Chapter 2

                                                             ईदगाह


पाठ से

प्रश्न 1. ईद के दिन अमीना क्यों उदास थी?

उत्तर: ईद के दिन अमीना उदास इसलिए थी क्योंकि उनका परिवार बहुत गरीब था और उनके घर में खाने-पीने का सामान बिल्कुल नहीं था। इसके अलावा, उनका भाई हामीद को अकेले ही ईदगाह तीन कोश दूर जाना था, जिससे अमीना और भी चिंतित थी।

प्रश्न 2. हामीद मिठाई या खिलौने के बदले चिमटा पसन्द करता है। क्यों ?

उत्तर: बचपन में गरीबी के कारण हामीद को वयस्कों की तरह सोचने की आदत थी। उसे यह महसूस हुआ कि मिठाई केवल क्षणिक खुशी देंगी और मिट्टी के खिलौने जल्दी टूट जाएंगे। वहीं, चिमटा लंबे समय तक उपयोगी रहेगा क्योंकि इससे दादी रोटी सेंकने में मदद पाएंगी और उनकी उंगलियाँ नहीं जलेगी। इसीलिए हामीद ने चिमटा को चुना।

प्रश्न 3. मेला जाने से पहले हामीद दादी से क्या कहता है ?

उत्तर: मेला जाने से पहले हामीद दादी से कहता है, “डरना मत अम्मा, मैं जल्दी ही वापस आ जाऊंगा। बिल्कुल चिंता मत करो।”

प्रश्न 4. मेले में चिमटा खरीदने से पहले हामीद के मन में कौन-कौन से विचार आए? वर्णन कीजिए।

उत्तर: मेले में चिमटा खरीदने से पहले हामीद के मन में कई विचार आए। वह सोच रहा था कि मिट्टी के बने खिलौने बहुत आकर्षक हैं और उनकी कीमत सिर्फ दो पैसे है, लेकिन वे हाथ से छूटने पर टूट जाएंगे और पानी पड़ने पर रंग भी धुल जाएगा। इसके बाद उसने लोहे की दुकान पर चिमटा देखा और सोचा कि अगर वह यह चिमटा ले आएगा तो दादी बहुत खुश होंगी, क्योंकि अब रोटी सेंकते समय उनकी उंगलियाँ नहीं जलेंगी।

प्रश्न 5. हामीद ने चिमटे को किन-किन रूपों में उपयोग करने की बात कही है?

उत्तर: हामीद ने चिमटे को विभिन्न रूपों में उपयोग करने की कल्पना की। उसने सोचा कि इसे बंदूक, फकीरों के चिमटे, मंजीरे और खिलौनों को जान निकालने वाले हथियार के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

प्रश्न 6. ईदगाह कहानी आपको कैसी लगती है ? इसकी मुख्य विशेषता बताइए।

उत्तर: ‘ईदगाह’ कहानी बहुत ही रोचक और शिक्षाप्रद है। इसकी मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

  • यह बाल-मनोविज्ञान पर आधारित है और बच्चों के विचारों को उजागर करती है।

  • गरीबी में बच्चे वयस्कों की तरह सोचने लगते हैं, इसका सुंदर चित्रण किया गया है।

  • कहानी यह दर्शाती है कि कठिन परिस्थितियाँ बच्चों को परिपक्व बनाती हैं।

  • इसमें मुहावरों और सरल भाषा का प्रयोग कहानी को और आकर्षक बनाता है।

  • जटिल शब्दों का प्रयोग नहीं है, इसलिए छात्र इसे आसानी से समझ सकते हैं।

  • यह कहानी सुखांत के साथ समाप्त होती है, जो पाठक को संतोष प्रदान करती है।

प्रश्न 7. चिमटा देखकर अमीना के मन में कैसा भाव जगा?

उत्तर: चिमटा देखकर अमीना के मन में पहले दो तरह के विचार आए। उसे लगा कि हामीद बेवकूफ है क्योंकि उसने न खाने के लिए कुछ लिया, न पीने के लिए और न ही कोई खिलौना। लेकिन जब हामीद ने समझाया कि उसने चिमटा इसलिए लिया ताकि दादी की उंगलियाँ रोटी सेंकते समय न जलें, तो अमीना ने उसकी सोच को समझा और उसके प्रति सम्मान और सराहना का भाव जागा।

प्रश्न 8. ईदगाह कहानी की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।

उत्तर: कहानी में गरीबी के कारण बच्चों की मानसिकता पर गहरा प्रभाव दिखाया गया है। हमीद जैसे बच्चे छोटी उम्र में ही वयस्कों जैसी सोच विकसित कर लेते हैं। उन्हें लगता है कि क्षणिक आनंद देने वाली चीज़ें जैसे मिठाई या खिलौने महत्वहीन हैं, जबकि व्यावहारिक और लंबे समय तक उपयोगी चीज़ें, जैसे चिमटा, अधिक मूल्यवान हैं। इससे पता चलता है कि कठिन परिस्थितियाँ बच्चों को परिपक्व बनाती हैं और उनके निर्णयों में व्यावहारिकता आती है।

प्रश्न 9. निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और उसके आधार पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

(क) नमाज खत्म होने के बाद लोग क्या कर रहे थे ?

उत्तर: नमाज खत्म होने के बाद लोग आपस में गले मिल रहे थे।

(ख) दुकानों में किस-किस तरह के खिलौने थे?

उत्तर: दुकानों में मिट्टी के बने विभिन्न खिलौने थे जैसे- सिपाही, वकील, राजा, साधु, भिश्ती आदि।

(ग) वे खिलौने किस चीज के बने थे?

उत्तर: वे खिलौने मिट्टी के बने थे।

(घ) महमूद, मोहसिन और नूर ने कौन-कौन से खिलौने खरीदे ?

उत्तर: महमूद ने सिपाही खरीदा, मोहसिन ने भिश्ती खरीदा और नूर ने वकील को खरीदा।

(ङ) परिच्छेद में सिपाही, भिश्ती और वकील के हुलिए का वर्णन किया गया है। इसी प्रकार आप राजा और साधु के हुलिये का वर्णन कीजिए।

उत्तर: राजा – विभिन्न रंगों के पोशाक पहने, सिर पर मुकुट, कमर में तलवार लटकाए हुए।
साधु – लंबी दाढ़ी-मूँछें, जनेऊ धारण किए हुए, हाथ में कमंडल, माथे पर चंदन की टिकी।

(च) अनुच्छेद में आए विशेषण शब्दों को छाँटकर लिखिए।

उत्तर: विशेषण शब्द: ज्यादा, अनगिनत, गरीब, दुबला-पतला, बूढ़ी, अभागिन, नया, हजारों, अच्छा, बहादुर, खूबसूरत, अपराधी, खूब, बुढ़िया, बड़ी-बड़ी इत्यादि।

(छ) वर्दी और पोथा के समानार्थी लिखिए।

उत्तर:वर्दी के समानार्थी – लिबास, पोशाक, पहनावा

पोथा के समानार्थी – किताब, ग्रंथ, पुस्तक

पाठ से आगे

प्रश्न 1. महमूद, मोहसिन, नूर और हामिद में किसका चरित्र अच्छा लगा? कारण बताइए।

उत्तर: हमें सबै में से हामिद का चरित्र सबसे प्रभावशाली लगा। बचपन में ही उसकी सोच बहुत परिपक्व थी। गरीबी के बावजूद उसने अपने पैसे का उपयोग दादी के लिए चिमटा खरीदने में किया, जो उनके लिए उपयोगी और सहायक था। इससे स्पष्ट होता है कि वह केवल अपने लिए नहीं बल्कि अपने परिवार और दूसरों के हित के लिए भी सोचता है।

प्रश्न 2. क्या हामिद बच्चों की सामान्य छवि से अलग हटकर एक नयी छवि प्रस्तुत करता है ? कैसे?

उत्तर: हाँ, हामीद बच्चों की सामान्य छवि से अलग था। आमतौर पर बच्चे केवल मिठाई और खिलौनों में रुचि रखते हैं, लेकिन हामीद ने चिमटा खरीदकर परिपक्व और व्यावहारिक सोच दिखाई। उसने न केवल अपने वर्तमान सुख-सुविधाओं को देखा, बल्कि दादी की आवश्यकताओं और भविष्य की उपयोगिता को भी महत्व दिया।

प्रश्न 3. “चुनौती बच्चे को परिपक्व बना देती है” इस उक्ति की व्याख्या कीजिए।

उत्तर:“चुनौती बच्चे को परिपक्व बना देती है” यह कथन बिल्कुल सही है। हामीद को सीमित पैसों में ऐसा चुनाव करना था जो सबसे उपयोगी हो। इस चुनौती ने उसकी सोच और निर्णय क्षमता को बढ़ाया। उसने आकर्षक खिलौनों को नज़रअंदाज़ कर चिमटा खरीदा क्योंकि यह दादी के लिए अधिक लाभकारी था। इस प्रकार, कठिन परिस्थितियों ने हामीद को उसकी उम्र से अधिक परिपक्व बना दिया।

प्रश्न 4. “त्योहार हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।

उत्तर: त्योहार हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा हैं क्योंकि ये जीवन में उल्लास, खुशी और उमंग भरते हैं। इनके बिना जीवन नीरस और एकरस प्रतीत होगा। त्योहार हमें दैनिक कार्यों से विराम देने, परिवार और मित्रों के साथ मिलकर समय बिताने और सांस्कृतिक एवं सामाजिक संबंधों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करते हैं। इसलिए त्योहार हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

पाठ से

प्रश्न 1.ईद के दिन अमीना क्यों उदास थी?
उत्तर: 
ईद के दिन अमीना इसलिए उदास थी क्योंकि उनके घर में खाने-पीने के लिए कुछ भी नहीं था। साथ ही, उन्हें यह चिंता भी थी कि हामीद को अकेले ही तीन कोश दूर ईदगाह तक पैदल जाना होगा।

प्रश्न 2.हामीद मिठाई या खिलौने के बदले चिमटा पसन्द करता है। क्यों ?
उत्तर:
बचपन में ही अगर कोई बच्चा अभावग्रस्त होता है तो वह वयस्कों जैसी सोच विकसित कर लेता है। हामीद ने देखा कि मिठाइयाँ केवल कुछ समय के लिए स्वाद देती हैं और खिलौने मिट्टी के बने होने के कारण टूट-फूट या रंग उड़ने के जोखिम में रहते हैं। वहीं, चिमटा न टूटेगा, न फटेगा और दादी के लिए उपयोगी रहेगा। इससे दादी को रोटी सेकते समय अपनी अंगुलियाँ जलने का डर नहीं होगा। इन सभी कारणों से हामीद ने चिमटा ही चुनने का निर्णय लिया।

प्रश्न 3.मेला जाने से पहले हामीद दादी से क्या कहता है ?
उत्तर: 
मेले जाने से पहले हामीद दादी से कहता है, “अम्मा, तुम डरना मत। मैं जल्दी वापस आऊँगा और पूरी तरह सुरक्षित रहूँगा। चिंता मत करना।”


प्रश्न 4.मेले में चिमटा खरीदने से पहले हामीद के मन में कौन-कौन से विचार आए? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
मेले में चिमटा खरीदने से पहले हामीद के मन में वयस्क की तरह सोचने के कई विचार आए। उसने देखा कि सारे खिलौने अच्छे हैं और हर एक का दाम केवल दो पैसे है, लेकिन मिट्टी के बने ये खिलौने हाथ से छूटने पर टूट जाएंगे और पानी पड़ने पर रंग भी उड़ जाएगा। ऐसे खिलौने लेकर वह क्या करेगा? फिर उसने लोहे की दुकान पर चिमटा देखा और सोचने लगा कि दादी के पास चिमटा नहीं है, जिससे रोटी सेकते समय उनकी अंगुलियाँ जल जाती हैं। अगर वह चिमटा ले आएगा तो दादी बहुत खुश होंगी और उनकी अंगुलियाँ अब कभी नहीं जलेंगी। इसलिए उसने खिलौनों की बजाय चिमटे को प्राथमिकता दी।

प्रश्न 5.हामीद ने चिमटे को किन-किन रूपों में उपयोग करने की बात कही है?
उत्तर: 
हामीद ने कहा कि चिमटे का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जा सकता है—बंदूक की तरह, फकीरों के चिमटे की तरह, मंजीरे के रूप में, और खिलौनों को मारने वाले हथियार के रूप में भी।

प्रश्न 6.ईदगाह कहानी आपको कैसी लगती है ? इसकी मुख्य विशेषता बताइए।
उत्तर: 
‘ईदगाह’ कहानी अत्यंत रोचक और प्रेरक है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं:

  • कहानी बाल-मनोविज्ञान पर आधारित है।

  • अभावग्रस्त बच्चे भी वयस्कों जैसी समझ और सोच विकसित कर सकते हैं।

  • कहानी में दिखाया गया है कि कठिनाइयाँ बच्चों को परिपक्व बनाती हैं।

  • कहानी में मुहावरों का प्रयोग इसे और रोचक बनाता है।

  • जटिल शब्दों का प्रयोग नहीं किया गया है, जिससे इसे सरलता से समझा जा सकता है।

  • कहानी का अंत सुखान्त है, जो पाठक को संतोष और प्रेरणा देता है।

प्रश्न 7.चिमटा देखकर अमीना के मन में कैसा भाव जगा?
उत्तर: 
चिमटा देखकर अमीना के मन में दो तरह के भाव उत्पन्न हुए।

पहला, उसे लगा कि लड़का अज्ञानी है क्योंकि उसने न तो खाने-पीने की चीज़ें ली और न कोई खिलौना, केवल चिमटा ले आया। वह सोचने लगी कि यह चिमटा क्यों लाया।

दूसरा, जब हामीद ने बताया कि उसने चिमटा इसलिए लिया ताकि दादी की अंगुलियाँ रोटी सेकते समय न जलें, तो अमीना का दृष्टिकोण बदल गया। उसके मन में हामीद के त्याग, सद्भाव और विवेक की प्रशंसा हुई। देखा कि बच्चा स्वयं आनंद लेने के बजाय अपने परिवार की भलाई को प्राथमिकता देता है।

प्रश्न 8.ईदगाह कहानी की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: 

“ईदगाह” कहानी में कई प्रमुख विशेषताएँ हैं:

  1. कहानी बाल-मनोविज्ञान पर आधारित है, जो बच्चों के भाव और विचारों को प्रकट करती है।

  2. इसमें अभावग्रस्त बच्चे में वयस्क जैसी सोच उत्पन्न होने का चित्रण किया गया है।

  3. कहानी यह दिखाती है कि चुनौतियाँ और कठिनाइयाँ बच्चे को परिपक्व और बुद्धिमान बनाती हैं।

  4. यह कहानी रोचक और सुखान्त है, जिससे पाठक का मन आनंदित होता है।

  5. कहानी को सरल मुहावरों के प्रयोग से मार्मिक बनाया गया है।

  6. जटिल शब्दों का प्रयोग नहीं किया गया है, जिससे इसे आसानी से समझा जा सकता है।


प्रश्न 9.निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और उसके आधार पर दिए गए।
प्रश्नों के उत्तर दीजिए। नमाज खत्म हुई। लोग आपस में ……….. खिलौने लेकर वह क्या करेगा?
प्रश्नोत्तर:

(क) नमाज खत्म होने के बाद लोग क्या कर रहे थे ?
उत्तर:परस्पर एक-दूसरे से गले मिल रहे थे।

(ख) दुकानों में किस-किस तरह के खिलौने थे?
उत्तर: 
कानों में बहुत प्रकार के खिलौने थे। वहाँ खाकी वर्दी और लाल पगड़ी पहने सिपाही थे, जो अपनी बंदूक कंधे पर लेकर खड़े थे। इसके अलावा राजा, वकील जिनके पास काला चोंगा और सफेद अंकन था और एक हाथ में कानून की किताब थी, भी थे। वहाँ धोबिन, साधु, भिश्ती और कमर में मशक लटकाए हुए अनेक रंग-बिरंगे खिलौने भी उपलब्ध थे।

(ग) वे खिलौने किस चीज के बने थे?
उत्तर:वे खिलौने मिट्टी के बने थे।

(घ) महमूद, मोहसिन और नूर ने कौन-कौन से खिलौने खरीदे ?
उत्तर:महमूद ने सिपाही खरीदा। मोहसिन ने भिश्ती खरीदा। नूर ने वकील को खरीदा।

(ङ) परिच्छेद में सिपाही, भिश्ती और वकील के हुलिए का वर्णन किया गया है। इसी प्रकार आप राजा और साधु के हुलिये का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
राजा – रंग-बिरंगे परिधान पहनने वाले, सिर पर मुकुट धारण किए हुए। कमर में तलवार युक्त म्यान लटका हुआ।
साधु – बड़ी-बड़ी दाढ़ी-मूंछें, जनेऊ धारण किए हुए, हाथ में कमण्डल और ललाट पर चन्दन की रेखाएँ अंकित।

(च) अनुच्छेद में आए विशेषण शब्दों को छाँटकर लिखिए।
उत्तर: 
पाठ में आए कुछ विशेषण शब्द इस प्रकार हैं – ज्यादा, अनगिनत, गरीब, दुबला-पतला, गत, बूढ़ी, अभागिन, पक्का, ललचाई, नया, हजारों, पड़ोस, अच्छा, शान, बहादुर, खुबसूरत, रूस्तमे हिन्द, अपराधी, भूक, खूब, कितना, बुढ़िया, बड़ी-बड़ी इत्यादि।

(छ) वर्दी और पोथा के समानार्थी लिखिए।
उत्तर:वर्दी-पोशाक । पोथा-किताब।

पाठ से आगे

प्रश्न 1.महमूद, मोहसिन, नूर और हामिद में किसका चरित्र अच्छा लगा? कारण बताइए।
उत्तर: 
हामीद का चरित्र सबसे अधिक प्रभावशाली लगा क्योंकि वह बचपन के बावजूद परिपक्व सोच रखता था। उसने अपनी आवश्यकता और दूसरों की भलाई को ध्यान में रखकर अपने पैसों का सही उपयोग किया।

प्रश्न 2.क्या हामिद बच्चों की सामान्य छवि से अलग हटकर एक नयी छवि प्रस्तुत करता है ? कैसे?
उत्तर:
हाँ, हामीद बच्चों की सामान्य छवि से अलग हटकर परिपक्व और व्यावहारिक सोच रखने वाला बच्चा प्रतीत होता है। जबकि अन्य बच्चे केवल खिलौने और मिठाइयों में रुचि दिखाते हैं, हामीद ने अपनी समझदारी से चिमटा खरीदा जो उसकी दादी के काम आएगा, इस प्रकार उसने बच्चों की पारंपरिक छवि से हटकर एक नई, जिम्मेदार और संवेदनशील छवि प्रस्तुत की।

प्रश्न 3.“चुनौती बच्चे को परिपक्व बना देती है” इस उक्ति की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
हामिद के पास अन्य बच्चों की अपेक्षा कम पैसे हैं। सामान भी खरीदना है। कम पैसे में सभी बच्चों से अच्छा सामान खरीदना उसके लिए एक चुनौती है। यह चुनौती हामीद को वयस्क की तरह परिपक्वं मति वाला बना देता है जिसके कारण वह अधिक मजबूत, अधिक उपयोगी चिमटा ही खरीदता है।

प्रश्न 4.“त्योहार हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर: 
त्योहार हमारे जीवन के अभिन्न अंग इसलिए हैं क्योंकि ये हमारे जीवन में खुशियाँ, उल्लास और नई ऊर्जा भरते हैं। ये हमारे दिनचर्या के रूझानों से विराम देते हैं और परिवार तथा मित्रों के साथ समय बिताने का अवसर देते हैं। बिना त्योहारों के जीवन एकरस और नीरस प्रतीत होता।

व्याकरण

वाक्य में प्रयोग कीजिए

  1. रंग जमाना – हामीद ने चिमटा खरीदकर सबों पर रंग जमा लिया।
  2. गद्गद् होना – चिमटा खरीदने का कारण सुनकर अमीना का हृदय गद्गद् हो गया।
  3. भेंट चढ़ना – हामीद के पिता हैजे की भेंट चढ़ गये।”
  4. बाल-बाँका न होना – सभी खिलौने मिलकर भी हामीद के चिमटे का बाल-बाँका नहीं कर सकते।
  5. पैरों में पर लगना – त्योहार के दिन बच्चे के पैरों में पंख लग जाते हैं।
  6. कुबेर का धन मिल जाना – बच्चे थोड़े पैसे पाकर उसे बार-बार गिनते हैं मानो वह कुबेर का धन पा लिया हो।

गतिविधि

प्रश्न 1.मेले में आपने क्या-क्या देखा, उसका चित्र बनाइए।
उत्तर: 
मेले में मैंने रंग-बिरंगी मिठाइयाँ, सुंदर मूर्तियाँ और अनेक उपयोगी सामान देखे। कुछ जगह झूले लगे हुए थे, कुछ जगह बंदर नाच रहे थे। इस दृश्य को देखकर बच्चे अपने अनुसार चित्र बना सकते हैं।

प्रश्न 2.अपने शिक्षक से रमजान के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए।
उत्तर:
रमजान मुसलमानों के लिए अत्यंत पवित्र महीना है। इस महीने में सभी उम्र के लोग रोजा रखते हैं, यानी दिनभर उपवास करते हैं और सूर्यास्त के समय रोजा खोलते हैं। रोजा सूर्योदय से सूर्यास्त तक रखा जाता है। रमजान के महीने में शुक्रवार (जुम्मा) के दिन विशेष महत्व रखते हैं और अधिकांश लोग रोजा अवश्य रखते हैं। यह महीना व्रत, दान और भाईचारे का संदेश देता है। महीने के अंत में दूज का चाँद देखकर अगले दिन ईद का त्योहार मनाया जाता है, जो ईदगाह का पहला दिन होता है।

प्रश्न 3.ईद और मुहर्रम में क्या अन्तर है ? अपने शिक्षक से समझिए।
उत्तर:ईद खुशी का त्योहार है तो मुहर्रम गम का।

प्रश्न 4.आप किसके साथ मेला जाना पसंद कीजिएगा?
उत्तर:
हमारे परिवार में माता-पिता, दादा-दादी, चाचा-चाची सभी हैं, लेकिन दादाजी हमें मेला में हमारी पसंद की सभी चीजें खरीद कर देते हैं। इसलिए मैं मेला जाने के लिए दादाजी के साथ जाना पसंद करूँगा।

Answer by Mrinmoee