाता है

  4. नंदू को बोलने वाली गुड़िया चाहिए।
    🔹 "बोलने वाली"विशेषण, गुड़िया की विशेषता बता रहा है

  5. दाढ़ीवाला आदमी कहाँ है?
    🔹 "दाढ़ी"संज्ञा
    🔹 "वाला"प्रत्यय
    🔹 "दाढ़ीवाला"विशेषण, आदमी की पहचान बता रहा है

  6. इस सामान को ऊपर वाले कमरे में रख दो।
    🔹 "ऊपर वाले"विशेषण, कमरे की स्थिति बता रहा है

  7. मैं रात वाली गाड़ी से जम्मू जाऊँगी।
    🔹 "रात वाली"विशेषण, गाड़ी के समय की जानकारी दे रहा है

22. तुम्हारी रामलीला

प्रश्न: क्या तुमने रामलीला देखी है? रामलीला की किसी एक लघु-कहानी को चुनकर कक्षा में अपनी रामलीला प्रस्तुत करो।

उत्तर : हाँ, मैंने रामलीला देखी है। मैं “सीता हरण” या “राम और ताड़का का युद्ध” की छोटी कहानी चुनूँगा/चुनूँगी। इसमें संवाद, अभिनय और मंच सज्जा के माध्यम से कहानी को प्रस्तुत किया जा सकता है। कक्षा के अन्य छात्र भी इसमें भाग लेकर पात्र बन सकते हैं – राम, लक्ष्मण, सीता, रावण, हनुमान, आदि।

23. कविता में कथा

(क) ये तीनों नाम किस प्रसिद्ध कथा के पात्र हैं?
उत्तर:  ये नाम रामायण कथा से लिए गए हैं।

(ख) "यहीं रहूँगा कौशल्या, मैं तुमको यहीं बनाऊँगा।" इन पंक्तियों का कथा से क्या संबंध है?
उत्तर: यह पंक्तियाँ राम और कौशल्या के भावनात्मक रिश्ते को दर्शाती हैं। राम वनवास के समय माँ कौशल्या को छोड़कर जाते हैं, लेकिन कविता में बच्चा राम जैसा बनना चाहता है और माँ के साथ रहना चाहता है।

(ग) "तपसी यज्ञ करेंगे, असुरों को मैं मार भगाऊँगा।" और "तुम कह दोगी वन जाने को हँसते-हँसते जाऊँगा।" – इनका क्या संदर्भ है?
उत्तर:

  • "तपसी यज्ञ करेंगे..." – राम ने ताड़का जैसे असुरों का वध कर यज्ञों की रक्षा की थी।

  • "तुम कह दोगी वन जाने को..." – राम ने पिता की आज्ञा से वनवास स्वीकार किया था। कविता में बच्चा राम की तरह बनकर वही भाव अपनाना चाहता है।

ईदगाह 

प्रश्न 1: रमज़ान के बाद ईद के दिन बच्चों में कैसी हलचल थी?
उत्तर: ईद के दिन बच्चों में बहुत उत्साह और खुशी थी। वे सुबह से ही तैयारियों में लगे थे। कोई सुई-धागा ढूंढ़ रहा था, कोई जूतों में तेल डालने गया था। सभी जल्दी-जल्दी ईदगाह जाने की तैयारी कर रहे थे। बच्चों के मन में मिठाइयाँ, खिलौने और मेला घूमने का उत्साह था।

प्रश्न 2: हामिद के पास बाकी बच्चों की तुलना में क्या-क्या नहीं था?
उत्तर: हामिद के पास नए कपड़े, जूते और टोपी नहीं थी। उसकी टोपी पुरानी और फीकी थी, और वह नंगे पैर था। उसके पास पैसे भी बहुत कम थे, फिर भी वह सबसे प्रसन्न था।

प्रश्न 3:बच्चे अपने पैसों से क्या-क्या खरीदने की सोच रहे थे?
उत्तर: बच्चे अपने पैसों से खिलौने, मिठाइयाँ, बिजुल, गेंद और अन्य चीजें खरीदने की योजना बना रहे थे।

प्रश्न 4: हामिद की दादी का नाम क्या था और वह हामिद के लिए क्या महसूस करती थीं?
उत्तर: हामिद की दादी का नाम अमीना था। वह हामिद को बहुत प्यार करती थीं और उसकी चिंता करती थीं कि वह अकेला ईदगाह जा रहा है। उसके लिए वे एक माँ की तरह थीं।

प्रश्न 5: हामिद के कपड़े और हालात देखकर क्या संदेश मिलता है?
उत्तर: हामिद के कपड़े और हालात देखकर यह सिखने को मिलता है कि खुशी केवल दिखावे में नहीं, बल्कि मन की संतुष्टि और दूसरों की खुशी में होती है। हामिद जैसे गरीब लड़के ने भी सच्चे अर्थों में त्यौहार की भावना को जिया।

प्रश्न6: ईदगाह पाठ में लेखक ने बच्चों की मासूमियत और भावनाओं को कैसे व्यक्त किया है?
उत्तर: लेखक ने बच्चों की सरलता, उनका उत्साह और उनके छोटे-छोटे सपनों को बहुत खूबसूरती से दर्शाया है। हामिद जैसे पात्र के माध्यम से यह बताया गया है कि सच्ची खुशी दूसरों की परवाह करने और प्रेम देने में है।

प्रश्न 7:हामिद शहर में क्या-क्या देखता है?
उत्तर: हामिद शहर में बड़ी-बड़ी इमारतें देखता है जैसे – अदालत, कॉलेज, क्लब-घर आदि। वह सोचता है कि इतने बड़े कॉलेज में कौन पढ़ता होगा।

प्रश्न 8: हामिद अपने मदरसे के बड़े लड़कों के बारे में क्या सोचता है?
उत्तर: हामिद सोचता है कि उसके मदरसे के कुछ बड़े लड़के काम से जी चुराते हैं और रोज़ मार खाते हैं। इसलिए उसे लगता है कि कॉलेज में भी ऐसे ही लोग होंगे।

प्रश्न 9: ईदगाह में बच्चों को क्या-क्या आकर्षित करता है?
उत्तर: ईदगाह में बच्चों को मिठाइयों की दुकानें, खिलौनों की कतारें, चर्खी और हिंडोला बहुत आकर्षित करते हैं।

प्रश्न 10: हामिद चर्खी पर क्यों नहीं चढ़ता?
उत्तर: हामिद के पास केवल तीन पैसे होते हैं और वह सोचता है कि चर्खी पर चढ़ने में एक तिहाई पैसा खर्च करना समझदारी नहीं है।

प्रश्न 11: महमूद, मोहसिन और नूरे ने कौन-कौन से खिलौने खरीदे?
उत्तर:

  • महमूद ने सिपाही का खिलौना लिया।

  • मोहसिन को भिश्ती पसंद आया।

  • नूरे ने वकील का खिलौना लिया।

प्रश्न: हामिद का यह व्यवहार हमें क्या सिखाता है कि उसने चर्खी पर चढ़ने के बजाय पैसे बचाए?
उत्तर: हामिद का व्यवहार हमें सिखाता है कि हमें सोच-समझकर खर्च करना चाहिए और केवल तात्कालिक खुशी के लिए पैसे नहीं उड़ाने चाहिए। वह अपनी जिम्मेदारी को समझता है और संयम दिखाता है।

प्रश्न 12: हामिद खिलौने क्यों नहीं खरीदता?
उत्तर: हामिद खिलौने इसलिए नहीं खरीदता क्योंकि वे महंगे हैं और बहुत जल्दी टूट सकते हैं या उनका रंग उतर सकता है। उसके पास केवल तीन पैसे हैं, इसलिए वह सोच-समझकर खर्च करना चाहता है।

प्रश्न 13: हामिद के दोस्तों ने क्या-क्या खाया?
उत्तर: हामिद के दोस्तों ने रेवड़ियाँ, गुलाबजामुन, सोहन हलवा जैसी मिठाइयाँ खाईं और बाद में सबील पर शरबत भी पिया।

प्रश्न 14: हामिद चिमटा क्यों खरीदना चाहता है?
उत्तर: हामिद अपनी दादी के लिए चिमटा खरीदना चाहता है क्योंकि उनके पास चिमटा नहीं है और रोटियाँ तवे से उतारते समय उनके हाथ जल जाते हैं। वह चाहता है कि उनकी उंगलियाँ न जलें और उन्हें खुशी हो।

प्रश्न 15: दुकानदार ने हामिद से क्या कहा?
उत्तर: जब हामिद ने चिमटे की कीमत पूछी, तो दुकानदार ने उसकी ओर देखा और उसके साथ कोई बड़ा न देखकर कहा – "यह तुम्हारे काम का नहीं है जी!"

प्रश्न 16: हामिद के दोस्तों की प्रतिक्रिया चिमटा देखकर कैसी थी?
उत्तर: हामिद के दोस्तों ने चिमटा देखकर उसकी हँसी उड़ाई, लेकिन हामिद उनकी परवाह नहीं करता। वह जानता है कि उसने एक जरूरी और काम की चीज खरीदी है।

प्रश्न 17: हामिद ने दुकानदार से चिमटे की क्या कीमत लगाई और कैसे मोल-भाव किया?

उत्तर: दुकानदार ने चिमटे की कीमत छह पैसे बताई, लेकिन जब हामिद ने कहा "तीन पैसे लोगे?" तो दुकानदार पहले अनसुना करता है, फिर बुलाकर चिमटा दे देता है। हामिद ने हिम्मत और आत्मविश्वास से मोल-भाव किया।

प्रश्न 18: हामिद ने चिमटे को कैसे उठाया और खुद को कैसे महसूस किया?

उत्तर: हामिद ने चिमटे को कंधे पर इस तरह रखा मानो बंदूक हो और शान से अकड़ता हुआ अपने दोस्तों के पास पहुँचा। उसे अपने चिमटे पर गर्व था।

प्रश्न 19: हामिद के दोस्तों ने उसके चिमटे पर कैसी प्रतिक्रिया दी?

उत्तर: मोहसिन, महमूद और सम्मी ने पहले चिमटे को खिलौना न मानते हुए हँसी उड़ाई और कहा कि वह बेकार चीज़ है। लेकिन हामिद ने अपने चिमटे को बहादुर, मजबूत और बहुउपयोगी बताकर अपनी पसंद को सही ठहराया।

प्रश्न 20: हामिद ने चिमटे की क्या-क्या उपयोगिताएँ गिनाईं?

उत्तर:
हामिद ने चिमटे को:

  • बंदूक,

  • फकीरों का चिमटा,

  • मंजीरा (वाद्य यंत्र),

  • बहादुर शेर,
    बताते हुए कहा कि उसका चिमटा:

  • ना टूटेगा, ना गल जाएगा, ना बिगड़ेगा।

  • पानी, आँधी, तूफ़ान में भी टिकेगा।

प्रश्न 21: हामिद के चिमटे की तुलना उसके दोस्तों के खिलौनों से कैसे अलग थी?

उत्तर: हामिद का चिमटा टिकाऊ, मजबूत और उपयोगी था, जबकि उसके दोस्तों के खिलौने कमजोर, पानी या झटके से खराब होने वाले थे। हामिद ने यह भी कहा कि उसका चिमटा किसी भी खिलौने पर भारी है।

प्रश्न 22: हामिद चिमटा कितने पैसे में खरीदना चाहता था और दुकानदार ने कितने में दिया?

उत्तर: हामिद चिमटा तीन पैसे में लेना चाहता था। दुकानदार ने पहले छह पैसे मांगे, फिर पाँच पर आया और आखिर में तीन पैसे में ही दे दिया।

प्रश्न 23: हामिद चिमटे को कैसे लेकर चला?

उत्तर: हामिद ने चिमटे को बंदूक की तरह कंधे पर रखकर और अकड़ते हुए गर्व से अपने दोस्तों के पास गया।

प्रश्न 24: जब दोस्तों ने हामिद का मजाक उड़ाया तो उसने क्या जवाब दिया?

उत्तर: हामिद ने चिमटे को बहादुर शेर कहकर उसका गुणगान किया। उसने कहा कि यह चिमटा:

  • बंदूक, फकीरों का चिमटा, और मंजीरा बन सकता है।

  • आँधी, पानी, तुफान में भी टिक सकता है।

  • इससे दूसरों के सारे खिलौनों की "जान निकाल दी जा सकती है"

प्रश्न 25: हामिद अपने दोस्तों की चीजों को लेकर क्या कहता है?

उत्तर:

  • सैंजरी को देखकर वह कहता है कि उसका चिमटा चाहे तो उसका पेट फाड़ सकता है।

  • वह सभी दोस्तों के खिलौनों की तुलना में अपने चिमटे को अधिक मज़बूत, टिकाऊ और बहादुर बताता है।

भावार्थ और मूल्य शिक्षण

26. हामिद के व्यवहार से हमें क्या सिखने को मिलता है?

उत्तर:

  • सच्चा त्याग क्या होता है – हामिद ने अपनी खुशी छोड़कर दादी के लिए चिमटा खरीदा।

  • समझदारी और दूरदृष्टि – खिलौनों के बजाय ज़रूरत की चीज़ खरीदी।

  • आत्मगौरव – जब सभी उसका मजाक उड़ाते हैं, वह उनका मुकाबला बुद्धिमानी और आत्मविश्वास से करता है।

प्रश्न 27: हामिद का चिमटा उसके दोस्तों के खिलौनों से कैसे श्रेष्ठ सिद्ध होता है?

उत्तर: हामिद का चिमटा:

  • मजबूत और टिकाऊ है, जबकि दोस्तों के खिलौने मिट्टी के हैं जो टूट सकते हैं।

  • किसी शेर से भी लड़ सकता है, जबकि भिश्ती, सिपाही और वकील डरकर भाग जाते हैं।

  • आग में जलने वाला है, लेकिन हामिद इसे "बहादुरों का काम" बताता है।

प्रश्न 28: जब मोहसिन ने कहा "पानी तो नहीं भर सकता", तब हामिद ने क्या उत्तर दिया?

उत्तर: हामिद ने तुरंत उत्तर दिया कि चिमटा भिश्ती को डाँटकर कहेगा और वह दौड़कर पानी लाकर दरवाज़े पर छिड़क देगा। इस उत्तर से मोहसिन लाजवाब हो गया

प्रश्न 29: महमूद ने हामिद को नीचा दिखाने के लिए क्या तर्क दिया?

उत्तर: महमूद ने कहा कि अगर कोई अपराध हो जाए तो वकील साहब अदालत में छुड़वा देंगे, लेकिन हामिद का चिमटा तो कुछ नहीं कर पाएगा

प्रश्न 30: जब कहा गया कि चिमटा रोज़ आग में जलेगा, तब हामिद ने क्या उत्तर दिया?

उत्तर: हामिद ने गर्व से कहा कि "आग में कूदना बहादुरों का काम है" और उसके चिमटे को रुस्तमें-हिंद कहा। यह उत्तर सुनकर बाकी सब चुप हो गए।

प्रश्न 31: हामिद ने अपने चिमटे की तुलना रुस्तमें हिंद से क्यों की?

उत्तर: हामिद ने चिमटे को बहादुरी, मजबूती और उपयोगिता का प्रतीक बनाया। उसने उसे सभी खिलौनों से अधिक शक्तिशाली और टिकाऊ बताया और कहा कि वह हर परिस्थिति में साथ देगा, इसलिए उसने चिमटे को "रुस्तमें हिंद" कहा।

प्रश्न 32: हामिद ने अपने चिमटे की उपयोगिता को कैसे सिद्ध किया?

उत्तर: हामिद ने तर्क दिया कि उसका चिमटा सिर्फ बावर्चीखाने तक सीमित नहीं है, बल्कि वकील साहब को कुर्सी से पटककर उनका कानून पेट में डाल सकता है। यह तर्क इतना ज़बरदस्त था कि उसके सभी दोस्त चुप रह गए।

प्रश्न 33: 'कानून को पेट में डालने' वाली बात सुनकर लड़कों की क्या प्रतिक्रिया थी?

उत्तर: यह बात इतनी प्रभावशाली और मज़ेदार लगी कि सभी लड़के मुँह ताकते रह गए और हामिद ने मैदान मार लिया

प्रश्न 34: हामिद के दोस्तों ने अपने खिलौने हामिद को क्यों दिए?

उत्तर: हामिद के चिमटे की तारीफों और उसके उपयोग की दलीलों को सुनकर मोहसिन, महमूद और नूरे ने अपने-अपने खिलौने बारी-बारी से हामिद को दिखाने दिए और हामिद का चिमटा अपने हाथ में लेकर देखा।

प्रश्न 35: आखिर में हामिद की चतुराई कैसे सब पर भारी पड़ी?

उत्तर:

  • हामिद ने तीन पैसे में उपयोगी वस्तु खरीदी।

  • उसने अपने तर्कों से सबको चुप कर दिया

  • बाक़ी बच्चों ने तीन-तीन, चार-चार आने खर्च किए, पर वह केवल तीन पैसे में जीत गया।

  • चिमटा टूटने वाला खिलौना नहीं था, इसलिए टिकाऊ और व्यावहारिक वस्तु सिद्ध हुई।

प्रश्न 36: हामिद के तर्कों में कौन-सा मूल्य दर्शाया गया है?

उत्तर: हामिद के तर्कों में बुद्धिमत्ता, आत्मविश्वास, व्यावहारिकता और भावनात्मक समझ का समावेश है। वह केवल अपनी दादी की जरूरत को समझकर अपने निर्णय को सही ठहराता है।

प्रश्न 37: हामिद ने खिलौनों के बारे में क्या कहा और उसने क्या संदेश दिया?

उत्तर: हामिद ने अपने दोस्तों से कहा कि वह सिर्फ मजाक कर रहा था और चिमटा इन खिलौनों से कहीं ज़्यादा उपयोगी और बहुमूल्य है। वह खिलौनों की तुलना में अपने चिमटे को अंततः 'रुस्तमे हिंद' और खिलौनों के 'बादशाह' के रूप में प्रस्तुत करता है। इससे यह संदेश मिलता है कि वस्तु की महत्ता उसकी उपयोगिता से मापी जाती है, न कि केवल दिखावे से।

प्रश्न 38: महमूद ने हामिद को क्या दिया, और क्यों?

उत्तर: महमूद ने हामिद को केले दिए, क्योंकि उसे हामिद के साथ अपनी खुशी और प्रसन्नता साझा करने का मन हुआ। यह हामिद के चिमटे के प्रभाव का परिणाम था, जिससे महमूद ने हामिद को अपने साथियों से अलग महसूस किया और उसे खुशी से शामिल किया

प्रश्न 39: वकील और सिपाही के खिलौनों का क्या हुआ?

उत्तर:

  • वकील के खिलौने को देख कर उसका अंत हास्यास्पद तरीके से हुआ, जब उसके पंखे से हवा लगने पर उसका चोला मिट्टी में मिल गया और उसका मातम हुआ

  • सिपाही का खिलौना भी मजाक का कारण बना जब उसे बेतरतीब तरीके से टोकरी में रखा गया और टोकरी गिर पड़ी, जबकि सिपाही का बंदूक लेकर चलना और सिपाही का 'पुलिस' जैसा अभिनय हंसी का कारण बना।

प्रश्न 40: इस अंश से हमें कौन सा संदेश मिलता है?

उत्तर: इस अंश से यह संदेश मिलता है कि खिलौने केवल बाहरी रूप से आनंद देने वाली वस्तुएं हैं, लेकिन उनकी वास्तविक महत्ता तब होती है जब वे किसी व्यक्ति की ज़रूरत या उपयोगिता से जुड़े होते हैं। हामिद का चिमटा उसकी वास्तविक आवश्यकता से जुड़ा था, इसलिए उसे खिलौनों से कहीं ज़्यादा अहमियत मिली।

प्रश्न 41: हामिद और उसके दोस्तों की सोच में क्या अंतर था?

उत्तर: हामिद और उसके दोस्तों के बीच मुख्य अंतर था कि हामिद की सोच प्रैक्टिकल थी। जबकि उसके दोस्त दिखावे और चकाचौंध में खोए हुए थे, हामिद ने आवश्यकता और उपयोगिता को प्राथमिकता दी। वह खिलौनों के बजाय चिमटे को अपने लिए अधिक मूल्यवान मानता था क्योंकि यह उसे अपनी दादी की मदद के काम आएगा।

प्रश्न 42: हामिद ने चिमटा क्यों खरीदा?

उत्तर: हामिद ने चिमटा अपनी दादी अमीना के लिए खरीदा, क्योंकि वह जानता था कि उसकी दादी के हाथ तवे से जल जाते हैं। इसलिए उसने इसे अपनी दादी के काम आने के उद्देश्य से खरीदा, ताकि उनके हाथ जलने से बच सकें। हामिद की सोच में संवेदनशीलता और दूसरों की मदद करने की भावना थी।

प्रश्न 43: अमीना की प्रतिक्रिया क्या थी जब उसने हामिद के हाथ में चिमटा देखा?

उत्तर: अमीना पहले चौंकी क्योंकि उसे यह उम्मीद नहीं थी कि हामिद एक चिमटा लाएगा। फिर जब उसने हामिद से यह जान लिया कि उसने यह चिमटा तीन पैसे में खरीदा और दादी के लिए लाया है, तो उसका गुस्सा स्नेह में बदल गया। उसने हामिद को प्यार किया और रोने लगी, उसे अपनी संतान की त्याग और सद्भाव पर गर्व हुआ।

प्रश्न 44: हामिद की संवेदनशीलता का क्या महत्व है?

उत्तर: हामिद की संवेदनशीलता से यह साबित होता है कि एक छोटे से बच्चे की सोच कितनी गहरी हो सकती है। उसने खुद के लिए खिलौने या मिठाइयाँ नहीं खरीदीं, बल्कि अपने परिवार के सदस्य की ज़रूरतों का ख्याल रखा। यह त्याग और दयालुता का प्रतीक है, और हमें यह सिखाता है कि वास्तविक खुशियाँ दूसरों की मदद करने और उनका ख्याल रखने में होती हैं, न कि केवल खुद को खुश करने में।

प्रश्न 45: अमीना के आंसू क्यों थे और वे कैसे बदल गए?

उत्तर: अमीना के आंसू हंसते हुए प्यार में बदल गए क्योंकि उसे हामिद की संवेदनशीलता और त्याग का अहसास हुआ। उसे यह महसूस हुआ कि हामिद ने अपने नन्हे से दिल में अपनी दादी के लिए प्यार और चिंता रखी थी, और यह भावनाएँ उसकी माँ की तरह उसके दिल को छू गईं।

प्रश्न 46: इस अंश से क्या शिक्षा मिलती है?

उत्तर: इस अंश से हमें यह सीखने को मिलता है कि त्याग और चिंता दूसरों के लिए सबसे बड़ी भावना होती है। हमें यह समझना चाहिए कि वास्तविक सुख दूसरों के लिए कुछ अच्छा करने में होता है, न कि अपनी इच्छाओं को पूरा करने में। हामिद ने अपनी खुशी को छोड़कर अपनी दादी के लिए कुछ किया, जो हमें दया और संवेदनशीलता का अहसास कराता है।

Priyanka Das