कृषि



1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

(i) कृषि क्या है?
उत्तर: कृषि एक प्राथमिक गतिविधि है, जिसमें फसलें, फल, सब्जियाँ, फूल उगाना और पशुपालन करना शामिल है। यह प्राकृतिक संसाधनों के सीधे दोहन और उत्पादन से जुड़ी होती है।

(ii) कृषि को प्रभावित करने वाले कारकों के नाम बताइए।
उत्तर: कृषि को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक हैं – मिट्टी, जलवायु, स्थलाकृति, जनसंख्या और सिंचाई की सुविधा।

(iii) स्थानान्तरित कृषि क्या है? इसके क्या नुकसान हैं?
उत्तर: स्थानान्तरित कृषि, जिसे झूम खेती या स्लैश एंड बर्न खेती भी कहते हैं, एक पारंपरिक कृषि प्रणाली है जिसमें जंगलों को काटकर और जलाकर खेती की जाती है। कुछ समय बाद भूमि की उर्वरता घट जाने पर किसान अन्य स्थान पर चले जाते हैं।

नुकसान:

  • वनों की कटाई बढ़ती है।

  • भूमि की उर्वरता घटती है।

  • मृदा अपरदन होता है।

  • वायु प्रदूषण होता है।

  • फसल उत्पादन सीमित होता है।

(iv) बागानी कृषि क्या है?
उत्तर: बागानी कृषि एक व्यावसायिक खेती है जिसमें चाय, कॉफ़ी, गन्ना, रबर, केला, काजू, कपास आदि की एकल फसलें उगाई जाती हैं। इसमें अधिक पूँजी और श्रम की आवश्यकता होती है और उत्पादन का प्रसंस्करण खेत में या नज़दीकी कारखानों में होता है। यह खेती मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में की जाती है।

(v) रेशा फसलों के नाम बताइए तथा उनकी वृद्धि के लिए आवश्यक जलवायु परिस्थितियों का नाम बताइए।
उत्तर: प्रमुख रेशा फसलें हैं – जूट और कपास।
जूट के लिए – उच्च तापमान, भारी वर्षा और अधिक आर्द्रता आवश्यक होती है।
कपास के लिए – उच्च तापमान, हल्की वर्षा और धूप की आवश्यकता होती है।

2. सही उत्तर पर निशान लगाएँ।

(i) बागवानी का अर्थ है –
(क) फलों और सब्जियों की खेती
सही उत्तर: (क) फलों और सब्जियों की खेती

(ii) गोल्डन फाइबर से तात्पर्य है –
(ग) जूट
सही उत्तर: (ग) जूट

(iii) कॉफी के अग्रणी उत्पादक –
(अ) ब्राज़ील
सही उत्तर: (अ) ब्राज़ील

3. कारण बताइए।

(i) भारत में कृषि एक प्राथमिक गतिविधि है।
उत्तर: भारत में कृषि एक प्राथमिक गतिविधि है क्योंकि यह सीधे प्राकृतिक संसाधनों जैसे भूमि और जल पर आधारित है। भारत की अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है और यह मुख्य रूप से आजीविका का साधन है।

(ii) विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न फसलें उगाई जाती हैं।
उत्तर: अलग-अलग क्षेत्रों में जलवायु, मिट्टी, तापमान, वर्षा आदि भिन्न होते हैं। इन प्राकृतिक और सामाजिक कारकों के आधार पर हर क्षेत्र में अलग प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं।

4. निम्नलिखित के बीच अंतर बताइए।

(i) प्राथमिक गतिविधियाँ और तृतीयक गतिविधियाँ
उत्तर: प्राथमिक गतिविधियाँ वे होती हैं जो प्राकृतिक संसाधनों से सीधा जुड़ी होती हैं जैसे – कृषि, मत्स्य पालन, खनन।
तृतीयक गतिविधियाँ सेवा आधारित होती हैं, जैसे – परिवहन, बैंकिंग, शिक्षा, चिकित्सा आदि, जो अन्य क्षेत्रों की गतिविधियों को सहयोग देती हैं।

(ii) निर्वाह खेती और गहन खेती।
उत्तर: निर्वाह खेती वह खेती होती है जिसमें किसान केवल अपने परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए फसलें उगाते हैं। इसमें कम तकनीक और पारंपरिक औज़ारों का उपयोग होता है।
गहन निर्वाह खेती में किसान छोटे भू-भाग पर अधिक श्रम और साधनों का उपयोग करके ज़्यादा उत्पादन करने की कोशिश करते हैं। यह कृषि घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रचलित है।