Chapter 9
एक माँ की बेबसी
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1.कविता "एक माँ की बेबसी" का भावार्थ क्या है?
उत्तर:कविता में एक माँ की कठिनाइयों और उसकी बेबसी को व्यक्त किया गया है। वह अपने बच्चे के लिए हर संभव प्रयास करती है, लेकिन समाज और समय की कड़ी सच्चाइयों के सामने उसकी बेबसी प्रकट होती है।
2. कविता को पढ़ने का सही तरीका क्या है?
उत्तर:कविता को धीरे-धीरे और ध्यानपूर्वक पढ़ने की आवश्यकता है। इसे समय देने से कविता के अर्थ और भावनाओं को पूरी तरह से महसूस किया जा सकता है।
3. कविता पढ़ने के बाद क्या असर होता है?
उत्तर: कविता पढ़ने के बाद हमें बचपन, माँ और जीवन के संघर्षों से जुड़ी यादें और भावनाएँ महसूस होती हैं। कभी-कभी कविता को बार-बार पढ़ने पर इसका वास्तविक अर्थ सामने आता है, जो पहले समझ में नहीं आता था।
4. क्या यह जरूरी है कि कविता पहली बार में पूरी तरह समझ में आ जाए?
उत्तर: नहीं, यह जरूरी नहीं है। कविता धीरे-धीरे समझ में आती है और कभी-कभी यह हमारे जीवन के किसी खास पल में अपने अर्थ को और गहराई से व्यक्त करती है।
5. कविता "रतन" में रतन के बारे में क्या बताया गया है?
उत्तर: रतन एक ऐसा बच्चा था जो बोल नहीं सकता था। वह बच्चों के साथ खेलता था, लेकिन उसकी घबराहट और आँखों में छिपी बेबसी को बच्चे ठीक से नहीं समझ पाते थे। वह एक टूटे खिलौने की तरह था, जो शारीरिक रूप से बच्चों जैसा ही था लेकिन मानसिक रूप से उससे भिन्न था।
6. रतन की माँ की स्थिति क्या थी, जैसा कवि ने बताया है?
उत्तर: रतन की माँ हमेशा अपने बेटे को खेलते हुए देखती रहती थी। वह अपने बेटे की बेबसी और उसके साथ के संघर्षों को महसूस करती थी, लेकिन बोल न पाने के कारण वह अपनी भावनाओं को पूरी तरह से व्यक्त नहीं कर पाती थी। कवि ने उसकी माँ की आँखों में झलकती बेबसी को महसूस किया है।
7. कविता का केंद्रीय विचार क्या है?
उत्तर: कविता का केंद्रीय विचार यह है कि कुछ बच्चे शारीरिक और मानसिक दृष्टि से समाज के बाकी बच्चों से अलग होते हैं। फिर भी वे खेलते हैं, हंसते हैं और जीवन जीने की कोशिश करते हैं। लेकिन उनके साथ जुड़ी बेबसी और उन पर दिखती घबराहट को समझना हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
8. कविता में बच्चों की प्रतिक्रिया रतन के प्रति क्या थी?
उत्तर: बच्चों को रतन के साथ खेलने में घबराहट महसूस होती थी क्योंकि वे उसकी स्थिति को समझ नहीं पाते थे। उनका उसे एक अजूबा मानना और उसकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को न समझ पाना, एक महत्वपूर्ण संवेदनात्मक पहलू है जो कविता में व्यक्त किया गया है।
9. कविता पढ़ने के बाद कवि के मन में क्या विचार आते हैं?
उत्तर: कवि ने अपनी कविता में यह व्यक्त किया कि जैसे-जैसे वह बड़ी उम्र में आता गया, उसे रतन की माँ की बेबसी और उसकी स्थिति को समझने में ज्यादा मदद मिली। वह अब रतन के बजाय उसकी माँ की आँखों में छिपी बेबसी को महसूस करता है, जो पहले नहीं समझ पाया था।
10. यह बच्चा कवि के पड़ोस में रहता था, फिर भी कविता 'अदृश्य पड़ोस' से शुरू होती है। इसके कई अर्थ हो सकते हैं, जैसे:
(क) कवि को मालूम नहीं था कि यह बच्चा ठीक-ठीक किस घर में रहता था।
उत्तर: यह एक संभावित अर्थ है क्योंकि कवि ने कहा है कि रतन बोल नहीं सकता था और वह अजनबी सा था। शायद वह बच्चा पड़ोस में रहते हुए भी सही मायने में पड़ोसियों से जुड़ा नहीं था, क्योंकि बच्चों की दुनिया में भाषा और संवाद का बड़ा महत्व होता है। रतन की मौन स्थिति के कारण शायद उसकी पहचान या स्थान अस्पष्ट था।
(ख) पड़ोस में रहने वाले बाकी बच्चे एक-दूसरे से बातें करते थे, पर यह बच्चा बोल नहीं पाता था, इसलिए पड़ोसी होने के बावजूद वह दूसरे बच्चों के लिए अनजाना था।
उत्तर: यह भी एक सही अर्थ हो सकता है। रतन बोल नहीं पाता था और इसलिए अन्य बच्चों के लिए वह एक 'अजनबी' सा था, जिससे वे अधिक जुड़ नहीं पाते थे, फिर भी वह पास ही रहता था। इस कारण उसे 'अदृश्य पड़ोस' कहा गया है।
11. सही अर्थ क्या है?
उत्तर: मुझे लगता है कि (ख) अधिक सही है, क्योंकि रतन का मौन उसके और अन्य बच्चों के बीच संवाद की बाधा बन जाता है, जिससे वह असल में पड़ोस में रहते हुए भी अनजाना सा महसूस होता है।
12. क्या कोई और अर्थ हो सकता है?
उत्तर:हां, एक और संभावित अर्थ यह हो सकता है कि रतन अपनी मानसिक या शारीरिक स्थिति के कारण एक तरह से सामाजिक रूप से 'अदृश्य' था, क्योंकि वह बच्चों के सामान्य संवाद से बाहर था और उसका स्थान सामाजिक या भावनात्मक रूप से छिपा हुआ था।
13. 'अंदर की छटपटाहट' उसकी आँखों में किस रूप में प्रकट होती थी?
उत्तर:यह कविता में रतन की आँखों में दिखती छटपटाहट को समझने की कोशिश है। रतन बोल नहीं सकता था, तो उसकी घबराहट उसकी आँखों से ही प्रकट होती थी।
(ख) डर के रूप में
उत्तर: रतन की आँखों में छिपी हुई घबराहट और डर उसकी मानसिक स्थिति को व्यक्त करती है। उसकी भयभीत आँखें उसके अंदर की बेचैनी और असमर्थता को दिखाती थीं। उसे अपना आंतरिक संवाद और भावना व्यक्त करने में कठिनाई हो रही थी, जो डर और छटपटाहट के रूप में प्रकट हो रही थी।
14. नीचे लिखी भावनाएँ कब या कहाँ महसूस होती हैं?
(क) छटपटाहट
उत्तर: यह तब महसूस होती है जब किसी चीज़ को पाने की इच्छा हो लेकिन वह तुरंत न मिल सके। उदाहरण के तौर पर, भूख लगी हो, लेकिन खाना तैयार न हो, या स्कूल की छुट्टी हो, लेकिन घर पर कोई प्रिय मेहमान आने वाला हो।
(ख) घबराहट
उत्तर: यह तब महसूस होती है जब किसी बात की आशंका हो। उदाहरण के तौर पर, अंधेरा होने वाला हो और हम घर से दूर हों, या समय कम हो और हमें कोई काम पूरा करना हो, जैसे परीक्षा में।
15. जो बच्चा बोल नहीं सकता, वह किस-किस बात की आशंका से 'घबराहट' महसूस कर सकता है?
उत्तर: रतन जैसा बच्चा, जो बोल नहीं सकता, समाज में समझने की कमी और संवेदनाओं को व्यक्त करने में असमर्थता के कारण घबराहट महसूस कर सकता है। उदाहरण के लिए:
जब वह अपनी माँ या अन्य बच्चों से अपने विचार और इच्छाएँ सही तरीके से व्यक्त नहीं कर पाता, तो उसे वह घबराहट महसूस हो सकती है कि लोग उसे ठीक से समझ नहीं पा रहे हैं।
जब वह किसी सामाजिक स्थिति में होता, जैसे खेल के दौरान, और उसे महसूस होता कि लोग उसकी भावनाओं को नहीं समझ रहे, तो भी वह घबराहट महसूस कर सकता है।
16. "थोड़ा घबराते भी थे हम उससे, क्योंकि समझ नहीं पाते थे उसकी घबराहटों को"
उत्तर: रतन की घबराहट के बारे में सोचते हुए हम समझ सकते हैं कि वह क्या सोचकर घबराता होगा। रतन बोल नहीं सकता था, और जब वह अपनी भावनाएँ व्यक्त नहीं कर पाता, तो वह डर और घबराहट महसूस करता था। यह घबराहट उसके मन में अपनी स्थिति को लेकर, समाज से जुड़ने की कोशिश, या अपनी माँ से अलग होने की डर से हो सकती थी।
17. रतन क्या सोचकर घबराता होगा?
उत्तर: रतन सोचता होगा कि लोग उसे समझ नहीं पा रहे, वह अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त नहीं कर पा रहा। उसे यह भी घबराहट हो सकती थी कि लोग उसे ‘अजनबी’ या ‘अजीब’ मानते होंगे क्योंकि वह अन्य बच्चों से भिन्न था।
18. अपने दोस्तों से पूछकर पता करो, कौन क्या सोचकर और किस काम को करने में घबराता है। कारण भी पता करो।
दोस्त/सहेली का नाम | किस बात से घबराता है? | घबराने का कारण |
---|---|---|
सोनू | परीक्षा में | समझ में नहीं आता कि क्या पूछेंगे |
प्रीति | नए लोगों से मिलते समय | यह सोचकर कि लोग क्या सोचेंगे |
अनिल | खेल में हारने से | यह डर कि उसे सब देख रहे होंगे |
नमिता | नई जगह पर जाने से | यह डर कि रास्ता खो जाएगी |
19. 'बेबस' शब्द 'बे' और 'वश' को जोड़कर बना है। यहाँ बे का अर्थ 'बिना' है। नीचे दिए शब्दों में यही 'वे' छिपा है। इस सूची में तुम और कितने शब्द जोड़ सकती हो?
शब्द |
---|
बेजान |
बेचैन |
बेसहारा |
बेहिसाब |
बेखबर |
बेअसर |
बेमन |
20. 'कवि ने इस बच्चे को 'टूटे खिलौने' की तरह बताया है। जब कोई खिलौना टूट जाता है तो वह उस तरह से काम नहीं कर पाता जिस तरह से पहले करता था। संदर्भ के अनुसार खाली स्थान भरो।
खिलौना | टूटने का कारण | नतीजा |
---|---|---|
गाड़ी | पहिया निकल जाने पर | चल नहीं पाती |
गुड़िया | हाथ टूट जाने पर | सही से बैठ नहीं पाती |
गेंद | सीटी निकल जाने पर | अच्छे से नहीं उछलती |
जोकर | चाबी निकल जाने पर | क्रीड़ा नहीं कर पाता |
21. "बेबस" शब्द 'बे' और 'वश' को जोड़कर बना है। यहाँ 'बे' का अर्थ 'बिना' है।
उत्तर: यह शब्दों में छिपा 'बे' को पहचानने का अच्छा तरीका है। हम कुछ और शब्द जोड़ सकते हैं, जैसे:
-
बेजान
-
बेहिसाब
-
बेइमानी
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बेचारा
22. इस कविता में देखने से संबंधित कई शब्द आए हैं। ऐसे छह शब्द छाँटकर लिखो।
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निहारना
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देखना
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झलकना
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घूरना
-
दृष्टि
-
नज़र
23. "माँ की आँखों में झलकती उसकी बेबसी"
आँखें बहुत कुछ कहती हैं। वे तरह-तरह के भाव लिए हुए होती हैं। नीचे कुछ आँखों के वर्णन दिए गए हैं। इनमें से कौन-सी नज़रें तुम पहचानते हो?
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आशा भरी आँखें: ये आँखें तब होती हैं जब किसी को किसी चीज़ की उम्मीद होती है, जैसे किसी प्रिय व्यक्ति से मिलने की उम्मीद।
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गुस्से वाली आँखें: ये आँखें तब होती हैं जब कोई व्यक्ति गुस्से में हो, जैसे किसी से नाराजगी की स्थिति में।
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दुख भरी आँखें: जब कोई व्यक्ति दुख या ग़म में डूबा हो, तब उसकी आँखों में दर्द और तन्हाई दिखती है।
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निराश आँखें: ये आँखें तब होती हैं जब किसी की उम्मीद टूट जाती है, जैसे किसी के प्रयत्नों का परिणाम न मिले।
24. रतन को माँ की आँखों में किस तरह की बेबसी झलकती होगी?
उत्तर: रतन को माँ की आँखों में बेबस और दुखी स्थिति झलकती होगी। माँ की आँखों में साहस और समर्थन की कमी दिखाई देती होगी, क्योंकि वह अपने बेटे की मदद करने में असमर्थ होती थी। वह चाहती होगी कि उसका बच्चा सामान्य हो, लेकिन वह उसकी स्थिति को बदल नहीं सकती, और यह बेबसी उसकी आँखों में झलकती रही होगी।
25. अपनी माँ के बारे में सोचते हुए नीचे लिखे वाक्यों को पूरे करो:
उत्तर: (क) मेरी माँ बहुत खुश होती हैं जब मैं अच्छे अंक लाती हूँ।
(ख) माँ मुझे इसलिए डाँटती हैं, क्योंकि मैं कभी-कभी पढ़ाई में ध्यान नहीं देती।
(ग) मैं माँ से हमेशा प्यार करती हूँ, क्योंकि वह मुझे हमेशा समझती हैं।
(घ) माँ उस समय बहुत बेबस हो जाती हैं जब मैं किसी समस्या में होती हूँ और मैं उसे बताती नहीं।
(ङ) मैं चाहती/ता हूँ कि मेरी माँ हमेशा खुश रहें और स्वस्थ रहें।
26. नीचे आँखों से जुड़े कुछ मुहावरे दिए गए हैं। तुम इनका प्रयोग किन संदर्भों में करोगे?
मुहावरा | प्रयोग का संदर्भ |
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आँख दिखाना | जब कोई किसी को धमकी देता है या गुस्से में होता है। उदाहरण: "तुमने मुझे आँख दिखाई, मुझे अच्छा नहीं लगा।" |
नज़र चुराना | किसी से नजरें बचाकर निकलना या छिपकर कुछ करना। उदाहरण: "उसने गुपचुप से नज़र चुराकर किताब उठा ली।" |
नज़रें फेर लेना | किसी से आँखों का संपर्क बचाना या मुंह मोड़ना। उदाहरण: "जब वह आया, तो मैंने अपनी नज़रें फेर लीं।" |
आँख पर पर्दा पड़ना | किसी की स्थिति में अचानक कोई बदलाव आना, विशेषकर जब व्यक्ति की स्थिति कठिन हो। उदाहरण: "उसके बाद आँख पर पर्दा पड़ गया, उसे समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ।" |
आँख का तारा | कोई प्रिय व्यक्ति, विशेषकर संतान या बच्चा। उदाहरण: "उसकी माँ उसे आँख का तारा मानती है।" |