Chapter 11
चावल की रोटियाँ
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प्रश्न: कोको ने चावल की रोटियाँ देखकर क्या प्रतिक्रिया दी?
उत्तर: कोको ने चावल की रोटियाँ देखकर खुशी जाहिर की और कहा, "आहा... मज़ा आ गया। चावल की रोटियाँ। मेरी मनपसंद चीज़।"
प्रश्न: कोको रोटियों को किससे छिपाने की कोशिश करता है और क्यों?
उत्तर: कोको रोटियाँ नीनी से छिपाने की कोशिश करता है क्योंकि वह जानता है कि नीनी उसे रोटियाँ मांगेगा। वह उन्हें रेडियो के पीछे छिपाने की कोशिश करता है।
प्रश्न: नीनी कोको के घर क्यों आता है?
उत्तर: नीनी कोको के घर रेडियो पर परीक्षा के बारे में विशेष सूचना सुनने के लिए आता है, क्योंकि उसका खुद का रेडियो खराब है।
प्रश्न: कोको ने नीनी को क्यों देर से दरवाजा खोला?
उत्तर: कोको ने नीनी को देर से दरवाजा खोला क्योंकि वह रोटियाँ खा रहा था और फिर मुँह धोने के लिए चला गया था।
प्रश्न: कोको ने नीनी को रेडियो के बारे में क्या चेतावनी दी?
उत्तर: कोको ने नीनी को चेतावनी दी कि रेडियो को छूने से करंट लगेगा, और उसे उसे छूने से मना किया।
प्रश्न: नीनी कोको के घर क्यों जाने वाला था और उसने क्या निर्णय लिया?
उत्तर: नीनी कोको के घर परीक्षा की खबर सुनने के लिए जाने वाला था, लेकिन कोको ने उसे बताया कि रेडियो खराब है, इसलिए नीनी ने तिन सू के घर जाने का फैसला किया।
प्रश्न: कोको को मिमि के आने से क्यों डर लगता है?
उत्तर: कोको को डर है कि मिमि रोटियाँ माँग सकती है और वह रोटियाँ ढूँढने के लिए कमरे की तलाशी लेगी, इसलिए वह उन्हें छिपाने की कोशिश करता है।
प्रश्न: कोको ने मिमि को दरवाजा क्यों देर से खोला?
उत्तर: कोको ने दरवाजा देर से खोला क्योंकि वह रोटियाँ छिपाने की कोशिश कर रहा था और मिमि को नहीं चाहता था कि वह रोटियाँ देखे।
प्रश्न: कोको ने मिमि से क्या कहा जब उसने चावल की रोटियों के बारे में पूछा?
उत्तर: कोको ने मिमि से कहा, "चावल की रोटियाँ? हाँ थीं तो। लेकिन मैंने सब खा लीं।"
प्रश्न: मिमि ने कोको के लिए क्या लाकर दिया था और उसने कैसे प्रतिक्रिया दी?
उत्तर: मिमि ने कोको के लिए केले के पापड़ लाए थे और कहा कि वह चार पापड़ लाए हैं, दो कोको के लिए और दो अपने लिए। कोको ने पापड़ों को देखकर कहा कि उसने बड़ी गलती की, जो उसने कहा कि उसका पेट भर गया है।
प्रश्न: कोको ने मिमि से यह क्यों कहा कि उसका पेट भर चुका है?
उत्तर: कोको ने मिमि से यह कहा ताकि वह पापड़ों को उससे न माँगे, लेकिन वह समझता था कि मिमि शायद दो पापड़ कोको के लिए छोड़ देगी।
प्रश्न: मिमि पापड़ कैसे परोस रही थी?
उत्तर: मिमि पापड़ निकालकर उन्हें तश्तरी में रख रही थी और वह कोको को बता रही थी कि पापड़ गरमागरम और स्वादिष्ट हैं।
प्रश्न: कोको ने मिमि से चाय क्यों नहीं पियी?
उत्तर: कोको ने मिमि से कहा कि वह चाय नहीं पिएगा क्योंकि उसका पेट भरा हुआ है।
प्रश्न: कोको ने अपनी भूख को छिपाने के लिए क्या किया?
उत्तर: कोको ने मिमि से यह कहा कि उसका पेट भरा हुआ है, जबकि असल में उसका पेट भूख से गड़गड़ाहट कर रहा था। वह भगवान से प्रार्थना करता है कि मिमि को यह आवाज़ न सुनाई दे।
प्रश्न: कोको ने हल्की सी गड़गड़ाहट की आवाज़ को किससे जोड़ा?
उत्तर: कोको ने हल्की सी गड़गड़ाहट की आवाज़ को घर में घुसे चूहे से जोड़ा और बताया कि यह आवाज़ वही करता है।
प्रश्न: तिन सू कोको के घर क्यों आया था?
उत्तर: तिन सू कोको के घर गेंदे के फूलों का गुच्छा लेकर आया था और उसने कोको से पूछा कि क्या उसकी तबियत ठीक है।
प्रश्न: मिमि ने तिन सू के आने पर क्या किया?
उत्तर: मिमि ने तिन सू को दरवाजा खोला और उसे मेज़ पर बैठने के लिए बुलाया। वह कोको से कहती है कि उसका पेट भरा हुआ है, इसलिए उसे आराम से बैठना चाहिए।
प्रश्न: मिमि ने तिन सू को पापड़ क्यों दिए?
उत्तर: मिमि ने तिन सू को पापड़ इसलिए दिए क्योंकि कोको का पेट भरा हुआ था, और मिमि चाहती थी कि तिन सू पापड़ खाकर आनंद लें।
प्रश्न: तिन सू ने मिमि के पापड़ों के बारे में क्या कहा?
उत्तर: तिन सू ने कहा, "तुम्हारी माँ गाँव में सबसे बढ़िया पापड़ बनाती है," और पापड़ का स्वाद चखते हुए खुशी जाहिर की।
प्रश्न: तिन सू ने पापड़ खत्म करने के बाद क्या कहा?
उत्तर: तिन सू ने मिमि से कहा कि उसके लिए एक ही पापड़ काफी है, लेकिन मिमि ने उसे आधा और लेने के लिए प्रेरित किया।
प्रश्न:तिन सू और मिमि ने कोको के बारे में क्या टिप्पणी की?
उत्तर: तिन सू और मिमि ने सुनी हुई गड़गड़ाहट की आवाज़ को लेकर बात की और तिन सू ने कहा कि उसे ऐसा लगा जैसे किसी का पेट भूख से गड़गड़ा रहा हो।
प्रश्न: मिमि ने तिन सू को फूलों के बारे में क्या बताया?
उत्तर: मिमि ने तिन सू को बताया कि उसकी माँ ने कोको की माँ के लिए एक फूलदान खरीदा था और वह फूल उसी फूलदान में रखने के लिए भेजे गए थे।
प्रश्न: कोको ने मिमि को फूलों के बारे में क्या बताया?
उत्तर: कोको ने मिमि से कहा कि उसकी माँ को इस खास फूल से एलर्जी है, और जब भी वह यह फूल देखती हैं, उनके शरीर पर फुंसियाँ निकल आती हैं।
प्रश्न: उ बा तुन चाचा किसलिए आए थे?
उत्तर: उ बा तुन चाचा फूलदान लेकर आए थे। वे दुकान के प्रबंधक थे और मिमि के घर चाय पीने के लिए आए थे।
प्रश्न: उ बा तुन ने चाय के बारे में क्या कहा?
उत्तर: उ बा तुन ने चाय पीने के बाद कहा, "क्या मज़ेदार चाय है। खुशबूदार ताज़गी लाने वाली।"
प्रश्न: तिन सू ने उ बा तुन से क्या पूछा?
उत्तर: तिन सू ने उ बा तुन से पूछा कि क्या उन्होंने नाश्ता कर लिया है।
प्रश्न: मिमि ने उ बा तुन को क्या ऑफ़र किया?
उत्तर: मिमि ने उ बा तुन को चाय ऑफ़र की और चाय के कप में चाय डालकर उन्हें दी।
प्रश्न: उ बा तुन ने चाय के बारे में क्या कहा?
उत्तर: उ बा तुन ने कहा कि वह चाय की दुकान पर क्यों जाएं, जब उनके पास पापड़ और चाय है। इसके बाद उन्होंने चाय की तारीफ की।
प्रश्न: उ बा तुन ने नीला फूलदान क्यों लाया?
उत्तर: उ बा तुन ने कहा कि कोको की माँ ने जो गुलाबी फूलदान लिया था, उसका बदला उन्होंने नीले फूलदान से किया है। वह यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि कोको की माँ को वह फूलदान पसंद आए।
प्रश्न: कोको ने उ बा तुन से क्या कहा?
उत्तर: कोको ने उ बा तुन से कहा, "गुडबाई चाचा," और मन ही मन अपनी चावल की रोटियों को अलविदा कहा, क्योंकि अब उसे रोटियाँ नहीं मिल रही थीं।
प्रश्न: मिमि और तिन सू ने उ बा तुन को क्या कहा?
उत्तर: मिमि और तिन सू ने भी उ बा तुन से "गुडबाई चाचा" कहा, और उनका सम्मान व्यक्त किया।
प्रश्न: उ बा तुन ने पापड़ों के बारे में क्या कहा?
उत्तर: उ बा तुन ने पापड़ों की तारीफ की और कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लगा। उन्होंने अपने पेट की भूख को शांत किया और चाय के साथ पापड़ खाए।
प्रश्न: क्या आपने कभी कुछ छिपाया है या छिपाने की कोशिश की है? उस समय क्या हुआ था?
उत्तर:
हाँ, एक बार मैंने अपने दोस्त से उसका पसंदीदा चॉकलेट छिपा लिया था ताकि मैं उसे बाद में उपहार के रूप में दे सकूँ। लेकिन जब वह मुझे देखकर उदास हुआ, तो मुझे एहसास हुआ कि किसी को छिपाना सही नहीं है। मैंने उसे चॉकलेट दे दिया और माफी मांगी। इस अनुभव से मैंने सीखा कि कभी भी किसी से कुछ छिपाना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे रिश्तों में गलतफहमियाँ पैदा हो सकती हैं।
प्रश्न: क्या तुम्हें कहानी पढ़कर ऐसा लगता है कि एक झूठ बोलने के लिए सौ झूठ बोलने पड़ते हैं?
उत्तर:
हां, यह बात सही लगती है। नाटक में कोको को अपनी चावल की रोटियाँ छिपाने के लिए कई झूठ बोलने पड़े। शुरुआत में उसने कहा कि उसका पेट भरा हुआ है, फिर उसने फूलदान की बात की, और अंत में उ बा तुन के आने पर उसने झूठ बोला कि वह ठीक है। यही दिखाता है कि एक झूठ को छुपाने के लिए कई और झूठ बोलने पड़ते हैं, और अंततः सच सामने आ ही जाता है। इस प्रकार, झूठ बोलने का परिणाम नकारात्मक हो सकता है, क्योंकि झूठ को छिपाने के लिए अधिक झूठ बोलने की जरूरत पड़ती है, जो बाद में मुश्किलें पैदा कर सकते हैं।